मेरे पति ने मुझे उनके दोस्त से चुदते देख लिया-2
(Mere Pati Ne Mujhe Unke Dost Se Chudte Dekh Liya- Part 2)
नमस्ते दोस्तो, आप सबने मेरी पिछली कहानी
मेरे पति ने मुझे उनके दोस्त से चुदते देख लिया-1
को बहुत पसंद किया. आप सब को दिल से धन्यवाद करती हूं.
मेरे से कई दोस्तों ने कुछ सवाल भी किये, आपके सारे सवालों के जवाब इस कहानी में मिल जाएँगे!
जो दोस्त मेरी कहानी पहली बार पढ़ रहे है वो मेरी कहानी का पहला भाग जरूर पढ़ें!
मेरा नाम जाह्नवी है मैं देहली से हूँ, उम्र 25 है, शादीशुदा हूँ, सेक्सी हूँ, दिखने में मस्त हूँ!
अब आगे की कहानी:
जैसे कि आपको मैंने अपनी पिछली कहानी में बताया कि मेरे पति के दोस्त दीपक के साथ कैसे मेरी चूत चुदाई हुई थी!
मुझे मजा तो बहुत आया था पर जब मुझे यह पता चला कि मेरे पति ने मुझे चुदाई करते देख लिया तो मेरे होश उड़ गए!
उस रात जब मैं वापस अपने कमरे में आकर अपने पति के पास सो गई, मुझे लगा वो सो रहे थे पर पूरी रात उन्होंने मेरी चुदाई का पूरा लाइव शो देखा था!
यह बात मुझे खुद मेरे पति ने बताई थी!
जब मेरे पति सुबह उठे तो मुझे कुछ अलग सा बरताव करते लगे, वैसे तो मैं उनसे जल्दी उठ जाती थी पर उस सुबह मेरा पूरा बदन टूट रहा था, पूरी रात चुदाई करके मैं बुरी तरह थकी हुई थी मानो शरीर में जान ही न हो उठने की! हिम्मत बिल्कुल नहीं थी!
वो उठे और ऑफिस जाने के लिये तैयार होने लगे, जाते जाते उन्होंने अपने लिए नाश्ता बनाया और मेरे लिये छोड़ कर चले गये!
दीपक पहले ही जा चुका था क्योंकि उसे अपने घर जाकर तैयार होकर ऑफिस जाना था!
मेरे पति को मैंने बता दिया था मेरी तबीयत ठीक नहीं है तो उन्होंने जाते जाते मेरे से कहा नाश्ता करके, अलमारी में गोली रखी है, खा लेना, सारा दर्द चला जायेगा ऊपर से नीचे तक का!
यह सुन कर मुझे कुछ अजीब सा लगा!
वो चले गये, मैं थोड़ी देर सोने के बाद जब उठी तो मेरी चूत में थोड़ा थोड़ा दर्द सा हो रहा था, मैं नहाने गई तो मैंने देखा कि मेरी चूत सूज के फूली हुई थी और एकदम लाल हो रही थी!
में नहा कर निकली, नाशता किया, इतने में दीपक का फ़ोन आ गया. दीपक मेरे से रात के बारे में पूछ रहा था तो मैंने उसे बताया कि रात तो बहुत मजा आया था पर अब सजा मिल रही है!
इस सजा वाली बात सुन कर दीपक ने सोचा कि मेरे पति को पता तो नहीं चल गया तो दीपक मुझसे पूछने लगा तो मैंने सोचा दीपक को थोड़ा डरा दूँ! मैंने दीपक को कहा- मेरे पति को सब पता चल गया है, सुबह उन्होंने तुम्हारे कमरे से निकलते देख लिया मुझे! अब मैं तुमसे बात नहीं कर सकती, अब मेरे पास फ़ोन मत करना!
दीपक यह बात सुन कर थोड़ा घबराने लगा और बोलने लगा- मैं तुम्हारे घर नहीं आ सकता लेकिन फोन पर तो बात हो सकती है?
मैंने मना कर दिया और फ़ोन काट दिया.
फिर दीपक ने तुरंत फ़ोन किया और बोलने लगा- ऐसा मत करो, मैं तुमसे नहीं मिलूंगा पर बात करना मत बन्द करो!
कुछ देर बाद दीपक को मैंने बता दिया- ऐसा कुछ नहीं हुआ है, मैं तुमसे मजाक कर रही थी.
