कुमारी बुआ को पहला यौन सुख दिया

( Virgin First Time Sex Story)

मनीष शानू 2024-06-04 Comments

वर्जिन फर्स्ट टाइम सेक्स स्टोरी में मेरी रिश्ते की एक बुआ मेरी उम्र की थी. उसकी भाभी यानि मेरी चाची ने मुझे बताया कि बुआ मुझे प्यार करती है. फिर मैंने बुआ की सील तोड़ी. कैसे?

आप सभी को मनीष कुमार का प्रणाम!
मैं दिखने में बहुत साधारण सा लड़का हूँ।
मेरी लंबाई 5.7 फीट है और मेरे लंड का आकार 5.8’’ है।

अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली कहानी है।

वैसे तो मैं सिम्पल सा हूँ लेकिन स्वभाव का बहुत अच्छा हूँ।
जो भी मुझसे जुड़ता है वह बस जुड़ा ही रह जाता है।

अब ज्यादा बोर ना करते हुए वर्जिन फर्स्ट टाइम सेक्स स्टोरी पर आता हूँ।
यह मेरी सच्ची कहानी है।

मेरे रिश्तेदारी में एक लड़की थी।
जिसका बदला हुआ नाम रोशनी है।

रोशनी वैसे तो रिश्ते में मेरी बुआ लगती है परंतु वह मेरी ही उम्र की है।

उसकी 2 भाभियां हैं।
उसकी बड़ी भाभी से मेरी अच्छी पटती है।
वे रिश्ते में मेरी चाची भी लगती हैं।

मैं उनके घर पर अक्सर जाया करता था क्योंकि मैं उनके बहुत करीब का रिश्तेदार था।
इसलिए छोटा–बड़ा कोई भी काम हो वे मुझसे करवा लिया करती थी।

वे भी मुझे बहुत प्यार करती थी। वे मुझे अपना एक बहुत अच्छा दोस्त मानती थी।
हम एक–दूसरे से काफ़ी बातें शेयर करते थे।

यह बात आज से 3 साल पहले की है।

वैसे तो मैं रोशनी को पहले से जनता था और उससे बात भी करता था।
लेकिन कभी उसे प्यार या सेक्स की नज़र से नही देखा था।

एक दिन मेरी चाची यानि की रोशनी की बड़ी भाभी का मुझे एस एम एस आया– मनीष, रोशनी तुझसे कुछ बोलना चाहती है। लेकिन बोल नहीं पा रही है।
मैंने रिप्लाई भेजा– साफ साफ बताओ! क्या बोलना चाहती है आप?

इस पर चाची का रिप्लाई आया– वह तुझसे दोस्ती करना चाहती है लेकिन सीधा कहने से डर रही है।
फिर मैंने मैसेज किया– आप मेरी बात करवा दो! फिर मैं सोचूंगा।

कुछ दिन बाद चाची ने मुझे अपने घर बुलाया।
शाम का समय था तो वे दोनों छत पर थी।

उन्होंने मुझे सीधा छत पर बुलाया।
फिर वे रोशनी को मेरे पास छोड़कर चली गई।

मैंने रोशनी से बोला– जो चाची जी बोल रही है क्या वह सच है?
उसने कहा– हाँ, यह सच है! मैं आपसे बहुत प्यार करती हूँ लेकिन कभी कह नहीं पाई इसलिए भाभी की मदद ली।

मैंने उसे थोड़ा छेड़ने के बारे सोचा और इस रिश्ते के लिए मना कर दिया।
फिर मैंने बोला– मैं आपके बारे में ऐसा नहीं सोचता हूँ और आप रिश्ते में मेरी बुआ लगती हो।
इतना कहते ही वह दीवार से लगकर रोने लगी।

मैंने उसको पीछे से पकड़कर अपने सीने से लगा लिया और उसको ‘आई लव यू’ बोला।

मेरे इतना कहते ही वह बहुत खुश हो गई और उसने भी मुझे ‘आई लव यू टू’ बोल दिया।

फिर हमने एक–दूसरे को चूमा और बहुत सारी बात की।
बहुत दिन तक ऐसे ही चलता रहा।

मैं जब भी उसके घर जाता उसके लिए चॉकलेट लेकर जाता और वह भी मुझे बहुत से गिफ्ट देती थी।
एक साल तक हमने बहुत कुछ किया बस सिर्फ सेक्स नहीं किया क्योंकि कभी मौका ही नहीं मिल पा रहा था।

