सगी साली और बीवी की साथ में चुदाई- 2

(Wife Gand Xxx Kahani)

वाइफ गांड Xxx कहानी में पढ़ें कि मेरी बीवी ने मुझे मेरी साली की चुदाई करते देख लिया. मेरी बीवी पहले तो गुस्सा हुई पर बाद में उसने अपने सामने अपनी बहन चुदवाई.

मित्रो, मैं मोनीष एक बार फिर से आप सभी का अपनी Xxx चुदाई की कहानी में स्वागत करता हूँ.
कहानी के पहले भाग
जवान साली की बुर चुदाई का मौक़ा
में अब तक आपने पढ़ा था कि मेरी साली मेरे लौड़े से चुद चुकी थी और उसने मेरे लंड का माल खा लिया था. हम दोनों चुदाई के बाद बिस्तर पर लेट कर बातें कर रहे थे.

अब आगे वाइफ गांड Xxx कहानी:

मैंने शालिनी से पूछा- मतलब तुमने हम दोनों की चुदाई को देखा है?
साली- हां सब देखा है. जीजू मुझे एक बात और कहना थी, आप बुरा मत मानना प्लीज़.
मैं- हां बोल ना, मैं बिल्कुल बुरा नहीं मानूँगा.

शालिनी- जीजू, आप अपनी और दीदी की कोई नंगी वीडियो या फ़ोटो दिखाओ ना … अगर हो तो.
मैं- हां है मेरे पास दिखाता हूँ.

फिर मैंने अपना फ़ोन उठाया और उसे एक वीडियो दिखाई. कुछ फोटो भी दिखाए.
शालिनी- जीजू, दीदी के बूब्स कितने बड़े हैं, मुझसे तो बहुत बड़े है … और गांड भी बहुत बड़ी है. आपको तो दीदी की गांड मारने में मजा आ जाता होगा!
मैं- नहीं यार शालिनी, तुम्हारी दीदी ने कभी पीछे से नहीं लिया है. मेरा बहुत मन है, पर वो मानती ही नहीं है.

शालिनी- जीजू आप आज मेरी मार लो.
मैं- पक्का, दर्द बहुत होगा!

शालिनी- हां जीजू मैं सब सह लूंगी. मेरा बहुत मन है. बस मुझे दो तगड़े पैग पिला दो, मैं सब झेल लूंगी.
मैं- हां बिल्कुल पियो न!

मैंने दोनों के पैग बनाए.
हम दोनों ने दो दो पैग पिए.

फिर शालिनी हाथ से मेरा लंड सहलाने लगी, चूसने लगी.
उसने मेरा लंड खड़ा किया.

मैंने उसकी गांड को सहलाया और अपनी उंगली को गीला करके उसकी गांड में एक उंगली डाल दी.
उसे दर्द तो हो रहा था पर नशे की वजह से उसे पता नहीं चल रहा था.

फिर मैंने अपने लंड पर तेल लगाया और उसकी गांड के छेद पर भी लगा दिया.
एक उंगली में तेल लेकर छेद के अन्दर तक लगा दिया.

मैंने उसे अब घोड़ी बनाया और उसकी गांड के छेद पर अपना लंड टिका कर डालने लगा.
उसे दर्द हो रहा था जो कि सहने के लायक नहीं था.

अभी लंड का सुपारा ही अन्दर गया होगा कि उसने कराह कर कहा- आंह … बस जीजू … रुको थोड़ा.
मगर मैंने ताकत लगा कर लंड अन्दर पेल दिया, मेरा आधा लंड अन्दर चला गया.

वो चिल्ला पड़ी- आह आह … मैं मर जाऊंगी …. थोड़ा रुको तो सही.
उसकी गांड में से खून निकल रहा था, मैं थोड़ा रुक गया.

जब उसका दर्द कम हुआ तो उसने कहा- अब डालो.
मैंने पूरा लंड झटके के साथ अन्दर डाल दिया.

वो जोर से चिल्लाई- आह जीजू … बहुत दर्द कर रहा है … यार मुझसे सहन नहीं हो रहा है. अब थोड़ा रुक जाओ प्लीज़.
मैं थोड़ी देर रुक गया.

उसने कहा- जीजू, एक सिगरेट जला लो न … और रुक जाओ. मुझसे दर्द सहन नहीं हो रहा है.
मैंने सिगरेट जला कर थोड़ी पी और उसे दे दी.
वो अपनी गांड में लंड डलवा कर सिगरेट पी रही थी.

फिर उसने कहा- हां अब करो, थोड़ी देर हो चुकी है. अब दर्द कम हो गया है.

मैंने झटके लगाने शुरू किए.
अब मैं जोरदार झटकों के साथ में उसकी गांड मार रहा था.
उसे भी मजा आने लगा था.

