ससुराल में चुदाई की कामुक दास्ताँ- 8
(Free Xxx Family Kahani)
फ्री Xxx फॅमिली कहानी में मैं अपने ससुर से चुदाई का मजा ले चुकी थी. मेरे ससुर मेरे पापा के दोस्त थे तो हमारे परिवार में सेक्स, मेरी मम्मी और मेरी बुआ की चूत चुदाई की बात बता रहे थे.
कहानी के पिछले भाग
ननद भाभी का लेस्बियन सेक्स
में आपने पढ़ा कि ससुर जी को उनकी बेटी का नग्न बदन और लेस्बियन सेक्स करके उसकी वासना दिखाने के बाद मैंने अपने भाई सोनू के बारे में उनको बताना शुरू किया.
यह कहानी सुनें.
अब आगे फ्री Xxx फॅमिली कहानी:
ससुर जी की इस बात पर मैं हंसती हुई बोली कि- हां … हां वही ज्योति! दरअसल मैंने ज्योति को बताया था कि सोनू मेरे साथ रात में ये सब करता है। ज्योति ने सोनू को बता दिया था कि तुम रात में गरिमा के साथ जो हरकत करते हो, वो सब जानती है। सोनू ने उससे पूछा कि दीदी गुस्सा कर बता रही थी क्या? तो ज्योति ने बोला कि नहीं वो तो खुद ही मजे लेती है। बाद में ज्योति ने मुझे भी ये बात बता दी कि उसने सोनू को बता दिया है कि तुम उसकी हरकत के बारे में जानती हो। जब सोनू को ये बात पता चली कि मैं भी मजे लेती हूँ तब से वो बिना डरे रात में मेरे साथ और ज्यादा मजे लेने लगा।
ससुर जी बोले- पूरा खुलकर बताओ ना क्या-क्या करता था।
मैंने असली बातें छुपाते हुए झूठी कहानी बनाने लगी और कहा- पहले तो वो मेरे सो जाने का वेट करने के बाद डरते हुए चोरी से कुछ करता था लेकिन जब उसे भी पता चल गया कि मैं भी मजे लेती हूं तो और खुलकर वो हरकतें करने लगा। जैसे अब मेरे नींद में आने का वेट नहीं करता था। जहां पहले चूचियों को टी-शर्ट के ऊपर से ही हल्का-हल्का दबाता था वहीं बाद में वो टीशर्ट को ऊपर करके सीधा चूचियों को नंगा कर दबाने लगा। मैं भी पहले टीशर्ट के नीचे ब्रा पहनती थी बाद में मैं भी बिना ब्रा के टीशर्ट पहन कर सोने लगी और रात में पैंटी उतार कर सिर्फ स्कर्ट में सोने लगी। सोनू की हिम्मत बढ़ी तो शुरू में तो वो सिर्फ चूचियों को दबाता था बाद में चूसने भी लगा। फिर धीरे-धीरे वो स्कर्ट उठाकर पैंटी के ऊपर से ही चूत को भी सहलाने लगा। उसके बाद मैं बिना पैंटी के सिर्फ स्कर्ट में ही सोने लगी। जिससे सोनू समझ गया कि मैं भी फुल मजा लेना चाहती हूँ तो वो मजे से मेरी चूत को चाटने भी लगा।
मेरी बातें सुनकर ससुर जी की आंखों में कामुकता भर गयी थी और वो धीरे से बोले- तुम कुछ बोली नहीं तब?
मैं हंसती हुई बोली- नहीं … मैं क्यों बोलती मुझे तो मजा ही आ रहा था।
ससुर जी बोले- ओहो हहह … फिर तो खुलकर पूरा ही मजे लेना चाहिए था ना!
मैं हंसती हुई बोली- अरे तो आज ही रहा है. वो आप ही बोल दीजिएगा उससे कि मेरे साथ पूरा मजा ले ले।
मेरी बात सुनकर ससुर जी की आंखों में जैसे चमक आ गयी थी जैसे वो यही चाह रहे हों.
वो खुश होते हुए बोले- हां सच में … कहो तो बोल दूँ उससे … मजा आ जाएगा।
मैं हंसती हुई बोली- तो क्या सीधा बोल देंगे क्या उससे कि सोनू आज तुम अपनी वर्षों को तमन्ना पूरी कर लो और चोद दो अपनी बहन को?
