तंत्र मंत्र और सासू मां की चुदाई- 2
(MIL Imaginary Sex Kahani)
MIL Imaginary Sex कहानी में पढ़ें कि तांत्रिक अनुष्ठान की आड़ लेकर मैंने अपनी बीवी की मम्मी को बीवी के सामने नंगी करके चोदा. मेरी सास कामुकता से भरपूर है.
मैं आप सबका पसंदीदा सासू मां का चोदू दामाद सुंदर, पुन: आपकी सेवा में सेक्स कहानी का अगला भाग लेकर हाजिर हूँ.
कहानी के पहले भाग
सेक्सी माल सास को चोदने का जुगाड़
में अब तक आपने पढ़ा था कि मेरी सासू मां को किसी तांत्रिक से अनुष्ठान करवाना था.
मुझे मालूम था कि वो तांत्रिक महामादरचोद किस्म का इंसान है और मेरी सासू मां को चोदे बिना नहीं मानेगा. उसी वजह से मैं सासू मां को किसी तरह से राजी कर किया था कि उनका वो तांत्रिक अनुष्ठान मैं ही करूंगा.
अनुष्ठान आरम्भ हो गया था. पूरी डिटेल जानने के लिए पिछला भाग अवश्य पढ़ें.
अब आगे MIL Imaginary Sex कहानी:
अबकी बार मैंने फ़र्ज़ी मन्त्र ‘श्वेता की मां का भोसड़ा, श्वेता की मां की चूत’
बोल कर सासू माँ को स्कर्ट उतारने को कहा.
उन्होंने चुपचाप अपनी स्कर्ट उतारी.
उनकी चूत पर हल्के बाल थे.
मैंने थाली उठाकर कपूर की आंच उनकी चूत से छुला दी.
फिर आकर उन्होंने अपनी चूत पर मेरा हाथ रखवाया और वो मेरी गोद में बैठ गईं.
मैं इम्प्रेशन झाड़ने वास्ते काला धोती कुर्ता पहन कर बैठा था.
सास की चूत का स्पर्श मिलते ही मेरा लंड टनटना उठा.
मैंने अपने लंड को समझाया ‘मान जा लौड़े … बस थोड़ी देर और फिर तो सासू मां की चूत मिलेगी ही!’
मैं सास के कान में फुसफुसाया- कितनी मस्त फिगर है.
फिर उनके चूतड़ों पर थपकी देकर बोला- वापस हाथ जोड़कर खड़ी हो जाओ.
मैं उनकी नंगी चूत देखता हुआ बोला- अब आपने पंचमकार बाबा को देकर बुला लिया, जिसमें आप खुद भी एक वस्तु हो. जो भूत भगाएंगे. अब आप खड़ी रहें, मैं 5 चीजों से यक्षिणी का आह्वान करूंगा. उसके बाद आगे कार्यक्रम होगा.
मैंने फ़र्ज़ी मन्त्र पढ़े, फिर दही थोड़ा थाली में डाल उनकी चूत पर लगाया, फिर रबड़ी लगाई.
फिर एक केला दही में डुबोकर मैंने उनकी चूत में छुआ कर हल्का सा घुसेड़ा. फिर खीरा भी दही में डुबोकर पेला. फिर उनकी चूत में लगी दही रबड़ी, उन्हें चटाई, केला खीरा उनकी चूत से निकाल कर उन्हें खिलाया.
मैं बोला- अब पांचवीं चीज़ मैं खुद हूँ सासू मां!
अंतिम बार फ़र्ज़ी मन्त्र पढ़कर और थाली उठाकर अपनी धोती से छुआई और कहा- मुझे गोदी लो.
उन्होंने बैठ कर मुझे गोदी में लिया.
मुझे मजा आ गया.
कुछ पल बाद सासू मां की गोद से उठा मैंने उन्हें फिर से मुँह घुमा कर खड़ा किया.
अबकी बार उनकी गांड पर दही रबड़ी लगा कर उन्हें चटाई.
फिर एक केला खीरा भी उनकी गांड में हल्का से डाल कर उन्हें खिलाया. फिर उनकी गांड में हल्के से उंगली डाल उन्हें चुसाई.
अब मैं बोला- सासू मां, आप नहाकर खुद को साफ करके आइए.
