सेक्स में फंतासी की इन्तेहा- 2
(Gair Mard Se Romance Story)
गैर मर्द से रोमांस स्टोरी में पढ़ें कि कैसे एक पति सेक्सी बीवी को दोस्त के सामने परोसने की चाहत रखता है. वो अपनी पत्नी के मन में पराये आदमी से सेक्स की चाहत जगाने की कोशिश करता है.
हैलो फ्रेंड्स, गैर मर्द से रोमांस स्टोरी के पहले भाग
गैर मर्द की बाँहें
में मैं सन्नी वर्मा आपको सुना रहा था कि रवि और पिंकी आपस में अनिल को बुलाने की बात कर रहे थे.
अब आगे गैर मर्द से रोमांस स्टोरी:
रवि पिंकी से बोला- पापा मम्मी ऊपर चले जाएंगे, तो हम लोग साथ में ड्रिंक लेंगे, फिर डिनर करेंगे. कल संडे है, अनिल की भी छुट्टी होगी.
पिंकी बोली- ठीक है, तुम अनिल को बोल देना.
इस पर रवि बोला- नहीं, तुम ही बोल देना और उसको बोल देना कि वो पापा के साथ डिनर ना ले.
रवि के जाने के बाद पिंकी पार्लर हो आई और नेल पॉलिश भी नया लगा लिया.
शाम को उसने अनिल को फोन किया.
अनिल भी आज सैटरडे की वजह से घर पर ही था, तो फुर्सत में था.
दोनों में हंसी मजाक के साथ खूब देर तक बात हुई.
अब पिंकी उसे दोस्त की तरह ही पेश आने लगी थी और अनिल भी एक आशिक की तरह उससे फ़्लर्ट करता.
पिंकी ने हंसी में उससे कहा- अनिल, अब तुम ज्यादा ही बदमाशी करने लग गए हो, अब दीपा को बुला लो.
अनिल बोला- अभी तो वो एक महीने बाद ही आ पायेगी … और मुझे भी जल्दी क्या है … यहां आप हो तो. अगर किसी दिन ज्यादा मन किया, तो रवि भाई से हफ्ते में दो दिन के लिए आपको मांग कर ले आया करूंगा.
पिंकी ने धत्त कह कर फोन रख दिया.
रात को अनिल रवि के फ्लैट में 8 बजे तक पहुंच गया.
उस समय रवि के पेरेंट्स डिनर कर रहे थे.
रवि नहीं आया था.
कर्नल साहब ने अनिल से कहा- आओ डिनर कर लो.
तो अनिल बोला- नहीं अंकल, रवि को आने दीजिये, उसी के साथ करूंगा.
थोड़ी देर में रवि आ गया और कर्नल साहब और रीमा जी टीना और चिंटू को लेकर ऊपर चले गए.
रवि ने पिंकी से कहा- तुम ड्रिंक्स बना लो, मैं अभी नहाकर आया.
वह नहाने गया, तो अनिल ने एक गुलाब अपने बैग से निकालकर पिंकी को दे दिया.
पिंकी ने मुस्कुराकर उसको थैंक्स बोला.
अनिल ने पिंकी की नेल पॉलिश की तारीफ़ की कि आप पर गुलाबी कलर कितना सूट करता है.
पिंकी बोली- मस्का क्यों मार रहे हो?
अनिल बोला- भगाकर ले जाना है इसीलिए.
अनिल ने पिंकी के हाथ पकड़कर कहा- सच आप बहुत खूबसूरत हैं.
पिंकी मुस्कुराती रही, उसने अपना हाथ भी नहीं छुड़ाया.
रवि परदे के पीछे से सब देख रहा था.
अनिल ने पिंकी के हाथ को चूम लिया.
अब पिंकी को होश आया और वो बोली- आप बैठो, ये आते होंगे.
तभी रवि अन्दर आ गया.
पिंकी ने स्नैक्स के साथ ड्रिंक्स लगा दिए.
उसने हेवी स्नैक्स बनाए थे, उसे मालूम था कि आज की महफ़िल लेट हो जाएगी, फिर डिनर का पता नहीं कितनी देर से होगा.