ससुर जी बोले- अरे नहीं … मतलब थोड़ा घुमा फिराकर बात किया जाएगा।
मैं बोली- रात में तो पायल घर पर रहेगी तो ये सब बात तो होगी नहीं। सोनू 9 या 10 बजे तक आ जाएगा यहाँ। उसके बाद पायल 9.30-10 बजे तक कॉलेज चली जाएगी। फिर शाम 4-5 बजे तक आएगी। आप ऑफिस से छुट्टी ले लीजिए तो हमारे पास 5-6 घंटे का पूरा टाइम है मजा करने का। फिर जब शाम को पायल आएगी तो हम घर निकल जाएंगे। पायल को कुछ पता भी नहीं चलेगा और काम भी हो जाएगा।
ससुर जी कुछ सेकेण्ड सोचकर बोले- हाँ, ये भी सही कह रही हो मैं ऑफिस से छुट्टी ले लेता हूँ। पायल के जाने के बाद हम तीनों बात करेंगे आराम से!
मैं बोली- फिर ठीक है जो भी बात होगी पायल के कॉलेज जाने के बाद।
फिर ससुर जी कुछ सोचते हुए मुस्कुराकर बोले- वैसे एक बात बोलूं?
मैं- क्या बोलिए.
ससुर जी- तुम सच में अपनी मां पर गयी। मोना (मेरी मम्मी) भी बिल्कुल तुम्हारी तरह है एकदम बिंदास, मजेदार और बेहद कामुक!
मैं मुस्कुराती हुई- हो सकता है पहले ऐसी रही हों और लेकिन अब शायद ऐसी नहीं हैं वो!
ससुर जी कुछ रहस्यमयी मुस्कान के साथ बोले- तुम क्या जानो … है तो अब भी वो वैसी ही जैसे पहले थी।
ससुर जी की इस बात पर मैं उत्सुक होते हुए पूछी- मतलब? आपको कैसे पता कि अब भी वो ऐसी ही हैं।
वे मेरी बात को हंसकर टालने के अंदाज़ में बोले- अरे वो ऐसे ही बोल रहा था।
मैं थोड़ा नाराजगी और नखरा दिखाते हुए बोली- नहीं, आप फिर कुछ छिपा रहे हैं। हमने आपको अपने और सोनू के बारे में सब सच-सच बता दिया और आप अब भी हमसे छिपा रहे हैं कुछ। ठीक है नहीं बताना तो मत बताइये. मैं भी जा रही हूँ अब जाने की तैयारी करने। सोनू के साथ सुबह ही घर निकल जाऊंगी।
मेरी इस बात पर ससुर जी को लगा कि मैं सच में नाराज़ हो गयी हूँ और कहीं सच में सुबह को ही घर ना चली जाऊँ तो वो जल्दी से मुझे मनाते हुए हंसकर बोले- अरे बाबा नाराज़ क्यों हो रही हो। अच्छा सब बताता हूँ बस तुम गुस्सा थूक दो।
मैं थोड़ा मुंह बनाती हुई बोली- तो बताइये सब! कुछ भी छिपाना नहीं है।
ससुर जी मुस्कुराते हुए बोले- ठीक है कुछ नहीं छिपाऊंगा। बताता हूँ। दरअसल तुम्हारी शादी से पहले जब मैं तुम्हारे शहर में रहता था तो कई बार तुम्हारे कॉलेज जाने के बाद मैं, रवि (मेरे पापा) और मोना (मेरी मम्मी) तीनों साथ ही मजे करते थे।
ससुर जी की बात सुनते ही मेरी आंखें आश्चर्य से फटी रह गयीं मैं हैरान होती हुई बोली- क्या … सच में? हमारे घर पर ही?
ससुर जी मुस्कुराते हुए बोले- हाँ … सच में। लेकिन तुम्हारे घर नहीं मेरे घर पर। ताकि अगर तुम कभी पहले भी आ जाओ तो मोना बहाना कर सके कि वो बाजार में है थोड़ी देर में पहुंच जाएगी। तेरे पापा का तो वैसे भी ऑफिस टाइम ही रहता था।
मैं हैरानी से बोली- मुझे तो विश्वास ही नहीं हो रहा। मम्मी के बारे में तो मैंने ऐसा सोचा ही नहीं था। मुझे लगा कि इस उम्र में वो कहां सेक्स करती होंगी।
ससुर जी मुस्कुराते हुए बोले- अरे 41 साल की ही तो है तेरी मम्मी! इस उम्र में तो औरतों का और ज्यादा मन करता है चुदाई का! मोना की उम्र भले ही 40 के ऊपर हो गयी हो लेकिन कामुकता 20 साल की जवान लड़की जैसी है उसके अंदर! इस उम्र में भी मस्त मज़ा देती है वो!