करीब 20 मिनट झटके मारने के बाद उसने कहा- आपका लंड लेने का बहुत दिनों से मन था, पर कभी मौका ही नहीं मिला. हमेशा दीदी यहां रहती थीं, आज मौका मिला है. आज आप मुझे पूरी तरह से मजे दे दो.
मैंने हां कहा और झटकों की रफ्तार बढ़ा दी.

अब मैं उसकी गांड में जोर जोर के झटके मार रहा था.
वो जोर जोर से चिल्ला रही थी- आह आह आह.
मैं उसकी चीख सुन कर और गांड मारकर मजे ले रहा था.

कुछ देर के बाद मेरा पानी निकलने वाला था, मैंने अपने झटकों की रफ्तार पूरी ताकत के साथ बढ़ा दी.
मैंने उसकी गांड में ही अपना पानी छोड़ दिया. बाद में लंड निकाला और ऐसे ही बिना कपड़ों के हम लेट गए.

करीब 3 बज रहे होंगे. हम दोनों बहुत थक गए थे तो हमारी कब नींद लग गयी पता ही नहीं चला.
हम दोनों सुबह 11 बजे उठे और एक बार फिर से चुदाई की.

हम दोनों ने नहा लिया और कपड़े पहन कर अपना काम करने लगे.

हमारे पास अभी भी 4 दिन और थे.
हमने ऐसे ही रोज़ चुदाई की.

फिर मेरी वाइफ आ गयी, तब हम अलग अलग सोने लगे.
पर कुछ दिन में मौका देख कर मैं उसकी जमकर चुदाई कर लेता था.

जब मेरी वाइफ सो जाया करती थी, तब मैं धीरे से उठ कर अपने रूम को लॉक करके उसके रूम में आ जाता.
वो पहले से ही अपने कपड़े उतार कर चुदने के लिए तैयार रहती.
मैं उसे दम से रगड़ कर वापस अपने रूम में आ जाता.

कभी मेरी वाइफ कहीं मार्किट या बाहर जाती, तो मैं घर आकर उसे दिन में ही चोद लेता.
महीनों तक यही सब चलता रहा.

एक दिन मैं रात में उसकी चुदाई करके वापस अपने रूम में आया, तब शायद मेरी वाइफ को शक हो गया था.

कुछ दिन के बाद मेरी वाइफ ने नाटक किया कि मुझे बहुत नींद आ रही है और रात में जल्दी सो गई.

रूम की एक चाबी उसने अपने पास रख ली.

मेरी वाइफ स्नेहा जब सो गई, तो कुछ देर के बाद मैं उठा और रूम लॉक करके शालिनी के रूम में चला गया.
वहां जाकर मैं अभी उसकी चुदाई कर ही रहा था कि स्नेहा वहां आकर रूम से आने वाली चुदाई की आवाज सुन रही थी.

उसने धीरे से गेट खोला और देखा कि मैं उसकी सगी छोटी बहन शालिनी की चुदाई कर रहा हूँ.
शालिनी घोड़ी बन कर मेरे लंड से चुद रही थी. ये सब स्नेहा देख रही थी.
उससे रहा नहीं गया तो वो अन्दर आ गयी.

हम दोनों उसे देख कर अलग हो गए. हमने अपने को चादर से ढक लिया.

स्नेहा गुस्से में बोली- ये सब क्या चल रहा है … तुम दोनों ने मुझे धोखा दिया. ये सब करने की क्या जरूरत थी?
वो बहुत कुछ बोली. शालिनी को तो स्नेहा ने थप्पड़ भी मार दिया और मेरे ऊपर भी बहुत चिल्लाई.

उसने मुझे हॉल में सुला दिया और खुद शालिनी को लेकर रूम में चली गयी.

करीब एक हफ्ते तक स्नेहा ने मुझसे और शालिनी से बात नहीं की.

हम दोनों ने उससे बहुत माफी मांगी.
मैंने उससे कहा- अब से ये सब नहीं होगा, प्लीज़ माफ कर दो.

बहुत माफी मांगने के बाद उसने गुस्से में कहा- ये मेरी बहन है और आप दोनों ये सब कैसे कर सकते हो. ये सब करने का बहुत शौक है ना … तो चलो ठीक है, अब आप मेरे सामने शालिनी को चोदो. मैं भी देखना चाहती हूँ. जो काम तुम दोनों छुप कर करते हो, आज मेरे सामने करो.

हमारे बहुत मना करने के बाद भी स्नेहा नहीं मानी और उसने हम तीनों के लिए पैग बनाए और पीने को बोला.
हम दोनों ने दारू पी ली.

फिर वो जबरदस्ती हमें दूसरा पैग, तीसरा पैग पिलाए जा रही थी.

