दीदी की कुंवारी ननद की चुदाई
(Hot Teen Girl Sex Kahani)
हॉट टीन गर्ल सेक्स कहानी में मेरी बहन कीमलाई मक्खन माल ननद के साथ दोस्ती, सेक्स चैट, लाइव कैम सेक्स के बाद उसकी पूरी चुदाई का वर्णन है.
दोस्तो, मेरा रोहित मीणा है. मैं मध्य प्रदेश के गुना का हूँ.
मेरे लंड का साइज काफी अच्छा है. यह साढ़े छह इंच लम्बा और तीन इंच मोटा है.
मेरा लंड किसी भी लड़की या महिला को सन्तुष्ट कर सकता है.
यह हॉट टीन गर्ल सेक्स कहानी आज दो महीने पहले की है.
इसमें मैंने अपनी दीदी की ननद की चुदाई का वर्णन किया है.
मैं अपनी दीदी की ननद के बारे बता देता हूँ.
उसका नाम निकिता है. वह एकदम मलाई माल है और दूध की तरह गोरी है.
उसके फिगर का साइज 30-28-32 का है. उसके मदमस्त रूप यौवन को देखते ही बूढ़े आदमियों का लंड भी कड़क हो जाता है.
निकिता के परिवार में 4 लोग हैं.
मेरी दीदी व जीजाजी और उनकी सास और खुद निकिता.
निकिता के पापा नहीं हैं.
यह तब की बात है जब मैं अपनी दीदी से मिलने गुना आया था.
उस वक्त मैंने पहली निकिता को देखा था.
सच में वह बड़ी ही मस्त माल लग रही थी.
उसे देखते ही मेरा मन उसे चोदने का करने लगा था, पर मैं क्या कर सकता था.
वह पूरा दिन ऐसे ही उसकी नोकों को याद करते हुए ही निकल गया.
शाम को उससे हल्की फुल्की बातचीत हुई.
वह पढ़ाई की बात कर रही थी.
कुछ देर बात करने के बाद मुझसे रहा नहीं गया और मैंने उससे पूछ लिया- तुम्हारा कोई बीएफ है क्या?
उसने मेरी तरफ मुस्कुरा कर देखा और सर हिला कर मना कर दिया.
मेरे होंठों पर भी मुस्कान आ गई.
तभी उसने भी मुझसे पूछा- क्या तुम्हारी कोई जीएफ है?
मैंने भी मना कर दिया कि नहीं है.
वह हंस कर बोली- तुम तो इतने हैंडसम हो, कोई मिली नहीं क्या?
मैंने कहा- हां यार, मुझे अब तक कोई भी तुम्हारी जैसी लड़की मिली ही नहीं, यदि मिले तो उसे अपनी जीएफ बनाऊं.
मैंने बिंदास कह दिया यह सोच कर कि साला जो होगा सो देखा जाएगा.
उसने धीरे से पूछा- मुझमें ऐसा क्या है?
मैंने एक पल उसकी आंखों में आंखें डाल कर उसे निहारा और कामुक भाव से उससे कहा- तुम बहुत सेक्सी लगती हो निकिता!
उसने भी वासना भरी आंखों से मुझे देखते हुए कहा- बस सेक्सी … और कुछ अच्छा नहीं लगता?
मैंने कहा- हां और भी बहुत कुछ लगता है. तुम बुरा न मानो तो कह दूँ?
वह शोखी से बोली- हां कह दो.
मैंने कहा- तुमको खा जाने का जी करता है!
वह एक बार को मुझे घूर कर देखने लगी.
तो मेरी गांड फट गई कि साला बना बनाया खेल न बिगड़ जाए.
फिर वह हंस कर बोली- तुमने यह तारीफ की है या मुझे गंदी नजर से देखा है!
मैंने कहा- तारीफ भी की है और …
वह बोली- और?
मैंने कहा- यह तुम्हारे ऊपर है कि तुम क्या समझ सकती हो!
वह हंस दी और बोली- मैं तो समझ गई, पर तुम्हारे मुँह से सुनना अच्छा लगेगा.
मैंने कहा- मैंने तो कह दिया है न कि तुम्हें खा जाने का जी करता है.