रवि पिंकी से बोला- चलो बेड पर बैठेंगे, वहीं लगा दो.
तीनों बेतकल्लुफी से बेड पर बैठ गए.
पिंकी ने दोनों को व्हिस्की दी और अपने लिए कोक ले ली.
रवि ने अपने गिलास से पहला सिप पिंकी को करवाया.
तो अनिल ने भी पिंकी को सिप करवाया.
रवि ने पिंकी से कहा- तुम चेंज कर लो, कहां ये सूट लादे हुए हो.
पिंकी फटाफट पिंक कलर के नाईट सूट में आ गयी.
खुले बाल में गुलाबी रंग में ढली उसकी जवानी कहर ढा रही थी. स्नैक्स की प्लेट खाली थी, तो पिंकी और भर लायी और रवि से चिपक कर बैठ गयी.
तीनों का ड्रिंक्स के साथ हंसी मजाक चल रहा था.
रवि ने थोड़ी सी व्हिस्की जबरदस्ती पिंकी की कोल्ड ड्रिंक में डाल दी.
पिंकी ने अनिल को चिढ़ाने के लिए रवि को किस कर लिया. उसकी टी-शर्ट के अन्दर हाथ डाल कर उसके पेट को सहलाने लगी.
ये देख अनिल बोला- क्यों मुझे तरसा रही हो. देखना एक दिन मेरी भी आएगी.
पिंकी ने रवि के कान में कुछ कहा.
तो अनिल हंसते हुए बोला- क्या कह रही हो, मुझे भी तो बताओ … और ये हाथ कहां जा रहा है तुम्हारा, मुझे सब दिख रहा है. ज्यादा जल्दी हो रही है, तो मैं जाऊं? असल में पिंकी का हाथ रवि के लंड से ऊपर से टकरा रहा था.
रवि बोला- पिंकी कह रही है कि किस तो दोनों को ही देना चाहिए था.
अनिल बोला- तो फिर मेरा वाला मुझे दो.
पिंकी बैठी बैठी मुस्कुराती रही, तो रवि ने उकसाया- दे दो बेचारे को, कई दिन से भूखा है.
पिंकी इठलाती ही उठी और एक हल्का सा किस अनिल के गाल पर करके वापस आने लगी.
अनिल ने उसका हाथ पकड़ लिया और कहा- थोड़ी देर मेरे पास बैठ जाइए.
रवि बोला- चलो बैठ जाओ वहीं पर.
इसके बाद अनिल बोला- देखो रवि, ये तो भाभी की बेईमानी है. आपको इतना प्यार से किस दिया … और मुझे सूखा सूखा.
पिंकी बोली- जितना मिल गया, वो बहुत है … ज्यादा लालच मत कीजिये जनाब.
रवि का तो लंड तन रहा था. उसे हुड़क चढ़ रही थी. वो अनिल से बोला- भाई तू भी हिसाब बराबर कर ले.
अनिल को इशारा काफी था. उसने दोनों हाथों से पिंकी का चेहरा पकड़ा और उसके होंठों पर किस कर लिया.
पिंकी बनावटी गुस्सा करते हुए बोली- अब मैं यहां नहीं बैठूंगी, मैं तो जा रही हूँ खाना खाने, मुझे भूख लगी है.
उसकी बात पर अब सभी उठ कर डिनर के लिए आ गए.
सबने हंसते हुए खाना खाया जैसे कुछ हुआ ही न हो.
डिनर के बाद अनिल चला गया.
टेबल साफ़ करके जब पिंकी कमरे में आई तो रवि ने उसे भींच लिया और लगा बेतहाशा चूमने.
रवि बोला- मेरा साथ देने के लिए थैंक्स.
पिंकी बोली- बस इससे ज्यादा कुछ नहीं करूंगी.
रवि ने उसका नाईट सूट उतार फेंका और खुद भी नंगा हो गया.
उसने पिंकी को अपने लंड पर झुका लिया- चूसो इसे.
पिंकी ने बस एक मिनट चूस कर अपनी चूत फैला दी- अब तुम इसे चूसो.
