कुंवारी मौसी को गर्म करके चोदा
(Hot Mausi Chudai Kahani)
हॉट मौसी चुदाई का मजा मुझे मम्मी की दूर के रिश्ते में बहन ने दिया. मैं मामा के घर शादी में गया तो वहां उससे मुलाक़ात हुई. मैंने उसे कैसे सेक्स के लिए तैयार किया?
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार.
मेरी पिछली कहानी
बेवफा प्रेमिका को पार्क में चोदा
को आप सभी ने बहुत प्यार दिया, काफी लोगों के ईमेल आए.
आप सभी का शुक्रिया.
साथ ही मैं माफी चाहूँगा कि सभी को जवाब नहीं दे सका.
जिन्होंने मेरी पिछली स्टोरी पढ़ी होगी, वो मेरे बारे में जानते होंगे, पर नए पाठकों के लिए मैं फिर से अपने बारे में बताना चाहूँगा.
मेरा नाम सूरज है. यह बदला हुआ नाम है.
मेरी उम्र 24 साल है. मैं 58 किलो वजन का एक साधरण सा लड़का हूँ और दिल्ली में रहता हूँ. मैं एक कंपनी में सेल और पर्चेज़ का काम देखता हूँ.
कहानी को ज्यादा लम्बा ना खींचते हुए मैं थोड़ा संक्षिप्त में ही लिखूंगा.
ये हॉट मौसी चुदाई कहानी मेरे और मेरी मौसी के बीच बने सेक्स सम्बंध के बारे में है.
मौसी का नाम अक्षि (बदला हुआ) है.
उससे पहले मैं आप सभी को अपने गांव के बारे में बताना चाहूँगा. मेरा गांव उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में है.
बात 2019 के फरवरी की है, जब मैं अपने गांव मेरे मामा के घर शादी के फंक्शन में गया था.
तब वहां पर मेरी मुलाक़ात पहली बार मेरी सबसे छोटी मौसी अक्षि से हुई थी.
वह मेरी मम्मी की मौसी की बेटी है.
अक्षि मौसी का रंग ज्यादा गोरा तो नहीं है पर वो दिखने में काफी खूबसूरत और आकर्षक है.
उसका फिगर 32-28-34 का है और वो उम्र में मुझसे 2 साल छोटी यानि 22 साल की है.
उसकी तब तक शादी नहीं हुई थी.
मेरा तो अक्षि को देखते ही उसे चोदने का मन होने लगा … और हो भी क्यों ना … एकदम मासूम सा चेहरा और फिगर कातिलाना.
बाहर को निकली उसकी मदमस्त गांड पर मेरा बार बार ध्यान जा रहा था.
शुरू शुरू में तो हमारी ज्यादा बात नहीं हुई पर एक दो दिन साथ रहने पर हम दोनों अच्छे दोस्त बन गए और हम उम्र होने की वजह से मैं उसे नाम से बुलाने लगा.
हम दोनों लगभग सारा दिन ही साथ में बिताने लगे थे.
साथ में बातें करते तो कभी साथ में मार्किट चले जाते और हंसी मज़ाक करते हुए अपना समय व्यतीत करने लगे थे.
शादी का फंक्शन था तो रिश्तेदार ज्यादा आने ही थे.
रिश्तेदार ज्यादा होने की वजह से एक कमरे में 5-6 लोग सोते थे.
वो भी मेरे वाले कमरे में ही सोती थी.
एक दिन वो मेरे पास सोने आ गई और मुझसे बातें करते करते सो गई.
रात को 12 बज रहे थे, सभी सो चुके थे, पर मेरी आंखों से नींद गायब थी क्योंकि मेरी प्यारी मौसी जो मेरे पास सो रही थी.
पहले तो मैं थोड़ा डर रहा था, फिर बड़ी हिम्मत करके मैंने अपना एक हाथ उसके मम्मों पर रखा और हल्के से सहलाने लगा.
उसने एक करवट ली तो मैं डर गया और हाथ हटा लिया.
फिर जब दोबारा गहरी नींद में सो गयी तो मैं दोबारा उसके मम्मों को हल्के से दबाने लगा.
कुछ देर इसी तरह मम्मों को दबाने के बाद मैं अपना एक हाथ उसकी सलवार के ऊपर से ही उसकी चूत के ऊपर फिराने लगा.
ऐसे ही कुछ देर करने के बाद मैं भी सो गया.
फिर अगले दिन वही सब हंसी मज़ाक चलने लगा.
कुछ काम आदि करने के बाद दिन खत्म हुआ, सभी ने खाना खाया और अपने अपने कमरे में सोने चले गए.