वह फिर से हंस दी.
इस तरह से हम दोनों कुछ ज्यादा ही घुल-मिल गए और बैठ कर बातें करने लगे.
कुछ देर बाद वह अपने कमरे में चली गई.
जाने से पहले मैंने उसको अपना फोन नंबर दे दिया यह कह कर- हम दोनों फोन पर बात कर सकते हैं क्या?
वह मुस्कुरा कर चली गई.
मैं दीदी के कमरे में आ गया और निकिता की तनी हुई चूचियों की याद करते हुए लंड सहलाने लगा.
तभी मेरे फोन पर एक अनजान नंबर से वीडियो कॉल आने लगा.
मैंने बात की तो सामने निकिता थी.
वह अपने कपड़े बदल चुकी थी और बहुत छोटे से शॉर्ट्स व एक डोरी वाली छोटी से बनियान में थी.
मैंने कहा- आज तो सच में आत्महत्या करने का जी कर रहा है.
वह खिलखिला कर हंसने लगी.
हम दोनों सीधे सेक्सी बात करने लगे.
मैंने कहा- क्या तुम मुझे अपने निप्पल दिखा सकती हो?
वह बोली- अच्छा मतलब नोक देखनी है?
मैंने कहा- हां दिखाओ तो मजा आ जाए.
वह बोली- बदले में मुझे क्या मिलेगा?
मैंने कहा- नोक के बदले नोक देखने मिल सकती है!
वह हंस दी.
उसने मना नहीं किया था न दिखाने के लिए और न देखने के लिए … पर वह दिखा नहीं रही थी.
मैंने उससे कहा- तुम तरसा रही हो!
वह अपने एक निप्पल पर हाथ फेरती हुई बोली- मेरी नोकें तो ऊपर से दिख ही रही हैं पर …
मैंने तुरंत अपने लंड पर हाथ फेरा और उसे लंड की फूली हुई अवस्था दिखाते हुए कहा- इधर भी फुल तैयारी है मैडम, आप शुरुआत तो करें … बंदा एक पल की भी देर नहीं लगाएगा.
वह हंसी और बोली- बंदा तो पहले से ही अपनी नोक दिखाने को मरा जा रहा है!
मैंने कहा- तो क्या बंदी को पहले देखने का मन है?
वह हां बोली कि दिखाओ.
मैंने अपने लोअर को चड्डी समेत नीचे कर दिया तो मेरा लंड मुँह निकाल कर कैमरे के सामने आ गया.
जब मैंने अपने लौड़े की खाल पीछे सरका कर पीछे की तो लाल सुपारा चमकने लगा.
वह मदहोश होकर अपने एक दूध को मींजने लगी और उसने अपने निप्पल को बाहर निकाल दिया.
मैंने कहा- सेम कलर है.
वह समझ नहीं पाई.
मैंने कहा- मेरे सुपारे का और तुम्हारे निप्पल कर कलर सेम है न!
वह हंस दी और बोली- हां सेम है.
इस तरह से हम दोनों एक दूसरे के साथ सेक्स भरी बातें करने लगे थे.
उस रात में उसने अपने सारे कपड़े उतार दिए थे और मैंने भी बाथरूम में जाकर अपने कपड़े उतार दिए थे.
उसने अपनी चूत सहलाई और मैंने लंड हिलाया.
हम दोनों ने एक दूसरे को अपना सामान दिखा कर मुठ मारी और शांत हो गए थे.
मैं दूसरे दिन दीदी के घर से वापस आ गया था.
हम दोनों अब एक दूसरे के साथ फोन सेक्स करने लगे थे.
एक दिन उसने मुझसे कहा- मुझे अपनी चूत में तुम्हारा लंड चाहिए!
मैंने कहा- ठीक है, मैं आ जाता हूँ.
हम दोनों मिलने का प्लान बनाने लगे.
उसने कहा- एक दिन बाद मेरी मम्मी के इलाज के भाभी और भैया इंदौर जा रहे हैं.
उसके यह बताने के बाद दीदी का कॉल आया- रोहित तुम कुछ दिनों के लिए गुना आ जाना, निकिता घर में अकेली रहेगी. हम दोनों सासु मां का इलाज कराने के लिए इंदौर जा रहे हैं.
