अंग्रेज कन्या की मदमस्त गाण्ड और चूत चुदाई -2
(Angrej Kanya Ki Madmast Gand Aur Chut Chudai- Part 2)
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दोस्तो, आपने मेरी अंग्रेज कन्या की चुदाई की कहानी पढ़ी। अब आगे की बात बताने जा रहा हूँ कि आगे क्या हुआ।
मेरे लण्ड पर स्प्रे का असर होने के कारण मुझे ज्यादा समय लगा जिससे मुझे थकावट हो रही थी, इसलिए मैं थोड़ा आराम करना चाहता था।
एडलिना का भी वही हाल था, उसकी चूत फूल कर लाल हो गई थी और गाण्ड भी लाल पड़ गई थी।
हम दोनों चिपक कर लेटे हुए थे, जब दो लोग खास तौर पर आदमी और औरत साथ लेटे हों और वो भी नंगे.. तो आराम कैसे मिल सकता है, लेटे-लेटे मेरे हाथ उसके चूचों पर थे जिन्हें मैं दबा रहा था, एडलिना भी मेरे लण्ड को धीरे-धीरे सहला रही थी।
अचानक एडलिना बिस्तर से उठी और अपने बैग में कुछ ढूंढने लगी।
मैं- क्या हो गया.. क्या ढूंढ रही हो?
एडलिना- मैं अपना एक सामान देख रही हूँ।
मैं- क्या?
एडलिना- बताती हूँ।
एडलिना ने बैग से एक नकली लण्ड निकाला और कहा- यह देख रही थी.. क्यों हैं न मस्त..! अब मैं इसको तुम्हारी एनाल में डालूँगी।
मेरी तो उसे देखते ही गाण्ड फट गई लगभग वो 12 इंच का लम्बा और तीन इंच मोटा था। मैंने सोचा कि यदि ये वास्तव में डालेगी.. तो मेरी प्यारी गाण्ड का क्या होगा।
मैंने उसे मना किया तो वो हँसने लगी- क्यों जब तुमने मेरी गाण्ड में अपना इतना मोटा लण्ड डाला.. तब मैंने तो मना नहीं किया और अब मैं कह रही हूँ तो तुम्हारी गाण्ड क्यों फट रही है। मादरचोद.. भोसड़ी के..
वो इनको अंग्रेजी में गाली देते हुए मजा ले रही थी।
मैं मरता क्या न करता। हालांकि मेरे दोस्त ने मेरी गाण्ड मार-मार कर पहले ही फैला दी थी। जिस कारण ज्यादा दर्द होने होने का सवाल ही नहीं था तो मैंने भी कहा- ठीक है.. पर आयल लगा कर करना।
अब एडलिना ने बिस्तर के नीचे बैठ कर मेरे दोनों पैरों को उठा कर अपने कन्धों पर रख लिया और मेरी गाण्ड के छेद को जीभ से चाटने लगी।
मैं- एईईई.. स्स्स्स्स.. और चाटो कुतिया साली.. म्म्मजा.. ज्ज्ज्ज्जा आ.. आआ आह्ह्ह्ह रहा है.. अन्दर जीभ डाल कर जीभ से चोदो अंग्रेज रंडी.. कहींईई.. की.. आआ.. ईईई.. हम्म्म्म..
अपने आप मजे के कारण मेरे मुँह से आवाजें निकल रही थीं, मुझे बड़ा मजा आ रहा था।
अब चाटते-चाटते एडलिना अपनी जीभ मेरी गाण्ड के अन्दर डालने लगी.. जिस कारण से मेरी गाण्ड गीली होने के कारण चिकनी और फ़ैल चुकी थी। कुछ देर मेरी गाण्ड चाटने के एडलिना ने डिल्डो को आयल लगाकर डिल्डो का अगला भाग मेरी गाण्ड के मुँह पर लगा कर अन्दर करने लगी।
वो एक हाथ से मेरे लण्ड को मुट्ठी से मारने लगी।
गाण्ड का छेद पहले ही फैला होने के कारण मुझे दर्द नहीं हो रहा था और आराम से डिल्डो आधा अन्दर चला गया था लेकिन उसको मजा देने के लिए जानबूझ कर ऐसी आवाजें निकाल रहा था कि उसको लगे कि मुझे दर्द हो रहा है।
एडलिना- दर्द हो रहा है.. निकाल लूँ?
