चार से बेहतर ग्रुप सेक्स- 1
(Wife Husband Swapping Sex Kahani)
वाइफ हस्बैंड स्वैपिंग सेक्स कहानी में पढ़ें कि मौज मस्ती करने रिसोर्ट में आयी दो सहेलियों ने खुलेआम अपने पति बदल लिए और पूरी रात खुल कर चुदाई की.
दोस्तो … कैसे हैं आप लोग! इससे पहले आपने मेरी कहानी दो से बेहतर चार पढ़ी … ये उसी की आगे की कड़ी है।
पिछली कहानी
मसाज के बाद बीवियां बदल कर चुदाई
में आपने पढ़ा की कैसे बचपन की सहेलियों ने अपनी हॉस्टल लाइफ में मस्ती की और कैसे उन्होने शादी के बाद आपस में मस्ती की।
ये वाइफ हस्बैंड स्वैपिंग सेक्स कहानी है दो जोड़ों अनिल-दीपा और मनीष-शिखा की, जिन्होंने एक रिज़ॉर्ट में अदल-बदल कर और मसाज़ करा कर मस्ती की।
वहीं उनकी जानकारी में यह आया कि किसी एक गुप्त रिज़ॉर्ट पर ग्रुप सेक्स का भी आयोजन होता है।
वहाँ कोई किसी को नहीं जानता और कोई ऐसा सिस्टम है कि अगर वहाँ पहुँचकर आपको कोई असुविधा लगे तो आप केवल डिनर लेकर वापिस आ सकते हैं।
तो जैसा शिखा और दीपा ने मसाज़ के बाद तय किया कि आज़ की रात दीपा मनीष के साथ सोएगी और शिखा अनिल के साथ. सुबह जब नाश्ते पर मिलेंगे तब तय करेंगे कि उस रिज़ॉर्ट में जाना है या नहीं।
अब आगे पढ़ें वाइफ हस्बैंड स्वैपिंग सेक्स कहानी:
डिनर लेते लेते रात के 11 बज गए।
रात को लेकर चारों उत्साहित थे।
जैसा तय हुआ था, अनिल और मनीष ने शिखा और दीपा से एक बार फिर पूछ ही लिया कि ‘करें अदला बदली?’
दीपा तो मुस्कुराती रही पर शिखा बोल पड़ी- सोना ही तो है, कहीं भी सो लेंगे. पर कल वाली बात पर सोच समझ कर निर्णय लेना।
अनिल बोला तो ये बात सुबह ब्रेकफास्ट पर तय करेंगे।
शिखा बोली- नहीं, अभी तय कर लो, फिर वैसा ही मूड बन जाएगा।
मनीष बोला- ऐसे खुले में तो बात नहीं कर सकते। सुबह अनिल की कॉटेज में बेड टी पीते में तय करेंगे। अभी टाइम मत खराब करो।
दीपा मुस्कुरा दी और मनीष का हाथ पकड़ कर बाकियों से बोली- ओके गाइज़, गुड नाइट।
दीपा मनीष को अपनी कॉटेज में ले गयी और अनिल और शिखा उनकी कॉटेज में चले गए।
असल में लड़कियों को कपड़े चेंज करने के लिए अपनी कॉटेज ही चाहिए थी; लड़कों का क्या है, शॉर्ट्स उतारी और हो गए चालू।
दीपा मनीष कॉटेज में पहुंचे। दीपा घुसते ही मनीष से चिपट गयी।
मनीष तो सीधे उसके मम्मों पर हाथ डाल गया.
तो दीपा बोली- राजा, आज पूरी रात तुम्हारे साथ हूँ, सारी कसर निकाल लेंगे, जल्दीबाजी क्यों करते हो।
मनीष वहीं सोफ़े पर बैठ गया और सिगरेट सुलगा ली।
दीपा ने अपना टॉप उतार फेंका और मनीष की गोदी में जा बैठी.
फिर मनीष से सिगरेट लेकर उसके मुंह पर ही छल्ले उड़ाने लगी।
मनीष ने नीचे झुककर उसके मम्मों को चूम लिया।
सिगरेट पीते पीते ही दीपा खड़ी हुई और बोली- चलो शावर ले लेते हैं. फिर देखूँगी कितना दम बाकी है तुममें!
मनीष भी हँसता हुआ उठा और शॉर्ट्स टी शर्ट वहीं उतारकर वाश रूम में शावर लेती दीपा से चिपट गया।
दोनों चिपट कर नहाने लगे।
ऊपर पानी नीचे आग लगाती चूत और लंड की गर्मी …
दीपा को नहाते नहाते पेशाब आया तो वो लिहाज में मनीष से एक्सक्यूज मी कह कर टॉइलेट सीट की ओर जाने लगी.
पर मनीष ने उसे रोक दिया और बोला- मेरे चेहरे पर कर दो।
दीपा बोली- धत्त!
