रैगिंग ने रंडी बना दिया-10
(Ragging Ne Randi Bana Diya- Part 10)
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अब तक आपने मेरी इस देसी गर्ल सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा कि संजय अपनी भांजी की चुत पर अपना लंड घिस रहा था।
अब आगे..
अब संजय जोर-जोर से कुर्सी हिला रहा था जिससे चुत की घिसाई और तेज हो गई थी। अब बेचारी नन्हीं सी जान कब तक इस हमले से बच पाती, उसको पता भी नहीं चला और वो स्खलन के करीब पहुँच गई।
पूजा- आह.. आ मामू आह.. रोको आह.. प्लीज़ उफ़फ्फ़ मेरा आह.. जोर से सूसू निकल रहा है आह.. प्लीज़ आह.. नहीं..
संजय तो खिलाड़ी थी.. उसको पता था यह इस कच्ची कली का पहला मौका है, जब वो झड़ रही है, उसने उसको कस के पकड़ लिया और तेजी से उसकी चुत पे लंड घिसने लगा।
पूजा अनजानी कामुकता से सिसकती रही और संजय लंड घिसने में लगा रहा क्योंकि पूजा की चुत बहुत गर्म थी, उसने संजय के पॉवरफुल लंड को भी झड़ने के लिए मजबूर कर दिया.. उसकी साँसें तेज हो गईं- आह.. आह मामू जोर से आह.. आ रही है.. उफ़ अब नहीं रुकेगी आह.. नहीं आ..
संजय- आह.. पूजा तू कितनी अच्छी है ले आह.. उफ़ ले और तेज ले आह.. ऐसा झूला फिर नहीं मिलेगा आह.. आ..
पूजा अगर चाहती तो उठ कर भाग बाथरूम की तरफ सकती थी मगर ये सूसू नहीं उसका चुत रस आने वाला था और आप जानते हो ये मज़ा ऐसा होता है इसमें इंसान बेबस हो जाता है। वो चाहकर भी नहीं उठ पा रही थी और अब इतने करीब आकर तो सवाल ही पैदा नहीं होता था कि वो उठ जाए।
पूजा ने कस कर संजय की जाँघ पकड़ लीं और अपने दाँत भींच लिए उसकी चुत से गर्म लावा बहने लगा था।
पूजा- आह ससस्स उफ़फ्फ़ मामू आह.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… ये क्या किया आह मेरी आह.. सूसू निकल गई उफ़फ्फ़ आ..
संजय के लंड पे जब गर्म पानी का अहसास हुआ, वो भी अपना कंट्रोल नहीं रख पाया उसके लंड से भी फव्वारा निकल गया, जो पूजा के पेट और जाँघ पर बहने लगा।
पानी निकल जाने के बाद संजय को अहसास हुआ कि उसने ये क्या कर दिया। तब उसके शैतानी दिमाग़ ने फिर नई स्कीम बनाई।
संजय- ओह शिट पूजा ये क्या किया तुमने.. उठो देखो तो क्या हो गया।
जैसे ही पूजा खड़ी हुई संजय ने फ़ौरन अपना बरमूडा पहन लिया।
पूजा- सॉरी मामू मैंने तो आपको कितना कहा मेरा सूसू आ रहा है मगर आप सुने ही नहीं और मैं रोक नहीं पाई। पूजा बहुत डर गई थी और उसकी आँखों से आँसू भी आने लगे थे। संजय ने लाइट ऑन की और पूजा को अपने गले से लगा लिया।
संजय- अरे अरे पागल रोती क्यों है मैंने डांटा थोड़े ही है.. बस ऐसे ही मजाक से कहा और बचपन में तो कितनी बार हे तूने मेरी गोदी में सूसू किया है।
पूजा- आई एम सॉरी मामू..
संजय- अरे पागल कुछ नहीं हुआ, देख मैं एकदम सूखा हूँ.. ज़रा सा निकल गया होगा।
पूजा- नहीं मामू ज़्यादा निकाला, मेरी चड्डी पूरी खराब हो गई और पेट पे भी गीला-गीला हो गया।
संजय- अरे कुछ नहीं हुआ आ इधर आ मुझे दिखा।
संजय ने पास से अपनी टी-शर्ट उठाई और पूजा की टी-शर्ट को ऊपर करके उसके पेट और जाँघ से अपना वीर्य साफ किया। फिर उसकी नज़र पैंटी पे गई जो आगे से गीली हो रही थी।
संजय- अरे अरे ये चड्डी तो गीली हो गई.. ला उतार इसको.. मैं साफ कर देता हूँ।
पूजा बेचारी इतना डर गई थी, उसको कुछ समझ ही नहीं आ रहा था। उसने साइड होकर अपनी पेंटी उतार कर संजय को दे दी।
संजय- तू जा बाथरूम में.. अपने आप को साफ कर ले और सुन कपड़े पूरे उतार कर अच्छे से साफ करना.. नहीं तो सूसू के दाग कपड़ों पर लग जाएंगे।
पूजा- ठीक है मामू ये टी-शर्ट भी देखो गीली हो गई अब मॉम गुस्सा करेगी।
संजय- तू एक काम कर ये टी-शर्ट भी उतार कर मुझे दे दे.. मैं इसको साफ करके अभी सुखा दूँगा। तब तक तू बाथरूम होके आ जा हाँ..!
