ससुराल में चुदाई की कामुक दास्ताँ- 5
(Xxx Dirty Porn Story)
Xxx डर्टी पोर्न स्टोरी में मैं अपने ससुर से चूत गांड मरवाने के बाद खुल कर बात करने लगी. हमने आपसे रिश्तों में चुदाई पर खुल कर बात की. ससुर ने अपने परिवार के सेक्स की बातें बताई.
कहानी के चौथे भाग
मेरे पापा और ससुर की सेक्सी बातचीत
में आपने पढ़ा कि मेरे ससुर ने मेरे पापा के साथ उनकी हुई फोन पर बातचीत की रिकॉर्डिंग सुनाई जिसमें वे दोनों रिश्तों में पारिवारिक चुदाई की गन्दी गन्दी बातें कर रहे थे.
इन लोगों की बातचीत सुनकर मेरा चेहरा आश्चर्य और कामुकता में लाल हो गया था।
यह जानकर की ससुर जी और पापा दोनों साथ में मम्मी और बुआ को भी चोद चुके हैं मेरे आश्चर्य का ठिकाना नहीं था।
मेरी चूत भी गीली हो चुकी थी।
यह कहानी सुनें.
अब आगे Xxx डर्टी पोर्न स्टोरी:
मैं फटी आंखों से ससुर जी से बोली- बाप रे … कैसी-कैसी बात कर रहे थे आप लोग और क्या-क्या गुल खिला चुके हैं आप दोनों! हमें तो सुनने के बाद भी विश्वास नहीं हो रहा कि आप लोग इस तरह की बात करते हैं। देखने में तो दोनों बहुत शरीफ लगते हैं।
ससुर जी कुछ बोले नहीं बस मुस्कुरा दिये।
उनके चेहरे से ऐसा लग रहा था जैसे उन दोनों लोगों की पोल खुल गयी हो।
इसलिए कुछ बोले नहीं।
मैं बोली- आपने मम्मी और बुआ के साथ भी किया है क्या? कैसे क्या हुआ बताइये जरा?
ससुर जी बस सिर हिलाकर धीरे से बोले- हाँ …
मैं बोली- और ये नेहा कौन है।
ससुर जी बोले- मेरी भानजी है, बड़ी दीदी की लड़की!
मैंने पूछा- मतलब बड़ी बुआ जो मेरे शादी के बाद यहां रहीं थी कुछ दिन उनकी बेटी?
ससुर जी बोले- हाँ … उन्ही की लड़की। लेकिन अब वह लंदन में रहती है इसलिए वे शादी में नहीं आयी थी। नेहा और तुम्हारी शालू बुआ दोनों दोस्त हैं बचपन से साथ ही पढ़ी हैं।
आपको बता दूं कि मेरे ससुर जी का 2 भाई और 3 बहन का बड़ा परिवार है।
तीनों बहनें ससुर जी से बड़ी हैं और भाई छोटा!
जिसमें से एक बहन और छोटा भाई विदेश में रहते हैं और दो-तीन साल में एक बार भारत आते हैं।
सबसे बड़ी बहन का नाम कंचन (55 वर्ष), उससे छोटी निधि (52 वर्ष), उससे छोटी रश्मि (50 वर्ष), फिर मेरे ससुर जी (48), और छोटा भाई (45)।
जिसमें निधि बुआ और और चाचा दोनों विदेश में रहते सेटल हैं और उनके बच्चे भी।
बस बड़ी बुआ और रश्मि बुआ यहाँ रहते हैं।
मैं- आपने अपनी भानजी नेहा को और पापा ने शालू बुआ को भी चोदा है. यह बात मम्मी को भी पता है ना?
हालांकि पापा और बुआ वाली बात तो मैं जानती थी लेकिन ससुर जी के सामने अनजान बनी थी।
लेकिन मम्मी वाली बात मुझे नहीं पता थी.