यह बात 2021 की 22 जनवरी की है।
उस दिन रोशनी की छोटी भाभी का बच्चा होने वाला था।

उनको अस्पताल में एडमिट कर दिया गया था।
घर पर बस रोशनी और चाची यानि रोशनी की बड़ी भाभी के बच्चे ही थे।
बाकी सभी हॉस्पिटल में थे।

जब शाम को भाभी को लड़का हुआ।
रोशनी की मम्मी ने मुझे और चाची को घर भेज दिया खाना बनाने के लिए।
मैं और चाची घर आ गए।

घर आकर मैंने और रोशनी ने मौका देखकर एक लंबा सा चुम्बन किया।
फिर वह खाना बनाने में लग गई।

मैंने उसको बोला– खाना तो चाची बना लेगी। तुम यहां आओ, चलो बातें करते है!
वह मेरे साथ रजाई में आ गई।

हम दोनों एक–दूसरे को चूमने लगे।
मैंने उसे चूमते हुए उसके टॉप में हाथ डाल कर उसके दोनों दूध दबाने लगा।

धीरे–धीरे कर के मैंने उसकी सलवार में हाथ डाल दिया।
मैंने महसूस किया कि उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया था।

अब मैं कहां रुकने वाला था।
मेरा मूड कुछ और था तो मैंने उसको बोल दिया- मुझे सेक्स करना है।
मन तो उसका भी था क्योंकि सिर्फ आज ही पूरे साल भर में हमें मौका मिला था।

उसने कहा– लेकिन बच्चे हैं … वे किसी से बोल देंगे तो?
मैंने उसको बोला– तुम रुको, मैं अभी चाची को मामला सेट करने के लिए बोलता हूँ।

मैंने चाची को जाकर कहा.
तो पहले तो वे मना करने लगी पर मेरे जोर देने पर वह मान गई।

उन्होंने बच्चों को दूसरी मंजिल पर टीवी देखने के लिए भेज दिया और हम दोनों को दोबारा से रूम में भेज दिया।

अब जैसे ही हम रूम में गए, मैंने रोशनी को पीछे से पकड़ लिया।

मेरे इतना करते ही रोशनी मेरी तरफ मुड़ गई और मैं रोशनी को चूमने लगा।
रोशनी भी पूरे जोश में मेरा साथ दे रही थी।

हमने 5 मिनट तक एक–दूसरे को चूमा।

फिर मैं उसके दोनों दूध को पकड़कर खेलने लगा।
एक को हाथ में लेकर दबाता तो दूसरे को मुंह में ले चूसता।

वह मेरा सिर अपने दूध पर दबाए जा रही थी।

मैं कभी–कभी धीरे से उसके दूध को काट भी देता जिससे उसके मुंह से मीठी सी दर्द भरी आवाज निकल जाती।

इसी बीच मैंने अपना एक हाथ उसकी चूत पर रख दिया और उसकी चूत के दाने को दबा दिया।
उसके मुंह से चीख निकल गई तो मैंने उसका मुंह अपने होंठ से दबा दिया जिससे उसकी चीख दब गई।

अब मैंने उसको सीधा पलंग पर धकेल दिया और उसका टॉप निकाल कर उसके शरीर से अलग कर दिया।
अब उसके शरीर के ऊपर के भाग पर सिर्फ उसकी ब्रा ही बची थी।
जो मेरे इशारे पर उसने उसे उतार कर अलग कर दी।

अब मेरे नज़रों के सामने उसके दोनो दूध बिल्कुल नंगे दिखाई दे रहे थे।
मैं उसके ऊपर आकर उसके दूध से फिर खेलना शुरु कर दिया।

कुछ ही देर में उसने कहा– अब और सब्र नहीं होता … अब मेरे शरीर में करंट सा लग रहा है, कुछ करो जल्दी!
मैंने कहा– इतनी भी जल्दी क्या है? अभी तो तेरी चूत का पानी भी पीना है! उसके बाद ही तुझे खुश करूंगा!