अब केवल एक काम होगा तीन दिनों तक केवल सेक्स. बस कुछ मन्त्र और कुछ क्रियाएं, वो मैं बताता रहूँगा कि कैसे होगा. लेकिन सब कुछ सेक्स से सम्बंधित होगा. घर के हर कमरे में, आंगन में खुले में. जब तक मैं घर पर रहूँगा. मेरे सामने ऊपर भले कुछ पहन लें नीचे नंगी ही रहेंगी. कहीं बाहर नहीं जाएंगी, जब तक मैं न ले जाऊं. न फोन से किसी से बात करेंगी. हर समय हर सेकंड सेक्स के अलावा न कुछ सोचेंगी, न कुछ करेंगी.
मैंने आगे कहा- और आखिरी बात, ये अनुष्ठान आपका है, आप करवा रही हैं इसलिए आपको पूरी रूचि लेनी है. एक मिनट भी ऐसा लगा कि आप बेमन से या ज़बरदस्ती ये कर रही हैं, तो पूरा अनुष्ठान बेकार! नहा कर लौट कर आइए, केवल एक मिनट की एक क्रिया करके शुरू करते हैं.
मोना अभी खड़ी थी.
मैंने उसे चूमा और शरारत से बोला- एक बात कहूँ?
उसने भी मुझे चूमा- क्या?
मैं बोला- तुम मेरे लिए बहुत लकी हो. कितने मर्दों को उनकी बीवी अपनी मां चोदने का खुला ऑफर देती है!
‘धत.’
वो मुझे धक्का देकर हंसते हुए हटी.
उसने हाथ में पकड़ी थाली नीचे रखी और उछल कर मेरी गोद में चढ़ गई.
वो बोली- मैं भी बहुत लकी हूँ. कितनी लड़कियों के पति इतने अमीर, इतने प्यारे और इतने हैंडसम होते हैं और साथ ही इतने बड़े तांत्रिक भी!
मैंने उसकी स्कर्ट उठा कर चूतड़ सहलाये.
वो बोली- बस बस, मम्मी के लिए एनर्जी बचाये रखो.
फिर मोना मेरे लिए एक पैग बना लाई और पूछा- किस कमरे से शुरू करोगे?
मैं बोला- क्या?
‘चुदाई … मेरी मम्मी की चुदाई.’ बोलकर वो ठठा कर हंसी.
मैं बोला- यहां एक क्रिया करने के बाद यहीं से!
ये जगह आंगन सी थी, जिसके एक तरफ वाशबेसिन लगा था.
तभी सासू मां लौट कर आ गईं.
उनके बदन पर केवल ऊपर एक ब्रा थी सफेद. फूलों की माला डाले थीं, जो मैंने पहनाई थी.
मैंने देखा कि उनकी चूत के बाल भी साफ थे अब.
‘गुड.’
मोना मेरी गोद में थी. मुझे शराब पिला रही थी. उसके सामने उसकी नंगी मां मुझसे चुदने रेडी खड़ी थी.
मैं बोला- बस आखिरी क्रिया, उसके बाद आपको खुद पहल करके मेरे साथ सेक्स करना है.
वो बोलीं- क्या करना है अब?
‘मेरी गोद में आकर पूरे घर का एक चक्कर लगाना है. हर कमरे का, छत का आंगन का … और बोलते जाना है.’
‘मैं बाबा की नारी …
भोसड़ खोले डारी.’
मैंने उन्हें उनके चूतड़ थाम कर गोद में उठाया और उन्होंने मेरी कमर के दोनों तरफ टांगें फँसा लीं.
ज़्यादा बड़ा घर नहीं था.
नीचे तीन कमरे थे ऊपर एक.
दो बाथरूम.
एक स्टोर.
मैं उनको लेकर चला.
वो बोलती गईं- मैं बाबा की नारी, भोसड़ खोले डारी.
मैं पांच मिनट में छत पर भी होकर उन्हें वापस ले आया.
वो बोलीं- अब?
मैं हंसा- अब क्या? अब आपको मुझसे अपनी मर्ज़ी से सेक्स करना है.
‘अभी कोई मंत्र या क्रिया?’
‘नहीं.’ मैं बोला.
वो बोलीं- तो आओ बेडरूम में. शुरूआत यहीं से करनी ज़रूरी है ना?