हम दोनों भी अपनी जगह पर आ गए और आज भी वो मेरे पास ही सोने आ गई.
फिर वैसा ही हुआ.
कुछ देर बात करने के बाद मौसी सो गई.
उसके सोने के बाद मैं दोबारा वही सब करने लगा.
इस बार डर खत्म हो गया था तो मैंने उसकी सलवार में हाथ डाल दिया और पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत पर उंगली फिराने लगा.
कुछ देर के बाद उसके मुँह से एक आह की आवाज निकली जिसे सुनकर मुझे पता चल गया कि वो सोने की एक्टिंग कर रही है.
मैं खुल कर उसकी चूत में उंगली करने लगा.
मैंने धीरे से मौसी के कान में कहा- मौसी, मुझे पता है तुम जाग रही हो. अगर मजा आ रहा है तो साथ दो. हम और ज्यादा अच्छे से इस पल को एन्जॉय कर सकते हैं.
तो उसने आंखें खोलीं और मेरी तरफ देखने लगी.
मैं बिना देरी किए उसके होंठों का रसपान करने लगा.
कुछ देर बाद वो भी मेरा साथ देने लगी.
मैंने मौका देख कर अपना एक हाथ फिर से उसकी सलवार में डाल दिया और पैंटी के ऊपर से उसकी चूत को सहलाने लगा.
मौसी की सांसें तेज हो गईं और वो और ज्यादा उत्तेजित होकर मेरे होंठ चूसने लगी.
फिर मैं थोड़ा अलग हुआ और उसके कान में बोला कि हम बाहर चलते हैं, यहां कोई उठ जाएगा तो परेशानी हो जाएगी.
इस पर अक्षि ने हामी भर दी और हम बाहर चल पड़े.
आस पास देखते हुए हम बाहर निकले और बाथरूम में चले गए.
वहां जाकर हम दोनों एक दूसरे से लिपट गए, एक दूसरे के होंठों को चूसने और काटने लगे.
उसे देख कर ऐसा लग रहा था जैसे न जाने कितने समय से वो लंड की प्यासी है.
उसके होंठों को चूसते चूसते मैंने अपना एक हाथ उसके कमीज के अन्दर डाला और उसके मम्मों को दबाने लगा.
इससे वो और जोश में आने लगी.
फिर उसने पैंट के ऊपर से ही मेरे साढ़े पांच इंच लम्बे और दो इंच मोटे लंड को पकड़ लिया … और उसे मसलने लगी.
मैंने उसके सूट के साथ उसकी ब्रा को उतार कर साइड में फेंक दिया और उसके मम्मों को दबाने लगा, अपने मुँह में भर कर चूसने लगा.
उसकी सिसकारियां तेज़ होने लगी थीं, वो ‘आअह हम्म्म ऊओह …’ की दबी दबी सी आवाजें निकालने लगी.
वो एकदम से बोली- मेरे दूध चूसो.
मैंने उसके एक दूध को अपने होंठों में दबाया और निप्पल खींच कर चूसने लगा.
वो मीठे दर्द से मुझे अपने दूध को चुसाने लगी.
इसी तरह से मैंने उसके दोनों मम्मों को बारी बारी से खूब चूसा.
उसके निप्पल एकदम लाल हो गए थे.
धीरे धीरे मैं उसके पूरे बदन पर चूमने और चाटने लगा जिससे वो और उत्तेजित होने लगी.
मैंने उसकी सलवार भी उतार दी और उसकी दोनों टांगों के बीच छुपी चूत पर अपना मुँह लगा दिया.
इस सुख से अंजान होने की वजह से उसके शरीर में एक कम्पन सी होने लगी और मैंने अपनी जीभ को उसकी चूत में अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया.
अब उससे खड़ा नहीं हुआ जा रहा था तो मैंने वहीं बाथरूम में उसे लेटा दिया और जल्दी से अपने कपड़े उतार दिए.
मैं 69 की अवस्था में आ गया.
उसकी चूत मेरे मुँह की तरफ और मेरा लंड उसके मुँह की तरफ हो गया.
अक्षि इतनी ज्यादा उत्तेजित हो चुकी थी कि जैसे ही मैंने लंड उसकी तरफ किया, वो उसे चूसने लगी.
वो लंड चूसने में ज्यादा एक्सपर्ट तो नहीं लग रही थी पर काम चलाने लायक थी.
हम दोनों ने करीब 10 मिनट तक एक दूसरे के लंड और चूत को चूसा होगा.
फिर उसने कहा- सूरज अब रहा नहीं जा रहा, प्लीज जल्दी से इसे अन्दर डाल दो.
बस मुझे इसी का इन्तज़ार था.