दीपक बोला- तो सजा कैसी?
तो मैंने उसे बता दिया- मेरे पूरे बदन में दर्द है और चूत सूज के लाल हो रही है!
तो दीपक बोला- सब ठीक हो जाएगा!
दीपक से बात करने के बाद पूरा दिन सोती रही, शाम को जब मेरे पति घर आये तो पूछने लगे- तबीयत ठीक है?
तो मैंने हाँ कह दिया.
फिर अचानक बोले- नीचे का दर्द ठीक है?
मैं सुनकर चौंक गई, मैं पूछने लगी- क्या मतलब?
तो वो बोले- तुमने ही तो कहा था सर से पैर तक सब दर्द कर रहा है!
आज मैं कुछ अलग सा महसूस कर रही थी, मेरे पति के देखने का अंदाज, उनके बोलने का अंदाज, उनकी हरकतें सब कुछ जैसे अलग सा लग रहा था!
मेरी कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि आज हो क्या गया.
मैंने जब पूछा तो बोले- आज बहुत मजा आने वाला है!
मैंने सोचा कि आज लगता है चूत मारने के मूड में हैं तभी ज्यादा मस्ती में हो रहे हैं.
तो मैंने पूछा तो वो बोले- आज चुदाई करेंगे.
यह सुन कर मैं डर गई कि मेरी चूत तो पहले से सूज रही है और दर्द हो रहा है, इन्होंने देख लिया तो क्या सोंचगे और मैं क्या बोलूँगी कि किस से चुदवाई है.
ये तो देखते ही समझ जायेंगे!
मैंने मना कर दिया- आज नहीं, मेरा मूड नहीं है!
ये कहने लगे- मूड तो बन जायेगा! आज इतने दिन के बाद तो मेरा मूड बना है, तुम मना कर रही हो?
मैंने कहा- मेरी तबीयत ठीक नहीं है, फिर कभी कर लेना!
मेरे पति तो मान ही नहीं रहे थे और मेरी दिल की धड़कन बढ़ती जा रही थी! मैं मन में सोच रही थी पहली बार किसी दूसरे के साथ चुदाई की, वो भी आज पकड़ी जाऊँगी. मैं यही सोच रही थी कि क्यों किया मैंने ये सब… आज अगर पकड़ी गई तो मैं कहीं की नहीं रहूँगी, ये मुझे तलाक दे देंगे! अब जो होना था हो गया पर मैं अपने पति को मना किये जा रही थी और वो मुझे मनाने में लगे थे!
थोड़ी देर बाद उन्होंने अपने बैग से दारू की बोतल और एक बियर की बोतल निकली और मुझे साथ बैठने को कहा, बोले- आज तुम और मैं साथ पियेंगे!
यह सुनते ही मैं बोली- पागल हो गये हो क्या?
वो बोले- नहीं यार, दोस्तों के साथ तो बहुत पी है पर आज अपनी बीवी के साथ पीने का मूड है!
मैंने कहा- तुम पीओ, मैं सामने बैठी हूँ.
वो बोले- नहीं, तुम भी मेरे साथ पीओ!
मैं मना कर दिया पर वो ज़िद किये जा रहे थे- तुम दारू मत पीना, बियर पी लेना, बियर पीने से कुछ नहीं होगा!
मैं बोली- चाहे दारू हो या बियर… मैंने कुछ नहीं पीनी!
पर वो ज़िद पर अड़े थे!
मैं मन ही मन सोच रही थी कि आज कुछ तो गड़बड़ है नहीं तो ये इतनी ज़िद कभी नहीं करते और आज मुझे बियर पिला रहे हैं.
खैर बात बात में इन्होंने दो गिलास में पैग बना दिया एक में अपने लिये दूसरे में बियर मेरे लिए!
मेरे मना करने के बाद भी और मुझे पीने को बोले जा रहे थे, मैंने मना कर दिया तो बोले- तुम्हारी सारी तबीयत ठीक हो जायेगी और तुम्हारा मूड भी बन जायेगा!
मेरा मूड क्या बनेगा… मेरी तो हालत खराब थी, पीने के बाद क्या होगा पता नहीं!
मेरे पति फिर बोले- पी लो, फिर बैठ कर बात करते हैं.
मैंने पूछा- किस बारे में?