दीदी की बात सुनते ही मेरी तो जैसे लॉटरी लग गई थी.
मैंने तुरंत हां बोल दिया.
शाम को दीदी के घर पहुंचने से पहले मैंने कंडोम के दो पैकेट ले लिए और घर पहुंच गया.
उधर आकर मैंने खाना खाया और सो गया.
सुबह दीदी की सासु मां और दीदी जीजू को मैं रेलवे स्टेशन छोड़ आया और वापस आ गया.
अब कुछ दिन तक मेरे मजे ही मजे थे.
मैं घर आकर निकिता से गले मिला और उसे गेट पर ही किस करने लगा.
उसने दूर हटते हुए कहा- पहले गेट तो लगा देने दो.
वह मेनगेट में लॉक लगाकर आई तो मैं उसे अपनी गोदी में उठा कर बेडरूम में ले गया.
मैं उसे लिप किस करने लगा.
धीरे धीरे उसने मेरे और मैंने उसके सारे कपड़े उतार दिए.
कुछ पता ही नहीं चला कि कब हम दोनों नग्न हो गए.
सच में क्या मस्त लग रही थी … सफेद कागज की तरह गोरी अंग्रेजन की तरह.
मैं उसकी दोनों चूचियों को एक एक करके चूसने लगा तो वह कामुक सिसकारियां लेने लगी- आह आआह … अह ईई और चूसो … आह और चूसो … मजा आ रहा है!
मैंने उसकी दोनों चूचियां चूस चूस कर लाल कर दीं.
फिर मैं धीरे धीरे नीचे आया और उसकी नाभि को अपनी जीभ से चोदने लगा.
वह ‘आह ईई ईई आह’ करने लगी.
मैं धीरे से और नीचे आ गया.
उसकी चूत पर छोटे छोटे रेशमी बाल थे और फूली हुई पावरोटी की तरह चूत को देख कर मैंने उसकी चूत में अपनी एक उंगली पेल दी.
वह सिहर गई.
उसने आह कहते हुए मेरे सर के बालों को पकड़ कर मुझको अपनी चूत से हटाने का प्रयास करने लगी.
मैंने उसके प्रयास को असफल करते हुए अपना मुँह उसकी चूत पर लगा दिया और चूत को चाटने लगा.
अब उसके मुख से ‘आह ईई ऊई …’ निकलने लगी.
मैं उसे अपनी जीभ से ही चोदने लगा और जीभ काफी अन्दर तक जाकर चूत के रस को पीने लगी.
थोड़ी ही देर बाद वह अपनी गांड उठाती हुई ‘आह आह’ करने लगी और बाल पकड़ कर अकड़ने लगी.
फिर अचानक से वह एकदम से उठी और झड़ गई.
मैं उसके सारे पानी को पी गया.
चूत से पानी निकलते समय उसकी कमर को झटके लग रहे थे और वह मेरे बालों को जोर से पकड़ कर ‘ऊंह ऊंह’ करती हुई मुझे अपनी चूत पर रगड़ने लगी थी.
कुछ ही देर में वह निढाल हो गई.
अब मैं उठा और उससे अपना लंड चूसने को बोला.
पहले तो उसने मना किया लेकिन मेरे मनाने पर चूसने को मान गई.
जैसे ही मेरा लंड उसके होंठों से लगा … उसे मानो जन्नत मिल गई.
वह मस्ती से मेरे लंड को केले की तरह चूसने लगी.
अब मैं ‘आह ऊह ऊह’ करने लगा.
मैं उसके बालों को पकड़ कर अपने लंड उसके गले तक उतार रहा था.
दस मिनट तक लंड चुसवाने के बाद मैंने अपना आपा खो दिया और उसके मुँह में ही झड़ गया.
उसने जरा सा भी मना नहीं किया, वह किसी रांड की तरह मेरे लंड का पूरा पानी पीती चली गई.
मैं आंखें बन्द करके उसके मुँह में लंड पेले पड़ा रहा.
उसने भी मेरे लंड को पूरा चाट कर साफ़ कर दिया.
अब हम दोनों चिपक कर लेट गए और कुछ ही देर बाद हम दोनों वापस 69 की पोजीशन में आ गए.