मैं हैरानी से ससुर जी की बात सुन रही थी।
ससुर जी आगे बोले- एक-दो बार जब शालू (मेरी बुआ) भी आयी थी, तब हम चारों ने साथ ही मजे किये थे।
वे मेरे चेहरे की तरफ देखकर हंसते हुए बोले- क्या हुआ, विश्वास नहीं हो रहा क्या?
मैं बोली- हे भगवान, सच में विश्वास नहीं हो रहा।
अभी मैं कुछ और बोलती, तभी ससुर जी मुस्कुराते हुए बोले- एक बात और बताऊं?
मैं बोली- अरे बाबा, अब भी कुछ बताने को बाकी है क्या? बता दीजिए वो भी।
ससुर जी मुस्कुराते हुए फ्री Xxx फॅमिली की पोल खोलते हुए बोले- जो कल रात में तुम और पायल आपस में कर रही थी ना वो मोना और शालू भी करती हैं।
मैं हैरानी से बोली- क्या … पहले की बात बता रहे हैं या अभी की?
ससुर जी बोले- पहले तो करती ही थी … अभी जब हम चारों एक साथ मिले थे तुम्हारे घर तब भी 2-3 बार किया था हम लोगों के सामने ही!
मैं हंसकर मजे लेती हुई बोली- बाप रे … मतलब मेरे कॉलेज जाने के बाद आप लोग थ्रीसम, फोरसम, लेस्बियन सेक्स के मजे लूटते थे और मैं बेचारी चूत में उंगली डालकर काम चला रही थी। मुझे भी शामिल कर लिया होता तो और मज़ा आता ना!
ससुर जी हंसते हुए बोले- तुम्हारी बात पर एक मजेदार चीज याद आ गयी!
मैं- क्या? बताइये।
जिस पर ससुर जी मम्मी,पापा, बुआ और अपने बीच हुई एक पुरानी बात बताने लगे।
ये बात मेरी शादी से पहले कुछ दिनों पहले की थी।
ससुर जी:
“एक बार क्या हुआ कि शालू (मेरी बुआ) तुम्हारे घर आयी हुई थी। तो तुम्हारे कॉलेज जाने के बाद हम लोगों ने चुदाई का प्लान बनाया। चुदाई में टाइम का ध्यान नहीं रहा और थोड़ा ज्यादा देर तक मजे ले लिए तो मोना (मेरी मम्मी) बोली कि जल्दी करो गरिमा के कॉलेज से आने का टाइम हो रहा है।
मैंने मजे लेते हुए कहा- तो क्या हुआ उसे भी यहीं बुला लो, वो भी जवान हो गयी थोड़ा मजे ले लेगी।
इस पर मोना भी मजे लेती हुई बोली- तुम्हारी बेटी पायल भी तो जवान हो गयी है, उसे भी बुला लो ना. तो और मज़ा आएगा। तुम लोगों को दो-दो जवान और नयी चूत चोदने का मौका मिल जाएगा।
मैंने कहा- तो क्या हुआ, जब हम बेटियों से मजे लेंगे तो तुम भी सोनू से मजे ले लेना. उसका लण्ड भी तो जवान और नया है। वैसे भी बेचारा मुठ मारकर काम चला रहा होगा।
मोना बोली- तुम लोग इस उम्र में 19-20 साल की जवान चूत चोदना रहे हो और उस बेचारे को 40 साल की औरत थमा रहे हो. कुछ तो तरस खाओ उस पर!
तेरी मम्मी की इस बात पर शालू हंसते बोली- अरे भाभी, मैं 29 साल की हूँ मेरे तो तीस भी पूरे नहीं हुए।
इस पर हम चारों हंस दिये।
फिर मैंने मोना से बोला- जैसे हम अपनी बेटियों को चोदना चाहते हैं तो हो सकता है सोनू भी तुम्हें चोदना चाहता हो तो! वैसे भी आजकल के लड़के अनुभवी और बड़ी उम्र मतलब कि 40-45 साल की उम्र की औरतों को चोदना ज्यादा पसंद करते हैं।
मोना हंसती हुई बोली- वाह, फिर तो अच्छा है तुम लोग अपनी-अपनी बेटियों को चोदना और बेटे अपनी माँ को!
इस पर शालू हंसती हुई बोली- हो सकता है हम लोगों को पता भी ना हो और भाई-बहन ही आपस में मजे ले रहे हों मेरे और भैया की तरह तो?