वो बोले- बस ऐसी ही… आज तुम कुछ ज्यादा सेक्सी लग रही हो!
तो मैं बोली- मेरी तबीयत ठीक नहीं है और मैं तुम्हें सेक्सी लग रही हूँ!
जैसे ही मैंने बियर का एक घूंट पिया, मुझे तो उल्टी सी होने लगी, इतनी कड़वी… पता नहीं लोग कैसे पीते हैं, मैंने जिंदगी में कभी नहीं पी थी, आज पहली बार बियर का टेस्ट लिया था!
मेरे पति बोले- पहली बार हर नई चीज बुरी लगती है, बाद में अच्छी लगने लगती है!
मैं एक सांस में पूरी पी गई फिर हम दोनों बात करने लगे!
बात करते करते ये एक एक पैग बनाते गये और पीते गये, मैं भी धीरे धीरे बियर पीती गई.
थोड़ी देर बाद तो मानो जैसे मुझे कोई डर नहीं और मुझे कोई दर्द नहीं… सब ठीक हो चुका था.
बस फिर क्या था! मेरा भी चुदाई का मूड बन चुका था.
हमने नशे में खाना खाया और बेड पर चले गए मैं तो एक बियर में ही होश खो बैठी थी! मुझे कुछ पता ही नहीं चल रहा था कि मैं क्या बोल रही हूँ क्या कर रही हूँ!
मैंने अपने कपड़े उतार कर फेंक दिये और अपने पति के ऊपर गिर गई.
मेरे पति मुझे जोर जोर से किस कर रहे थे.
मेरे पति ने मुझसे पूछा- अब तबीयत ठीक हो गई?
मैंने उनसे कहा- बात बाद में… पहले जो कर रहे हो, वो करो!
वो मेरे मोम्मे चूसने लगे, मैं भी चुदाई के नशे में थी पर जो मजा कल आ रहाँ था, वैसा मजा नहीं आ रहा था. पर बियर के नशे में सब अच्छा लग रहा था!
तभी मेरे पति ने मेरी चूत को हाथ लगाया. वो फूली हुई थी तो वो बोले- तुम्हारी चूत आज कुछ अलग सी लग रही है?
तो मैं एकदम से डर गई कि अब क्या बोलूँ? तभी मैंने कहा- चुदने के लिये तैयार है, तुम बस अपना लंड निकाल कर डाल दो!
वो बोले- नहीं, पहले मैं चाट कर रस पिऊंगा फिर डालूँगा!
मैं अब कुछ बोल ही नहीं पाई कि क्या करें, बस जो होना है वो होगा.
तभी मेरे पति नीचे हुऐ और नशे में मेरी चूत को चाटने लगे. उम्म्ह… अहह… हय… याह… जब उन्होंने देखा कि मेरी चूत फूली हुई है तो बोले- आज तुम्हारी चूत कुछ ज्यादा ही मूड में लग रही है या फिर कल की चुदाई का नशा अभी तक चढ़ा हुआ है?
यह बात सुनते ही मेरे तो होश उड़ गये, मेरी पूरी दुनिया ही घूम गई, मेरा सारा नशा एक पल में उतर गया, मेरी कल की चुदाई के बारे में इन्हें कैसे पता चला?
मैंने उनसे डरते हुऐ पूछा- कल की चुदाई? कल हमने चुदाई कहाँ करी थी?
तो वो बोले- हमने नहीं की, तुमने तो की थी!
‘मैंने चुदाई की? किसके साथ? तुम्हें नशा चढ़ गया है, तुम कुछ मत करो, सो जाओ!’
वो बोले- तुमने कल रात भर चुदाई का मजा लिया… मैंने देखा था, मुझे दारू नहीं चढ़ी है और मैं सब जानता हूँ!
हम दोनों उठ कर बैठ गए फिर आराम से एक दूसरे से बात करने लगे!
मैंने पूछा- तुमने क्या देखा?
वो बोले- जो तुमने पूरी रात किया!
मै- तुम तो नशे में थे?
वो बोले- नशे में तो दीपक था दीपक और तुम्हारी कहानी मुझे शुरू से पता है इसीलिये मैंने आज तुम्हें पिलाई है कि तुम मेरे से खुल कर बात करो. तुम सुबह भी डरी हुई थी इसलिये मैं चुपचाप ऑफिस चला गया!
