बच्चे की चाह में- 3

(Full Wife Sex Kahani)

सनी वर्मा 2023-08-27 Comments

फुल वाइफ सेक्स कहानी में पढ़ें कि प्रेगनंट होने के लिए पत्नी पराये मर्द का सहारा लेने को तैयार थी और पति भी परायी औरत की चुदाई करना चाह रहा था. दोनों ने एक दूसरे को छूट दे दी थी.

कहानी के दूसरे भाग
पराये पुरुष पराई स्त्री का आकर्षण
में आपने पढ़ा कि बच्चे की चाह में भावना पराये मर्द का साथ लेने के लिए तैयार हो रही थी.

अब आगे फुल वाइफ सेक्स कहानी:

बाहर आकर उसने मुकेश को ढूँढा तो वो उसे दिखाई नहीं दिया.
तो वह वहीं बैठकर कोल्ड ड्रिंक पीने लगी.

तभी उसे मुकेश और सिमरन आते दिखाई दिए.
दोनों हाथ में हाथ डाले हंसते हुए आ रहे थे.

जब मुकेश पास आया तो भावना ने हँसते हुए उसके गालों पर से सिमरन के होंठों के लिपिस्टिक के निशान को मिटाया.

भावना ने मुकेश से पूछा- कहाँ गए थे?
तो सिमरन बोली- यहीं घूम रहे थे.

भावना ने हँसते हुए पूछा- मेरे हबी का बॉक्सर कैसा लगा?
सिमरन ने बेबाकी से कह ही दिया- पावरफुल है. अभी तो सिर्फ चखा है, बाकी तो खाने पर मालूम पड़ेगा.

मुकेश भी खिसियानी हंसी हंस दिया.
तो भावना ने कहा- चिल यार, यहाँ इसी सब के लिए तो आये हैं, नो टेंशन!

गेम के बाद सभी जोड़े डाइनिंग हॉल में इकट्ठे हुए.
वहां एक टेबल पर दो जोड़े बैठ सकते थे.

मुकेश और भावना के साथ टीटू और सिमरन बैठ गए.
स्टेज पर स्ट्रिपटीज डांस शुरू हुआ.

एक जवान जोड़ा डांस कर रहा था.
डांस करते करते वो धीरे धीरे एक एक करके एक दूसरे के कपड़े उतार रहे थे.

हाल में सभी बैठे जोड़े उन्हें हर बार कपड़े उतारता देख कर खूब हूटिंग कर रहे थे.

सिर्फ स्टेज पर लाईट थी और बाकी हाल में अँधेरा था.
तो लड़के लड़कियों के होंठ मिलने के साथ साथ उनके हाथ अगल बगल जिस्मों को टटोल रहे थे.

मुकेश और भावना की टेबल पर शुरू में तो सिमरन और टीटू उनके सामने बैठे थे.
पर शो शुरू होने पर दोनों साइड में आ गए.
मुकेश के बगल में सिमरन आ गयी थी तो भावना की बगल में टीटू था.

मुकेश ने भावना को चूमते हुए अपना हाथ उसकी फ्रॉक उठा कर उसकी पेंटी में कर दिया तो भावना भी उसके लंड से खेलने लगी.

तभी उसने महसूस किया कि टीटू ने अपनी चेयर उसके पास और सरका दी है और सिमरन भी खिसक कर मुकेश के पास आ गयी है.

हॉल में दर्शकों की ओर अब अन्धेरा हो चला था, पूरी लाईट स्टेज पर थी.
हाल में खूब हूटिंग हो रही थी क्योंकि जैसे जैसे स्ट्रिपटीज में लड़के और लड़की के कपड़े उतारते जा रहे थे, माहौल गर्माता जा रहा था.

अब स्टेज पर भी लाईट फ्लिक कर रही थी, मतलब जल बुझ रही थी, जिससे स्टेज पर क्या हो रहा है, समझ किसी के नहीं आ रहा था.
लड़के लड़की अब केवल चमकते हुए अंडर गारमेंट्स में थे.

तभी लड़के ने लड़की की ब्रा खोल कर ऊपर उड़ा दी.
चारों और खूब हूटिंग हुई.

लड़की ने अपने हाथों से अपने वक्ष को ढका और लड़के से चिपट गयी.

म्यूजिक बहुत सेक्सी बज रहा था, आह उह ओउच की आवाजें आ रहीं थीं.

