हीर की सेक्स फैंटेसी- 4
साली के बिग बूब्स का मजा लेना चाहता था जीजू … और साली भी अपनी जीजू के बड़े लंड से चुदना चाहती थी. दोनों की तमन्ना कैसे पूरी हुई? पढ़ें इस कहानी में!
दोस्तो, मैं सन्नी आपको सिमर और हीर नाम की दो पंजाबन बहनों की चुदाई की मस्ती आपको सुना रहा था.
कहानी के तीसरे भाग
दो बहनों ने न्यूड मसाज के साथ लंड लिया
में आपने पढ़ा कि किस तरह से उन्होंने एक कॉल ब्वॉय से अपनी चुदाई करवाई और सो गईं.
अब आगे साली के बिग बूब्स का मजा:
राजू की फ्लाइट रात की थी, तो दोनों तैयार होकर उसे लेने चली गईं.
जब राजू बड़ी मस्ती में बाहर आया तो उसने सिमर को चुम्मी की.
हीर बोली- मेरी कहां है?
इस पर हंसते हुए राजू ने हीर को भी चिपका कर चूम लिया.
बस ये बात सिर्फ सिमर समझ पाई थी या राजू कि हीर के मम्मे, राजू के दिल को घायल कर गए.
डिनर करके सब घर आए.
रात के 11 बज गए थे.
राजू को चुदाई की जल्दी थी और हीर उसे छोड़ ही नहीं रही थी.
हीर की भी समझ में आ गया था कि राजू को उसके मम्मों ने दीवाना बना रखा है और वो कुछ न कुछ करके उससे चिपकना चाहता है.
सिमर ने बेशर्म होकर हीर से कहा- अब मुझे सोना है, तो तू अपने कमरे में जा न!
हीर ढिठाई से बोली- मैं चेंज कर लेती हूँ, मेरे कपड़े तो तेरे कमरे में ही हैं. फिर तू सो जाना, मैं और जीजू बाहर बैठ कर बियर पिएंगे.
सिमर ने राजू को आंख दिखाई तो राजू भी बोला- हीर मुझे भी अब सोना है, कल ऑफिस भी जाना है.
हीर ने मन ही मन सोचा कि बेटा, तेरी नींद तो अभी गायब करती हूँ.
उसने ओके कहा और बाथरूम में घुस गई.
कुछ देर बाद हीर शॉवर लेकर शॉर्ट्स और टी-शर्ट डाल कर बाहर आई जिसमें उसके कबूतरों की चोंचें तनी हुई दिख रही थीं.
बाहर आकर उसने राजू को बड़ी स्माइल से किस किया और गुड नाइट बोला.
पर इस बीच में उसने ध्यान रखा कि राजू के हाथ उसके नुकीले चूचुकों से टकरा जाएं.
सिमर सारा खेल देख रही थी तो उसने हंसते हुए तकिया उठाया और उससे हीर को मारते हुए कहा- तेरी सब बदमाशी समझती हूँ, तू चल बाहर.
हीर भी बनावटी गुस्सा दिखाती हुई बोली- देख लो जीजू, अपनी बीवी को … साली और जीजू का मिलन नहीं होने दे रही है.
फिर हीर हंसती हुई बाहर चली गयी तो सिमर ने डोर लॉक कर दिया और राजू से चिपट गयी.
राजू ने फटाफट अपने और उसके कपड़े उतारे और शुरू हो गया.
उसने सबसे पहले सिमर के मम्मों पर ही धावा बोला और फिर से वही पुराना राग कि आए हाय, हीर के मम्मे तो …
सिमर को गुस्सा आ गया.
वो बोली- बुला देती हूँ हीर को, उसी के चूस लेना.
अब राजू ने सरेंडर कर दिया और बोला- यार, जो बात मेरी सिमर डार्लिंग में है, वो किसी और में कहां!
राजू का धमाल शुरू हो गया.
सिमर की भी आहें निकल रही थीं.
बाहर से हीर की आवाज आई- ओए ज़रा धीरे धीरे कर लो, पड़ोस में और लोग भी रहते हैं.
पर राजू और सिमर की चुदाई पर कोई फर्क नहीं पड़ा.
दो ट्रिप लगाने के बाद सिमर ने थक कर राजू से कहा- आज कपड़े पहन कर सो जाते हैं, ये हीर भी अन्दर आए बिना मानेगी नहीं. क्या फायदा न सोएगी, न सोने देगी.
हंसते हुए दोनों ने कपड़े पहने और सिमर ने दरवाजा खोल दिया.