ससुर जी बोले- हां … मोना और शुचि मतलब तुम्हारी सास को भी सब पता था वे साथ भी देती थीं। उन्हें खुद भी मज़ा आता था।
मैं थोड़ी देर सिर पकड़कर बैठी रही।
फिर बोली- कितने छुपे रुस्तम निकले आप लोग! अब पता चल रहा है मुझे कि जब आप मेरे घर आते थे तो अक्सर धीमे-धीमे क्या हंसी मजाक करते थे। यही सब बात करते होंगे। मुझे तो विश्वास नहीं हो रहा कि मम्मी जानती हैं ये सब!
ससुर जी मुस्कुराते हुए बोले- तुम भी अपनी मम्मी पर ही गयी हो। जब वे तुम्हारी उम्र की थी तो एकदम श्रीदेवी जैसी दिखती थी। गोल चेहरा, बड़ी आंखें और भरा-भरा बदन। वैसे इस उम्र में भी उतनी ही कामुक और सेक्सी लगती है मोना। इसीलिए मैं तुम्हारी मम्मी को हमेशा श्री देवी कहता था। वह भी तुम्हारी तरह ही बेहद कामुक है।
ससुर जी के मुंह से मम्मी के बारे में इस तरह की बातें सुनकर मुझे बड़ा अजीब महसूस हो रहा था।
सच कहूं तो बुरा भी नहीं लग रहा था बल्कि अजीब सा मजा भी आ रहा था।
मुझे ये सब बात करने का और भी मन कर रहा था।
मम्मी के बारे ससुर जी बात के बाद पहली बार मैंने भी महसूस किया कि भले ही मम्मी की उम्र करीब 42-43 की है और इस उम्र में उनका शरीर थोड़ा चबी और भरा-भरा चाहे हो गया हो लेकिन कट्स बहुत सेक्सी थे उनके!
बड़ी सी गांड पर बड़ी-बड़ी गोल चूचियां।
देखने में अभी भी बहुत सुंदर और सेक्सी लगती थीं।
मैं हैरानी से बोली- मेरी तरह कामुक हैं का क्या मतलब?
ससुर जी बोले- मतलब ये कि जब मोना तुम्हारी उम्र की थी तो वे भी तुम्हारी ही तरह थी एक दम खुले खयालात की और बिंदास। तुम्हारे पापा की शादी और मेरी शादी जब हो गयी तो उसके बाद भी हम दोनों एक-दूसरे के घर खूब आते जाते थे यहां तक कि छुटि्यां भी साथ ही प्लान करते और साथ ही घूमने जाते थे। जिससे मोना और तुम्हारी सास शुचि के बीच भी अच्छी पटने लगी थीं और दोस्त बन गयी थीं। शुचि भी ऐसी ही थी। तभी तो हम चारों की आपस में बहुत बनती थी।
मैं- तो घूमने के दौरान आप लोग कुछ करते भी थे क्या?
ससुर जी समझ गये कि मैं क्या जानना चाह रही हूं.
वे मुस्कुराते हुए बोले- हां … रात में अक्सर हम लोग बीवियों की अदला-बदली करते थे। मैं मोना की चुदाई करता था और तुम्हारे पापा शुचि की मतलब तुम्हारी सास की।
मैंने कहा- मम्मी आपका लण्ड भी चूसती थीं।
ससुर जी बोले- हां … वह भी तुम्हारी तरह बहुत अच्छे से लण्ड चूसती थी।
मैं मुस्कुराती हुई बोली- लेकिन कॉल पर तो आप मम्मी के बारे में बोल रहे थे कि उनके जैसा लण्ड कोई नहीं चूसा।
ससुर जी हंसकर बोले- तो उस समय तक तुम कहाँ मिली थी वे अब पता चल रहा है कि लण्ड चूसने के मामले में तुम अपनी मम्मी पर गयी हो।
मैं मुस्कुराती हुई बोली- वैसे आप बड़े किस्मत वाले हैं!
ससुर जी बोले- कैसे?
