अपनी बीवी की धमाकेदार चुदाई
(Wife Sex Story: Biwi Ki Dhamakedar Chudai)
सभी दोस्तों को मेरा नमस्कार, मैं आपको मेरी वाईफ से सेक्स की कहानी सुनाने जा रहा हूँ, जिसमें किसी भी तरह के झूठ या शक की कोई गुंजाइश ही नहीं है.
मेरी उम्र 25 साल है और बीवी की 22 साल है. उसका फिगर साइज 32-25-32 का है, जो काफी हॉट है. मेरे लंड का साइज नॉर्मल ही है.
शादी के पहले मैं सिर्फ उसके बोबे दबाता था और चूमाचाटी होती थी, सुहागरात में भी यही सब कुछ हुआ, बस मैं उसे चोद नहीं पाया. लेकिन शादी के कुछ दिन बाद जो चुदाई चालू हुई, तो बस रात दिन ठुकाई ही होती रही. उसको मैंने एकदम चुदक्कड़ बना दिया.
अब एक दिन हमने फिर से सुहागरात मनाने का प्लान किया. उस रात मैंने खुद अपने कमरे को मस्त सजा दिया और उसको जैसे ही रूम में लाया, वो खुशी के मारे रो पड़ी, उसकी आंखों में आंसू आ गए. फिर मैंने उसे कास के अपनी बांहों में जकड़ लिया और उसको नाईटसूट पहनने को कहा, वो बाथरूम में जाकर एक झीना सा गाउन पहन कर आ गई.
इस वक्त वो क्या माल लग रही थी यार.. वैसे ही वो दुबली पतली है.. उसका एक एक अंग तराशा हुआ सा है. उसके बोबे और गांड के पहाड़ कमाल के उठे हुए हैं.
मैं उसको तुरंत बिस्तर पर ले आया और उसके साथ किस्सम-किस्सी चालू कर दी. मैं उसके पूरे होंठों को मुँह में लेकर चूस रहा था. वो भी कम नहीं थी, चुसाई का पूरा मज़ा ले रही थी. अब मैं उसके पूरे चेहरे को चूसने लगा. साथ ही उसके तने हुए बोबले दबा रहा था. मैंने उसके गाउन के अन्दर से एक बूब बाहर निकाला और मुट्ठी में भर के दूध दबाने लगा.
वो एकदम चुदासी हो गयी और बोली- आह.. अब रहा नहीं जाता डियर.. जल्दी से डाल दो.
लेकिन मैं उसको और तड़पाने में लगा रहा.. आज मैं उसकी जवानी को तरसा तरसा कर चोदने के मूड में था. इतनी जल्दी लंड पे कर चुदाई करने में मुझे आज मजा आता नहीं दिख रहा था.
मैंने उसके गाउन को ऊपर से दोनों कंधों से सरका कर ऊपरी हिस्सा ओपन कर दिया. उसके दोनों कबूतर बाहर निकल आए थे. वो मेरी गोद में बैठ हुई अपने चूचे मसलवाने का मजा ले रही थी.
कुछ पल बाद मैंने उसको सीधा लेटा दिया और उसके ऊपर चढ़ गया. मैंने उसके दोनों बोबों को अपने दोनों हाथों में थामे हुए थे. बस मैं उसके ऊपर किसी भुक्कड़ की तरह टूट पड़ा और दोनों मम्मों को भींच कर दबाता और हॉर्न जैसे दबा दबा कर चूसता जा रहा था.
कभी कभी तो मैं उसके दूध इतनी ज़ोर से दबा देता कि उसकी चीख निकल जाती. उसके तने हुए गुलाबी निप्पलों को मैं ओने होंठों में दबा दबा कर चूस रहा था और गोले दबा कर उसकी चूची का रस निकालने की कोशिश कर रहा था.
वो फिर चुदासी सी बोली- आह.. प्लीज़ डाल दो न.
मैं बोला- अभी तो तड़पाऊंगा तुझे मेरी जान..
बस मैं यूं ही उसके बोबों को नोचता रहा और वो तड़पती रही.
हम दोनों ने काफी देर तक बिना सेक्स किये यूं ही मस्ती की. इसी खेल में उसकी चूत पता नहीं, कितनी बार झड़ गयी थी. अब मुझे उस पर थोड़ा तरस आया और मेरा लंड भी चूत की डिमांड करने लगा था. मैं थोड़ा नीचे आया और उसके पेट को चूसता रहा.
वो फिर बोली- प्लीज़ यार.. अब तो चोद दो.. क्या लंड में जंग लग गई है?
उसके मुँह से इतना सुनते ही मैं कंट्रोल बाहर हो गया और मैंने अपनी वाइफ को सेक्स के लिए पूरी नंगी कर दिया. मैं भी पूरा नंगा हो गया. मेरा लंड उसकी चूत में जाने के लिए एकदम तैयार था.
