ट्रेन में बीवी की चुदाई भरी यादगार यात्रा
(Desi Wife Fuck In Train)
मेरी देसी वाइफ फक इन ट्रेन का मजा मेरे अलावा 4 और लोगों ने लिया. मैं और मेरी बीवी बहुत कामुक हैं, मौक़ा मिलते ही चुदाई कर लेते हैं. एक बार मैंने बीवी को ट्रेन में चोदा तो …
दोस्तो, यह हमारी रियल सेक्स स्टोरी है.
हमने ट्रेन में ऐसा कुछ किया था कि मजा आ गया था.
उस देसी वाइफ फक इन ट्रेन के मजे से मैं आपको रूबरू करवा रहा हूँ.
मेरा नाम पवन है और मेरी बीवी का नाम सरिता है.
मेरी उम्र 28 साल की है और वाइफ 25 की है.
मेरी बीवी और मैं सेक्स के बहुत बड़े पिपासु थे, जिधर चुदाई का मौका मिल जाता था, कपड़े खोल कर शुरू हो जाते थे.
शुरू शुरू में तो हम दोनों आपस में ही सेक्स करते थे, फिर मैंने बीवी के साथ ब्लू-फिल्म देखना शुरू की, तो वो मेरे साथ तरह तरह के आसनों में सेक्स करने लगी.
एक दिन मैंने उससे कहा- सरिता, अदल बदल वाला सेक्स करना पसंद करोगी?
उसने कहा- हां … मगर मेरी पसंद का मर्द होना चाहिए.
मैंने हामी भर दी.
कुछ दिन बाद हम दोनों ने अपने शहर से दूर जाकर गोवा में एक विदेशी के साथ सेक्स का मजा लिया था.
इसके बाद से हम दोनों का ये खेल चलने लगा था.
हर बार जोड़ा नहीं मिलता था.
कभी मर्द पसंद आ जाता तो मेरी बीवी को नया लंड मिल जाता था. कभी जोड़ा मिल जाता था तो फ़ोरसम सेक्स हो जाता था.
वो नवम्बर का महीना था. दिनांक 17-11-2021 को मैं अपनी वाइफ को उसके मायके से लेने गया था.
मैंने ट्रेन में स्लीपर का रिजर्वेशन कराया था, पर एक भी सीट कंफ़र्म नहीं हुई थी.
हमें जैसे तैसे करके जुगाड़ से एक ऊपर की बर्थ मिल गई थी.
मैं और मेरी वाइफ उसी बर्थ पर बैठ गए.
हमारे सामने वाली बर्थ पर ऊपर वाली और बीच वाली बर्थ पर दो लड़के थे.
हम बैठे रहे और खाना वगैरह खाया.
सामने वाली बर्थ पर जो लड़के थे, वो भी अपना खाना खा रहे थे.
वो लोग चिकन और बियर लाए थे और दोनों उसे इंजॉय कर रहे थे.
बियर को वो लोग छुप छुप कर पी रहे थे क्योंकि अगर टीटीईई देख लेता तो उन्हें प्रॉब्लम हो जाती.
उन्हें इंदौर जाना था और हमें उज्जैन उतरना था.
हम और वो लोग बैठे ग्वालियर से थे.
खाना खाना खाने के बाद मेरी वाइफ को नींद आ गई तो वो लेट गई और वो दोनों भी खा पीकर अपनी अपनी बर्थ पर लेट गए.
मुझे शरारत सूझी तो मैं बैठे बैठे वाइफ की चूत में उंगली करने लगा.
वो कसमसाने लगी और चूत में उंगली का मजा लेने लगी.
धीरे धीरे मेरा लंड भी खड़ा हो गया.
कम्पार्टमेंट की लाइट बंद हो गई थी तो मुझे लगा कि सामने वाले वो दोनों लौंडे सो गए होंगे.
मगर जो लड़का ऊपर वाली बर्थ पर लेटा था, वो शायद जग रहा था.
मुझे लगा कि वो भी सो गया है.
मैं अपनी वाइफ के बगल में लेट गया और धीरे से अपनी बीवी के ऊपर चढ़ गया.
बीवी ने अपनी टांगें खोल दीं और मैं उसकी चूत में लंड डाल कर उसकी चुदाई करने लगा.
मुझे अहसास ही नहीं हुआ था कि हमारा चुदाई का पूरा खेल सामने वाली बर्थ वाला लड़का देख रहा था.
फिर जब हमारा वाइफ फक वाला खेल खत्म हुआ और मैं जैसे ही उठा तो देखा कि वो लौंडा बैठा हुआ था.
मेरे उठ कर बैठने के बाद वो मेरे पास अपना मुँह लाया और बोला- तुम लोग जो कर रहे थे, मैंने वो सब देखा है. अब हमें भी करना है. अगर नहीं करने दोगे तो मैं यहां सभी लोगों से बोल दूंगा कि तुम लोग ट्रेन में क्या कर थे.
पहले तो मुझे अन्दर ही अन्दर हंसी आई कि साले अपनी लुगाई को चोद रहा था, कह दे, जो कहना है.