मैं- तुम्हें जब सब पता था तो कुछ बोले क्यों नहीं और तुम्हें पता कैसे चला?
वो बोले- जिस दिन दीपक ने तुम्हारा नंबर मेरे फ़ोन से लिया था, मैंने उसे देख लिया था और उस दिन मुझे तुम्हारे ऊपर शक हुआ, मैंने तुम्हारे फ़ोन में उसी रात को रिकॉडिंग चालू कर दी थी!
जब रात को तुम सो जाती तो मैं रिकॉडिंग अपने फ़ोन में ले लेता था और ऑफिस में सुनता था! तुम्हारी सेक्सी बातें सुनकर मुझे मजा आने लगा था और अब मैं तुम्हारी चुदाई होते हुए देखना चाहता था, इस दिन का मैं कब से इंतज़ार कर रहा था पर तुम मान ही नहीं रही थी, दीपक तो रोज तुम्हें कहता था!
यह सब सुनकर तो मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि मेरे पति मुझे किसी और से चुदाई करते देखना चाहते थे और मैं ये सोच रही थी कि मैं अपने पति को धोखा दे रही हूँ पर यहाँ तो मेरे पति मेरी चुदाई देखने के इंतजार में थे!
तब मैंने उनसे पूछा- तुम जानबूझ कर दीपक को घर लाते थे?
वो बोले- नहीं, बस जब दारू पीनी होती थी! दीपक को इस बारे में कुछ नहीं पता!
तब मैंने उनसे पूछा- कल कैसे देखा?
तो वो बोले- दीपक जब मुझे बाहर ले गया और पीने के लिए तो मैं तब समझ गया कि दीपक आज कुछ करने के मूड में है! दीपक मुझे ज्यादा पिला रहा था मुझे पता था पर मैं आधी पीता, आधी छुपा कर फेंक देता था. दीपक जब घर आया तो मैं नशे में होने का नाटक कर रहा था और जब तुमने उसे यहीं सोने को कहा तो मैं समझ गया था कि आज मुझे सब देखने को मिलेगा और मुझे तुम्हारी चुदाई दिखाने में तुम्हारा भी हाथ है!
यह सुन कर में थोड़ा हिल गई मेरा हाथ मुझे तो कुछ पता ही नहीं था!
तो मेरे पति ने बताया कि जब तुम दीपक के पास जा रही थी तब दीपक ने तुम्हें अंदर खीच लिया था और तुम दोनों ही कमरे का दरवाजा बंद करना भूल गए थे!
तब मुझे याद आया कि है दरवाजा तो पूरी रात खुला हुआ था, ना दीपक ने बंद किया न मैंने… और सारे घर की लाइट बंद थी इसलिए हमें पता ही नहीं चला कि कोई हमें देख रहा है.
और फिर मेरे पति ने बताया कि उसी दरवाजे की आड़ में खड़े होकर हमारी पूरी चुदाई का मजा लिया!
फिर मेरे पति ने कहा- यह बात दीपक को मत बताना कि तुम्हारे और दीपक के बारे में मुझे पता है! और तुम चिंता मत करो, इस बात से तुम्हारे और मेरे रिश्ते में कोई दरार नहीं आएगी!
यह सुनते ही मुझे इतना अच्छा लगा, लगता था जैसे की किसी कैद में थी डरी डरी… अब आजाद हो गई!
फिर हमने उस रात सिर्फ एक बार चुदाई करी!
तब से हम दोनों पति पत्नी की तरह नहीं, दोस्तों की तरह रहते हैं.
रात को सोते वक्त मेरी पति ने एक इच्छा जाहिर करी कि अब हम दोनों एक दूसरे को सारी बात बतायेंगे और मेरे पति ने कहा- मुझे एक बार दोबारा से तुम्हारी और दीपक की चुदाई देखनी है!
तो दोस्तो, यह थी मेरी हिंदी चुदाई कहानी जिसके बाद मेरी जिंदगी बदल गई!
दीपक के साथ मेरी दूसरी बार चुदाई वो भी मेरे पति के सामने और दीपक को बिना कुछ बताये कहानी के अगले भाग में!
मेरी कहानी आप सब को कैसी लगी जरूर बताना!
मैं जल्द वापस आऊंगी
आपकी प्यारी जाह्नवी
[email protected]
What did you think of this story??
Comments