मेरे इतना बोलते ही उसने अपने हाथ से अपनी सलवार खोल दी और बोलने लगी– जो भी करना है, जल्दी करो नहीं तो मैं मर जाऊंगी!
मैं भी उसके दोनों दूध को छोड़कर सीधा उसकी चूत के पास आ गया।

मैंने देखा कि उसने आज ही अपने चूत के बाल साफ की थी।
जिसकी वज़ह से उसकी चूत लाइट में बिल्कुल साफ चमक रही थी।

हालंकि उसकी चूत मैंने कई बार देखी थी और उसका पानी भी पिया था, लेकिन चूत आज कुछ ज्यादा ही चमक रही थी।
चूत का रंग बिल्कुल गोरा था।
चूत के दोनो होंठ को खोलने पर अंदर बिल्कुल गुलाबी दिखता था जैसा ब्लू फिल्मों में होता है।

मैंने उसकी चूत की तारीफ की तो वह शरमा गई।
अब मैंने अपने होंठ उसकी चूत पर रख दिए और अपने एक हाथ से उसके चूची के निप्पल को मसलने लगा।

अब वह सिसकारियां लेने लगी और मेरा सिर अपनी चूत में दबा रही थी।
मैंने उसकी चूत को खूब चूसा।

5 मिनट के बाद ही मेरे मुंह में कुछ नमकीन सा पानी का स्वाद आया।
मैंने उसकी चूत का सारा पानी पी लिया और उसकी चूत से अलग हो गया।

अब मैंने खड़े होकर पहले अपनी टी शर्ट निकाली और फिर अपनी पैंट भी।
अब मैं सिर्फ अंडरवीयर में था।

रोशनी अभी भी बेड पर लेटी हुई थी।
मैं उसके मुंह के पास जाकर उसके ऊपर बैठ गया और उसको मेरा अंडरवीयर खोलने के लिए बोला।

वह इतनी गर्म हो गई थी कि उसने झट से मेरा अंडरवीयर मेरे शरीर से अलग कर दिया।
अब मेरा लौड़ा उसके आँखों के सामने था जिसको देखकर वह डर गई।

हालाँकि उसने मेरा लौड़ा पहले देखा था लेकिन आज कुछ ज्यादा ही बड़ा और मोटा दिख रहा था।
शायद इसीलिए क्योंकि आज उसको चूत का स्वाद जो मिलने वाला था तो इसी खुशी में वह भी पूरे आकार में आ गया था।

उसने देखकर कहा– आज तो यह ज्यादा ही बड़ा लग रहा है! यह तो मेरी चूत को फ़ाड़ देगा!
मैंने भी बोल दिया– बाबू चूत तो होती ही है फटने के लिए है तो फटेगी ही और आज ही फाड़ूंगा।

इस पर वह बोलने लगी– मैं आपसे प्यार करती हूँ तो आपको पूरा हक है इसको फाड़ने का!
फिर वह मुझे ‘आई लव यू’ बोली तो बदले मैंने भी उसको ‘आई लव यू टू’ बोला और हम एक–दूसरे को चूमने लगे।

चूमने के बाद मैंने उसको लौड़ा मुंह में लेने के लिए बोला तो उसने मेरा लौड़ा मुंह में लिया।
लेकिन थोड़े ही देर चूसने के बाद कहने लगी– मुझे उल्टी आ जाएगी।
मैंने भी ज्यादा जोर नहीं दिया।

फिर मैंने उसकी दोनो टांगों को फैला दिया जिससे उसकी चूत एकदम साफ़ दिखाई दे रही थी।
छोटी सी चूत देखकर मैंने उससे बोला– यार, आज तो तेरी चूत का आकार ही बदल जाएगा।
वह बोली– अब बोलते ही रहोगे या चूत भी फाड़ोगे?

मैंने उससे बोला– ठीक है, इतनी ही जल्दी है तो तैयार हो जाओ अपनी चूत फड़वाने के लिए!
इतना बोलकर मैंने अपना लौड़ा उसकी चूत के ऊपर घुमाने लगा।

वह अपनी गांड उठा कर मेरा लौड़ा अंदर लेने की कोशिश करने लगी और साथ ही कुछ बड़बड़ाने लगी।

मैं उसको और नहीं तड़पाना चाहता था।
वर्जिन फर्स्ट टाइम सेक्स था तो मैंने थोड़ी सी क्रीम उसकी चूत पर लगाई और थोड़ी अपने लौड़े पर!

मैंने उसको बोला– मैं अन्दर डाल रहा हूँ तो थोड़ा दर्द होगा!
वह बोली– जो भी होगा देखा जायेगा! आप अंदर डालो जल्दी!

