चार से बेहतर ग्रुप सेक्स- 2
(Unknown Sex Ki Kahani)
अननोन सेक्स की कहानी में पढ़ें कि दो सहेलियां और उनके पति अज्ञात कपल्स के साथ सेक्स के लिए उतावले हो रहे हैं. वे सब एक हाल में इकट्ठे हुए और खेल शुरू हुआ.
कहानी के पहले भाग
बीवी की सहेली को पूरी रात चोदा
में आपने पढ़ा कि दो सहेलियाँ अपने पतियों के साथ एक रिसोर्ट में है और चारों जन रात को बहुर सारे कपल के साथ ग्रुप सेक्स इवेंट में शामिल होने के लिए आतुर हो रहे हैं.
दिन भर मस्ती के दौर और दोपहर को झककर सोने के बाद चारों शाम को बीच पर गए और 8.45 तक डिनर निबटाकर अपने अपने बेग जिसमें लड़कियों ने एक तौलिया और बहुत सेक्सी नाइट ड्रेस रखी और लड़कों ने तौलिया और शॉर्ट्स।
ठीक 9 बजे एक लक्सरी बस रिज़ॉर्ट के गेट पर आई, अनिल ने अपना टिकट जो उसे टोनी ने दिया था, दिखाया तो बस के गेट पर खड़ी लड़की ने मुस्कुरा कर उनको अंदर आने दिया और उन्हें उनकी सीट दिखाईं।
अब आगेअननोन सेक्स की कहानी:
अंदर 12 जोड़े थे, 4 विदेशी और 8 हिन्दुस्तानी।
सभी ने चीयर्स कर के इनका स्वागत किया।
बस चल दी और ऐसे ही एक-दो होटल और रिज़ॉर्ट से मेहमानों को लेती 9.45 पर एक सुनसान से रास्ते से होती एक रिज़ॉर्ट में पहुंची।
वहाँ रिसेप्शन पर उनको एक लॉकर दिखाया गया जिसमें वो अपने मोबाइल, पर्स वगेरा रख सकते थे।
वो लॉकर एक पासवर्ड से खुलता था। मनीष ने सभी का सामान उसमें रखा और अपना पासवर्ड बनाकर लॉकर लॉक कर दिया।
अब चारों अंदर हाल में गए जहां म्यूजिक और डांस चल रहा था।
स्नैक्स और ड्रिंक्स थे।
स्टेज पर जोड़े बहुत उन्मुक्त होकर डांस कर रहे थे।
चारों ने ड्रिंक्स लीं और स्नैक्स दो प्लेट में रखकर एक टेबल पर बैठ गए।
दीपा और शिखा शॉर्ट्स और लूज़ टी शर्ट पहने थीं और अनिल और मनीष जींस और टी शर्ट।
शिखा ने टेबल पर रखी सिगरेट की डिब्बी से सिगरेट निकाल कर होंठों से लगाई तो एक वेट्रस मुसकुराती हुई आई और जेब से लाइटर निकालकर सुलगा दी।
उसे देखा देखी दीपा ने भी सिगरेट ले ली।
तभी एक गोरी लड़की आई जिसने बहुत छोटी सी ड्रेस पहनी थी, उसने मनीष को डांस के लिए ऑफर किया तो मनीष ने शिखा की ओर देखा।
शिखा ने उसे जाने दिया।
वो लड़की और मनीष डांस फ्लोर पर चले गए और डांस करने लगे।
पीछे पीछे शिखा, दीपा और अनिल भी फ्लोर की तरफ चल दिये।
फ्लोर के पास ही डांस करते एक जोड़े ने उनको अपने साथ डांस का ऑफर दिया.
तो दीपा और अनिल आपस में पार्टनर बदल कर उनके साथ फ्लोर पर चढ़ गए.
जैसे ही शिखा फ्लोर पर चढ़ी, एक गठीले बदन के लड़के ने शिखा को डांस का ऑफर किया तो शिखा ने उसका हाथ थाम लिया।
अब सभी जोड़े फ्लोर पर मस्त होकर डांस कर रहे थे।
तभी फ्लोर पर लाइट बहुत ज्यादा मंद कर दी गयी और सभी जोड़े अब अपने पार्टनर के ज्यादा ही नजदीक आ गए।
माहौल गर्म था, कुछ के होंठ मिल गए थे … कुछ आपस में ज्यादा भींच कर मटक रहे थे।
तभी म्यूजिक बंद हुआ और बिल्कुल अंधेरा!
