बाइक टैक्सी वाले से भाभी ने चुत चुदवाई- 2

(Bold Girl Xxx Chudai Kahani)

बोल्ड गर्ल Xxx चुदाई कहानी में एक सेक्सी भाभी मुझे अपने घर ले गयी क्योंकि दोनों बारिश में भीग गए थे. हम दोनों ही वासना की आग में जलने लगे थे.

दोस्तो, मैं आपका साथी निक्स एक बार फिर से एक अनजान भाभी की चूत चुदाई की कहानी का अगला भाग लेकर हाजिर हूँ.
कहानी के पहले भाग
बारिश में भीगी भाभी अपने घर ले गई
में अब तक आपने पढ़ा था कि मैं अतिरिक्त आमदनी के लिए बाइक टैक्सी चलाता था और मुझे उसी दौरान एक भाभी मिली, जो मुझे अपने घर ले गई और उसके बाद उसकी फ्रॉक जैसी नाइटी में से झाँकते मम्मों को देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया.

अब आगे बोल्ड गर्ल Xxx चुदाई कहानी:

कॉफी पीते पीते मैंने पूछा- आपके पति कहां हैं … और बच्चे भी नहीं दिख रहे हैं. कहां है सब?
तो भाभी ने रोता हुआ सा मुँह बना कर कहा- मेरा कोई बच्चा नहीं है और पति पैसा कमाने में बिजी रहते हैं. वे ज्यादा टाइम बाहर ही रहते हैं.

मैं समझ गया कि यह लंड की भूखी है.

फिर बातों ही बातों में कॉफ़ी खत्म हो गई और मैं जाने के लिए खड़ा हो गया.

मैंने भाभी से कहा- अब मुझे चलना चाहिए … बहुत टाइम हो गया है.
भाभी ने कहा- रुक जाओ थोड़ी देर और … अभी बारिश हो रही है. जब बंद हो जाएगी, तब चले जाना.

मैंने कहा- नहीं, काफी टाइम हो गया है.
इतना बोल कर मैं जैसे ही बाथरूम की तरफ जाने लगा, उतने में ही लाइट चली गयी और मेरा पैर में टेबल लग गया.

मैं अपना संतुलन खो बैठा और भाभी के ऊपर गिर गया.
मेरे दोनों हाथ भाभी के चूचों पर थे.

उफ़ … क्या मादक अहसास था वह!
आज भी वह पल याद आ जाता है, तो लंड में करेंट सा लग जाता है.

एकदम नर्म और सॉफ्ट मम्मे मेरे हाथों में आए तो मैंने दबा दिए.
उधर भाभी ने मुझे अपने दोनों हाथों में लपेट लिया था.

अंधेरा होने की वजह से सिर्फ हम एक दूसरे की सांसें महसूस कर रहे थे.

तभी अचानक से भाभी ने किस करना शुरू कर दिया, वह मेरे होंठों को चूसने लगी.

मैं भी उसके होंठों को चूसने लगा और चूचे दबाने लगा.

किस करते हुए हमें काफी देर ही गई थी.

तभी एकदम से मेरा मोबाइल बजा.
घर से कॉल आ रहा था.

घर से कॉल की घंटी अलग किस्म की सैट की हुई थी तो समझ आ गया था.

हम दोनों अलग हुए.

तभी लाइट भी आ गयी और मैं कॉल पर बात करने लगा.

भाभी पीछे से मुझसे आकर चिपक गयी.

जैसे ही कॉल खत्म हुई तो भाभी बोली- क्या हुआ … क्या बोल रहे है घर वाले?
उसने शायद नंबर पर घर लिखा देख लिया था.

तो मैंने कहा- घर वाले ये बोल रहे हैं कि बारिश काफी तेज़ हो रही है. जब कम हो, तभी निकलना. जहां हो वहीं रुक जाना.

इतना सुनते ही भाभी ने मुझे जोर से गले लगा लिया और बोली- आज की रात हमारी है. तुम मुझे अपनी बना लो. पहले दिन से ही मैं तुमको चखना चाहती थी लेकिन तुम हो कि मेरे इशारे समझ ही नहीं रहे थे.
इतना कह कर वह फिर से मुझे बुरी तरह से किस करने लगी और मैं भी उसका साथ देने लगा.