इतना सुनते ही मैं सीधा हुआ और उसकी टांगों के बीच में आकर अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ने लगा.
उसके मुँह से आअह हम्म्म्म ऊऊ जैसी सीत्कारें निकल रही थीं.
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.
मैंने अपने लंड से उसकी चूत पर दबाव बनाना शुरू किया और थोड़ा सा लंड (लंड का ऊपरी हिस्सा) अन्दर चला गया.
उसकी चूत टाइट थी तो वो दर्द से थोड़ा कराहने लगी.
शायद उसका पहली बार था.
फिर मैंने उसके होंठों को अपने होंठों में दबा कर लंड को 2-3 धक्कों के साथ पूरा उसकी चूत में पेल दिया.
उसकी आंखों से आंसू आ रहे थे तो मैं कुछ देर रुक गया.
मैंने उसके नॉर्मल होने का इन्तज़ार किया और उसे किस करता रहा.
कुछ देर बाद उसने नीचे से अपनी चूत को उठा कर कमर हिलाई.
वो मेरा लंड अन्दर बाहर करने की कोशिश करने लगी.
इससे मैं समझ गया कि अब चोदने का टाईम आ गया है.
मैंने भी लंड को अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया पर आराम से और बड़े प्यार से.
करीब दो मिनट बाद मैंने स्पीड को बढ़ाना शुरू कर दिया.
साथ में उसके मम्मों को भी दबाने और काटने लगा.
वो पूरी मस्ती में चुदाई करवा रही थी.
फिर अचानक वो मुझे ज़ोर से अपनी ओर दबाने लगी और बोलने लगी- सूरज और तेज़ करो, मैं आने वाली हूँ आह … ऐसे ही … और तेज़ हम्म्म्म!
ऐसा बोलती हुई वो झड़ने लगी और मेरे लंड को अपनी चूत अन्दर खींचने सी लगी.
वो झड़ गई.
मैंने अपनी स्पीड तेज़ ही रखी और चुदाई करता रहा.
फिर मैंने उसे डॉगी पोज़ीशन में आने को बोला, तो वो जल्दी से डॉगी पोज़ीशन में आ गई.
मैंने पीछे से उसकी चूत में अपना डाला और चुदाई करने लगा.
अब उसकी चूत से फच फच की आवाज आने लगी.
मैं पीछे से उसकी चुदाई करते करते उसकी पीठ पर किस कर रहा था.
ऐसे ही हमने लगभग दस मिनट चुदाई की.
फिर मैंने उसे खड़ा किया और उसका एक पैर वहां रखी टेबल पर रखवा दिया.
मैं आगे से उसकी चूत में लंड डाल कर चोदने लगा.
वो इसी अवस्था में एक बार और झड़ गई.
अब मेरा भी टाईम होने वाला था, तो कुछ देर उसी अवस्था में उसे चोदने के बाद मैंने उसे दोबारा पीठ के बल लेटा दिया. उसकी दोनों टांगों के बीच आकर मैं उसकी चुदाई करने लगा.
अब तक हमें चुदाई करते हुए काफी देर हो चुकी थी.
कुछ देर और चुदाई करने के बाद मैं झड़ने वाला था.
मैंने पूछा- कहां निकालूँ?
तो उसने बाहर निकालने को कहा.
मैंने 10-12 धक्के और लगाये और लंड को चूत से बाहर निकाल कर उसकी चूत के ऊपर सारा रस गिरा दिया.
मैं उसके ऊपर ही लेट गया.
उसे इस सेक्स से जो संतुष्टि मिली थी, वो उसके चेहरे पर साफ देखी जा सकती थी.
उसने कहा भी- ये चुदाई मुझे हमेशा याद रहेगी.
फिर कुछ देर बाद हमने एक दूसरे को साफ किया और कपड़े पहन कर मैंने सावधानी से बाथरूम के बाहर देखा.
रास्ता साफ दिखने पर हम दोनों अपने रूम में जाकर सो गए.
अगले दिन उसने बताया कि पहली बार जब उसके सोते वक़्त मैंने उसके मम्मों पर हाथ रखा था, वो तभी उठ गई थी पर उसने सोने की ऐक्टिंग की.
उसके बाद मैंने हॉट मौसी चुदाई कई बार की; एक बार तो उसके घर जाकर भी उसकी चुदाई की थी.
अब उसकी शादी हो चुकी है और अब भी जब भी हमें मौका मिलता है, हम चुदाई कर लेते हैं.
तो दोस्तो, कैसी लगी मेरी और मेरी हॉट मौसी चुदाई स्टोरी. मुझे मेल करके ज़रूर बताएं.
मेरी मेल आईडी है- [email protected]
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