मैं हंसकर बोली- आपने मम्मी को चोदा है और अब मुझे भी चोद रहे हैं। मतलब एक मां-बेटी दोनों को चोदने का सुख मिला है आपको। बस एक बार पायल को भी चोद लेंगे तो दो-दो मां-बेटी को चोदने का रिकॉर्ड बन जाएगा।
ससुर जी हंसते हुए बोले- हां ये बात तो है। वैसे तुम भी अगर अपने पापा की इच्छा पूरी कर दो तो उस बेचारे को भी मां-बेटी दोनों चोदने का सुख मिल जाएगा।
मैं हंसकर बोली- हां … अपनी बहन को भी तो चोद ही चुके हैं बेटी को भी चोद लेंगे। वैसे आपने अपनी बहनों में किसे चोदा है ये नहीं बताया?
ससुर जी हंसकर बोले- सब आज ही जान लोगी क्या? कुछ Xxx डर्टी पोर्न स्टोरी बाद के लिए भी छोड़ दो।
मैं हंसकर बोली- अरे अभी ही जान लूंगी तो ज्यादा अच्छा है ना. सोकर उठने के बाद तो आप लोगों की कहानी तो किसी फिल्म की तरह या सपने की तरह लगेगी, जल्दी भरोसा ही नहीं होगा कि ये सच भी है या नहीं। इसलिए अभी बता दीजिए सब। बोलिए कौन सी बहन थीं आपकी वो?
फिर ससुर जी थोड़ा मुस्कुराते हुए धीमे से बोले- सच कहूं तो चोदा किसी को नहीं है लेकिन मन बहुत था रश्मि दीदी को चोदने का।
मैं- अच्छा वही जिन्होंने हमारी हनीमून का टिकट गिफ्ट किया था।
ससुर जी बोले- हां वही … दो साल बड़ी है मुझसे! बहुत मस्त लगती थी वो!
मैं हंसकर बोली- मतलब बहन चोदने को नहीं मिली तो बहन की बेटी को ही चोद लिया।
ससुर जी हंसकर बोले- हां. लेकिन तेरा बाप लकी निकला इस मामले में उसे अपनी बहन चोदने को मिल गयी।
मैं बोली- तो आपको रश्मि बुआ को चोदने का बहुत मन था क्या?
ससुर जी बोले- हां वो तो था ही यार … लेकिन मुझे बचपन से ही भाई-बहन के बीच सेक्स की कहानियां या मूवी ज्यादा अच्छी लगती थी। कई बार तो मुझे तेरी बुआ को चोदने से ज्यादा मजा तेरे पापा और तेरी बुआ की चुदाई देखने में आता था।
मैं मुस्कुराती हुई बोली- अच्छा तभी आप फोन पर पापा से बोल रहे थे कि पायल और रोहित आपस में चुदाई करें तो आपको कोई दिक्कत नहीं।
ससुर जी हंसकर बोले- हां … तो क्या हुआ इसमें बुरा क्या है। दोनों भाई-बहन आपस में मजे कर रहे हैं तो अच्छा ही है ना। इसमें दोनों के बीच प्यार भी बढ़ेगा और हमेशा एक-दूसरे का साथ देंगे। मुझे तो याद है जब तुम अपने भाई और अपनी दोस्त को लेकर मेरे घर आयी थी। पहले तो मेरा मूड खराब हो गया था लेकिन बाद में जब मुझे पता चला कि तुम अपनी दोस्त को अपने भाई से चुदवाने लायी हो तो मुझे बहुत अच्छा लगा था। मुझे लगा शायद तुम भी उनके साथ मजे लोगी।
मैं हंसती हुई बोली- अच्छा तो आपको लगा कि सोनू मुझे भी चोदता होगा जैसे पापा बुआ को चोदते हैं।
ससुर जी बोले- हां … मुझे तो यही लगा था। वैसे तुम अपनी दोस्त को तो अपने भाई से चुदवाती हो तो कभी खुद कभी सोनू के साथ मजे लेने के बारे में नहीं सोचा? तुम दोनों तो दोस्त की तरह बात करते हो आपस में!
मैं ये सवाल सुनकर थोड़ा चौंक गयी।
समझ में नहीं आया कि क्या जवाब दूँ पहले सोचा कि झूठ बोल दूं कि नहीं।
फिर दिमाग में आया कि सोनू भी हमेशा ससुर के साथ थ्रीसम की बात करता है तो यही मौका है इस मामले में थोड़ा आगे बढ़ने का!
