आर्मी वाले की चुदासी बीवी
(Army Vale Ki Chudasi Bivi)
दोस्तो.. मेरा नाम साजिद है। मैं अन्तर्वासना का पुराना चाहने वाला हूँ इधर मैंने बहुत सी कामुक कहानियाँ पढ़ी हैं और वो कहानियाँ मुझे इतनी पसंद आईं.. कि मुझे भी अपनी कहानी लिखने की प्रेरणा मिली। मैं जो कहानी बताने जा रहा हूँ.. वो मेरी सच्ची कहानी है।
मेरी उम्र 24 साल की है.. मेरा कद 5’7″ है। यह कहानी करीब 2 साल पहले मेरे साथ घटी थी। मैं दिल्ली में अपने परिवार के साथ रहता हूँ। मुझे सेक्स की शुरू से ही बहुत चाहत रही.. पर 21 साल की उम्र तक मेरा किसी के साथ शारीरिक सबंध नहीं बना।
मैं जिस ऑफिस में काम करता हूँ.. उस ऑफिस मैं इन्टरनेट लगा हुआ है.. जोकि अनलिमिटेड प्लान वाला है। तो मैं भी नैट पर कुछ न कुछ करता रहता हूँ।
एक बार मेरे पास एक औरत का मेल आया। उसने मुझसे मेरे बारे में जानना चाहा.. मैंने उसे अपना फ़ोन नंबर दे दिया।
कुछ ही समय में उसका फ़ोन आया और उसने मुझसे मिलने की बात की। हमने प्लान बनाया और मिलने का सब कुछ समय.. स्थान.. आदि फिक्स हो गया।
उसने मुझे अपोलो हॉस्पिटल बुलाया।
मैं गया और इन्तजार करने लगा.. उसका फिर फ़ोन आया और उसने मुझे फरीदाबाद बॉर्डर पर बुलाया।
मैं उधर पहुँच गया.. वो वहाँ मेरा इन्तजार कर रही थी।
चूंकि उसने अपने बारे में मुझे सब कुछ बता दिया था कि वो किस तरह के कपडे आदि पहने हुए है और मैंने भी अपनी बाइक के बारे उसे बता दिया था तो पहचानने में दिक्कत नहीं हुई और मामूली हैलो.. हाय के बाद मैंने उसे मोटरसाईकिल पर बिठाया और सूरजकुंड ले गया और वहाँ एक कमरा ले लिया।
मैं उसके बारे में आप सबको बता दूँ.. वो एक कमाल के फिगर वाली औरत थी। 38 इंच की उठी हुई चूचियाँ.. 30 इंच की बलखाती कमर और बड़े और उठे हुए 40 साइज़ के चूतड़ थे। उसका एकदम दूध सा गोरा रंग था वो एक मस्त पंजाब की रहने वाली पठानी महिला थी.. उसका नाम सलमा था।
होटल के कमरे में पहुँच कर वो मुझसे लिपट गई, उसके लिपटने के बाद में उसे किस करने लगा।
धीरे-धीरे.. मैंने उसके कपड़े उतार दिए.. साथ ही उसने मेरे कपड़े उतारे। उसके बाद वो सिर्फ ब्रा.. और पैंटी मैं थी.. और मैं अंडरवियर में रह गया था।
मैंने उसके होंठों पर किस करना शुरू किया। वो अपने मुँह से अजीब आवाजें निकालने लगी।
यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !
फिर मैंने धीरे से उसकी ब्रा के हुक खोल दिए और उसकी ब्रा उतार दी। अब वह एकदम परी लग रही थी। मैंने उसे बिस्तर पर लिटाया और फिर मैं धीरे-धीरे उसकी रसीली चूची चूसने लगा। उसकी घुंडियाँ कड़ी हो रही थीं और वह मादकता से कहे जा रही थी- साहिल बहुत मज़ा आ रहा है.. आह्ह..
