हीर की सेक्स फैंटेसी- 1
(Hot Couple Sex Kahani)
हॉट कपल सेक्स कहानी एक पंजाबी जोड़े की है. दोनों को सेक्स बहुत पसंद है तो दोनों को ही मौक़ा मिलते ही चुदाई की लग जाती है. दोनों सेक्स का मजा कैसे लेते हैं? पढ़ें.
दोस्तो, कैसे हैं आप!
मेरी सेक्स कहानियों को आप पसंद करते हैं, यह बात मेरा उत्साह बढ़ाती है.
इससे बड़ी बात यह है कि आप अपने जो अनुभव मुझसे शेयर करते हैं, उनसे मुझे लिखने के लिए नए विषय मिल जाते हैं.
मेरी अधिकांश कहानियां मेरे पाठकों के निजी अनुभवों पर आधारित हैं.
बस कहानी को कामुक बनाने के लिए थोड़ा मिर्च मसाला लगा देता हूँ, पर कोरी धूल में लट्ठ नहीं होता है.
मेरी पिछली कहानी थी: साजिश और सेक्स की कॉकटेल
आज की हॉट कपल सेक्स कहानी सिमर और राजू की है.
उनकी अभी दो साल पहले ही शादी हुई है. दोनों पंजाबी परिवार से हैं मगर आधुनिक परिवेश में ढले हुए हैं.
आमतौर पर पंजाबी लोग सिगरेट पीना पसंद नहीं करते हैं लेकिन इनके बीच यह सब चलता था.
राजू एक पब्लिक सैक्टर में अच्छे पद पर जॉब करता है …. और सिमर वहीं गुरुग्राम के एक कान्वेंट स्कूल में टीचर है.
उनका अभी अगले दो-तीन साल तक बच्चे पैदा करने का कोई मूड नहीं है तो सिमर ने कॉपर-टी लगवा रखी है.
दोनों ही सेक्स के इतने अधिक पिपासु हैं कि न दिन देखते, न रात. जगह चाहे उनका बेडरूम हो या चलती गाड़ी हो या पार्किंग का एकांत कोना हो, उन्हें चूमा-चाटी और एक दूसरे की पैंट और टी-शर्ट में हाथ डालने से कोई गुरेज नहीं.
सिमर का जिस्म एक पंजाबी हॉट मुटियार का जीता जागता नमूना है. वो छरहरी, लंबी और भरे शरीर की है.
बस राजू को एक ही शिकायत है कि उसके मम्मे औसत हैं जबकि राजू को भारी मम्मे वाली लड़कियां भाती हैं.
राजू रोज उसके मम्मों को जम कर चूसता है. वो उन पर लटक सा जाता है कि शायद सिमर के मम्मों का साइज़ और बढ़ जाए.
सिमर खूब हंसती और कहती- ठीक तो हैं मेरे … और कितने बड़े चाह रहे हो. ब्रा में आएंगे भी नहीं, फुदक-फुदक कर बाहर आ जाया करेंगे.
वो कहती कि मेरी सहेलियां कहती हैं कि लड़कियों के मम्मे मां बनने के बाद बढ़ जाते हैं.
इस पर राजू कहता- तो फिर तेरी बहन हीर के इतने बड़े बड़े कैसे हैं?
असल में हीर सिमर की छोटी बहन थी जो शक्ल और खूबसूरती में सिमर की फोटो कॉपी थी पर उसके मम्मे भारी थे.
वो कुछ ज्यादा ही लापरवाह, चंचल और मासूम थी … या यूं कहें कि वो अक्ल से पैदल थी.
उसे ये बात शायद अब तक समझ नहीं आई थी कि वो अब बड़ी हो गयी है या उसकी अब शादी हो गयी है. वो कहीं भी राजू से जीजू जीजू कहकर चिपट जाती, चुम्मी ले लेती या बेड पर उसकी गोद में सिर रख कर लेट जाती.
