सलमा-इरफ़ान-कैटरीना
इरफ़ान की शादी सलमा के साथ हुई और शादी के कुछ दिन बाद ही सलमा का जन्मदिन आ गया।
इरफ़ान अपनी साली कैटरीना के साथ अपनी नई नवेली बीवी सलमा के जन्मदिन के लिए एक तोहफ़ा खरीदने गया। काफी सोचने के बाद उसने निश्चय किया कि एक जोड़ी जनाने दस्ताने खरीदेगा और उनके साथ कुछ प्यार भरा पैगाम लिखेगा।
दुकान में जाकर इरफ़ान ने एक जोड़ी दस्ताने खरीद लिए। साथ ही उसी दुकान पर उसकी साली कैटरीना ने दो तीन सुन्दर पैन्टियाँ भी खरीद ली।
पैकिंग करते समय क्लर्क की गलती से तोहफ़े की पैकिंग में दस्तानों की जगह पैंटियाँ पैक हो गई और कैटरीना के पास दस्तानों का पैक चला गया।
अब इरफ़ान ने तोहफ़े के साथ जो संदेश लिखा वो यह था:
इन्हें मैंने तुम्हारे लिए इसलिए चुना है क्योंकि मैंने ध्यान दिया है कि तुम्हें इनको पहनने की आदत नहीं है‚ खासकर जब हम शाम को बाहर जाते हैं। अगर तुम्हारी बहन साथ ना होती तो मैं बड़े साइज के ले लेता‚ मगर मैंने देखा कि वो छोटे साइज के पहनती है, जिनको उतारने में आसानी रहती है।
मैंने जो तुम्हारे लिए खरीदा है वो तुम्हारी बहन कैटरीना को पहना कर देखा, वो अच्छी लग रही थी, वो इन्हें पहन कर इतनी अच्छी लगी कि मैंने इन्हें पहने पहने ही चूम लिया।
साथ ही जिस सेल गर्ल ने मुझे ये दिखाए, उसने बताया कि ये बहुत अच्छी क्वालिटी के हैं और उसने मुझे दिखाया भी कि उसने भी ऐसे ही पहने हुए हैं।
मेरी ख्वाहिश है कि पहली बार मैं खुद तुम्हें सबके सामने पार्टी में इन्हें पहनाऊँ!
उम्मीद है कि तुम मेरी ख्वाहिश पूरी करोगी!
तुम्हारा इरफ़ान!
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कैटरीना नौकरानी- सलमा मेम साहब, मैं गर्भवती हूँ। मुझे लम्बी छुट्टी चाहिए।
सलमा मालकिन- अरे वाह, कैटरीना बाई, बधाई हो ! अपना ख्याल रखना !
नौकरानी कैटरीना- जी मेम साहब, आप भी अपना ख्याल रखना, इरफ़ान साहब का नसबंदी का ऑपरेशन फेल हो गया है।
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