रवि चूत चाटने में एक्सपर्ट था और आज तो वो बहुत ही मूड में था. उसने चूत चाट चाट कर पिंकी को गर्म कर दिया और फिर उसके ऊपर चढ़ कर उसकी चूत में अपना लंड पेल दिया.
पिंकी भी आज ज्यादा ही चुदासी हो रही थी. वो सीत्कारें ले रही थी.
वह गांड उठाते हुए बोली- जोर से पेलो.
पर रवि बदमाश था. उसने अपनी स्पीड और रोक दी और पिंकी से बोला- तुम्हें अनिल से क्या डर लग रहा था?
पिंकी बोली- अगर वो और आगे बढ़ जाता तो?
रवि बोला- तो क्या हो जाता, हम दोनों मिल कर तुम्हें पेलते. एक आगे से एक पीछे से.
पिंकी बोली- बड़े आये दोनों पेलने वाले … चलो अब जल्दी से स्पीड बढ़ाओ.
रवि बोला- तुम ये वादा करो कि अनिल के साथ हम दोनों मस्ती करेंगे, तुम साथ दोगी.
रवि के ज्यादा जोर देने पर पिंकी बोली- ठीक है, पर मस्ती से ज्यादा कुछ नहीं. सेक्स तो कभी नहीं.
अन्दर से तो रवि भी सेक्स नहीं चाहता था.
वो तो केवल मस्ती चाहता था, ताकि अनिल के जाने के बाद उनका सेक्स रोमांचक हो.
अगले दिन से पिंकी और अनिल की नजदीकी बढ़ने लगी. दोनों घंटों फोन पर चिपके रहते.
पिंकी कॉल हिस्ट्री डिलीट कर देती.
रवि को अंदाज सब था, पर उसे मजा आ रहा था.
एक शाम रवि ने अनिल और पिंकी के साथ मूवी का प्रोग्राम बनाया.
उसने हॉल में कार्नर सीट लीं.
बीच में पिंकी बैठी और दोनों तरफ अनिल और रवि.
पूरी मूवी पिंकी के शरीर पर कभी रवि का हाथ घूमता, कभी अनिल का.
पिंकी का एक हाथ रवि ने अपने लंड पर रख लिया और लंड बाहर निकाल कर पिंकी के हाथ में दे दिया.
तो पिंकी गर्म हो गयी.
अनिल ने भांप लिया कि सीट के उधर क्या हो रहा है.
उसने पिंकी के दूसरे हाथ को अपने हाथ में ले लिया और चूम लिया.
उसने पिंकी के मम्मों को भी छूने की कोशिश की.
पिंकी बेचैन हो गयी, उसने दोनों से अपने हाथ छुड़ाये और बोली- चुपचाप मूवी देखो … वर्ना मैं उठ जाऊँगी.
मूवी देख कर रात को सेक्स के दौरान फिर रवि, अनिल को ले आया.
पिंकी बोली- एक आध महीने में अनिल की बीवी दीपा आ जाएगी, तब अनिल को कैसे बुलाया करोगे.
रवि बोला- दीपा को भी शामिल कर लेंगे. मैं दीपा के साथ मस्ती करूंगा, तुम अनिल के साथ करना.
पिंकी बोली- दीपा बड़ी नकचढ़ी है. उसकी और अनिल की बहुत ज्यादा नहीं पटती है. अनिल जब भी यहां डिनर पर आता है, दीपा उससे झगड़ा करती है. इसलिए अनिल अब उसे बताता ही नहीं कि वो यहां आया था.
रवि ने पूछा कि ये सब तुम्हें कैसे मालूम?
पिंकी बोली- मेरी दीपा से फोन पर बातें होती रहती हैं. पर कुछ दिनों से दीपा खिंची खिंची रहती है. वो अनिल से कहती है कि वो तो हमारे घर मेरे चक्कर में आता है.
फिर रवि ने पिंकी से पूछा- क्या अनिल ने तुम्हारे मम्मे पिक्चर हॉल में दबाए थे?
पिंकी बोली कि वो कोशिश तो कर रहा था … पर मैंने लिफ्ट नहीं दी.
रवि ये सुनकर उत्तेजित हो गया था. वो पिंकी की चुदाई में लग गया.