किस करते करते हुए हम दोनों के हाथ एक दूसरे के शरीर पर चल रहे थे.

जैसे जैसे हमारा रोमांस ज्यादा सेक्सी हो रहा था, बाहर बारिश भी उतनी ही तेज हो रही थी.
ना बारिश रुक रही था ना हमारा रोमांस.

किस करते करते कब हम दोनों के शरीर से कपड़े उतर गए, कुछ पता ही नहीं चला.

हमारी किस ख़त्म हुई.
हमारे होंठ एकदम लाल हो गए थे.

अब मैं भाभी के पूरे शरीर पर धीरे धीरे किस करने लगा और हल्के से काट भी लेता जिससे भाभी की आह निकल जाती.

मैंने उसकी दोनों चूचियों को बहुत देर तक चूसा, दोनों मम्मे चूस चूस कर मैंने लाल कर दिए थे.

भाभी बोली- आराम से चूस ना बाबू … दर्द हो रहा है.

मैंने उसकी एक ना सुनी, बस अपनी धुन में लगा रहा.

फिर दस मिनट तक मैंने उसकी नाभि को चूसा.

क्या मस्त गहरी नाभि थी … मैं तो समझो अपनी जीभ की नोक से नाभि को चोदने लगा था जिससे भाभी और भी ज्यादा गर्मा गयी थी.

वह बोलने लगी- आह यार … बाबू अब नहीं रुका जा रहा … डाल दो अपना लंड इस प्यासी चूत में … कब से प्यासी है यह चूत … आह आह!

मैंने कहा- थोड़ा रुको तो सही यार, प्यार करने का मज़ा आराम से और धीरे धीरे आता है … जल्दी में नहीं.
अब मैं नीचे की तरफ बढ़ गया.

मैं अपनी जीभ को भाभी के नाजुक शरीर पर चलाते हुए उसकी चूत की तरफ बढ़ रहा था.

जब मैंने चूत को देखा तो लग ही नहीं रहा था कि यह शादीशुदा औरत की चूत है. भाभी की चूत एकदम लाल और चिकनी थी.
चूत तो बहुत बार मारी थी, पर ऐसी चूत पहली बार देखी थी.

मैं 30 सेकंड के लिए तो भाभी की चूत को देखता ही रह गया.
क्या मस्त चूत थी यार … एक भी बाल नहीं और एकदम फूली हुई लाल रसगुल्ला सी रसभरी चूत थी.

मैंने अपनी उंगली से चूत के दाने को जैसे ही रगड़ा, भाभी के मुँह से अह अह अह निकलना शुरू हो गयी.
अगले कुछ मिनट तक मैं चूत के दाने को रगड़ता रहा और इतने में ही भाभी की चूत से पानी रिसने लगा.

अब मैंने अपने दोनों हाथों से चूत की फांकों को फैला कर देखा तो अन्दर की लालिमा देख कर मेरे मुँह में पानी आ गया.
मैंने झट से भाभी की चूत पर मुँह लगा दिया और चूसने लगा.

मैं अपनी लाइफ में आज दूसरी बार चूत चूस रहा था.
इससे पहले मैंने अपनी बुआ की चूत चूसी थी, उसमें भी इतना मज़ा नहीं आया था जितना आज भाभी की चूत चूसने में आ रहा था.

अलग ही स्वाद था … आह मन मयूर सा नाचने लगा था.

भाभी कसमसाती रही और मैं लगातार 15 मिनट तक चूत की चुसाई करता रहा.

इसके बाद भाभी एकदम से झड़ गई और उसने मेरा मुँह अपनी चूत पर ही दबा लिया जिससे मुझे उसकी चूत का पानी पीना पड़ा.

हालांकि उस उत्तेजना के दौर में मुझे उसकी चूत का पानी पीकर काफी मज़ा आया.

उसके बाद भाभी निढाल हो गई थी और आंखों को बंद करके मुस्कुरा रही थी.

मैंने उसे सहलाते हुए कहा- आपका तो हो गया, अब मेरा भी कर दो.