अब वो हम दोनों के कपड़े निकालने लगी.
उसने सारे कपड़े निकाल दिए, फिर बोली- चलो शुरू हो जाओ.

हम सब नशे में थे, इस वजह से हमने कुछ नहीं सोचा और शुरू हो गए.

मैंने शालिनी का मुँह पकड़ा और अपने लंड पर रख दिया.
उसने भी लंड चूसना शुरू कर दिया.
वो अपनी ही बहन के सामने अपने जीजू का लंड चूस रही थी और मैं अपनी वाइफ के सामने अपनी साली को लंड चुसा रहा था.

स्नेहा अपना पैग बना कर पी रही थी.

दस मिनट के बाद मैंने लंड उसके मुँह में से निकाला और से धक्का देकर सोफे पर लेटा दिया; उसकी चूत में मैंने अपना मुँह डाल दिया और चूत चूसने लगा.

शालिनी कामुक सिसकारियां ले रही थी- आह ऊऊऊऊऊ आह आह!

उसने मेरे बाल पकड़ लिए और कुछ देर के बाद मैंने उसकी चूत में लंड डाल कर उसे चोदने लगा.
नशे के कारण मेरा पानी निकल ही नहीं रह था.

करीब 25 मिनट की चुदाई में उसका पानी दो बार निकल गया था और अब मेरा भी निकलने वाला था.

मैंने उसकी गांड में लंड डाला और झटके लगाने शुरू कर दिए.
उसकी गांड में ही मैंने पानी छोड़ दिया और हम दोनों अलग हो गए.

स्नेहा ने अपना पैग खत्म किया और हमारे कपड़े लेकर सोने चली गयी.

हम दोनों भी वहीं सोफे पर ही नंगे सो गए.
अगले दिन सुबह हम उठे तो स्नेहा ने हमें कपड़े दिए.
हमने पहन लिए.

आज स्नेहा नार्मल हो गयी थी, हमसे अच्छे से बात कर रही थी.
मैं अपने ऑफिस चला गया.

शाम को स्नेहा का फ़ोन आया.
उसने कहा- दो बोटल रम ले आना और स्टैमिना की टेबलेट भी.

मैं ले आया.

उस समय 8 बज रहे थे.
मैं जब घर आया तब तक स्नेहा और शालिनी ने खाना बना लिया था और दोनों ही अच्छे से हंस हंस कर बातें कर रही थीं.

मैंने शालिनी से पूछा- ये सब क्या है … स्नेहा इतने अच्छे से बात कर रही है!
वो हंस कर चुप रह गई.

फिर रात में हम दोनों को स्नेहा ने अपने साथ में सुलाया और सेक्स करवाया.

शालिनी बोली- पता नहीं जीजू मुझे भी समझ नहीं आ रहा है, पर जो भी है सब ठीक है. दीदी अब नार्मल हो चुकी हैं. जैसा दीदी कहें, बस हम वही करेंगे.

तब तक स्नेहा आ गयी और उसने पूछा- जीजा साली की अकेले अकेले में क्या बात हो रही है?
मैंने कहा- कुछ नहीं बस ऐसे ही बात कर रहे थे.

स्नेहा ने हंस कर कहा- ठीक है. मैंने जो लाने को बोला था, वो लाए?
मैंने कहा- हां ले आया हूँ.
स्नेहा ने हमें सेक्स की गोली खिलाई और खुद भी खाई.

फिर हम सब ड्रिंक करने बैठे.
तीनों साथ में चार चार पैग पीने के बाद टुन्न हो गए.

स्नेहा अपने कपड़े उतारने लगी.
उसने हमें भी कपड़े उतारने को बोला.
हमने भी उसकी बात मान ली और कपड़े उतार दिए.

स्नेहा मेरे पास आई और मेरा लंड मुँह में लेकर चूसने लगी.
उसने अपनी बहन शालिनी से कहा- मेरी चूत चूसो.

करीब दस बजे हमारा कार्यक्रम शुरू हो चुका था. मुझे बहुत मजा आ रहा था.

मेरे सामने दो परियां एकदम नंगी थीं. वो दोनों मुझसे चुदना चाहती थीं.

स्नेहा मेरा पूरा 7 इंच का लंड मुँह में लेती और बाहर निकालती, फिर मुँह में लेती और बाहर निकालती.

क्या बताऊं दोस्तो, मेरी तो आज लॉटरी लग गयी थी. बहुत मजे से वो मेरा लंड चूस रही थी.

दस मिनट के बाद स्नेहा मेरे लंड पर बैठ गयी और उसने पूरा लंड एक बार में ही अन्दर ले लिया.
वो उछल उछल कर चुद रही थी.