मगर तभी मुझे लगा कि ये एक अवसर हो सकता है जिसमें मैं कुछ नया एन्जॉय कर सकता हूँ.
मैंने अपनी वाइफ से बात की- ये ऐसी बात कह रहा है. क्या तुम दूसरे लंड का मजा लेना चाहती हो?
वो साली पूरी लंड खोर हो गई थी, नया लंड मिलने की बात सुनकर झट से तैयार हो गई.
हम दोनों को ये सब करना काफी पसन्द आने लगा था. मुझे भी अपनी बीवी के सामने किसी नई चूत को चोदना काफी रास आने लगा था.
मैंने उस लड़के से अपनी बीवी की चुदाई के लिए रजामंदी दे दी.
इस पर वो बोला- मैं अकेला नहीं करूँगा. मेरा दोस्त भी चुदाई करेगा.
उसकी बात सुनकर मेरी वाइफ ने भी उसके कान के करीब जाकर धीरे से बोल दिया- हां दोनों कर लेना, पर करोगे कहां?
वो बोला- बाथरूम में चलते हैं. हम दोनों बारी बारी से बाथरूम में आकर तुम्हारी चुदाई करेंगे.
मेरी वाइफ भी राजी हो गई.
वो उठ कर बाथरूम में चली गई.
पीछे से मैं भी चला गया.
मैंने बीवी से कहा- मैं तुम्हें चुदते हुए देखना चाहता हूँ.
बीवी राजी हो गई.
हम दोनों बाथरूम में आ गए और वो दोनों लड़के बाथरूम के बाहर खड़े हो गए.
मैंने बाथरूम में अपनी बीवी को नंगी किया और दरवाजा खोल कर इन लड़कों से कहा- एक एक करके आ जाओ.
एक लड़का बोला- तू क्या करेगा. तू बाहर जा!
मैंने कहा- नहीं, मैं अन्दर ही रहूँगा.
दूसरे ने कहा- चल ठीक है.
एक लड़का अन्दर आ गया.
वो मेरी बीवी को नंगी देख कर बौरा गया और उसके दूध पकड़ कर मसलने लगा.
मेरी बीवी को मेरे सामने एक जवान लड़के से अपने दूध मसलवाने में मजा आने लगा.
वो उसे अपने मम्मों पर दबाने लगी और उसके लंड को पकड़ कर दबाने लगी.
कुछ ही देर में वो लड़का अपना लोवर नीचे खिसका कर अपना लंड मेरी बीवी से चुसवाने लगा.
मेरी बीवी भी घुटनों पर बैठ कर उसका लंड चूसने लगी.
मैं सामने की तरफ टिक कर बस अपना लंड सहला रहा था.
कुछ देर बाद उस लड़के में मेरी बीवी को खड़ी किया और उसकी एक टांग उठा कर लंड चूत में पेल दिया.
ट्रेन गजब हिल रही थी और चलती ट्रेन में मेरी बीवी की चूत में एक जवान लौंडे का लंड चल रहा था.
करीबन 6-7 मिनट तक चुदाई के बाद वो लड़का अपने चरम पर आ गया और उसने मेरी बीवी के दूध दबाते हुए अपना लंड खाली करना शुरू कर दिया.
लंड का पानी चूत में निकल गया और उसने लंड बाहर निकाल लिया.
वो ढीला हो गया था मगर मेरी बीवी की आंखों में अभी भी वासना की खुमारी थी.
उस लड़के ने अपने लोअर को ऊपर चढ़ाया और बाहर निकल गया.
उसके बाहर निकलते ही मेरी बीवी ने अपनी चूत को पानी से साफ़ किया और तब तक दूसरा लड़का अन्दर आ गया.
उसने मेरी बीवी को सीधा किया और उसके एक दूध पर अपना मुँह लगा दिया.
कुछ देर बाद उसने भी अपना लंड मेरी बीवी से चुसवाया और मेरी बीवी को वाशबेसिन पर झुका कर घोड़ी बना दिया.
उसने पीछे से मेरी बीवी की चूत में लंड पेला और धकापेल मचा दी.
कुछ पांच मिनट में ही वो लड़का भी झड़ गया और उसने अपना लंड खाली करके मेरी बीवी को चूम लिया.
मैंने कहा- मजा आया?
वो बोला- हां तेरी सैटिंग मस्त है, किधर से उठाई?
मैंने कहा- तूने चुदाई का मजा ले लिया, अब जा भाई.
वो हंसता हुआ बाहर चला गया.
उसके बाद मैंने भी अपनी बीवी को रगड़ा और हम दोनों बाहर आने लगे.
जैसे ही हम दोनों बाहर आए, सामने टीटीई खड़ा था.
वो उन दोनों लड़कों के एक बाथरूम के बाहर खड़ा देख कर कुछ पूछताछ कर रहा था.
उसी समय हम दोनों बाहर निकले तो उसे मामला गड़बड़ लगा.
उसे पता था कि वो दोनों कौन हैं और मेरी वाइफ कौन है.