हालांकि ये अंधेरा केवल दस सेकंड का रहा होगा, पर इन दस सेकंड में सभी लड़कियों के होंठ और मम्मे दबे और उन्होने लड़कों के लंडों का दबाव अपनी चूतों पर महसूस किया।
लाइट ऑन होने पर स्टेज एनाउंसर ने सभी को थैंक्स कहा और फिर दोबारा म्यूजिक शुरू हुआ।
सभी ने अपने अपने पार्टनर बदल लिए।
जिन्हें डांस नहीं करना था, वे नीचे उतर गए और कुछ नए और ऊपर आ गए।
अनिल ने दीपा को दबोचा और शिखा मनीष से चिपट कर डांस करने लगी।
दोनों जोड़ों ने पिछले कुछ मिनटों में जो कुछ हुआ उसके बारे में आपस में खिलखिला कर बात की।
सभी मस्त थे।
पाँच मिनट के बाद ही फिर वही सब दोहराया गया।
लाइट धीमी, फिर अंधेरा, फिर कसमसाहट की आवाजें, फिर चूमा चाटी की हल्की आवाजें … फिर आह उहह … खैर खिलखिलाहट के साथ एनाउंसर की दोबारा सेक्सी आवाज आई।
उसने अँग्रेजी में कहा- आप सभी एंजोय कर रहे होंगे। अब उन लोगों के लिए जो रात के हसीन पल हमारे साथ एंजॉय करना चाहते हैं, उनके लिए डांस का ये आखिरी सेशन हैं। इसके बाद हम आधा घंटे का ब्रेक लेंगे। आप सभी लोग ड्रिंक्स और डिनर को एंजॉय करें!
उसने आगे कहा- और जो लोग रुकना चाहते हैं वो डिनर के बाद रिसेप्शन पर रूबी से मिल लें. जो लोग नहीं रुकना चाहते … वे डिनर के बाद बाहर पार्किंग में जॉय से संपर्क कर लें, वो आपके वापिस जाने की व्यवस्था कर देंगे।
उसने कहा- इस डांस सेशन में आप बीच में कितनी भी बार अपने पार्टनर बादल सकते हैं, कई बार लाइट धीमी और बंद होगी, ये इशारा होगा आपके लिए अपने पार्टनर बदलने का।
ये सेशन दस मिनट का होगा।
अब लाइट धीमी और बंद हो गयी, म्यूजिक और फास्ट हो गया।
सभी जोड़े अलग अलग हो गए और किसी किसी से जुड़ गए।
कुल 20-22 जोड़े थे हाल में … उनमें से 12-14 स्टेज पर रहते, बाकी आते जाते रहते।
अबकी बार दीपा और शिखा अलग मर्दों के साथ थीं और अनिल और मनीष से चिपकी अलग लड़कियां थीं।
चूंकि सभी जोड़े एक सी ही उम्र के थे और लगभग नवविवाहित थे तो सभी को मस्ती चढ़ी हुई थी।
इस दस मिनट के सेशन में इन चारों ने दो बार अपने जोड़े बदले।
दीपा और शिखा के मम्मे खूब दबे, होंठों से होंठ खूब मिले और दोनों ने ही नए नए लंड दबाये।
अब चुदास पूरी हावी हो चुकी थी।
जिनकी हिम्मत ग्रुप सेक्स की नहीं पड़ी वो तो आखिर तक स्टेज पर लगे रहे कि चलो चुदाई न हो तो चूमाचाटी ही सही!
पर अधिकतर लोग सेशन पूरा होने से पहले ही डिनर टेबल तक पहुँच गए।
सभी के चेहरे पर मुस्कुराहट और आँखों में वासना थी।
वो सभी सोच रहे थे कि आज रात को उस वाली से चुदाई करने है या दूसरी किसी और से!
चाहे लड़का हो या लड़की सभी के दिमाग में एक ही बात थी कि आज कि रात को हसीन यादगार बनाना है।
अभी तो सभी एक दूसरे को देख पा रहे थे, पर ग्रुप सेक्स में अंधेरे में ये पहचानना मुश्किल होगा कि जिसके साथ वो चुदाई कर रहे हैं, वो इनमें से कौन होगा।
चारों ने फटाफट डिनर लिया और बाहर रिसेप्शन पर पहुंचे।
11 बज रहे थे।
रिसेप्शन पर बैठी लड़की ने उनसे बाकी के रुपये जमा करवाए और उनको बताया- सामने एक जोड़े के लिए एक छोटा सा कमरा है, उसमें एक अलमारी है। आप अपने कपड़े चेंज करके और मास्क लगा कर और बैंड पहन कर रूम के अंदर बने दरवाजे से आप हाल में घुस जाएँ. अंदर आपको सुप्रिया और रीना मिलेंगी, वे आपको गाइड करेंगी। आपके बैंड पर लिखा नंबर ही आपका रूम नंबर है।
अनिल और दीपा अपने रूम नंबर 11 में चले गए और शिखा और मनीष 10 में!