सिमर ने देखा कि बाहर सोफ़े पर हीर बैठी व्हिस्की का पैग चढ़ा रही थी.
उसे सिमर ने बहुत प्यार से चूमाचाटी करके मनाया, तब कहीं जाकर वो उठी और सिमर के पास आकर चिपट कर सो गयी.
सुबह राजू वादा करके ऑफिस चला गया कि शाम को जल्दी आ जाऊंगा, फिर मूवी चलेंगे और रात को डिनर बाहर लेंगे.
अगले दिन हीर को भी वापिस जाना था.
दिन में हीर सिमर से खूब लड़ी कि एक दिन बिना चुदाई के रह नहीं सकती थी क्या!
सिमर ने उसे बहुत समझाया कि वो तो रुक जाती, पर राजू नहीं मानता.
हीर बोली- आज देखना, कैसे जीजू को मैं तेरे पास भी नहीं आने दूँगी.
सिमर हंस पड़ी- तो फिर तेरी आज खैर नहीं!
हीर बोली- कोई बात नहीं, जीजू को आज मोटे मोटे मम्मों का मज़ा दे दूँगी.
इस पर सिमर बोली- फिर राजू का मोटा लंड, जो तेरी चूत फाड़ेगा. चुत फड़वा कर कल रवि को क्या जवाब देगी?
इस पर हीर बोली- रवि को तो एक दो दिन लग जाएंगे मेरी चूत तक पहुंचने में … और हो सकता है, तब तक कोई दूसरा टूर आ जाए.
दोनों हंस पड़ीं.
रात को मस्ती करते हुए तीनों 12 बजे करीब घर पहुंचे.
ये तय हो गया था कि कल राजू ऑफिस नहीं जाएगा क्योंकि दोपहर बाद हीर के पति रवि को भी आना था. उन्हें शाम को वापिस जाना भी था.
राजू ने हीर से कहा कि वो एक दो दिन और रुक जाए, पर हीर ने तीर मारा कि रुकने का क्या फायदा, आप रात को तो अपनी बीवी के पल्लू में घुस जाते हो, मैं क्या करूँ?
राजू भी साली के नशे में कह गया- ठीक है, तू हमारे साथ ही सो जाना.
उसने भी सोचा कि चलो नींद में ही सही, शायद इसके गोल गोल मम्मों पर हाथ फिराने का शायद मौका मिल जाए.
आज वाशरूम में पहले राजू घुसा, उसने सिमर को आवाज़ दी.
तो हीर बोली- आज अकेले नहा लीजिए. आपके बाद हम दोनों साथ नहाएंगी.
राजू बोला- तुम दोनों भी आ जाओ.
हीर हंस कर बोली- फिर कल हम चारों साथ नहाएंगे.
राजू लुंगी और टी-शर्ट पहन कर बाहर आया तो दोनों वाशरूम में घुस गईं.
बहुत देर तक दोनों की खिलखिलाहट की आवाज़ आती रही.
फिर दोनों स्कर्ट और टॉप पहन कर बाहर आ गयीं.
दोनों के निप्पल तने हुए थे यानि उन्होंने नीचे कुछ नहीं पहना था.
पर चूंकि स्कर्ट छोटी थी, तो हीर ने नीचे पैंटी पहन ली थी.
सिमर ने तो अन्दर कुछ नहीं पहना था.
नहाते समय दोनों बहनों का तय हो गया था कि ज्यादा बदमाशी नहीं, बस राजू को कुछ देर परेशान करने के लिए हीर उनके बीच लेटेगी, फिर अपने रूम में चली जाएगी.
बाहर राजू ने पैग बना रखे थे.
तीनों के बीच हंसी मज़ाक के साथ शराब का दौर चल पड़ा, जोक्स नॉन-वेज होते गए.
पीते हुए ही वो तीनों बिस्तर पर आ गए.
राजू का तना हुआ औज़ार लुंगी से साफ झलक रहा था.
रात का एक बजने को था, जल्दी थी नहीं क्योंकि कल राजू और सिमर दोनों की छुट्टी थी.
राजू की निगाहें बार बार हीर के मम्मों पर जातीं, उसका बस चलता तो वो उसका टॉप उतार देता.
हीर भी राजू की लुंगी के उभार को सिमर को दिखा कर हंसती हुई बोली- सिमर अब सो जा, जीजू घंटा बजाने को तैयार हैं, पर आज तो मैं बीच में सोऊंगी. जीजू समझा लो अपने आशिक आवारा को!
राजू ने एक पैग और बना लिया था.