कुछ देर चुदने के बाद हम सब रूम में आ गए.
स्नेहा ने शालिनी को घोड़ी बनने को कहा.
शालिनी घोड़ी बन गयी.

स्नेहा ने मुझसे उसे चोदने को कहा.
मैंने भी शालिनी की चूत में अपना लंड एक बार में ही डाल दिया. पूरा लौड़ा चूत की जड़ तक घुसेड़ दिया.

शालिनी की चीख निकल गयी- अह आह … मर गई जीजू … आंह बहुत दर्द हो रहा है.
स्नेहा बोली- मादरचोद, इतने दिनों से मेरे पति से चुद रही है, अब मेरे सामने चिल्ला रही है. रुक साली तुझे अभी बताती हूँ.

स्नेहा ने शालिनी के मुँह पर अपनी चूत रख दी और मुझसे बोली- अब चोद इस रंडी को … साली को मेरे पति का लंड लेने का बहुत शौक है ना!
मैं झटके मारने लगा.

शालिनी का दर्द हम दोनों ही नहीं देख रहे थे, मैं बस उसकी चूत में झटके लगाए जा रहा था.

कुछ देर के बाद स्नेहा ने कहा- अब इसकी गांड मारो.
मैंने उसकी चूत से लंड निकाला और एक ही झटके में गांड में डाल दिया.

मैंने गांड में पूरा का पूरा लंड डाल दिया था, जिससे शालिनी फिर से जोर से चिल्ला पड़ी. ‘आआआह … मादरचोद साले जीजू … भैन के लौड़े एक बार में ही डाल दिया पूरा … आंह थोड़ा धीरे धीरे नहीं कर सकता … आंह मुझे दर्द हो रहा है.

इस पर स्नेहा ने कहा- तू मेरी चूत चाट, भौंक मत कुतिया.
स्नेहा मुझसे भी बोली- तू चोद इसे. फिर मुझे भी चोदना.

शालिनी अब तक दो बार झड़ चुकी थी. उसकी गांड में लंड सटासट चल रहा था.
मैं उसकी गांड पर थप्पड़ भी मार रहा था और स्नेहा उसके गाल पर.
हम दोनों ने उसे पूरा लाल कर दिया था. उसे भी बहुत मजे आ रहे थे.

फिर मैंने शालिनी की गांड में से लंड निकाला और स्नेहा के पास जाकर उसे डॉगी स्टाइल में बैठा कर उसकी चूत में लंड डाल दिया.
ड्रिंक और टेबलेट की वजह से मेरे लंड से पानी नहीं निकल रहा था.
मैं भी लगातार चोदे जा रहा था.

कुछ देर तक मैंने स्नेहा की चुदाई की.
तब शालिनी बोली- इसने मेरी गांड मरवाई है जीजू … अब आप इसकी भी गांड मारो.

स्नेहा नशे में टुन्न थी.
वो बोली- हां ठीक है, पर धीरे करना. मैंने कभी किया नहीं है.

मैंने स्नेहा की गांड पर तेल लगाया और अपने लंड पर भी.
फिर स्नेहा की गांड पर लंड सैट करके धक्के लगाना शुरू कर दिया.

स्नेहा को बहुत दर्द हो रहा था, पर वो सहन कर रही थी.
चार पांच झटके के बाद लंड पूरा अन्दर हो गया था.

मैंने वाइफ गांड पहली बार मारी थी.
मुझे उसकी कसी हुई गांड Xxx मारने में बहुत मजा आ रहा था.

मेरी साली की वजह से आज मुझे स्नेहा की गांड मारने का मौका मिल गया था.

शालिनी ने भी स्नेहा से अपना बदला ले लिया था.
शालिनी स्नेहा के आगे जाकर बैठ गयी और अपनी चूत को स्नेहा से चटवाने लगी.

वो स्नेहा के बाल पकड़ कर अपनी चूत में अपनी बहन का मुँह डालने लगी.

साथ में वो बोल रही थी- मेरी कमीनी बहन … साली आज तूने मेरी गांड में पूरा लंड एक बार में ही डलवा दिया. मुझे दर्द हुआ, अब तू दर्द सहन कर. जीजू मारो इस कुतिया की गांड.

कुछ देर के बाद मेरा पानी निकलने वाला था, तो मैंने स्नेहा की गांड में ही सारा पानी निकाल दिया और लंड निकाल लिया.
शालिनी ने लपक कर मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया और चाट कर साफ कर दिया.

अब मैं थक कर लेट गया. ये दोनों बहनें वॉशरूम होकर आईं और नंगी ही सो गईं.

दोस्तो, आपने मेरी बीवी और साली की एक साथ चुदाई की कहानी का मजा ले लिया है.
आप मुझे मेल जरूर करें कि आपको यह वाइफ गांड Xxx कहानी कैसी लगी.
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