पूजा ने बिना कुछ सोचे अपनी टी-शर्ट वहीं संजय के सामने निकाल कर रख दी।
पूजा ने अन्दर बच्चों वाली ब्रा जो एक बेल्ट टाइप की होती है, वो पहनी हुई थी जिसमें उसके संतरे जैसे गोल-गोल चूचे साफ दिख रहे थे।
पूजा के जाने के बाद संजय ने उसकी पेंटी को सूँघा.. कुँवारी चुत की खुशबू ही अलग होती है। वो पागल हो गया उसने पेंटी पर लगे पूजा के रस को जीभ से चाट कर साफ किया। उसका लंड फिर से खड़ा हो गया।
संजय अपने लंड से बोलने लगा- अबे साले मरवाएगा क्या, अभी तो कांड किया है.. अब तो बैठ जा।
फिर उसको ख्याल आया कि घर वाले कभी भी आ सकते हैं तो उसने टी-शर्ट पर लगा अपना वीर्य साफ किया, उस जगह को पानी से अच्छी तरह साफ करके प्रेस से उसको सुखा दिया, तब तक पूजा भी बाहर आ गई थी।
पूजा- ओह मामू आप कितने अच्छे हो अपने टी-शर्ट को सुखा दिया।
संजय- चल जल्दी से तू इसको पहन ले।
पूजा ने टी-शर्ट पहन ली.. संजय उसको कुछ कहने वाला था, तभी वो बोल पड़ी- मामू प्लीज़ ये बात आप मॉम को या किसी को मत बताना कि मैंने आपके ऊपर सूसू किया.. नहीं तो मॉम गुस्सा करेगी।
संजय- अरे पगली मैं क्यों कहूँगा किसी को, बल्कि मैं तो खुद तुझे मना करने वाला था। ग़लती से भी यहाँ जो हुआ किसी को मत बताना.. नहीं सब तेरा मजाक उड़ाएंगे समझी ना तू!
पूजा भाग कर संजय के पास आई और उससे लिपट गई।
पूजा- ओह मेरे प्यारे मामू.. आप सच में बहुत अच्छे हो आई लव यू मामू।
संजय का लंड तो पहले ही कड़क था। अब तो वो फुंफकार मारने लगा और सीधा पूजा के पेट में चुभने लगा।
संजय- आई लव यू टू बेबी तू बहुत स्वीट है सच में।
पूजा- उफ़ मामू ये क्या है.. फिर से पेट में चुभने लगा है।
संजय ने उसको अलग किया और बिस्तर पे अपने पास बिठाया।
संजय- कुछ नहीं पूजा तू इस पर अभी ध्यान मत दे और ये बता झूला कैसा था?
पूजा बेचारी भोली-भाली थी, उसको क्या पता कि जो उसको चुभा है वो लंड था और संजय के सवाल ने उसको उस पल को याद करवा दिया जब वो झड़ी थी।
पूजा- ओह मामू क्या बताऊं, सच्ची आज मुझे बहुत मज़ा आया और पता नहीं मुझे क्या हुआ कि मेरा सूसू निकाल गया। मगर मामू एक बात कहूँ मैं रोज सूसू करती हूँ तब कुछ नहीं होता मगर आज तो मेरे पूरे बदन में चींटियां जैसी रेंगने लगीं और नीचे सूसू की जगह बहुत जोर की खुजली हुई, फिर सूसू निकली.. तब भी बहुत मज़ा आया।
संजय कुछ कहता तभी उसको नीचे से किसी के ऊपर आने की आवाज़ आई।
संजय- ओह चुप कोई आ रहा है, ये बातें अब बंद कर और हाँ याद रखना किसी को कुछ नहीं बताना है। चल मैं डोर का लॉक खोल कर आता हूँ। तू बेड पर जाकर बैठ जा।
पूजा ने कुछ नहीं कहा और बेड पर चुपचाप बैठ गई। उधर संजय ने जल्दी से लॉक खोला और खुद कुर्सी पर आकर बैठ गया।
संजय- अच्छा पूजा तूने बताया नहीं तू अब कौन सी क्लास में आ गई है।
तभी दरवाजा खुला और संजय की मॉम अन्दर आ गईं।
शारदा- अच्छा तुम दोनों यहाँ बैठे गप्पें लड़ा रहे हो। पूजा जाओ तुम्हारी मॉम बुला रही है तुमको और संजू बेटा तुम ये लिस्ट लेकर बाजार से दीदी के लिए सामान लाकर दो।
संजय- आप चलो मॉम.. मैं बस 5 मिनट में आया।
मॉम के जाने के बाद पूजा बोली- मामू आपको मालूम तो है कि मैं किस क्लास में हूँ।
पूजा की बात सुनकर संजय को हँसी आ गई.. उसने तो सिचुयेशन संभालने के लिए ऐसे ही पूछा था और पूजा समझ नहीं पाई- क्या हुआ मामू आप हंस क्यों रहे हो.. मैंने अब क्या किया?