लड़कियों ने मना कर दिया तो राजू ने जबरदस्ती अपने पैग से ही दोनों को सिप करवा दिया.
अब नशे का सुरूर हो चला था.
सिमर को अनहोनी का डर था तो उसने हीर से कहा भी- हीर, मुझे तो नींद आ रही है, या तो तू इधर आकर सो जा, या फिर सेट्टी पर सो जा. नींद में राजू इधर उधर बहुत टटोलता है, तुझे सोने भी नहीं देगा.
हीर को तो ठरक चढ़ी हुई थी, वो बोली- तुझे भी ज्यादा गर्मी चढ़ रही है. चुपचाप सो जा और जीजू साली के बीच में मत आ!
राजू तो निहाल हो गया.
उसने इसी बात पर व्हिस्की का एक सिप हीर को और लगवा दिया.
सिमर ने लाइट बंद कर दी और वो चादर ओढ़ कर ये कहती हुई लेट गयी- अब तेरी शामत, तू ही भुगतियो.
हीर राजू से लिपट कर लेट गयी.
वो तो अल्हड़ थी, आज पहला मौका नहीं था. जब वो राजू से लिपटी हो, पर आज राजू असहज था.
वो बचना भी चाह रहा था पर हीर चिपकी ही जा रही थी.
फिर उसने भी हथियार डाल दिए और चुपचाप आंख बंद करके लेट गया.
हीर को कहां चैन था, वो बोली- जीजू सो गए क्या … या नौटंकी कर रहे हो? मैं खा नहीं जाऊंगी तुम्हें.
राजू बोला- नहीं हीरीए, बस नींद आ रही है, तू भी सो जा.
हीर फिर उसके आगोश में मुँह करके लेट गयी.
उसके तने हुए मम्मे राजू की छाती से टकरा रहे थे.
राजू बेचैन था कि कैसे रोके वो अपने को … उसका मूसल बिल्कुल लठ की तरह खड़ा हो गया था.
अचानक हीर का हाथ उसके लंड से जा टकराया, बदतमीज़ ज़ोर से हंसी.
राजू शर्मा कर दूसरी ओर करवट करके लेट गया.
हीर फिर सिमर से चिपट कर सोने की कोशिश करने लगी.
सिमर को तो नींद आ गयी थी.
हीर को बदमाशी सूझ रही थी, उसने सिमर के टॉप में हाथ घुसा कर उसके दाने पकड़ लिए.
सिमर कुनमुनाई- तू सोने देगी या नहीं? चल जा, अपने रूम में.
हीर बोली- चल, अच्छा सो जा, अब परेशान नहीं करूंगी.
थोड़ी देर में राजू ने इधर करवट ली और अंधेरे में सोने का नाटक करते हुए अपने हाथ हीर के मम्मों पर रख दिए.
हीर जग रही थी, पर कुछ नहीं बोली.
अब राजू ने साली के बिग बूब्स पर, निप्पल पर उंगलियां घुमानी शुरू की तो भी हीर ने कोई हरकत नहीं की. उसका दिल अब ज़ोर से धड़क रहा था.
राजू करवट लेकर उसके और नजदीक आ गया.
अब दोनों के चेहरे आमने सामने थे, पर अंधेरा होने से बस झलक सी दिख रही थी.
गर्म सांसें एक दूसरे के चेहरे पर पड़ रही थीं.
हीर ने भी अपना हाथ नीचे किया, तो उसका हाथ राजू के लंड से टकरा गया.
लंड लुंगी से बाहर आ चुका था.
हीर चौंक गयी, क्या मोटा औज़ार था राजू का!
वो ये तो समझ ही रही थी कि राजू जग रहा है.
अब वो भी गर्म हो चुकी थी, उसने लंड पकड़ लिया.
राजू ने आंखें खोल दीं.
दोनों की आंखें मिलीं, फिर आहिस्ता से होंठ मिले.
राजू ने बिना देर किए उसका टॉप ऊपर कर दिया और अपनी दिली मुराद को पूरा किया.
हीर के गोल गोल मांसल मम्मे उसके काबू में थे.
राजू ने आहिस्ता-आहिस्ता उन्हें मसलना और चूमना शुरू कर दिया.
उधर हीर का दवाब राजू के लंड पर बढ़ गया.
समय नाजुक था. दोनों की आग भड़की हुई थी.
पर डर सिमर का था.
वो कभी इसे स्वीकार नहीं करती.
दोनों की जरा सी भी हरकत सिमर को जगा सकती थी.