मैं हंसकर बोली- हां वो तो सही है। हम दोनों भाई-बहन कम दोस्त ज्यादा हैं। सोनू भी आपकी तरह ही है बेचारा चाहता तो बहुत है मुझे चोदना … लेकिन बस रात में चोरी से अक्सर मेरी गांड और चूचियों को टच करके और हल्का-हल्का सहलाकर काम चला लेता था।
यह बात सुनकर ससुर जी की आंखों में चमक आ गयी और बोले- वाह … तो तुम क्या करती थी?
मैं मुस्कुराती हुई बोली- कुछ नहीं, मैं भी चुपचाप सोने का नाटक कर मजे लेती थी।
ससुर जी आँख मारते हुए बोले- अरे क्यों तरसा रही थी बेचारे को! बहन को चोदने का अलग ही मजा होता है विश्वास ना हो तो अपने पापा से पूछ लेना। मुझे पता है कि मैं कितना तरसा हूं रश्मि दीदी को चोदने के लिए।
मैं बोली- तो क्या करती बोलती क्या कि आओ चोद लो मुझे?
ससुर जी बोले- नहीं … लेकिन तुम्हें भी कुछ हेल्प करनी चाहिए थी ना उसकी!
मैं हंसकर बोली- अच्छा बहुत तरस आ रहा है आपको सोनू पर? तो होली पर मुझे ले जाने के लिए आने वाला है यहाँ। एक दिन रुकेगा भी तो आप बोल दीजिएगा उससे कि टच करने की बजाए अबकी बार सीधा नंगी कर चोद ले मुझे!
मेरी इस बात पर ससुर जी की आंखों में चमक आ गयी वे खुश होकर बोले- हां. हां … अगर तुम तैयार हो तो सालों बाद मजा आ जाएगा सच में!
मैं हंसकर बोली- चलिए ठीक है अगर मैं तैयार भी हूँ तो कैसे करेंगे। सोनू को कैसे बताएंगे ये सब?
ससुर जी सोचते हुए बोले- अभी तो एक हफ्ते का टाइम है उसके आने में कुछ प्लान करते हैं। तुम भी सोचना कि कैसे किया जाएगा।
सोनू के ससुर जी के साथ थ्रीसम वाला प्लान को कामयाब होते देख मन ही मन मैं भी बेहद खुश हो गयी थी।
मैंने कहा- ठीक है कुछ सोचूंगी। वैसे आप ये बताइये सिर्फ रश्मि दीदी को ही चोदने का मन होता था या बाकी दीदियों को भी?
ससुर जी बोले- यार, मन तो तीनों ही दीदियों को चोदने का करता था लेकिन रश्मि दीदी को ज्यादा करता था।
मैं उनके लण्ड को पकड़ कर हिलाती हुई हुए हंसकर बोली- कोई बात नहीं … बहन की चूत में जाने को नहीं मिला इन्हें तो हो सकता है बेटी की चूत में जाने का सौभाग्य मिल जाए।
ससुर जी बोले- आहह हह … बेटा ऐसा हो जाए तो मजा आ जाएगा।
मैं मुस्कुराती हुई बोली- चलिए ठीक हैं अगर मैं आपके लिए पायल की चुदाई का इंतजाम कर दूँ तो मुझे क्या मिलेगा बताइये?
ससुर जी बोले- अगर तुम सच में ऐसा कर दोगी तो तुम जो कहोगी मैं वे करुंगा बस किसी तरह यह इंतजाम कर दो।
मैं हंसकर बोली- ठीक है … फिर पायल की शादी सोनू से कर दीजिएगा ताकि जैसे आप अपने दोस्त की बेटी और वैसे पापा भी आपकी बेटी को चोद सकें। वैसे भी आप दोनों फोन पर एक-दूसरे की बेटी को चोदने की बात कह ही रहे थे।
ससुर जी आहें भरते हुए बोले- मुझे कोई दिक्कत नहीं। बल्कि यह तो अच्छा आइडिया है। मैं तैयार हूँ बस तुम किसी तरह पायल की चूत दिलवा दो यार!