यह सुनकर भाभी ने आंखें खोलीं और घुटनों के बल बैठ गयी.

वह मेरे आंडों को बड़े ही प्यार से सहलाने लगी.
फिर उसने एकदम से मेरा लंड मुँह में ले लिया जिससे मैं एक झटके में ही मानो जन्नत में पहुंच गया.

भाभी मेरे लंड को ऐसे चूस रही थी जैसे बच्चा लॉलीपॉप चूसता है.

कुछ मिनट की चुसाई के बाद मेरा रस निकलने को हुआ तो मैंने बोला- भाभी आह अब बस … मेरा होने वाला है!

भाभी ने एक बार लंड मुँह से निकाला और बोली- मुझे तुम्हारा पानी पीना है … मेरे मुँह में झड़ जाओ.
वह वापस लंड चूसने लगी और इस बार मैं बिंदास था.

थोड़ी देर में मेरे लंड का पानी निकल गया.
आज इतना ज्यादा वीर्य निकला था जितना पहले कभी नहीं निकला था.

भाभी ने भी एक भी बूंद नीचे नहीं गिरने दी, वह सारा रस पी गयी और लंड पूरा चाट कर साफ कर दिया.

अब हम दोनों बेड पर साथ में लेट गए.

थोड़ी देर बाद मैं भाभी के चूचों को दबाने लगा और चूत में उंगली करने लगा.

भाभी भी गर्म हो गयी और अपनी गांड उठा कर मेरी उंगली को चूत की गहराई में लेने लगी.
इससे मुझे लगा कि अब यह चुदने के लिए तैयार है.

मैंने अपना लंड उसके मुँह के आगे कर दिया.
उसने लंड मुँह में ले लिया और चूसने लगी.

मैंने दो मिनट तक लंड चुसवाया और भाभी की चूत के मुँह पर रख कर एक ही बार में आधे से ज्यादा लंड अन्दर घुसेड़ दिया.

काफी टाइम से भाभी चुदी नहीं थी तो वह मेरे मोटे लंड के प्रहार से चिल्लाने लगी.
वह बोलने लगी- आह बाहर निकाल लो … बहुत दर्द हो रहा है.

लेकिन मैंने उसकी एक ना सुनी और दूसरे धक्के में पूरा लंड जड़ तक घुसा दिया.

अब मैंने भाभी की तरफ देखा तो उसकी आंखों से आंसू निकल रहे थे.
मैं थोड़ी देर ऐसे ही लंड चूत में पेले पड़ा रहा.

जब भाभी सामान्य हुई तो मैंने धक्के देना शुरू किए.

सटासट 20-25 धक्कों में भाभी को थोड़ी परेशानी हुई, उसके बाद उसको भी चुदवाने में मज़ा आने लगा और वह नीचे से अपनी गांड उठा कर मेरे हर धक्के का जवाब देने लगी.

अगले बीस मिनट की चुदाई में भाभी तीन बार झड़ चुकी थी और अब उसकी चूत दर्द करने लगी थी.
वह बोलने लगी- बाबू दर्द हो रहा है … निकाल लो. अब सहन नहीं हो रहा है.

मैंने उसकी एक ना सुनी और लम्बे लम्बे शॉट लगाने लगा.

दो मिनट तक तेज धक्कों के बाद मेरा माल निकलने को हुआ.

मैंने उसकी तरफ देखा तो भाभी बोली- अन्दर ही निकाल दो, बहुत टाइम से प्यासी है मेरी ये चूत … बुझा दो आग इसकी अपने पानी से!

बस मैं भाभी की चूत में ही झड़ गया और दस मिनट तक भाभी के ऊपर ही लेटा रहा.
हम दोनों एक दूसरे को किस करते रहे.

उस रात मैंने भाभी को अच्छे से 4 बार चोदा और दोनों नंगे ही एक दूसरे की बाहों में चिपक कर सो गए.

सुबह 8 बजे मेरी आंख खुली तो भाभी भी मेरे साथ ही सो रही थी और उसकी गांड मेरी तरफ को थी जिसको देख कर मेरा मन भाभी की गांड मारने का हो गया.

मैं भाभी के चूचों को दबाने लगा और गर्म करने लगा.