मैं बोला- नहीं, जहां से आप शुरू करें, आप ही मालकिन हैं.
वो हंस दीं. अब वो बहुत सहज हो चुकी थीं.
हम उनके बेडरूम पहुंचे.
वो तब तक मेरी गोद में ही थीं.
मैंने उन्हें उतारा और उनके चूतड़ों पर एक चपत लगाई.
तब मोना भी मेरे पीछे आई.
उसकी स्कर्ट ब्रा उतर गई थी.
उसने श्वेता से कहा- मम्मी, ब्रा तो उतारो. बगैर दूध पिए इनका खड़ा ही नहीं होगा.
श्वेता ने घूर कर उसे देखा- अब हमें अकेले नहीं छोड़ सकती तुम?
मोना ढीठता से बोली- नहीं. क्योंकि फिर तुम इनका कमीनापन झेल नहीं पाओगी.
मोना ने खुद मेरी धोती उतारी और अंडरवियर भी.
मेरा लंड अधजगा था.
मोना ने उसे पकड़ कर कहा- इसे देखो ज़रा … कितना बड़ा है!
मैंने मोना को चूमा और कहा- बेबी अभी जाओ … जब बुलाऊं, तब आना.
वो उदास होकर बोली- ठीक है.
और वो चली गई.
श्वेता ने जल्दी से उठकर कमरे के दरवाजे बंद किए और मुझसे लिपट गई.
मुझे लेकर बेड पर गिरी और मेरा मुँह अपने चूचियों पर लगाया.
‘उम्म, मेरा बाबू मेरा शोना …’
बोलकर सासू मां मुझे अपने चूचियों से लगाए थीं.
उनकी ब्रा उतर चुकी थी.
मैंने उनकी टांगें फैलाकर उनकी चूत थपथपाई और उसपर थूका.
वो बोलीं- छी: क्रीम ले लो ना.
मैंने लंड उनकी चूत पर रखा और घुसेड़ दिया.
वो बुक्का फाड़ कर चीखीं- आन्ह हह हहह मर गई.
उनकी आंखें फैल गई थीं.
आंख में आंसू.
मैंने कहा- काहे की आई उई … छह सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली.
वो कराहती हुई बोलीं- क्या, कोई गर्म रॉड घुसेड़ा है … निकालो प्लीज!
मैं मज़े लेते हुए बोला- अच्छा, मोना की बात समझ नहीं पाई थीं क्या? तीन दिनों तक हस्पताल में रही थी वो … जब उसकी चूत खुली थी.
सासू मां सदमे में पड़ी थीं.
मैंने उनके चूंचे मुँह में भरा, सहलाया.
तब वो कुछ नॉर्मल हुईं.
मैंने पूछा- दो बच्चे हुए आपके, फिर भी इतनी कसी चूत?
वो कसमसाती बोलीं- ऑपरेशन से हुए दोनों. तुम्हें मेरी कसी हुई चूत नसीब में मिलनी लिखी थी.
मैं लंड आगे घुसेड़ने में कठिनाई पा रहा था.
मैंने पूछा- इतनी कसी क्यों है?
वो बोलीं- पिछले 5 सालों से इसमें कुछ गया नहीं ना!
मैंने उन्हें बेड के किनारे घसीटा और नीचे खड़े होकर उनके चूतड़ पकड़ दांत भींच कर लंड अन्दर पेला,
वो फिर से चिल्लाईं- आह, मर गई.
‘चुप, बहन की लौड़ी.’ बोल के मैंने उनके गालों पर चपत मारी.
मैंने लंड बाहर निकाला और ड्रेसिंग टेबल पर रखी क्रीम उठाकर उंगली से उनकी चूत में भरी, अपने लंड पर लगाया.
दूसरा काम ये किया कि दरवाजा खोला और मोना को अन्दर बुला लिया.
सासू मां बोलीं- प्लीज, मोना को बाहर करो. मैं ईज़ी नहीं रहूंगी.
मोना चुपचाप फिर से बाहर हो गई.
मैंने अबकी सासू मां की चूत में लंड डाला तो आराम से गया.
आन्ह आन्ह करते सासू मां अपनी चूत में पूरा लंड लील गईं.
मैंने उनकी चूची पकड़ धक्के देने शुरू किए.