भावना ने महसूस किया कि मुकेश ने उसकी पैंटी से हाथ हटा कर सिमरन के मम्मों पर कर दिया है.
सिमरन भी शायद उसका लंड मसल रही थी.

भावना कुछ सोच पाती, तभी उसे टीटू का हाथ अपनी बगल से आता महसूस हुआ.
वह उधर घूमी तो टीटू ने उसके होंठों पर होंठ लगा दिए.

भावना का हाथ टीटू की गोद में गया तो वहां उसका लंड फनफना रहा था.
मतलब टीटू अपना लंड निकाल कर बैठा था.
भावना सिहर गयी.

क्या लम्बा और मोटा लंड था.

टीटू ने उसके मम्मे पकड़ लिए और उसे अपनी ओर खींचा.

भावना की निगाह कभी स्टेज पर जाती कभी टीटू पर.

अचानक हूटिंग तेज हो गयी.

स्टेज पर लड़की ने लड़के का अंडरवियर उतार दिया था और एक झटके में ही दोनों चिपट गए थे.
दर्शकों की ओर लड़की की नंगी पीठ और पेंटी दिख रही थी.

लड़का तो पूरा नंगा था अतः वह लड़की से चिपटा हुआ था.

तेज म्यूजिक के साथ स्टेज पर अँधेरा हुआ.
धीरे धीरे हॉल में लाईट आनी शुरू हुई.

सब लोग संभल गए.
इनकी मेज पर भी चारों ने अपने अपने कपड़े संभाले.

डिनर लग चुका था.

सभी उठे और अपनी अपनी प्लेट लगा लाये.

डिनर रात को 11 बजे तक ख़त्म करके सभी अपनी अपनी कोटेज में आ गए.
सभी चुदासे हो रहे थे.

आज रात सभी कोटेजों में धमाल होना था.

मुकेश से तो सब्र हो ही नहीं रहा था.

कोटेज में घुसते ही उसने भावना को अपने से चिपटा लिया और उसकी फ्रॉक उठा कर उसे चूमने लगा.

भावना बोली- थोडा, सब्र करो, गेट तो बंद कर लो.

ज़िप लॉक करके मुकेश मुड़ा तो भावना अपनी फ्रॉक उतार कर शावर लेने वाशरूम में जा रही थी.

मुकेश भी कपड़े उतार उसके पीछे पीछे चला गया.

शावर के नीचे खड़े होकर दोनों आपस में चूमा चाटी करने लगे.

मुकेश ने शावर जेल के डिस्पेंसर से काफी सारा जेल लेकर भावना के मम्मों और पीठ पर मल दिया और अपनी छाती पर भी लगा लिया.
फिर दोनों आपस में चिपट कर हिलते हुए शावर लेने लगे.

जेल की वजह से उनके जिस्मों के बीच चिकनापन बन गया तो ऐसा लग रहा था जैसे भावना के मम्मों पर मुकेश खड़ा होकर फिसल रहा हो.

भावना ने लंड पकड़कर रगड़ दिया.

वह अब चुदासी हो चुकी थी तो मुकेश से बोली- मुझे अपनी चूत में कुछ चाहिए, चलो बेड पर!

मुकेश को मालूम था कि भावना को शावर की मोटी धार अपनी चूत में लेना बहुत पसंद है.
तो उसने भावना को नीचे लिटाया और शावर का आगे का स्प्रे खोल दिया जिससे शावर से मोटी चार निकलने लगी.

भावना नीचे टांगें चौड़ा कर लेट गयी थी तो शावर की मोटी धार सीधी उसकी फांकों के बीच पड़ने लगी.
अब भावना कुलबुलाने लगी. उसने अपनी उँगलियों से अपनी फांकें और चौड़ा दीं.

पर अब आग बेकाबू हो रही थी.
भावना ‘ऊह … आह … मजा आ गया …’ कहकर आहें निकलने लगीं.
उसको ऐसा मज़ा आ रहा था जैसे चूत में लंड जाने पर आता है.

भावना उठ कर बैठी और सामने खड़े मुकेश का लंड पकड़ कर लपर लपर चूसने लगी.

मुकेश को लगा कि अब अगर इसको नहीं रोका तो वो उसको अपने मुंह में ही खलास कर देगी. फिर उसकी चूत में क्या जाएगा. बाहर जाकर उसे टीटू या किसी और को बुलाना पड़ेगा तो आज की रात तो ये सब नहीं.

