जिम्मेदारी पूरी की
एक स्त्री अपने पति के पास अपने सुहागरात वाले सेक्सी कपड़ों में जाती है, उसे देखती है और पूछती है- हनी, तुम्हें यह याद है?
वह उसे देखता है और उत्तर देता है- हाँ डियर, मुझे याद है। तुमने सुहागरात को यही पहन रखा था।
“सही पहचाना !” वह उत्तर देती है- और तुम्हें याद है तुमने मुझसे उस रात क्या कहा था?
वह सहमति में सिर हिलाकर कहता है- हाँ डियर, मुझे अभी तक याद है।
“अच्छा, क्या कहा था?”
उसने उत्तर दिया- जहाँ तक मुझे याद है, मैंने कहा था कि ‘ओह, बेबी, मैं इन चूचियों को जिन्दगी भर चूस-चूस कर तुम्हारे दिमाग की ऐसी की तैसी कर दूँगा !”
वह सहमत होकर कहती है- हाँ, यही कहा था। और आज 50 वर्षों के बाद में इन्हीं कपड़ों में हूँ जो उस वक्त पहन रखा था। आज की रात तुम क्या कहना चाहोगे?
पति उसे ऊपर से नीचे तक देखता है और कहता है- “जो जिम्मेदारी ली थी, पूरी की !”
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संता ने पत्नी बंता प्रीतो से पूछा- अगर मैं मर गया, तो क्या तुम दूसरी शादी करोगी?
बंता प्रीतो बोली- नहीं ! मैं अपनी बहन के साथ ही रह लूंगी। लेकिन यदि मैं मर गई तो तुम दूसरी शादी करोगे?
बंता- नहीं ! मैं भी तुम्हारी बहन के साथ ही रह लूंगा।
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बंता- मैं शिमला जा रहा हूँ। रास्ते में बीवी को पहाड़ी से गिरा दूंगा।
संता- मेरी भी ले जा, उसे भी गिरा देना।
बंता- अगर तू बुरा न माने तो उसे वापसी में गिरा दूँ?
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