भाभी भी उठ गयी और मुस्करा कर बोली- अभी भी मन नहीं भरा तुम्हारा … जो सुबह सुबह चालू हो गए!

मैंने बोला- बराबर में इतना हॉट और सेक्सी माल हो, तो किस चूतिया का मन भरेगा!
यह कह कर मैं भाभी के ऊपर चढ़ गया और उसे किस करने लगा.

भाभी भी मेरा साथ देने लगी.

जब भाभी भी गर्म हो गयी तो बोली- अब मत तड़पाओ, डाल दो जल्दी से!
मैंने कहा- अब चूत की नहीं गांड की बारी है. मुझे तुम्हारी गांड मारनी है!

भाभी की आंखें फैल गई और वह बोली- ना बाबा ना … बहुत दर्द होगा. मुझे नहीं मरवानी गांड … मैं आज तक नहीं मरवाई.
लेकिन मैं जिद पर अड़ गया- मुझे तो गांड ही मारनी है.

तो भाभी ने कहा- अभी नहीं, अगले हफ्ते मार लेना. मेरे पति 5 दिन के लिए बाहर जाएंगे, तब ले लेना … अभी बस चूत की प्यास बुझा दो बाबू!
मैंने कहा- प्रॉमिस करो पहले!
भाभी ने बोला- प्रॉमिस, अब जल्दी से डाल दो यार!

मैं खुशी में इतना पागल हो गया कि मैंने एक ही झटके में पूरा लंड भाभी की चूत में पेल दिया.

भाभी की जोरदार चीख निकल गयी और वह गाली देती हुई बोली- मादरचोद, आराम से कर … फाड़ेगा क्या मेरी प्यारी चूत को!
मैंने कहा- अब तो बहुत कुछ फटेगा भाभी; अभी तुम बस देखती जाओ.

मैंने उस समय भाभी की चूत की ताबड़तोड़ चुदाई शुरू की और वह आह आह करती हुई झड़ गई.

मेरा लंड अभी भी टनटन कर रहा था.
मैं भाभी की धकापेल चुदाई किए जा रहा था और अब तक टाइम बहुत ज्यादा हो गया था.

मेरे घर से कॉल भी आने लगी.

मैंने भाभी की जल्दी जल्दी चुदाई की और पानी निकलने को हुआ तो भाभी बोली- अन्दर मत गिराना, मुझे तुम्हारा पानी पीना है.
मैं लंड चूत से खींच कर घुटनों के बल बैठ गया और भाभी झट से घोड़ी बन कर मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी.

अगले एक मिनट में मेरा लंड बहना शुरू हो गया और लंड का सारा पानी भाभी के मुँह में जाने लगा.
वह लंड को गन्ने की तरह चूस कर सारा पी गयी.

उसके बाद मैंने भाभी के चेहरे को देखा तो लगा कि इसको कितना सुकून मिला है.

तभी वह हंस दी.
उसकी वह प्यारी सी हंसी एक अलग ही बात कह रही थी.

बोल्ड गर्ल Xxx चुदाई खत्म हुई तो हम दोनों साथ में नहाये और मैं तैयार होकर निकलने लगा.

जैसे ही मैंने बाइक स्टार्ट की, पीछे से भाभी आ गई.

उसके हाथ में एक लिफाफा था.
उसने मुझे लिफाफा पकड़ा दिया और बोली- ये लो तुम्हारी मेहनत का फल … इसको घर जाकर ही खोलना.
फिर भाभी ने एक लम्बी सी किस देकर मुझसे कहा- जल्दी ही फिर से मिलते हैं.
मैं वहां से घर निकल आया.

तो दोस्तो, भाभी की चुदाई की कहानी आपको कैसी लगी, मुझे जरूर बताएं.

बाद में मैंने कैसी भाभी की गांड मारी, जिससे खुश होकर उसने अपनी बहन को भी मुझसे चुदवाया.
और उस लिफाफे में क्या था, वह सब आपको अगली सेक्स कहानी में बताऊंगा.

बोल्ड गर्ल Xxx चुदाई कहानी कैसी लगी?
आप मुझे मेल जरूर करें. आपके मेल का मुझे इंतजार रहेगा.
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