मैं मुस्कुराकर बोली- ठीक हैं मैं कुछ जुगाड़ करती हूँ. थोड़ा इंतज़ार करना पड़ेगा क्योंकि पायल को मनाने में थोड़ा टाइम लगेगा।
ससुर जी आंखों में चमक आ गयी और खुश होते हुए बोले- कोई बात नहीं … लेकिन थोड़ा जल्दी करने की कोशिश करना।
इतनी बातें सुनकर वे भी खासकर मम्मी, बुआ, पापा, ससुर जी इन सबकी चुदाई के बारे में सुनकर मेरी चूत तेज कुलबुलाने लगी थी।
वहीं ससुर जी के लण्ड में भी तनाव आ गया था।
वैसे भी इतनी देर की कामुक बातचीत के बाद मेरी चूत को लण्ड बेहद सख्त ज़रूरत भी महसूस होने लगी थी।
बातचीत में काफी टाइम भी हो गया था और मुझे वापस कमरे में जल्दी जाना था।
तो मैं बात को ज्यादा आगे ना बढ़ाती हुई हंसकर बोली- चलिए ठीक है. अब बाकी की बातें कल सुबह कर लेंगे. फिलहाल तो आप मुझे पायल समझकर चोद लीजिए और मैं आपको अपने पापा समझकर चुदवा लेती हूँ।
फिर उनके तने लण्ड को पकड़ती हुई मुस्कुराकर बोली- वैसे भी पायल के नाम पर ये महाशय एक बार फिर से मूड में आ गये हैं।
यह कहकर मैं अपनी चूत सहलाती हुई ससुर जी के लण्ड को मुंह में भरकर चूसने लगी।
ससुर जी लण्ड चुसवाते हुए मेरे सिर पर हाथ फेरने लगे।
उनके मुंह से हल्की हल्की आआ आहहह हह … आह हह की सिसकारी निकल रही थी।
कुछ देर लण्ड चूसने के बाद मैं बेड पर पीठ के बल लेट गयी और ससुर जी उठकर मेरे टांगों के बीच अपना मुंह लगाकर मेरी चूत को चाटना शुरू कर दिये।
मैं बड़बड़ाती हुई बोली- हां पापा चाट लीजिए अपनी बेटी की चूत को! आआआ आ आआह हहहह हहह … पापा कबसे मैं आपसे अपनी चूत चटवाना चाह रही थी पापा। आआ आहहह हहह!
करीब 10 मिनट तक चूत चाटने और लण्ड चुसवाने का बाद ससुर जी ने जमकर मेरी चुदाई की।
चुदाई करते समय वे भी मुझे पायल कह कर ही बुला रहे थे- आहह हहह … पायल मेरी बेटी कब से मैं तुम्हें चोदना चाह रहा था … आआ आआ आह हहहह पायल!
इस तरह करीब आधे घंटे तक जमकर ससुर जी ने मेरी चुदाई की और गांड भी मारी।
इस दौरान ससुर जी एक बार मेरी चूत में और एक बार गांड में अपने लण्ड का पानी निकाले।
इतनी बातों और चुदाई में काफी वक्त हो गया था इसलिए चुदाई के बाद हम दोनों के बीच ज्यादा बात नहीं हुई।
बस कपड़े पहनने लगी तो ससुर जी बोले- रात वाले सरप्राइज के बारे में नहीं बताया कुछ … कब दोगी?
मैं भी जल्दी में थी इसलिए बस इतना बोली- रात का इंतज़ार करिए. आपको सब पता चल जाएगा।
यह कहकर मैं कपड़े पहन कर अपने कमरे में आ गयी।
करीब 6.30 बज चुके थे, पायल अभी सो ही रही थी।
इसके आगे क्या हुआ आपको अगली कहानी में बताऊंगी।
उम्मीद है आपको यह Xxx डर्टी पोर्न स्टोरी भी पसंद आई होगी।
मुझे मेल करके ज़रूर बताइयेगा।
मेरी मेल आईडी है
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इससे आगे की कहानी : ससुराल में चुदाई की कामुक दास्ताँ- 6
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