अंदर जाकर चारों ने अपने कपड़े बदले और एक हैंड तौलिया साथ लेकर हाल में आए।
शिखा और मनीष भी तभी उनके पास आए।
दीपा और शिखा ने केवल एक शॉर्ट फ्रॉक डाली थी, अंदर कुछ नहीं, चेहरे पर मास्क था और हाथों में रिस्ट बैंड।
अनिल और मनीष ने केवल शॉर्ट्स डाली थीं।
हाल में बहुत लाइट म्यूजिक चल रहा था। डिस्को लाइट लगी थीं, जिनकी रोशनी कम थी, पर सब कुछ दिख रहा था।
हाल में चारों ओर सोफ़े पड़े थे जिनके ऊपर एलईडी लाइट में सभी के बैंड नंबर पड़े जगमग कर रहे थे।
बीच में काफी बड़े एरिया में गद्दे और मोटे तकिये पड़े थे। गद्दों के किनारों पर बड़े टिशू पेपर के डिब्बे और पानी की बोतलें रखी थीं।
चारों अपने नंबर के सोफ़े पर जाकर बैठ गए।
उन चारों को देख एक लड़की सुप्रिया वहाँ आई और उसने उन चारों से हाथ मिलाया और कहा कि बस दस मिनट में शो शुरू होगा।
उनको उसने कुछ नियम बताए।
उसने कहा- केवल वही गेम में शामिल होगा जो सोफ़े से हट कर गद्दे पर होगा। वहाँ भी अगर किसी को अच्छा न लग रहा हो तो वो गद्दे से उठकर सोफ़े पर बैठ सकता है, उसे कोई जबर्दस्ती नहीं करेगा। अगर कोई जोड़ा सिर्फ अपने पार्टनर के साथ ही सेक्स चाहता है तो उसे अपने सोफ़े पर ही करना होगा। यहाँ सेक्स में सब कुछ जायज है, बस मुंह में लेना या पीछे करवाना, ये आपकी चॉइस है। अगर आप कम्फर्ट फील नहीं कर रहे हैं तो आप मना कर सकते हैं। सभी डिसेन्ट लोग हैं, सभी शादीशुदा जोड़े हैं।
“सभी की बीवियाँ यहीं पर हैं और जो यहाँ तक आया है वो सोफ़े पर नहीं नीचे सेक्स करेगा!” हँसते हुए कहा उसने!
फिर बताया- बस कुछ ही देर में यहाँ अंधेरा हो जाएगा। आप अपने मास्क चाहे तो हटा सकते हैं। अंधेरा इतना ही होगा कि आप महसूस कर सकें कि आपके साथ कौन हैं।
उसने उन लोगों से ये भी पूछा कि यहाँ जो लोग आपके साथ डांस में या डिनर पर थे, उनको किसी को आप पहचानते हैं क्या?
मनीष ने पूछा- वैसे तो हम किसी को नहीं जानते, पर आप क्यों पूछ रही हैं।
सुप्रिया बोली- यह यहाँ का कानून है कि किसी को किसी को पहचानना नहीं है। आप किसी को अपना नंबर या एड्रेस नहीं बताएं।
और सुप्रिया बोली- आप लोग निश्चिंत रहें, यहाँ हाल में आप सब के अलावा हम में से कोई नहीं होगा. हम लोग 1.30 पर एनाउंसमेंट करने के दस मिनट बाद अंदर आएंगे. तब तक आप लोग फिनिश करके अपने अपने रूम में चले जायेगा और कपड़े बदलर बाहर पार्किंग में आ जायेगा।
सभी लोग आ चुके थे।
एक एनाउंसमेंट हुआ- हम शो शुरू कर रहे हैं। सब जोड़े मूड बना लें. म्यूजिक शुरू होते ही हमारा स्टाफ़ बाहर चला जाएगा, आप लोग डांस करते हुए फ़ेलोशिप शुरू करें और इस रात को एक यादगार रात बना लें। आप अपने कपड़े अपने सोफ़े पर ही छोड़ दें।
सभी की धड़कनें बढ़ गईं थीं। इन चारों ने एक दूसरे के हाथ थाम लिए थे।
हाल में अंधेरा हुआ, म्यूजिक चालू था।
पाठको, यह अननोन सेक्स की कहानी आपको लीक से कुछ हट कर लगी होगी ना?
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अननोन सेक्स की कहानी का अगला भाग: चार से बेहतर ग्रुप सेक्स- 3
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