क्योंकि जब टीटीई टिकट चैक करने आया था तो उसने देखा था कि मेरी वाइफ मेरे साथ थी और वो दोनों हमारे सामने वाली बर्थ पर थे.
उसे ये भी पता था कि हम चारों लोग अलग अलग हैं, तो टीटीई को मामला समझ आ गया.
तभी ट्रेन किसी छोटे स्टेशन पर रुकने लगी.
वो मेरी वाइफ को, मुझे और दोनों लड़कों को उस छोटे से स्टेशन पर उतारने लगा.
मैंने अपनी वाइफ को फिर से इशारा कर दिया.
तो मेरी वाइफ ने ऐसा जलवा दिखाया कि वो समझ गया और उसने उन लड़कों को उनकी बर्थ पर जाने का कह दिया.
अब वो मुझे और मेरी वाइफ को टीटीई अपने साथ ले गया और एसी कोच में ले गया.
उधर एक केबिन खाली था. उसने वो हमें दे दिया और उसने भी मेरी वाइफ के साथ खूब मजे किए.
उसने मेरी बीवी को चोदने के बाद कहा कि गुना से मेरी ड्यूटी बदल जाएगी और दूसरा टीटीई आ जाएगा.
मेरी वाइफ ने उससे कहा- कोई बात नहीं सर, उन्हें भी भेज देना. मैं उन्हें भी खुश कर दूंगी.
फिर उसके बाद वो टीटीई जब तक गुना नहीं आया, ट्रेन की कैंटरिंग से हमारे लिए कुछ ना कुछ भेजता रहा.
जब गुना आया तो उधर से दूसरा टीटीई चढ़ गया.
पहले वाले टीटीई ने उसे हमारे बारे सब बता दिया.
ट्रेन चलने के बाद थोड़ी देर वो भी आया और उसने केबिन में अन्दर आकर कहा- मैं अभी थोड़ी देर में आता हूँ. तुम सोना मत.
मेरी बीवी ने कहा- ठीक है सर आ जाना.
वो जाते जाते बोला- कुछ पियोगी?
मेरी बीवी हंस कर बोली- हां जो भी आपका मन हो, वो ही मैं भी पी लूंगी.
उसने मुझसे भी पूछा.
मैंने व्हिस्की के लिए कह दिया.
वो ओके कह कर चला गया.
मेरी बीवी बोली- ये तो साला साढ़े छह फुट का सांड है. इसका लंड पता नहीं कैसा होगा.
मैं हंस दिया.
आधा घंटा बाद वो टीटीई एक बोतल लेकर आ गया.
हम तीनों ने व्हिस्की के दो दो पैग लगाए.
उसके बाद वो बोला- अब मेरे लंड को भी मजा दे दो भाभी.
मेरी बीवी ने नंगी होकर उस टीटीई का लंड निकाला और देखने लगी.
उसका लंड काफी बड़ा था. मेरी बीवी की आंखें फ़ैल गईं.
वो बोली- कहां से खरीदा सर?
टीटीई हंसने लगा और बोला- खरीदा नहीं है. ये तो मुझे नेमत मिली है.
मेरी बीवी हंसने लगी- आपका लंड तो किसी नीग्रो की तरह लगता है.
टीटीई बोला- हां, शायद मेरी मम्मी ने नीग्रो से चुद कर ही मुझे पैदा किया होगा. तभी तो मेरी कद काठी भी नीग्रो जैसी ही है.
ये कह कर वो टीटीई हंसने लगा.
अब मेरी बीवी ने उस टीटीई के लंड को मुँह में लिया और चूसने लगी.
उसका दस इंच का लंड मेरी बीवी के मुँह में जा ही नहीं रहा था.
लंड चुसाई का मजा लेने के बाद वो टीटीई बोला- चल अब छेद दिखा.
टीटीई ने मेरी बीवी को घोड़ी बनाया और उसकी चूत में लंड पेल दिया.
मेरी बीवी की आह निकल गई- मर गई फाड़ दी साले ने … धीरे चोद कमीने.
टीटीई हंसने लगा और मेरी तरफ देख कर मेरी बीवी की चूत चुदाई का मजा लेने लगा.
इस तरह उसने भी मेरी बीवी से खूब मजे किए और अपना नंबर दे कर चला गया.
जाते समय वो कह गया- अगली बार जब भी सफर करो, तो मुझे कॉल कर देना और जो भी टीटीई रहे, उससे मेरी बात करा देना. ऐसे ही मजे से केबिन में सफर करते रहना.
उसने भी उज्जैन आने तक हमारा खूब ख्याल रखा.
मक्सी आने पर वो फिर से हमारे पास आया और मेरी देसी वाइफ के साथ एक बार चुदाई की ट्रिप मारी और चला गया.
उसके जाने के बाद मेरी बीवी सो गई.
तो दोस्तो, ये मेरी सच्ची सेक्स स्टोरी थी, आपको कैसी लगी मेरी देसी वाइफ फक इन ट्रेन?
प्लीज़ मेल से बताएं.
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