सेक्सी साली की जमकर चुदाई
(Virgin Sali Ki Bur Kahani)
वर्जिन साली की बुर को फाड़ कर मैंने उसका उद्घाटन किया. वो मेरी शादी के दो महीने बाद मेरे घर आई थी. मैंने उसे अपना लंड दिखकर गर्म कर दिया.
नमस्कार पाठको, मेरा नाम पुरू है.
मेरी उम्र 24 साल है.
मेरी शादी 2 महीने पहले ही सुषमा नाम की लड़की से हुई थी जिसे मैंने जमकर चोद लिया.
अब मेरा मन किसी कुंवारी लड़की को चोदने का कर रहा था क्योंकि मैं अभी तक 7 से 8 लड़कियों की सील तोड़ चुका था.
मुझे कुंवारी लड़कियों को फर्स्ट टाइम चोदने में बहुत मज़ा आता था.
जब मेरी चड्डी में खून के छींटे मिलते थे तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहता था.
मुझे लड़कियों को केवल एक बार चोदने में बहुत मज़ा आता है.
मैं जिम जाता हूँ, 6 फ़ीट का सेक्सी लड़का हूँ.
मैंने ज्यातर लड़कियों को अपनी चड्डी से फंसाया था.
मैं अपनी चड्डी के ऊपर की लाल रंग की पट्टी अपने जीन्स के ऊपर इस तरह रखता था कि चड्डी साफ साफ दिखे.
जिसे देखकर कई लड़कियों ने तो सामने से मुझसे चुदने की इच्छा जताई थी.
पर मैं सील तोड़ने के बाद दोबारा उस लड़की से सेक्स नहीं करता था.
मेरी शादी को 2 महीने हो गये थे, अब मेरा लंड फड़फड़ा रहा था किसी नयी लड़की की बुर की सील तोड़ने के लिये!
संयोग से मेरी साली जो 19 वर्ष की थी, जिसका नाम ऋतु था, वो एग्जाम देने मेरे घर आयी.
मेरे तो लंड में उसे देखकर फड़फड़ाहट होने लगी.
जैसे ही मैंने उसे देखा, मेरा तो दिल फड़क गया, मैंने उसी वक्त अपनी गर्म साली ऋतु की बुर को चोदने की ठान ली.
परन्तु मैं वर्जिन साली की बुर फ़ाड़ूँ … तो कैसे?
तभी मेरी पत्नी ने अपनी छोटी बहन से कहा- ऋतु, हाथ पांव धो लो. थक गयी होगी, चेंज कर लो।
मेरा दिमाग तभी काम कर गया, मैंने भी अपने अपने कपड़े उतारे और केवल नीली चड्डी में खड़ा हो गया.
मेरा लंड चड्डी के अंदर पूरा खड़ा हुआ था, चड्डी के बाहर उसका उभर साफ दिखाई दे रहा था.
मेरा लंड देखकर मेरी पत्नी खुश हो गयी, बोली- अभी रुक जाओ, मेरी बहन आयी है!
उसे क्या पता कि मेरा लंड तेरे लिए नहीं साली के लिये तैयार था.
तभी साली आ गयी.
मैं चड्डी में खड़ा था मेरे सिक्स पैक और खड़ा लंड देखकर वो देखती ही रह गयी.
मैंने उसका मन टटोलने के लिये लंड के ऊपर के उभार के ऊपर हाथ फेरना शुरू कर दिया.
जिससे मेरा प्री कम निकलने लगा तो मूत वाले कट के ऊपर चड्डी एकदम गीली हो गई.
मेरी साली एकदम एकटक मेरे लंड के उभार को देख रही थी.
जानबूझकर मैं इस तरह एक्टिंग कर रहा था जैसे मेरा साली की तरफ ध्यान ही नहीं है.
मैं लंड के उभार पर हाथ फेर रहा था.
तभी साली बोली- जीजू नहाने जा रहे हैं क्या?
मैंने कहा- हां, तेरी दीदी का वेट कर रहा था. वो मेरी टॉवल चड्डी दे दे तो मैं नहा लूं!
तभी साली बोली- जीजू आप नहाने जाइये. मैं आपकी चड्डी और टॉवल दे दूँगी बाथरूम में!
मैंने कहा- ठीक है. किंतु मुझे चड्डी उतारनी है क्योंकि सुबह की चड्डी सुखी नहीं होगी.
मैं समझ चुका था कि साली गर्म हो चुकी है, लंड चाहती है ये मेरा!
तो मैं चड्डी से इसकी परीक्षा ले रहा था.
मेरी साली दौड़कर किचन में गयी और अपनी दीदी से बोली- दीदी जीजू नहाने को खड़े हैं. आप जीजू का बिल्कुल ख्याल नहीं रखतीं. आप उनकी चड्डी देर से धोती हैं. उनकी चड्डी सूखी नहीं है, वो क्या पहनेंगे? आप जीजू का बिल्कुल ख्याल नहीं रखतीं.
मैं ये सब चुपके से सुन रहा था.