अब मैं अपनी बीवी की चूत पर हाथ फेर रहा था, जो एकदम गीली थी. वो टांगें खोल कर चुत उठाते हुए बोली- अब डालो भी यार.
मैंने उसके हाथ में अपने खड़े लंड को पकड़ा दिया और लंड चूसने को कहा.
वैसे आम दिनों में वो मेरा लंड चूसने से मना कर देती है.. कभी कभी ही लंड को मुँह लेती है. मगर आज उसकी चुत को लंड की दरकार हद से ज्यादा थी. इसलिए उस दिन उसने मेरे एक बार कहने पर ही उठा कर लंड को तुरंत ही अपने मुँह में भर लिया और गपागप चूसने लगी.
कुछ देर लंड चूसने के बाद उसने लंड बहर निकाल दिया और बोली- अब मेरी चुत में डालो.
मैं उसकी चुत के पास चुदाई की मुद्रा में आ गया. मैंने लंड पर तेल लगाया, लंड एकदम टाइट होकर गुर्रा रहा था. मैंने लंड के लिए तड़प रही उसकी चुत पर सुपारा रखा और फांकों को लंड से सहलाने लगा. वो चुत फैलाए एकदम तड़प रही थी और उसकी वासना देख कर साफ़ लग रहा था कि वो लंड घुसने के इन्तजार में कैसे आतुर सी हो रही थी, उसकी चुत भी ऐसे लपलप कर रही थी जैसे बस अभी फक्क से लंड घुसेगा और सुकून मिल जाएगा.
मैंने भी देर न करते हुए चुत के छेद पर लंड को टिका कर एक जोरदार मस्त धक्का लगा दिया. मेरा लंड एक ही झटके में आधा अन्दर घुस गया.
वो बहुत जोर से चिल्लाई, मैं उसके बोबों को दबाने लगा और फिर से एक धक्का लगा दिया. अब मेरा पूरा लंड चुत में घुस गया था. उसको दर्द बहुत हो रहा था. मैंने उसके होंठों को किस किया.. कुछ देर में वो नॉर्मल हो गई.
फिर मैंने धक्के लगाने चालू किये, वो तो मानो मूड में आ गई.. ‘यस यस..’ करने लगी. उसके मुखड़े पर खुशी साफ छलक रही थी. उसने अपने पैरों को कुछ बाँध से लिए थे, मैंने उसके पैर ठीक से फैला दिए और मस्त चोदना चालू कर दिया.
मैं उसकी चूत में घपाघप धक्के लगाता जा रहा था. वो ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’ चिल्ला कर मज़ा ले रही थी. चोदते वक़्त उसके मम्मे ज़ोर से हिल रहे थे, जो मुझे बहुत अच्छे लग रहे थे. मैंने उसके बोबले पकड़ लिए और चुदाई जारी रखी.
अभी 5 मिनट ही हुए थे कि मेरा माल निकलने वाला था. मैंने लंड बाहर निकाला और सारा वीर्य उसके बोबों पर छोड़ दिया.
लेकिन वो अभी बहुत प्यासी थी क्योंकि उसका पानी पहले भी निकल चुका था, जबकि मेरा नहीं निकला था. मैं झड़ जरूर गया था.. लेकिन मेरा अभी भी मन नहीं भरा था. मैंने सब साफ किया और तुरंत उसने भी मेरा लंड चूस कर जल्दी से खड़ा कर दिया, मैंने दुबारा से बीवी की चुत में लंड घुसा कर उसको ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा.
वो भी मस्ती में मेरा पूरा लंड ले रही थी. इसके बाद मैंने उसके पैरों को अपने कंधे पर रखे और पूरा लंड चुत की जड़ तक पेल कर उसकी चुदाई चालू कर दी. सच में वो बहुत बड़ी चुदक्कड़ बन गई थी. उसके फेस पर चुदाई की भूख साफ दिख रही थी.
फिर मैंने उसको मेरी फ़ेवरिट पोज़िशन में आने को कहा, वो समझ गई और तुरंत डॉगी स्टाइल में आ गई. उसने अपनी गांड को चुदाई के लिए मस्त सैट कर दी और लंड घुसने का इंतज़ार करने लगी.
मैंने चुत में लंड सैट किया और धक्का लगा दिया.. लंड पक्क से चूत में घुस गया. उसकी हल्की सी आह निकली और बस वो लंड का मजा लेने लगी.
मैं अपनी बीवी की गांड का बहुत बड़ा फैन हूँ. क्या मस्त चिकनी और गोल गांड है.. हाथ फेरने में आनन्द आ जाता है.