उसके इतना कहते ही मैंने उसकी दोनों जांघों को कस कर पकड़ा।
क्योंकि उसका यह पहली बार था और मेरा भी तो उसको बहुत दर्द होने वाला था।
वह छुटने की कोशिश करती और एक बार पकड़ से बाहर चली जाती तो शायद वह दुबारा अंदर ना डालने देती।

इसलिए मैंने उसको कस कर पकड़ा और लौड़ा उसकी चूत पर सेट करके एक हल्का सा झटका दिया।
जिससे उसको दर्द तो कम हुआ लेकिन मेरा लौड़ा अन्दर नहीं गया और फिसलकर बाहर आ गया।

मैंने थोड़ी सी और क्रीम अपने लौड़े पर लगाई।
और फिर से अपना लौड़ा उसकी चूत पर सेट करके अब की बार एक जोर का झटका दिया जिससे आधा लौड़ा उसकी चूत में चला गया।

लौड़े के चूत में जाते ही उसकी चीख निकल गई और उसकी चूत से खून भी निकल आया।
जो मैंने अपने रुमाल से साफ कर दिया।

मैंने उसके चेहरे की तरफ देखा तो उसकी आंखों से आंसू आ गए।
वह मेरे आगे हाथ जोड़ने लगी कि इसको निकालो नहीं तो मैं मर जाऊंगी। मुझे बहुत दर्द हो रहा है।

लेकिन मुझे पता था कि थोड़े देर के दर्द के बाद उसको मज़ा भी बहुत आएगा।
इसलिए मैंने उसके आँसू पौंछे और उसको चूमने लगा।

थोड़ी देर बाद उसने अपनी गांड उठाना शुरु कर दिया जिससे मैं समझ गया कि अब वह चुदने के लिए तैयार है।

तो मैंने भी थोड़ा सा लौड़ा बाहर निकालकर दोबारा उसकी चूत में झटके मारने शुरू कर दिए।
इस बार उसको दर्द के साथ मज़ा भी आ रहा था।

मैं 2 मिनट तक उसी आसन में उसको चोदने के बाद पलंग के किनारे पर ले आया।
उसकी एक टांग मैंने पलंग से नीचे लटका दी और दूसरी टांग ऊपर हाथ से पकड़ ली और अपना लौड़ा उसकी चूत पर सेट करके झटके मारने लगा।

अब तक उसको लग रहा था कि पूरा लौड़ा घुस गया है.
लेकिन वह यह नहीं जानती थी कि अभी तो आधा लौड़ा ही घुसा है।

मैंने उसी आसान में उसकी चूत में पूरा लौड़ा नहीं घुसाया क्योंकि इस आसन में पकड़ ठीक से नही बन रही थी।

मैंने उसको घोड़ी बनने का इशारा किया।
वह घोड़ी बन गई और मैं उसके ऊपर आ गया।

उसको मैंने बोला– बाबू, अबकी बार आपको थोड़ा दर्द होगा!
जिस पर वह बोली– कोई नहीं, आप करो!

मैंने लौड़ा उसकी चूत में सेट करके उसकी कमर को पकड़ लिया और एक जोर का झटका दिया.
जिससे वह नीचे झुक गई और दर्द से कसमसाने लगी।

उसने छुटने की नाकाम कोशिश की लेकिन मैंने उसे नहीं छोड़ा।
थोड़ा रुक कर दो और झटके जमकर लगा दिए जिससे पूरा लौड़ा उसकी चूत में सेट हो गया।

उसको अब और भी दर्द हो रहा था।
वह पता नहीं क्या–क्या बोले जा रही थी लेकिन मैंने उसको नहीं छोड़ा।

थोड़े देर बाद मैंने उसको उसी आसन में चोदना शुरू किया।

कुछ देर में उसको भी मज़ा आने लगा और वह भी अपने कमर को हिला–हिला कर मेरा साथ दे रही थी।

अब मैंने उसको अपने ऊपर आने का इशारा किया।
वह मेरे ऊपर आकर लौड़े पर बैठ गई और झटके लगाने लगी।

हमें सेक्स करते हुए 10 मिनट हो गए थे।
मेरा निकलने वाला था तो मैंने उससे पूछा– कहां निकालूं?
वह बोली– मेरी चूत में ही निकल दो।

इस पर मैंने उसको नीचे लिटाया और उसके ऊपर आकर उसको प्यार से चूमा।
फिर लौड़ा सेट करके उसको जमकर चोदने लगा।