वह मेरा लंड … और मैं उसकी फूली हुई चूत चाटने लगा था.
थोड़ी देर बाद उसने कहा- बस अब रहा नहीं जाता, अपना लंड मेरी चूत के अन्दर डाल दो.
मैंने भी देर ना करते हुए उसकी गांड के नीचे तकिया लगाया और अपने लंड को उसकी फूली हुई चूत पर सैट कर दिया.
फिर मैंने एक झटका लगाया तो लंड फिसल गया क्योंकि उसकी चूत सील बन्द थी.
वह हंसने लगी.
मैंने फिर से चूत पर लंड सैट किया और जोर से झटका दिया, तो मेरे लंड का टोपा अन्दर घुस गया.
वह चिल्ला पड़ी- ओ ई मां … मर गई!
उसकी चूत की सील टूटने से खून निकलने लगा और वह मुझे धकेलने लगी.
मैं थोड़ी देर रुका और उसे किस करने लगा.
जब उसका दर्द कम हुआ तो वह अपनी गांड उठाने लगी.
इस बार मैंने जोर का झटका दे दिया.
मैंने अपना 6.5 इंच का मोटा लंड चूत में पूरा घुसेड़ दिया.
वह दर्द सहन नहीं कर पाई और उसकी आंखों से आंसू आने लगे.
वह मछली की छटपटाने लगी.
मैं कुछ पल रूककर वापस लंड को आगे पीछे करने लगा.
धीरे धीरे उसका दर्द कम हुआ तो वह अपनी गांड उठाने लगी.
मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और वह ‘आह ईई ईई ऊ ऊ ऊ’ की सिसकारियां निकालने लगी.
उसकी मादक आवाजों से पूरा कमरा गूंज रहा था.
दस मिनट की चुदाई के बाद वह झड़ने लगी और चूत में रस भर जाने से पूरे कमरे में पच पच की आवाज आने लगी.
मैं धकापेल मचाए पड़ा था.
कुछ ही देर में वह गांड उठाती हुई कहने लगी- आह … और जोर जोर से चोदो … फाड़ डालो मेरी चूत को … बहुत खुजली होती है साली में!
मैं जोर जोर से चोदने लगा.
थोड़ी देर बाद वह चिल्लाने लगी और झड़ने लगी.
कुछ देर बाद मैंने भी अपनी स्पीड बढ़ा दी और मैंने उससे कहा- मैं आने वाला हूँ, जल्द बताओ कहां निकालूँ?
उसने कहा- कहीं नहीं, मेरी चूत में अपना रस डाल दो.
ताबदतोड़ चुदाई के बाद मैंने अपने लंड का वीर्य उसकी फूली हुई चूत में छोड़ कर उसे लबालब भर दिया.
हॉट टीन गर्ल सेक्स करके हम दोनों निढाल हो गए और किस करने लगे.
थोड़ी देर बाद हम दोनों फिर से चार्ज हो गए, पुनः चुदाई होने लगी.
इस बार मैंने कभी उसे गोदी में उठा कर चोदा तो कभी घोड़ी बना कर चुदाई की.
कुल बीस मिनट चुदाई करने बाद इस बार मैं उसके मुँह में झड़ गया और अलग होकर लेट गया.
कुछ देर बाद मैंने उससे उसकी गांड मारने के लिए कहा.
तो वह मना करने लगी, वह बोली- बाद में कभी कर लेना.
मैं मान गया.
उस दिन मैंने उसकी चार बार चुदाई की और तीन दिन तक पूरे घर में नंगे ही रहे.
हम दोनों की जहां मर्जी हुई, वहीं चुदाई शुरू कर दी.
इस दौरान मैंने एक बार भी कंडोम का जिक्र नहीं किया था.
शायद उसे भी बिना कंडोम के ही चुदने में अच्छा लग रहा था.
बाद में मैंने उसकी गांड भी मारी, वह सेक्स कहानी अगली बार बताऊंगा.
आपको मेरी हॉट टीन गर्ल सेक्स कहानी अच्छी लगी होगी.
मुझे ईमेल व कमेंट्स से जरूर बताएं.
[email protected]
What did you think of this story??
Comments