इस वक्त उसकी गांड के दोनों फलक मेरे हाथ में थे. मैं उसकी गांड पकड़ कर उसे धकापेल चोदने लगा. वो भी कम नहीं थी, साली गांड उछाल उछाल कर लंड ले रही थी. मैं उसके चूतड़ों पर थप्पड़ मारता जा रहा था.. जो मुझे डॉगी स्टाइल में करना बहुत पसंद है. उसको भी अपने चूतड़ लाल करवाने में बड़ा मजा आता था.
मैं बहुत जुनून में ज़ोर ज़ोर से उसकी चूत को चोद रहा था और वो भी गांड हिला हिला कर लंड ले रही थी. वो बहुत थक गई थी, लेकिन अब भी लंड की भूखी थी.
इस वक्त मैं दोनों हाथों से गांड को सहलाते हुए चुदाई कर रहा था.. तभी मैंने लंड के शॉट रोक दिए. वो मुड़ के देखने लगी कि रुक क्यों गए. उसके चेहरे पर लंड की प्यास नज़र आ रही थी. जबकि इस बार भी वो दो बार झड़ चुकी थी. मैंने फिर से उसकी गांड पकड़ी और चोदना चालू कर दिया. उसने भी गांड हिलानी चालू कर दी.
फिर मैं झड़ने वाला था, मैंने स्पीड बढ़ाई और जैसे ही निकलने को आया, मैंने लंड बाहर निकाला और गांड के ऊपर छोड़ दिया.
इसके बाद मैंने लंड साफ किया. इस बार ये राउंड दस मिनट चला था.
इसके बाद वो सीधी लेट गई और उसने पैर फैला दिए.. क्योंकि उसकी फ़ेवरिट चुदाई अभी बाकी थी. इस पोजीशन में हम एकदम फ़ास्ट स्पीड में चुदाई करते हैं.. जो उसे बहुत पसंद है. इसी चुदाई में मैं उसको चरम पर पहुंचा देता हूं. इसलिए ये पोजीशन उसकी फ़ेवरिट है.
अब चुदाई का तीसरा राउंड फाइनल स्टेज वाला राउंड था. मेरा लंड फिर से टाइट हो गया था. मेरी बीवी की चुत तो पता नहीं कितनी बार झड़ गयी थी, लेकिन मेरी बीवी अब भी लंड के लिए प्यासी थी. उसके चेहरे पर खुशी छलक रही थी, जो उसकी फ़ेवरेट चुदाई वाली ख़ुशी थी.
मैंने लंड चुत पर रखा और धक्का लगा दिया. दो बार की चुदी चूत में पूरा लंड फक्क से अन्दर तक घुस गया. मैं उसके ऊपर छा गया और उसने भी अपने पैर अच्छे से फैला दिए. मैंने उसके कंधे को कस के पकड़ा और उसने भी मेरे कंधे को जकड़ लिया. इस आसन की चुदाई में मैं बिल्कुल भी नहीं रुकता हूँ.. जब तक कि उसका ऑर्गइज्म ना हो जाए. हम दोनों इस आसन में इतना फ़ास्ट चुदाई करते हैं कि हमारा बेड हिलने लगता है.
तो हम दोनों ने एक दूसरे को जोर से पकड़ लिया. मैंने उसकी आँखों में देखा तो वो बोली- हां राजा चालू करो.
मैंने उसको एक किस किया और धक्के लगाना चालू किया और नॉनस्टॉप ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा. वो भी ‘आह आह..’ करने लगी.
‘आह बाबू और फ़ास्ट और फ़ास्ट वाओ बाबू फ़ास्ट.. आह लव यू बाबू.. आह..’
मैं उसको इतनी जोर से चोद रहा था कि लग रहा था जैसे आज इसकी चुत फट कर भोसड़ा बन जाएगी. वो भी मस्ती से गांड उठा उठा कर लंड ले रही थी.
फिर करीब दस मिनट के बाद उसका होने को आया, वो बोली- यस यस बेबी यस आह फ़ास्ट आह बेबी..
मैं समझ गया कि अब इसका ऑर्गज्म होगा. मैं जुनून में बहुत जोर से चोदने लगा. वो ‘आह आह ओह्ह बाबू आह आह..’ करने लगी और उसकी आंखें बंद हो गईं.. वो झड़ गई.
मैं लंड को चुत में ही रख के उसके ऊपर ही लेटा रहा. वो 10 मिनट के बाद उठी, तो बहुत खुश थी. उसने मुझे किस किया.. जो मेरा ईनाम था.
मैंने अपनी बीवी को कभी निराश नहीं किया है.. वो मेरी चुदाई से बहुत खुश रहती है.
दोस्तो यह थी मेरी वाईफ से सेक्स की सच्ची चुदाई कहानी आपको कैसी लगी, कमेंट्स करके मुझे ज़रूर बताइएगा.
लेखक के आग्रह पर इमेल आईडी नहीं दी जा रही है.
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