संजय- कुछ नहीं मेरी प्यारी पूजा ऐसे ही हँसी आ गई। चल अब तू घर जा ओके।
पूजा- मामू वो मेरी चड्डी कहाँ है.. वो दे दो मुझे।
संजय- अरे वो गीली है.. अभी तू ऐसे ही चली जा और चुपके से दूसरी पहन लेना, किसी को बताना मत ओके.. मैं कल तुझे तेरी चड्डी सुखा कर दे दूँगा ठीक है ना!
पूजा ने एक बार फिर संजय को हग किया और भागती हुई वहाँ से चली गई।
संजय ने उसकी पेंटी को अपनी अलमारी में रखा और खुद भी रेडी होकर निकल गया।
ये सब टीना बड़े ध्यान से सुन रही थी।
संजय- अबे साली पहले तो बहुत चपर-चपर कर रही थी.. अब क्यों चुप बैठी है क्या हो गया तुझे?
संजय की आवाज़ सुनकर टीना का ध्यान टूटा ही नहीं, वो तो उसी कमरे में पहुँच गई थी.. जहाँ ये सब कुछ हुआ था।
टीना- ओ माय गॉड संजू यार तेरी बातें सुनकर मेरा जिस्म जलने लगा है। अगर पीरियड्स ना होते कसम से मैं अभी तेरा लंड चुत में घुसा लेती।
संजय- साली हालत तो मेरी भी खराब है मगर क्या करूँ, अब तू ही बता मैंने जो किया वो सही था या ग़लत?
टीना- देख संजू जो उम्र पूजा की है वो अब बच्ची नहीं रही है.. वो पूरा लंड ले सकती है.. मगर वो थोड़ी भोली है इन सब बातों से अनजान है, तो उस हिसाब से बच्ची ही है और रही बात सही ग़लत की, तो तुम मर्द जात हो ही ऐसे.. बस मौका मिलना चाहिए फिर नहीं देखते कि सामने कौन की चुत है।
संजय- क्या बात कर रही है साली पूरा लंड ले सकती है.. तुझे कैसे पता? और ये मर्द जात वाली क्या बात है मेरे लंड को उसी ने खड़ा किया था।
टीना- यार इससे भी एक साल छोटी थी मेरी फ्रेंड.. जब उसके चाचा ने उसको चोद दिया था। पूजा तो नादान थी साले तुम्हारे ही दिमाग़ में खुराफात आई।
संजय- चल चल ये ज्ञान बंद कर और ये बता कौन सी फ्रेंड थी जिसने इतनी छोटी उम्र में लंड ले लिया था?
टीना- अरे तू नहीं जानता यार.. थी एक चल अब देर हो रही है, मुझे घर भी जाना है।
संजय- अच्छा मत बता, जाने दे मगर ये तो बता अब इस पूजा का क्या करूँ?
टीना- हा हा हा साला पक्का रंडीबाज है तू.. अरे वो ज्ञान तो ऐसे ही था, असल बात ये है कि जहाँ चुत मिले ठोक दो साली को, बना दो उसको कली से फूल मगर प्यार से हाँ.. कहीं बेचारी की चुत फाड़ मत देना हा हा हा हा..
ये कच्ची कली की सील तोड़ने की चर्चा कितनी मधुर होती है कि साली चुत किसी की भी खुले लेकिन आप लोगों के लंड फड़कने लगते हैं। चलो अभी तो आप मेरी इस देसी गर्ल सेक्स स्टोरी पर अपने मेल लिखिएगा।
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कहानी जारी है।
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