पहले तो मुझे लगा कि शालू की बात पर तेरी मम्मी का रिएक्शन सही नहीं होगा और थोड़ा मुंह बनाएगी. हो सकता है कि उसे ये बात अच्छी नहीं लगे।
लेकिन मैं मोना का जवाब सुनकर मैं चौंक गया और सच कहूं तो मजा भी आया।
जैसे ही शालू ने बात बोली, तो मोना मुंह बनाना तो दूर बल्कि यह सुनकर खुश हो गयी और हंसते हुए मजे लेकर बोली- फिर तो बहुत अच्छा है. मैं तो चाहती हूँ कि गरिमा और सोनू भी अपने पापा और बुआ की तरह ही आपस में मजें लें। भाई-बहन का प्यार तो बना रहेगा।
फिर तेरी बुआ और पापा की तरफ इशारा कर आंख मारते हुए बोली- जैसे तुम दोनों के बीच आज भी प्यार है। नहीं तो आजकल तो शादी के बाद भाई-बहन के बीच तो झगड़ा चालू हो जाता है।
फिर मुझसे बोली- आप भी अपने बेटे और बेटी को आपस में मजे लेने दीजिए जैसे ये दोनों लेते हैं।
मोना की इस बात पर हम चारों हंस दिये।
इतना बोलकर ससुर जी चुप हो गये।
मैं हैरानी से आंखें फाड़े उनका मुंह देखते हुए उनकी बात सुन रही थी।
उनके चुप होने पर बोली- फिर?
ससुर जी बोले- फिर क्या, कुछ देर इसी तरह हंसी-मजाक के बाद तेरी मम्मी और बुआ घर चली गयीं और मैं और तेरे पापा वापस ऑफिस!
मैंने हैरानी से पूछा- एक बात बताइये जब आपने मेरे बारे में बोला तो मम्मी जरा भी गुस्सा नहीं हुईं?
ससुर जी हंसते हुए बोले- नहीं तो … बल्कि अगर सच में तुम भी आ जाती उसमें तो वो खुद भी मजे लेती।
फिर ससुर जी आगे बोले- दरअसल बेचारी तुम लोगों के सामने इमेज को लेकर डरी रहती है बस! कहती है कि तुम लोगों को जो करना है अलग से कर लो लेकिन मुझे शामिल मत करो। बच्चे क्या सोचेंगे मेरे बारे में!
मैं- मतलब …
ससुर जी बोले- अरे मतलब ये कि वो कहती है कि बच्चे बड़े हो गये हैं, उन्हें कुछ पता चल गया तो क्या सोचेंगे मेरे बारे में कि इस उम्र में भी मम्मी इस तरह की हरकत कर रही हैं। उसे लगता है कि अगर बच्चे उसकी सेक्स लाइफ के बारे में जानेंगे तो सोचेंगे कि कितनी गंदी मम्मी हैं और फिर तुम लोगों के सामने उसकी इमेज खराब हो जाएगी।
मैं मुस्कुराती हुई बोली- ओहो … मतलब मम्मी के डर की वजह से मुझे मौका नहीं वरना बहती गंगा में मैं भी चूत धो लेती। सोचिए आप लोग इस उम्र में ग्रुप सेक्स कर रहे थे और हम जवान बेटे-बेटियाँ मुठ मारकर और उंगली से काम चला रहे थे।
फिर मैं हंसती हुई बोली- वैसे कुछ दिन बाद तो भी आप जान ही गये थे कि उनके बच्चे कितने शरीफ हैं। तो मम्मी को बता दिया होता। हो सकता है तब कुछ मौका मिल जाता हमें भी।
ससुर जी बोले- सच कहूं तो जब तुम उस दिन सोनू से अपनी दोस्त को चुदवाने मेरे घर लेकर आयी थी और फिर मेरी गोद में बैठी थी तो मैंने यही सोचा था कि मोना को खुशखबरी दे दूं कि बच्चे जवान हो गये हैं तेरे। लेकिन फिर तुम्हारी शादी की बात चलने लगी उसी में बिज़ी हो गया तो फिर मौका ही नहीं मिला।
तभी ऐसा लगा ससुर जी को कुछ याद आया हो और वो अचानक से हंसते हुए बोले:
मेरे ससुर को क्या याद आया और वे क्या बोले, यह अगले भाग में!
यह कहानी अभी चलती रहेगी.
आप फ्री Xxx फॅमिली कहानी पर अपने विचार मुझे मेल और कमेंट्स में बतायें.
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फ्री Xxx फॅमिली कहानी का अगला भाग: ससुराल में चुदाई की कामुक दास्ताँ- 9
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