हीर पागलों सी राजू को चूम रही थी. कभी दोनों की जीभ टकरातीं, कभी दोनों एक दूसरे के होंठ चूसते.
राजू की लुंगी पूरी खुल चुकी थी और इधर हीर की पैंटी उतर चुकी थी.
राजू ने अपनी उंगली से उसकी चूत की मालिश शुरू की, पर अब कसमसाहट से बेड पर आहट होने लगी.
दोनों थम गए.
हीर आहिस्ता से बेड से उतरी और वाशरूम में चली गयी.
उसने राजू को इशारे से वहीं बुलाया.
वाशरूम में दोनों बेल की तरह लिपट गए, दोनों के कपड़े प्याज़ के छिलके की तरह उतर गए.
राजू हीर के मम्मों पर पिल गया, वो कभी एक चूसता, कभी दूसरा.
अब हीर नीचे बैठ गयी और राजू का लंड मुँह में ले लिया.
सिमर के मुँह से राजू के लंड का कई बार बखान सुन कर उसकी भी इच्छा थी कि एक बार उसके लंड का स्वाद लिया जाए.
असल में हीर की ये फैंटेसी थी कि वो गैर मर्द से सेक्स करे.
इसी लिए जब उसने अपनी सहेली के साथ मसाज करवाई, तो उसकी ये ख़्वाहिश पूरी नहीं हो पायी.
कल मस्ती तो हुई … पर चूंकि सिमर साथ थी, तो वो ज्यादा बहक नहीं पाई, न ही चूत में माल ले पायी.
आज सुबह ही उसने आखिरी बार राजू से सेक्स करने का मन बना ही लिया था.
उसकी ये फैंटेसी अब पूरी होने जा रही थी.
समय कम था.
अगर ऐसे में सिमर जग जाती, तो बचने का कोई रास्ता नहीं था.
उसने राजू से कहा- जीजू फटाफट अन्दर करो, अब रुका नहीं जा रहा.
राजू ने उसे खड़ा किया और हीर ने अपनी एक टांग उठा कर बाथटब की दीवार पर रख दी.
राजू ने दोनों हाथों से हीर को थामा और चूमते हुए अपना लंड उसकी मखमली चूत में पेल दिया.
हीर की जान निकल गयी.
उसके होंठों को राजू ने अपने होंठों से दबा लिया ताकि उसकी चीख न निकले.
अब दोनों के धक्के शुरू हुए.
हीर को मज़ा पूरा आ रहा था, पर वो घबराई हुई थी.
घबरा राजू भी रहा था और इसी घबराहट में दोनों का जल्दी ही हो गया.
राजू ने अपना माल हीर की चूत में निकाल दिया.
हीर ने टिश्यू पेपर से अपनी चूत को फटाफट पौंछा और कपड़े पहन लिए.
राजू ने बड़े असमंजस में उसको देखा तो हीर बोली- जीजू, मेरा दिल घबरा रहा है. सिमर उठ गयी, तो अनर्थ हो जाएगा. मैं अपने रूम में जा रही हूँ. आप बाहर आकर सिमर को उठा कर अपनी आग बुझा लेना … और हां, प्लीज़ मेरी खातिर, मुझसे ये वादा करो कि इस बात को मैं और आप हमेशा के लिए भूल जाएंगे. मैं आपसे और सिमर से बहुत प्यार करती हूँ. मैं नहीं चाहती कि कोई गलती इस रिश्ते को खराब कर दे. आप मेरे सबसे प्यारे जीजू थे और रहोगे.
दोनों आहिस्ता से बाहर आए.
सिमर सो रही थी.
हीर दरवाजे तक पहुंची और उसने राजू को इशारा किया कि वो बेड पर लेट जाए.
हीर ने जैसे ही डोर खोला, तो सिमर की आंख खुल गयी.
उसने पूछा- कहां जा रही है?
तो हीर बोली- तेरा बेड छोटा है, घिच पिच में मुझे नींद नहीं आ रही थी, तो अपने रूम में जा रही हूँ.
ये कह कर वो डोर भिड़ा कर बाहर निकल गयी.
सिमर ने करवट लेकर राजू के होंठ से होंठ भिड़ा दिए और नीचे टटोल कर उसका लंड पकड़ लिया.
इस तरह से जीजू ने साली के बिग बूब्स का मजा लिया और साली ने जीजू के मोटे लम्बे लंड का!
तो दोस्तो, कैसी लगी मेरी कहानी ‘हीर की सेक्स फैंटेसी.’
लिखिएगा मुझे!
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