मुकेश ने भावना को खड़ी किया और तौलिया देते हुए कहा- फटाफट सुखा लो और चलो बेड पर!

बेड पर पहले भावना पहुंची और टांगें चौड़ा कर लेट गयी.

मुकेश तौलिया से अपने को सुखाता बेड पर पहुंचा तो भावना ने मुस्कुराते हुए उसे उंगली के इशारे से बुलाया.
मुकेश समझ गया कि उसे पहले अपनी चूत चुसवानी है.

उसने बेड के पर न चढ़कर नीचे झुक कर भावना की टांगों के बीच अपना मुंह घुसा दिया.
भावना उसकी जीभ को गहराई तक महसूस कर रही थी.
मुकेश के हाथ उसके मम्मे रगड़ रहे थे.

भावना कसमसाती हुई बोली- आज मेरे मम्मों की तो शामत आ गयी है. सुबह से ही मसले जा रहे हैं. वहां हॉल में भी सबको जैसे मेरे मम्मे ही मिले मसलने को!
मुकेश बोला- एक तो तुम्हारे हैं ही मोटे … और ऊपर से तुमने ब्रा नहीं पहनी तो जिसका भी मौका मिला उसी ने दबाये हैं.

भावना बोली- ऊपर आ जाओ, मुझे तुम्हारा चूसना है.
मुकेश 69 हो गया.

भावना ने उसका लंड चाटना शुरू किया और मुकेश से पूछा- सिमरन की चुदाई कैसी रही?
मुकेश बोला- कोई चुदाई नहीं हुई, सिर्फ चूमा चाटी हुई थी. उसने मेरी शॉर्ट्स में हाथ डाला था और मैंने उसकी चूत में उंगली. वह तो नीचे झुक कर चूसना चाह रही थी कि एक सिक्यूरिटी गार्ड ने व्हिसल मार कर कहा कि कोटेज में जाइए. तो हम वहां से उठ कर हॉल में आ गए, जहां तुम मिल गयी. और तुम भी तो चिपटी पड़ीं थी कितनों से और अभी हॉल में बैठा वो गबरू जवान तो ऐसे उछाल रहा था तुमको गोदी में बिठाकर कि मुझे लगा उसका लंड तुम्हारी गांड में घुस ही जायेगा.

भावना बोली- हाँ बहुत हैण्डसम था, नाम भी उसका अजीब था ‘बुल’. अब छोड़ो ये सब बातें और मेरी चूत में आ जाओ बस!
मुकेश सीधा हुआ और भावना की टाँगें चौड़ा कर घुसेड़ दिया अपना बॉक्सर एक ही झटके में!

भावना चीखी- मेरी है … सिमरन की समझ कर फाड़ मत देना मेरी!
मुकेश ने अपनी स्पीड बढ़ाते हुए कहा- दुनिया में तुमसे बेहतर चुदक्कड़ और हो ही नहीं सकती मेरे लंड के लिए.

अब तो दोनों एक दूसरे पर पिल पड़े.
मुकेश के धक्के धमाल मचा रहे थे तो नीचे लेटी भावना भी चीखें निकलती हुई उछल उछल कर मजा ले रही थी.

यहाँ चीखें सुनने वाला न कोई था, न कोई टोकने वाला.

भावना ने ऊपर आना चाहा तो मुकेश ने कहा- आज नहीं, आज मुझे तुम्हारी चूत को भर लेने दो और फिर ऐसे ही लेटी रहना, पता नहीं किस दिन तुम्हारी बच्चेदानी का नसीब खुल जाए.

थोड़ी देर की पेलमपेल के बाद मुकेश ने हांफते हुए भावना से कहा- जानू मेरा होने वाला है.
भावना भी हांफ रही थी, वो और चिपक गयी मुकेश से.

मुकेश ने एक झटके में सारा माल भावना की चूत में निकाल दिया और उसी के ऊपर लुढ़क गया बिना बाहर निकाले.

फुल वाइफ सेक्स के बाद कुछ देर ऐसे ही लेटने के बाद मुकेश अलग हुआ और पास रखे तौलिया से अपने और भावना को पौंछ कर उससे चिपट कर लेट गया.

थोड़ी देर की चुप्पी के बाद भावना ने पुछा की कल रोज़ी को क्या बोलना है. मुकेश बोला की तुम बताओ, मुझे तो अच्छा लग रहा है. हो सकता है, भगवान यहीं हमारी गोद भर दें. भावना उससे चिपट गयी और बोली ठीक है, उनसे हाँ कह देंगे.