पर मनीष पीछे पड़ गया और नीचे लेट गया।
दीपा और शिखा ने तो कई बार एक दूसरे के मम्मों पर पेशाब किया था पर दीपा ने अनिल के साथ कभी नहीं किया था।
आजकल नवविवाहित जोड़े बड़े शौक से इसे करते हैं।
अङ्ग्रेज़ी में इसे ‘गोल्डन शावर’ कहा जाता है।
तो दीपा ने टांगें चौड़ा कर मूत दिया।
धार सीधी मनीष के चेहरे पर पड़ रही थी।
मनीष ने बाद में बताया कि शिखा तो हमेशा उसका पेशाब अपने मम्मों पर ही करवाती है।
नहाकर तौलिया से बदन पौंछ कर दोनों बिना कपड़ों के ही बेड पर आ गए।
दीपा टांगें चौड़ा कर लेट गयी.
मनीष ने सीधा उसकी चूत में अपनी जीभ दे दी।
दीपा सिहर गयी।
मनीष ने हाथ आगे बढ़ा कर उसके मम्मे भी मसलने शुरू किए।
अब दीपा 69 हो गयी और अपनी चूत मनीष के मुंह में देकर उसका लंड लपर-लपर चूसने लगी।
दीपा मनीष का लंड पूरा अंदर ले रही थी।
भले ही उनकी दिन में दो बार चुदाई हो चुकी थी पर पराए मर्द का लंड और दूसरे की बीवी की चूत हमेशा ताजी दिखाई देती है, तो मनीष भी दीपा की चूत की गहराइयों तक अपनी जीभ पहुंचा रहा था।
दीपा की चुदास भड़क रही थी तो वो अब मनीष के ऊपर चढ़ गयी और अपने हाथों से उसका लंड अपनी बिलबिलाती चूत में कर लिया।
एक बार दीपा ऊपर उठी और धीरे से नीचे आकर लंड को अपनी गुफा के भीतर गहराई तक जाने दिया और फिर लगी उछलने।
मनीष ने हाथ बढ़ा कर उसके मम्मे दबाने शुरू किए तो दीपा आगे झुक गयी और मनीष के होंठ चूम लिए।
दीपा के होंठ मनीष ने दोबारा चूमने चाहे तो दीपा ने चुदाई धीमी कर अपने होंठ मनीष के होंठों से भिड़ा दिये और लेट गयी उसकी छाती पर!
अब बारी मनीष की थी; उसने दीपा को नीचे लिटाया और उसके पैर चौड़ा कर ऊपर कर दिए और घुसेड़ दिया अपना मूसल उसकी चूत में!
मनीष ने शुरू से ही रफ्तार बना कर रखी।
पूरा दिन निकल गया था चुदाई में तो अब ये आखरी सेशन था तो पूरे दमखम से मनीष चोद रहा था दीपा को!
दीपा को भी पूरा मजा आ रहा था।
वो कसमसा कर चीख उठी- हाँ आज फाड़ दो मनीष मेरी चूत को! दूसरे की बीवी मिल गयी है तो पिलाई भी जबर्दस्त कर रहे हो। फिकर मत करो, अनिल भी शिखा की फाड़ कर ही भेजेगा। अब तो जब तक यहाँ रहेंगे, दिन में अपने वाले से और रात को दूसरे से चुदवाएंगे।
मनीष भी हाँफते हुए बोला- हाँ जान, कल का भी प्रोग्राम बनाते हैं, देखते हैं कि ग्रुप में हमें कैसी कैसी चूतें मिलेंगी और तुम दोनों को नए नए लंड।
तो दीपा बोली- वाकई मजा आ जाएगा, कल तो सब मेरे मम्मे नोच ही डालेंगे … चलो अब जरा उम स्पीड बढ़ाओ और मेरी खुजली मिटाओ। आज बड़ी चहक रही है मेरी मुनिया।
दीपा की ज़िंदगी में आज पहला दिन था जब पराये मर्द और अपने मर्द से दो दो बार चुदाई हुई हो।
मनीष ने घमासान धकापेल करते हुए सारा माल दीपा की चूत में निकाल दिया और हाँफते हुए वहीं पसर गया।
दीपा बोली- अभी एक नींद ले लो, जैसे ही आँख खुलेगी फिर एक ट्रिप मारेंगे।
उधर यही हाल अनिल और शिखा का था।
अनिल को तो पराई चूत चोदने को पहले दिन मिली थी और अब दिन में तीसरी बार पराई चूत से चुदाई।
शिखा थी भी इतनी गर्म माल की अब भी अनिल को ऐसा लग रहा था की वो पहली बार इस लड़की को चोद रहा है।
और शिखा की हर अदा निराली थी। वो तो अनिल का लंड बिल्कुल निचोड़ देना चाह रही थी।
पहले तो 69 में ही दोनों एक दूसरे के मुंह में झड़ गए।
शिखा की बड़ी इच्छा थी कि वो किसी मर्द को मुंह से खाली करे और साथ ही वो मर्द भी अपनी जीभ से उसका पानी निकाल दे.