शादी के बाद जब भी वो सिमर के घर आई, तो बेड पर उनके बीच ही सोती थी.
वो तो रात में सिमर, अपनी बहन के सो जाने के बाद राजू की ओर दूसरी तरफ आ जाती और वो दोनों बहुत सावधानी से सेक्स करने लगते क्योंकि बिना सेक्स किए उन्हें नींद नहीं आती.
जो भी हो, सिमर और हीर की आपस में पटती बहुत थी. उनमें कुछ भी छुपाव नहीं था.
सिमर ने राजू को बताया था कि शादी से पहले वो और हीर अक्सर साथ ही नहाती थीं और खूब मस्ती करती थीं.
अब पंजाबी कुड़ियों की मस्ती तो आप समझते ही हैं न!
कई बार उन दोनों ने अपने पापा की व्हिस्की की बोतल से व्हिस्की चुरा कर भी पी थी, सिगरेट के सुट्टे भी मारे थे.
बाद में सिगरेट की तो दोनों को लत सी पड़ गयी थी.
यह सब सुन कर राजू की चुदाई और तेज हो जाती, उसे अपनी बीवी पर गुमान होता कि उसे इतनी मॉडर्न बीवी मिली है.
इतने पर भी राजू के दिल के किसी कोने में हीर के लिए भी कामवासना जग जाती.
पर उसने ये बात कभी सिमर पर जाहिर नहीं होने दी क्योंकि वो जानता था कि सिमर कभी नहीं चाहेगी कि राजू उसके अलावा किसी और से सेक्स के बारे में सोचे भी.
लेकिन राजू के लिए हीर उसकी क्रश थी.
राजू का फाइव डेज़ वीक था और सिमर को हफ्ते में छह दिन स्कूल जाना होता था.
बस फर्क यह था सिमर रोज़ सुबह 7 बजे जाती थी और 3 बजे तक आ जाती थी. उसके बाद उसे स्कूल का कोई काम नहीं होता था.
पर राजू सुबह 10 बजे जाता था और आने का कोई टाइम नहीं था.
घर आने के बाद भी वो ऑफिस भूल जाता. उस समय उसे सिर्फ सिमर और उसकी चुदाई याद रहती.
सिमर भी उसके आने से पहले सारे काम निबटा लेती और अच्छे से तैयार होकर कोई स्नैक्स बना कर तैयार रखती.
राजू हफ्ते में दो बार ड्रिंक जरूर करता, उसके साथ छोटा पैग सिमर भी लेती थी.
कभी कभी सिर्फ बियर ही लेता तो उससे तो सिमर को भी कोई परहेज नहीं था, फ्रिज में हमेशा स्टॉक रहता.
राजू सिगरेट नहीं पीता था पर उसने सिमर पर कभी रोक नहीं लगाई.
सिमर राजू के सामने कभी सिगरेट नहीं पीती थी.
अगर कभी मन करता भी, तो दो चार सुट्टे मारकर फेंक देती.
बनने-संवरने का शौक उसे भी खूब था. ऊपर से नीचे तक वो हमेशा अपने को चिकना रखती.
लंबे और खूबसूरती से तराशे नेल्स, स्टाइलिश हेयर स्टाइल से वो हमेशा अपने को अपडेट रखती.
राजू का सेक्स में भरपूर साथ देती.
न वो थकती और न राजू को थकने देती.
पॉर्न देख देख कर कामलीला की नयी नयी अदाएं प्रयोग में लाती.
कुल मिला कर राजू अपनी कामदेवी से बहुत संतुष्ट रहता और रखता.
ऊपर वाले ने उसे गबरू जवान तो बनाया ही था, साथ में वो बहुत सलीकेदार और हंसमुख भी था.
उसका लंड औसत से ज्यादा मोटा और लंबा था, ऐसा जवानी में उसके दोस्त और मसाज पार्लर वाली लड़कियां कहती थीं.