अगले दिन सुबह रोज़ी का पहले फोन आया, फिर वह इनसे मिलने कोटेज में आई.

दोनों ने उससे कह दिया- हम तैयार हैं.
रोज़ी ने मुस्कुराते हुए उनसे कहा- हम पर भरोसा करने के लिए धन्यवाद, भगवान् पर भरोसा रखें, सब कुछ अच्छा ही होगा.

तभी रोज़ी ने उनसे एक फॉर्म साइन करवाया और कहा- दिन में आप कभी भी हमारे अकाउंट में पचास हज़ार ट्रांसफर कर दें. बाकी के पचास हज़ार आप अगले महीने अपनी रिपोर्ट पोज़िटिव आने पर भेज दें.

फिर उसने भावना से कहा- अभी आप दोनों अच्छे से आराम कर लेना. नाश्ता करने के बाद बाहर मत रहना, बहुत गर्म है. दोपहर का लंच हल्का करना. 2 बजे करीब में ‘बुल’ को भेजूंगी, वह आपको सर्विस देगा. वह हमारा पेड एम्प्लोयी है. आज तक उसके साथ रही लड़की मां न बनी हो, ऐसा नहीं हुआ है. वह आपके साथ 4 घंटे रहेगा, आपको मसाज देगा और अगर आपको अच्छा लगेगा तो सेक्स भी करेगा. वह वही करेगा जो आपको अच्छा लगे, आप जब कहेंगी, तब वह रुक जाएगा. वह क्लीन है, हेल्दी है, मेडिकल चेकअप से क्लियर है, आप निश्चिन्त रहें.

और फिर रोजी मुकेश से बोली- सर आपके लिए … अगर आपको कोई लड़की पसंद हो तो मुझे बता दें, मैं चेक कर लेती हूँ कि क्या वह आप में इंटरेस्टेड है और आज खाली है. अगर ऐसा है तो आपको मैं उसकी कोटेज में भिजवा दूँगी. यहाँ की एक एस्कॉर्ट आपको लेकर जायेगी. और अगर वहां से नेगटिव है तो हमारी एक पेड एम्प्लोयी है सपना, बहुत खूबसूरत और मसाज में पर्फक्ट. वह आपको 4 घंटे की कम्पनी देगी. सब कुछ करेगी. आपको बहुत मजा आएगा. आप निश्चिन्त रहें.

वह आगे बोली- एक आप्शन और भी है कि अगर कल रात किसी लड़की ने आपको पसंद किया होगा तो मैं आपसे पूछ लूंगी. अगर आप उसके साथ रहना चाहेंगे तो ऐसा भी हो सकता है. अब मैं चलती हूँ और आधा घंटे में आपको बताती हूँ. आप लोग फ्रेश होकर ब्रेकफास्ट के लिए सामने हॉल में पहुँचिये.

ब्रेकफास्ट के बाद दोनों कोटेज में आये तो रोज़ी का फोन आ गया था.
सिमरन ने मुकेश को चुना था पर उसको हल्का बुखार सा हो रहा है तो वह आज रेस्ट करने के मूड में थी.

रोज़ी ने मुकेश के लिए सैंडविच मसाज बुक कर दी जिसमें सपना एक और लड़की के साथ बिना कपड़ों के मुकेश के साथ मसाज करेंगी.

फिर यह तय हुआ कि अभी नहाकर दोनों सोयेंगे और 1 बजे लंच के लिए जाएगे.

उसके बाद भावना तो यहीं कोटेज में बुल का इंतज़ार करेगी और मुकेश मसाज रूम में सपना के पास जाएगा.

जैसा रोज़ी ने कहा था, भावना और मुकेश ने लंच हल्का ही लिया और वापिस आ गए.

भावना कुछ असहज थी.
उसके लिए पहला मौका था जब वो मुकेश के अलावा किसी और से सेक्स करने जा रही थी.
चूमा चाटी और मम्मे दबाना या लंड पकड़ना अलग बात थी.

मुकेश ने उसे समझाया और उसे चूमकर अपने से चिपटा कर लिटा लिया.

प्यारे पाठको, इस फुल वाइफ सेक्स कहानी में आपको मजा आ रहा होगा?
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फुल वाइफ सेक्स कहानी का अगला भाग: बच्चे की चाह में- 4

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