मेरी वाइफ बोली- लेकिन उनकी तो 10 चड्डी अलमारी में रखी हैं. वो तुझसे मज़ाक कर रहे होंगे. जा अलमारी से उनकी टॉवल और चड्डी दे दे.
ऋतु मेरे पास आई लेकिन टॉवल लायी, चड्डी नहीं लाई.
वो मुझसे बोली- जीजू, ये चड्डी उतार कर मुझे दे दीजिए. मैं पंखे में सुखा देती हूं.
मैं समझ चुका था कि मेरा तीर सही निशाने पर लगा था.
मैंने साली के सामने ही चड्डी उतार दी और बिल्कुल नंगा खड़ा हो गया.
मेरी साली ने न आव देखा न ताव … मेरा लंड मुंह में ले लिया और जोर जोर से चूसने लगी.
मैं भी उसके मुंह को जोर जोर से चोदने लगा.
चार पांच झटके के बाद मैंने अपना पूरा माल उसके मुंह में छोड़ दिया जिसे वो पी गयी.
मेरे लंड को जीभ से साफ करके वो बोली- जीजू, मज़ा आ गया. दीदी बड़ी भाग्यशाली है!
और मेरी चड्डी उठाकर चाटने लगी.
जहां मेरा माल लगा हुआ था, उसे चाटकर उसने साफ कर दिया.
इतने में मेरी पत्नी की आवाज आई तो मैं दौड़कर बाथरूम में घुस गया.
मैं नहाकर बाहर आ गया तो देखा कि ऋतु मेरी चड्डी लिए खड़ी है.
उसे देखकर मेरा लंड फिर खड़ा हो गया.
मैंने टॉवल नीचे गिरा दी और बोला- साली साहिबा, अब मुझे चड्डी भी पहना दो!
ऋतु ने अपने हाथ से चड्डी पहना दी और हाथ अंदर डालकर मेरे लंड को एडजस्ट कर दिया.
लेकिन लंड चड्डी के अंदर तंबू की तरह खड़ा था.
तभी मैंने उसे मेरी पैंट लाने को बोला.
तो ऋतु बोली- जीजू, आप चड्डी में मस्त लग रहे हैं.
मैंने कहा- ठीक है.
मेरी वाइफ ने जब मेरा खड़ा लंड देखा तो बोली- घर में मेहमान आये हैं.
मैंने कहा- साली ही तो है. और गर्मी कितनी है!
ऋतु बोली- हां दीदी, जीजू सही कह रहे हैं. कितने हैंडसम हैं जीजू!
मेरी वाइफ बोली- तू नज़र मत लगा मेरे पति को!
हमने खाना खाया.
तभी पड़ोस की आंटी के बच्चा होने वाला था तो मेरी वाइफ उनके घर चली गयी.
मुझे पूरा मौका मिल गया.
मैंने साली को पकड़कर बेड पर लिटा दिया और उसकी छाती पर बैठकर लंड उसके मुंह में डाल दिया.
कुछ मिनट लंड चुस्वाने के बाद मैंने उसे पूरी नंगी कर लिया.
फिर उसके मुंह में दो चार झटके मारने के बाद उसकी सील तोड़ने के लिए लंड को उसकी चूत से लगा दिया और एक धीरे झटके से लंड को आधा उसकी चूत में घुसा दिया.
वो दर्द से चिल्लाने लगी- जीजू, प्लीज छोड़ दो!
मैंने कहा- बस रुको.
मैंने इतने में जोर से झटका दिया, पूरा लंड उसकी चूत में घुस गया.
वो जोर जोर से रोने लगी.
खून से मेरा लंड लाल हो गया.
वो चिल्लाती रही.
मैंने अपनी स्पीड तेज कर दी. अब तक मेरी साली की चूत फट चुकी थी.
उसे मज़ा आ रहा था.
तभी मैं झड़ने वाला था तो उसने कहा- जीजू, प्लीज मुंह में छोड़ना!
मैंने सारा माल उसके मुंह में छोड़ दिया, वो बहुत खुश हो गयी.
फिर उसने कहा- जीजू, मेरे मुंह मे पेशाब कर दो प्लीज!
मैंने उसके मुंह में पेशाब कर दी.
साली मेरी पूरी पेशाब पी गयी.
फिर उसने मेरा लंड दोबारा मुंह में ले लिया.
मेरा लंड खड़ा हो गया.
इतने में मेरी बीवी आ गयी.
मैं तुरंत चड्डी पहन कर गेट खोल कर उसे अंदर लाया और उसे भी चोदा।
अगले दिन साली ने गिफ्ट मांगा तो मैंने तुरंत उसे अपनी चड्डी जो पहनकर रखी थी दे दी.
उसने खुशी खुशी मेरी मैली चड्डी ले ली और बोली- जीजू, जब मुझे आपने लंड की याद आयेगी तो मैं इसी को सूँघ कर काम चला लूंगी.
तो दोस्तो, कमेंट्स में बताइये कि आपको कैसी लगी हमारी ये वर्जिन साली की बुर की कहानी?
लेखक के आग्रह पर इमेल आईडी नहीं दिया जा रहा है.
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