हां, राजू और सिमर दोनों कितनी ही बार साथ-साथ मसाज करवा चुके थे.
एक बार तो थाईलैंड में दोनों ने स्पेशल थाई नुरो मसाज यानि न्यूड मसाज का आनन्द भी लिया था.
वो तो भला हो राजू का, उसने सिमर को रोक दिया, वरना सिमर तो उस समय इतनी उत्तेजित हो गयी थी कि उसने मसाज करने वाले चिकने थाई लड़के का लंड पकड़ ही लिया था.
ये बात हंस कर दोनों अक्सर याद करते.
राजू चलता पुर्जा था.
सरकारी पैसे और सरकारी पद के रुतबे में वो और सिमर खूब मुफ्तखोरी करते थे.
मसलन फ्री में मूवी की, टेस्ट मेचों की, कल्चरल प्रोग्राम्स इत्यादि की टिकट्स, होटलों में फ्री का रूम या उसके सरकारी दौरों में सिमर का फ्री में साथ होना.
राजू अक्सर दौरे पर जाता रहता तो वहां से वो सिमर के लिए खूब फेशनेबल ड्रेस, कॉस्मेटिक्स, ज्वैलरी लाता.
वो जुगाड़ू था तो सारा सामान उसे वहीं के अधिकारी गिफ्ट में दे देते थे.
अब दोबारा सेक्स कहानी पर आते हैं.
दिन में राजू ने सिमर को फोन करके बताया कि उसे कल सुबह की फ्लाइट से तीन दिन के लिए कोलकाता जाना है.
राजू चाह रहा था कि आज रात वो लोग डिनर बाहर करें और रात को बेड पर सिमर अगले एक हफ्ते का कोटा पूरा कर ले.
चूंकि राजू को एयरपोर्ट के लिए सुबह 4 बजे निकलना था तो सिमर समझ गई कि आज रात राजू उसे सोने नहीं देगा, उसकी जमकर चुदाई होगी.
उसने अपने स्कूल में एप्लिकेशन लगा दी कि वो लेट आएगी.
अब जब खाना बनाना नहीं था तो सिमर स्कूल से लौटते में पार्लर चली गयी कि आज राजू को कुछ स्पेशल दे ही दिया जाए.
पार्लर से लौटते में उसने कैब में से ही हीर से बात की तो उसे मालूम हुआ कि हीर का हसबेंड रवि भी कल एक हफ्ते के लिए उड़ीसा जा रहा है.
सिमर ने हीर को ज़ोर देकर कहा- तू एक हफ्ते के लिए मेरे पास आ जा, दोनों खूब मस्ती करेंगी.
हीर जानती थी कि उन दोनों की मस्ती कितनी मस्त होती है तो उसने कहा- ठीक है, मैं बात करके बताती हूँ.
थोड़ी देर में ही हीर का फोन आ गया कि वो परसों यानि शनिवार को आ जाएगी और अगले शुक्रवार को वापिस जाएगी क्योंकि उसका हसबेंड रवि भी शुक्रवार को दिल्ली पहुंचेगा. वहां से दोनों वापिस टैक्सी से जयपुर चले जाएंगे.
शाम को राजू सात बजे तक आ गया.
सिमर ने भरपूर अदा में बहुत शॉर्ट ड्रेस में उसका स्वागत किया.
राजू ने तो फ्लैट में घुसते ही उस पर चुंबनों की बौछार कर दी और उसे गोद में उठा लिया.
सिमर ने टेबल लगा रखी थी, जाम और स्नैक्स तैयार थे.
राजू बोला- सिमर, तू कैसे मेरी हर बात समझ जाती है.
सिमर ने उसकी आंखों में आंखें डालकर अपनी उंगली उसके चेहरे पर फिराते हुए बड़ी अदा से कहा- वोटी* हूँ तेरी … जान बसती है तेरे अन्दर मेरी … मेरे राजे को क्या चाहिए, ये मैं नहीं समझूंगी, तो कौन समझेगा?