3 मिनट के बाद मैंने सारा पानी उसकी चूत में भर दिया।
इस बीच वह 1 बार झड़ चुकी थी।

मैं उसके ऊपर 2 मिनट तक वैसे ही पड़ा रहा और उसको चूमता रहा।
फिर उसने मुझे हटने का इशारा किया और उसने चादर से मेरा लौड़ा और अपनी चूत को साफ की और बाथरूम में चली गई।

उसके बाद मैं भी बाथरूम में गया और पलंग पर आकर उसके बगल में लेट गया।
वह कपड़े पहनने लगी।

मैंने कहा– बाबू एक बार और करेंगे!
वह थोड़ा ना नुकर करने के बाद में मान गई।

थोड़ी देर बात करने के बाद मैंने लौड़ा उसकी मुंह के सामने कर दिया।
वह मेरा इशारा समझ गई और मेरा लौड़ा मुंह में लेकर चूसने लगी।

अबकी बार उसने लोड़े को बहुत अच्छे से चूसा।
5 मिनट में ही मेरा लौड़ा फिर से उसकी चूत में जाने के लिए तैयार था तो मैंने उसको घोड़ी बनने का इशारा किया।

तभी चाची जी की आवाज आई, वह बोली– मनीष, अगर मन भर गया हो तो बाहर आ जाओ!
मैंने बोला– अभी तो मन नहीं भरा है और समय चाहिए!

इस पर चाची हंसने लगी और ठीक है बोलकर चली गई।

मैं दोबारा रोशनी को कमर से पकड़ कर जोरदार झटके लगाने लगा।
उसकी सिसकारियां पूरे कमरे में गूंजने लगी लेकिन मैं तो एक अलग ही दुनिया में था।

मैं बस दमदार झटके लगाता रहा।

फिर उसने मुझे ऊपर आने के लिए कहा तो मैं नीचे लेट गया और उसको अपने ऊपर लेकर उसकी चूत में लौड़ा डालने लगा।

वह मुझे बहुत प्यार भरी निगाहों से देख रही थी।
मैं भी उसके दोनों दूध को पकड़कर मसल रहा था।

सच कहूँ तो मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और मुझसे भी ज्यादा मज़ा रोशनी को आ रहा था।

मैंने उसको गांड में लौड़ा डलवाने के लिए कहा तो वह बोली– आज आपने मेरी चूत फ़ाड़ दी है! गांड कभी और फड़वा लूंगी।

मुझे भी उसकी यह बात अच्छी लगी तो मैंने ज्यादा जोर नहीं दिया।
इस तरह से मैंने उसको पूरे 10 मिनट तक अलग–अलग आसन में चोदा।

मेरा निकालने वाला था और मैंने अबकी बार उसको बिना बताए उसकी चूत में अपना पानी निकाल दिया।

मेरे पानी निकलते ही उसने मुझे जोर से भींच लिया और अपना भी पानी छोड़ दिया।

पानी उसकी चूत से बाहर बह रहा था और उसकी चूत भी सूज गई थी।
लेकिन वह बहुत खुश नजर आ रही थी।

उसने मेरा हाथ पकड़ा और मुझे फिर से गले लगाकर मुझे एक जोरदार का चूमा दी।

फिर मुझसे कहा– आपने आज मुझे दुनिया की सबसे अच्छी वाली खुशी दी है! इसके लिए धन्यवाद!
मैंने भी उसे अपने सीने से लगा लिया और फिर उसको एक अच्छा सा चूमा दिया।

फिर हम बाहर आए तो वह लड़खड़ा गई।

मैंने उसे संभाला.
चाची सामने खड़ी सब देख रही थी और उनकी हंसी रुक नहीं रही थी।

वर्जिन फर्स्ट टाइम सेक्स के बाद रोशनी चाची से नजर नहीं मिला पा रही थी।

वह सीधा बाथरूम से फ्रेश होकर रसोई में खाना बनाने चली गई।

क्योंकि शाम के 6 बज गए थे तो हॉस्पिटल में भी खाना लेकर जाना था।
मैं भी थोड़ा आराम करने चला गया।

उसके बाद रात को क्या हुआ?
किस तरह मैंने चाची और रोशनी दोनों को चोदा, वह बाद वाली किसी कहानी में बताऊंगा।

यह मेरी पहली सेक्स स्टोरी है।
हो सकता है कुछ गलतियां हो गई होंगी, उनके लिए माफी चाहता हूँ!

आपको मेरी यह सच्ची वर्जिन फर्स्ट टाइम सेक्स स्टोरी कैसी लगी?
कृपया मेल या कमेंट करके जरूर बताएं!
धन्यवाद!
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