मैं- नहीं.. मजा आ रहा है और डालो और जोर-जोर से अन्दर-बाहर करो स्स्स्स्स..
वो कुछ देर मेरे लण्ड को मुँह से चूसती और हाथ से डिल्डो को अन्दर-बाहर करती। कुछ देर बाद एडलिना ने खड़े हो कर आधा लण्ड अपनी चूत के अन्दर डालकर अपनी और मेरी गाण्ड मारने लगी।
लगभग 5 मिनट तक दोनों की गाण्ड चूत मराई हो रही थी।
कुछ देर बाद मैंने उसका डिल्डो अपनी गाण्ड से निकाल कर मैंने उसको घोड़ी बनने को कहा.. तो वो बन गई।
अब मैंने अपना लण्ड उसकी चूत में और उसके नकली लण्ड को उसकी गाण्ड में डाल कर चोदने लगा। वह भी मजे के साथ डिल्डो को अपनी गाण्ड में डलवाकर चुदवाने लगी।
कुछ देर में उसका काम हो गया..
लेकिन मेरा अब भी नहीं हुआ था।
मैं जोर-जोर से धक्के दे कर उसको चोद रहा था, अब मैंने डिल्डो को अपने लण्ड के ऊपर बांध कर डिल्डो से उसकी गाण्ड और लण्ड से चूत चोदने लगा।
कुछ देर बाद मेरा भी काम हो गया.. तो उसने मेरे लण्ड को चूसकर साफ़ किया और हम दोनों ने एक-एक पैग और पिया।
शराब का नशा ही कुछ अलग होता है, थोड़ी देर में मेरा लण्ड फिर तन्ना गया
एडलिना- ओह.. यह तो फिर खड़ा हो गया अभी थका नहीं है अभी.. क्या और लेना चाहता है।
मैं- अभी ये तुमको और आसानों में चोदना चाहता है। अब न जाने कब मिलोगी.. इसलिए यह सारा मजा लेना चाहता है।
एडलिना- ओके.. मेरी चूत भी यही कह रही है। काफी दिनों बाद इस साली की इच्छा पूरी हो रही है। आज इसे इतना चोदो कि कुछ महीने इसको लण्ड की याद न आए। लाओ.. तुम्हारा लण्ड चूसूँ!
एडलिना ने लण्ड को चूसकर उस पर फिर से स्प्रे किया, मैंने उसको खड़ा होने के लिए कहा और पीछे से उसको पकड़ कर उसके मस्त चूचों को दबाते हुए अपने लण्ड से उसकी गाण्ड मारने लगा।
ऐसे उसे दर्द हो रहा था.. पर मैं बिना रुके चलता रहा, मैं अपनी उंगली उसकी चूत में डालकर उसके दाने को मसलने लगा।
एडलिना- आईई.. ईईईई.. आऊऊच.. फ़क मी.. फ़क मी.. याआ..हह.. आअ चोदो.. और जोर से चोदो.. ओह्ह्ह्ह्ह्.. करते जाओ.. मजा आ रहा है..
कुछ देर में ही हम दोनों का हो जाने के बाद थक कर कुछ देर लेटे रहे। इस तरह हम दोनों विभिन्न पोजिशनों में सुबह 4 बजे तक चुदम चुदाई करने के बाद सो गए।
दोपहर को उसकी फ्लाइट थी, उसके पहले हमने एक बार फिर सेक्स किया और तैयार होकर उसको एयरोड्रम पर पहुँचाया।
एयरोड्रम पर पहुँचने पर वह मुझसे गले से लिपट कर रोई और जाते जाते मुझे 5000 रूपये देकर फिर मिलने का वादा कर गई।
अब देखते हैं कि उससे कब मुलाक़ात होगी।
पर उसके साथ सेक्स में काफी मजा आया और इतना सेक्स मैंने कभी नहीं किया.. जितना उसके साथ किया।
कैसी लगी मेरी कहानी? मुझे मेल जरूर करें।
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