राजू उसे गोदी में बैठकर सोफ़े पर बैठ गया और पैग बनाकर सिमर के होंठों से लगा दिया.
सिमर ने एक सिप भरा और राजू के होंठ से होंठ मिलाकर उसके मुँह में डाल दिया.
राजू बोला- ओ तेरी की, ऐसे तो नशा दुगना हो जाएगा.
राजू स्नैक्स के साथ दारू का मजा लेने लगा और सिमर को बताता रहा कि उसकी पैंकिंग में क्या क्या रखना है.
सिमर बोली- वो सब मैंने लगा दिया है, तुम दिमाग मत लगाओ. बस एंजॉय करो, फिर डिनर के लिए चलते हैं.
सिमर ने अपने टॉप के गले को नीचे करके अपना एक कबूतर बाहर निकाला और उसे जाम में भिगोकर राजू के मुँह में दे दिया.
फिर तो राजू ने उसकी सिंगल पीस वाली ड्रेस ही उतार फेंकी.
वो शराब कभी उसके मम्मों पर, कभी उसकी चूत में टपका कर चूस लेता.
सिमर बोली कि मुझे भी तो पीनी है.
राजू ने ग्लास उसके होंठों से लगाया, तो सिमर बोली- ऐसे नहीं.
उसने नीचे बैठ कर राजू की जिप खोली और उसका तना हुआ लंड बाहर निकाल कर चूमा; फिर उसे जाम में भिगो कर वापिस लपर लपर चूसने लगी.
राजू बोला- छोड़ दे वरना मां की चूत में गया डिनर, अखाड़ा यहीं शुरू हो जाएगा.
हंसती हुई सिमर हट गयी और बोली- चलो तैयार हो जाओ, मुझे तो देर नहीं लगेगी. मेरा मेकअप भर तुमने खराब कर दिया है, बस वही ठीक करके ड्रेस बदल लेती हूँ.
सिमर ने अपनी एक टाइट शॉर्ट मिडी और हाई हील के पेंसिल शूज पहने.
खुले बालों में वो बिल्कुल कॉलेज स्टूडेंट लग रही थी.
राजू उसे देख कर बोला- हाय रे मर जावां, अब कौन चूतिया डिनर पर जाएगा, चल, यहीं से शुरू कर लेते हैं.
सिमर ने हंसते हुए उसे धक्का देकर बाहर किया और डोर लॉक करती हुई बोली- फटाफट चलो, जल्दी वापिस आ जाएंगे. एक बार सामान देख लेना, फिर जो मर्जी आए करना.
राजू उसकी कमर में हाथ डालकर लिफ्ट में चल दिया.
दोनों डिनर करके रात 10 तक वापिस आ गए.
लौटते में रास्ते भर राजू के हाथ सिमर की ड्रेस में अन्दर घुसते रहे.
सिमर उसे बार बार टोकती कि ठीक से गाड़ी चलाओ, घर पहुंच जाएं, फिर हाथ क्या, पूरा घुस जाना मेरे अन्दर.
और सिमर की आदत थी कि जब राजू गाड़ी चलाता, वो उसकी शर्ट के ऊपर के बटन खोल कर उसकी बालों वाली छाती की घुंडियों पर अपने लंबे नाखूनों से घेरे बनाती रहती.
उसकी हरकत से राजू का लंड तन जाता.
उसे बहुत अच्छा भी लगता.
घर पहुंच कर सिमर ने जैसे-तैसे राजू को कंट्रोल करके उसकी पैंकिंग पूरी करवाई.
सुबह पहन कर जाने वाला सूट और जूते करीने से रखे.
राजू बार बार हल्ला मचाता कि हो गया बस, अब चल बेड पर.