मैंने धीरे-धीरे अपना हाथ उसकी पैंटी में डाल दिया और अपनी एक उंगली उसकी चूत में घुसा दी.. मेरी इस अचानक की गई हरकत से.. वो एकदम उछल पड़ी।
उसने मुझे बताया- उसका पति आर्मी है.. वो कभी दो-तीन महीने में आता है.. वो कभी भी इस तरह सेक्स नहीं करता है।
फिर.. वह ‘आआहह.. उउऊहह.. ओओओ.. ऊऊफ्फ…’ की आवाजें निकालने लगी।
मेरी उंगली उसकी चूत में अन्दर-बाहर हो रही थी, उसे मज़ा आ रहा था और वह कह रही थी- साहिल अब रुका नहीं जाता.. तुम जल्दी से मेरे अन्दर आ जाओ।
मैं फिर से उसके होंठों के पास आया और उसे ज़ोर से किस करने लगा और उसकी चूचियाँ दबाने लगा और वह मादक सीत्कार करने लगी ‘ऊह्ह.. ऊऊमम… आ.. जाआ आओओ.. नाआ… ऊम्म्म्म…’
फिर मैंने अपना अंडरवियर उतार दिया मेरा साढ़े पांच इन्च का खुले मुण्ड का लण्ड उसके सामने अकड़ा हुआ खड़ा था।
अब वो एकदम से मेरे लौड़े पर झपटी जैसे वो जाने कितने दिनों से लौड़े की प्यासी हो.. उसने मेरा लण्ड हाथ में पकड़ लिया और पागलों की तरह दबाने लगी।
मैंने उससे कहा- इसे मुँह में ले लो।
तो वो पहले तो जरा हिचकी.. पर शायद उसका भी मन होने लगा था और मेरे आग्रह करने पर उसने लौड़े को मुँह में ले लिया.. पर शायद उसने पहले कभी लण्ड चूसा नहीं था तो उसे उल्टी सी लगने लगी।
मैंने अपना मूसल उसके मुँह से निकाल लिया।
अब वो कहने लगी- साहिल.. जल्दी करो मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा है।
मैंने अपने होंठ उसकी चूत पर रख दिए.. वो जोर-जोर से चिल्लाने लगी- आह्ह.. चूसो.. चूसो.. इसी तरह चूसो.. आह्ह.. मजा आ रहा है.. आह.. ऐसा मजा तो मुझे आज तक नहीं आया.. ओह्ह.. प्लीज़ करो.. और.. ऐसे ही करो.. मेरा होने वाला है.. आह्ह..।
और वो मेरे मुँह में ही छूट गई, मैंने सारा पानी चाट लिया, फिर उसने हाथ-पैर ढीले छोड़ दिए।
मैं भी पीछे हुआ और फिर छोड़ने के आसन में आकर मैंने अपना लण्ड उसकी चूत पर रख कर एक जोर से झटका लगा दिया और मेरा आधे से ज्यादा लण्ड उसकी चूत में घुसता चला गया।
उसने एक मीठी सी सिसकारी निकाली और तभी मैंने दूसरा झटका मारा.. मेरा पूरा लण्ड उसकी चूत में चला गया। वो बहुत जोर-जोर से कहने लगी- जोर से.. करो.. फाड़ डालो.. मेरी चूत फाड़ डालो..
मैं दनादन धक्के मार रहा था.. वो भी अपनी गाण्ड उठा कर मेरा साथ देने लगी।
लगभग 10 मिनट में जब मेरा लौड़ा झड़ने को हुआ तो मैंने पूछा- और लेना है? मेरा होने वाला है।
तो उसने कहा- मैं तो दो बार झड़ चुकी हूँ पर तुम अन्दर मत झड़ना। मैं आपका पानी अपने बदन पर लेकर अपनी मालिश करना चाहती हूँ।
मैंने लौड़ा चूत से खींच कर उसके उरोजों पर अपना माल गिरा दिया और उसने मेरा पूरा रस चूचियों पर मल लिया।
फिर हमने दो बार और चोदन किया, इस धमाकेदार चुदाई में वो कई बार झड़ चुकी थी।
फिर हमने लंच किया और वहाँ से चल दिए।
उसके बाद आज भी हम अक्सर मिलते हैं और खुल कर सेक्स करते हैं।
उसने अपनी कई सहेलियों के साथ भी मुझसे सम्भोग करवाया और इस तरह से मेरा सेक्स कैरियर शुरू हुआ था।
आपको मेरी ये सच्ची कहानी कैसी लगी.. मुझे ईमेल करें।
आपका साजिद
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