वो पागलों की तरह चीख रही थीं.
फिर उनको ऊपर करके, घोड़ी बनाकर, कई पोजिशन ट्राय करे.
बीस मिनट बाद सासू मां बोलीं- बस, बस अभी निकाल लो, मैं मर जाऊंगी.
मैंने एक मिनट के लिए लंड निकाला, सासू मां पट होकर लेट गईं.
मैंने उनके चूतड़ थपथपाए, फिर उनकी गांड में क्रीम की ट्यूब घुसेड़ कर उनकी गांड में पूरी क्रीम पहुंचा दी.
वो कुनमुनाई- ऊंह … क्या कर रहे हो?
इतनी बुरी तरह से पेला था मैंने कि हिल नहीं पा रही थीं.
मैंने उनके पीछे आकर उनको थोड़ा टेढ़ा कर इस तरह से उनके चूतड़ सैट किए कि उनकी गांड में मेरा लंड चला जाए.
उनकी गांड में लंड घुसा तो वो चिल्लाईं- क्या कर रहे हो?
मैंने उनकी बातों पर ध्यान दिए बगैर उनको दबोच कर उनकी गांड में लंड डालना जारी रखा.
वो चिल्लाती रह गई और आधा लंड उनकी गांड में घुस भी गया.
क्रीम की चिकनाई ने अच्छा काम किया था.
अब मैं जानवर बन चुका था.
उनको औंधा करके पूरी दम से लंड उनकी गांड में पेल दिया.
वो चिल्लाते चिल्लाते लगभग बेसुध हो चुकी थीं.
पूरा लंड गांड में डालकर मैंने उनकी पीठ चूमी.
दस मिनट तक बुरी तरह से मैंने उनकी गांड चोद कर रख दी.
“प्लीज, एक मिनट को लंड निकालो, प्लीज.” वो बुदबुदा रही थीं.
उन पर तरस खा कर मैंने लंड निकाला.
वो हांफती हुई बोलीं- पानी … मोना से कहो पानी लेकर आए.
मोना पानी लेकर आई, उन्होंने पिया.
फिर वो मोना का हाथ पकड़ कर रोने लगीं- मुझे इस जानवर से बचाओ प्लीज. पीछे से भी फाड़ दी और आधे घण्टे से लगा हुआ है.
मोना मेरी सासू मां के आंसू पौंछती हुई बोली- ओह मम्मी … चुप हो जाओ. मैं पहले ही कह रही थी, आप समझी नहीं. एक एक घण्टे तक टिके रहते हैं ये. गांड मारने के बहुत शौकीन हैं. इनसे निपटने का तरीका मेरे पास था.
मैं हंस रहा था.
मोना मुझसे बोली- बेबी, अब मम्मी को छोड़ो, मेरे साथ कर लो!
मैं हंसा, मोना को चूमा और बोला- तेरी मम्मी की गांड मस्त है, एकदम कसी हुई. बहुत दिनों बाद मिली है ऐसी. छोड़ूंगा नहीं. बस तुम इन्हें सम्भालती रहो.
मैंने फिर सासू मां की गांड में लंड पेल दिया.
वो चीख़ पड़ीं.
दस मिनट तक उनकी गांड चुदाई के बाद मैं उनकी गांड में खलास हो गया.
वो औंधे मुँह पड़ी सुबक रही थीं.
तीन दिनों तक मैंने सासू मां की चूत और गांड का बाज़ा बजा कर रख दिया.
छोटी सी गली को मैंने हाइवे बना दिया था.
मैंने उसके बाद पैसों और पॉवर का इस्तेमाल करके ससुर साहब पर लगा क्रिमिनल केस औऱ सासू मां पर लगा गबन का मामला रफा दफा करवा दिया.
बड़ी साली टीना के पति को पुलिस से छुड़वा दिया.
ससुर साहब की तबियत तो ऊपर वाले के हाथ में थी तो मैं फ़र्ज़ी तंत्र मंत्र से कैसे सही करवा पाता.
लेकिन बाकी कष्ट दूर होने से फिर भी सासू मां और मोना को विश्वास हो गया था कि मैं तंत्र विद्या जानता था.
आपको MIL Imaginary Sex कहानी कैसी लगी, प्लीज़ मुझे मेल करके बताएं.
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