इसके बाद दोनों सिगरेट और बीयर पीते बाहर बाल्कनी में खड़े हो गए.
वहाँ हर बाल्कनी का अलग ही नजारा था।
सभी की लाइटें तो बंद थीं तो अँधियारा ही था बस ये एहसास होता था कि बालकनी में हरकत हो रही है या सिगरेट की रोशनी में हल्का सा चेहरा दिखता।
अनिल ने केवल शॉर्ट्स डाली थी और शिखा केवल शॉर्ट फ्रॉक में थी।
बाहर आकर वो भी गर्म हो गयी तो अनिल की छाती से चिपट कर उसे चूमने लगी।
उसने एक हाथ नीचे किया और अनिल का लंड टटोला।
वो खड़ा हो चुका था।
शिखा ने अपनी एक टांग ऊपर करके अनिल की शॉर्ट्स अपने पैर से नीचे करके उतार दी।
अब अनिल ने उसकी एक टांग को जांघ से पकड़ा और रेलिंग पर टिका दिया और अपना लंड उसकी चूत में कर दिया और लगा धक्का देने!
जब ठरक चढ़ ही गयी थी तो चुदाई में मजा भी आना चाहिए थे।
शिखा आगे रेलिंग पकड़ कर झुक गयी और पीछे से अनिल ने अपना औज़ार घुसेड़ दिया उसकी चूत में!
अनिल ने उसकी फ्रॉक में हाथ डाल कर उसके मम्मे पकड़ कर धक्के मारे।
शिखा की आहें निकल रही थीं।
सामने वाला विदेशी जोड़ा भी उन्हें देखा कर चूमा चाटी में लग गया।
लड़की ने अपनी ब्रा खोल दी।
किसी को दूसरे की बालकनी का साफ तो कुछ दिख नहीं रहा था पर चुदाई हो रही है, इसका अनुमान लगाना कोई मुश्किल नहीं था।
शिखा को लेकर अनिल सीधे बेड पर गया और उसको नीचे कर के धकापेल चोद कर सारा माल उसकी चूत में निकाल दिया।
अनिल खुश होते हुए बोला- शिखा आज तुमने मेरा एक अरमान पूरा कर दिया जिसके लिए दीपा कभी तैयार नहीं होती थी. वो कि खुले आम अजनबियों के सामने चुदाई।
शिखा बोली- अब कल ग्रुप सेक्स में सारे अरमान पूरे कर लेना!
सुबह नौ बजे दीपा और मनीष शिखा की कॉटेज में आए।
चारों बहुत खुश थे।
सब रेस्तराँ में ब्रेकफ़ास्ट के लिए गए।
वहीं टेबल पर बैठे बैठे एक मिनट में ये तय हो गया कि टोनी को आज रात के लिए हाँ बोल देते हैं। अगर वहाँ सब अच्छा लगा तो रुकेंगे, वरना वापिस आ जाएँगे।
दिन में 12 बजे करीब टोनी आया तो अनिल ने उससे सारी बात कर ली।
उस रिज़ॉर्ट का दस हजार रुपए एक कपल का टेरिफ था। इसमें उन्हीं की बस में आना जाना, स्नैक्स और ड्रिंक्स थे।
रात को 9 बजे जाना था और लगभग 2 बजे तक आना था।
अनिल के हाँ कहने पर टोनी ने दस हजार रुपया पार्ट पेमेंट लिया और उन्हें चार फेस मास्क दिये, जो उन चारों को वहाँ हाल में जाने से पहले पहनने थे।
उनको चार रिस्ट बैंड भी दिये जिन पर पर एक एलईडी लाइट से नंबर लिखा था जो बटन दबाने पर जलता था।
इसका मकसद यह थे कि हाल में अंधेरा होने पर सभी जोड़े अपने पार्टनर को ढूंढ सकें।
दिन भर मस्ती के दौर और दोपहर को झककर सोने के बाद चारों शाम को बीच पर गए और 8.45 तक डिनर निबटाकर अपने अपने बेग जिसमें लड़कियों ने एक तौलिया और बहुत सेक्सी नाइट ड्रेस रखी और लड़कों ने तौलिया और शॉर्ट्स।
ठीक 9 बजे एक लक्सरी बस रिज़ॉर्ट के गेट पर आई, अनिल ने अपना टिकट जो उसे टोनी ने दिया था, दिखाया तो बस के गेट पर खड़ी लड़की ने मुस्कुरा कर उनको अंदर आने दिया और उन्हें उनकी सीट दिखाईं।
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