सिमर उसे समझाती कि एक भी सामान रह गया, तो वहीं से फोन पर गुस्सा होओगे.
फ्री होकर दोनों वाशरूम में घुस गए.
राजू को आदत थी, वो सोने से पहले शॉवर लेता था.
शॉवर में वो सिमर के मम्मों पर पिल गया.
पानी की बूंदें सिमर के चिकने जिस्म पर पड़ती हुई ऐसे लग रही थीं, जैसे सोने की बूंदें हों.
सिमर ने आज ब्यूटीपार्लर जाकर अपने जिस्म को ऐसा चिकना करवा लिया था कि उस पर न तो राजू की निगाहें ठहर पा रही थीं और न पानी की बूंदें.
अब सिमर ने भी नीचे झुककर उसका लंड अपने मुँह में ले लिया.
सिमर लंड चूसने में एक्सपर्ट थी. बस यही काम था, जिसने राजू को मजबूर कर दिया कि वो उसे बाथरूम से हटाकर बेड पर ले जाए.
एक बार तो राजू ने बाथरूम में ही सिमर की टांग उठा कर अपना लंड उसकी चूत में पेल दिया था.
पर जल्दी ही उसे लगा कि चुदाई के लिए सबसे बेहतर जगह बेड ही है, तो वो सिमर को टॉवल से लपेट कर बेड पर ले आया.
सिमर बेड पर अपनी टांगें पूरी फैला कर मुस्कुराती हुई लेट गयी.
राजू ने तुरंत उसकी मखमली चूत में अपनी जीभ घुसा दी. सिमर कसमसा गयी.
उसने राजू के बाल पकड़कर उसके मुँह का दवाब अपनी चूत पर और बढ़ा दिया.
राजू ने एक हाथ से उसकी गोलाइयों को मसलना शुरू किया.
कुछ ही देर में सिमर ने राजू को ऊपर खींच लिया और अपने जलते होंठ उसके होंठों से मिला दिए.
दोनों बेल की तरह लिपट गए. ऐसा लग रहा था कि या तो ये दोनों जमाने बाद मिले हैं … या अब के बिछड़े पता नहीं कब मिलेंगे.
हॉट कपल सेक्स की सारी कसर आज ही निकाल लेने का मूड दिख रहा था.
सिमर 69 होना चाह रही थी, पर राजू उसे भींचे हुए चूमे जा रहा था.
फिर राजू ने थोड़ा उसे ढीला छोड़ा और नीचे खिसक कर उसके मम्मों को एक एक करके अपने मुँह में लेने लगा.
सिमर ने अपनी दोनों गोलाइयों को अपने हाथों में पकड़कर एक साथ राजू के मुँह में दे दिया.
राजू मजे लेकर दोनों को एक साथ चूसने लगा.
सिमर हंस कर बोली- अगर ये और ज्यादा मोटे होते, तो दोनों एक साथ तुम्हारे मुँह में कैसे आते?
राजू बोला- अब ये तो रवि से पूछना पड़ेगा कि उसके मुँह में दोनों आते हैं या नहीं!
रवि हीर का पति है.
पता नहीं किस पिनक में सिमर बोल गयी- रवि को चूसने-चोदने के लिए समय ही कहां है, उसे अपने टूरों से फुर्सत ही नहीं मिलती. फिर जब तक टूर की थकावट उतरती है, तो अगले टूर का नंबर आ जाता है.
ये बात राजू ने सुन ली और चुप रहा.
उसके अन्दर हीर को चोदने की ललक एकदम से बढ़ गई.
दोस्तो, हॉट कपल सेक्स कहानी के अगले हिस्से में आपका मजा दोगुना होने वाला है.
आप मुझे बताएं कि आपको कैसा लग रहा है.
[email protected]
*वोटी/ वोहटी – पत्नी
हॉट कपल सेक्स कहानी का अगला भाग: हीर की सेक्स फैंटेसी- 2
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