और उसे चोदते चोदते बोला- अरे दबवा लेतीं यार. अब बेचारा तुम्हारा नाम लेकर मुठ मार रहा होगा.
पिंकी भी गर्म हो रही थी, वो बोली- ठीक है, अगली बार दबवा लूंगी और सिर्फ दबवाना ही क्या … उससे चुदवा भी लूंगी.
बस यहीं रवि की फट गयी. वो सिर्फ मस्ती चाहता था. अनिल पिंकी को चोदे, वो ये नहीं चाहता था.
वो चाहता था कि ऊपर ऊपर से चाहे सब कुछ हो जाए मगर चुत नहीं चुदना चाहिए.
अनिल चाहे तो पिंकी के साथ चूमा चाटी भी कर ले.
पिंकी उसका लंड भी पकड़ ले.
अनिल पिंकी के चूचे भी दबा ले.
बस इतना करके वो चला जाए और फिर रवि गर्मागर्म पिंकी को चोद ले.
अगले दिन रवि ने अनिल को अपने ऑफिस बुलाया और उसे प्रेरित किया कि वो अपनी बीवी दीपा को पटा ले, तो चारों मस्ती करेंगे.
अनिल बोला- यार अभी दो दिन पहले मैं घर गया था. रात को चुदाई करते समय मैंने दीपा को भड़काया भी कि क्यों न हम कोई दोस्त और उसकी बीवी के साथ सेक्स करें. वो किसी के भी साथ करने को तैयार है, पर पिंकी और तेरा नाम लेते ही भड़क जाती है.
रवि ने अनिल को समझाया- तू अब उसे ले आ. उसे खूब पोर्न मूवी दिखा और पोर्न स्टोरी पढ़ा. उसका मन बन ही जाएगा.
अनिल को रवि ने स्पष्ट कहा कि उसकी दीपा में कोई रूचि नहीं है, वो तो बस दीपा का साथ इसलिए चाहता है कि फिर अनिल को उनके यहां मस्ती करने में कोई रुकावट नहीं होगी.
अनिल ने रवि से पूछा कि अगर दीपा तैयार नहीं होती है, तो क्या तू मुझे पिंकी से नजदीकी नहीं बढ़ाने देगा.
रवि ने कहा- नहीं, ऐसा नहीं है, जितना हम आज कर रहे हैं … उतने तक में, या कुछ हल्के से ऊपर से कर ले.. इसमें मुझे कोई दिक्कत नहीं है, पर इससे ज्यादा नहीं.
दिल से भी रवि इससे ज्यादा तब तक कुछ नहीं चाहता था. जब तक इस खेल में दीपा भी शामिल न हो जाए.
वैसे रवि के मन में दीपा के लिए कभी सेक्स की इच्छा ज्यादा नहीं हुई.
वो तो अनिल को इसलिए पिंकी के नजदीक ला रहा था, जिससे पिंकी की सेक्स की ख्वाहिशें जवां बनी रहें.
रवि ने रात को सेक्स के दौरान आदतन फिर अनिल का जिक्र किया- अबकी बार जब अनिल आयेगा तो हम दोनों तुमको नहीं छोड़ेंगे और तुम्हारी चूत में हम दोनों एक साथ आएंगे.
पिंकी चुदवाते हुए बोली- तुम सिर्फ बातें करते हो … और जब तक अनिल गर्म होता है, तो तुम उसे भगा देते हो.
रवि बोला- यार, डर लगता है. मस्ती तक तो ठीक है, चुदाई नहीं.
पिंकी बोली- फिर मस्ती भी मत किया करो, किसी दिन मेरा मन काबू नहीं रहा, तो फिर तुम पछताओगे.
रवि बोला- ऐसे कैसे बेकाबू हो जाएगा तेरा मन! तेरी चूत तो बस मैं ही फाडूंगा.
सेक्स के बाद निढाल होकर दोनों पड़ गए, तो उनकी ये बात भी खत्म हो गई.
अगली बार इस गैर मर्द से रोमांस स्टोरी को आगे लिखूंगा. आप मेल करना न भूलें.
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गैर मर्द से रोमांस स्टोरी का अगला भाग: सेक्स में फंतासी की इन्तेहा- 3
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