जिम वाली लेडी की रसभरी चुत चुदाई का मजा

(Sexy Maal Ki Chudai Kahani)

सेक्सी माल की चुदाई कहानी में पढ़ें कि कैसे जिम में मुझे एक सेक्सी लेडी को ट्रेन करने का मौक़ा मिला. वो मेरे लंड के नीचे कैसे आ गयी?

दोस्तो, मेरा नाम अमित है. मेरी उम्र 22 साल है. मैं दिल्ली का रहने वाला हूं और पेशे से इलेक्ट्रिक इंजीनियर हूं.

मैं गुरुग्राम में जॉब करता हूं, मेरा अच्छा खासा पैकेज है और कंपनी में मुझे हफ्ते में एक या दो दिन ही जाना पड़ता है … बाकी के दिन में खाली रहता हूं.

मैं दिखने में हैंडसम हूं और मेरी बॉडी भी काफी अच्छी है क्योंकि मैं रोज जिम जाता हूं और ट्रेनिंग भी देता हूं.
मेरी लंबाई साढ़े पांच फुट के आस-पास है और लिंग का साइज 7 इंच का है, कभी पैमाने से नापा नहीं है.

लेकिन हां मेरे अन्दर इतना स्टेमिना है कि मेरे लंड के नीचे भाभी हो, लड़की हो या कोई आंटी हो … मैं सबको संतुष्ट कर सकता हूं.

एक दिन जिम में एक लेडी आई.
वह दिखने में इतनी हॉट थी कि सब लोग उसकी तरफ देख रहे थे.
मैं भी उसमें से एक था और मेरी नजर तो उस पर से हट ही नहीं रही थी.
क्या करूं दिखने में ही वो इतनी हॉट थी.

मैं उसकी तरफ देख ही रहा था कि इतने में जिम के ऑनर ने मुझे बुलाया और कहा कि आज से आपको इन मैडम को ट्रेनिंग देनी है.
मैंने भी तुरंत ‘ओके सर …’ कह दिया.

मैं मैडम को देखे जा रहा था कि इतने में वो बोली- क्या देख रहे हो?

मैंने देखा और कहा- मैडम, आप इतनी फिट होते हुए भी जिम जॉइन कर रही हैं … क्या आप पहले से ही किसी जिम में एक्सरसाइज करती थीं?

मैडम ने खुश होते हुए कहा- नहीं, मैं घर पर ही थोड़ी बहुत एक्सरसाइज कर लिया करती थी, लेकिन मेरी फ्रेंड्स इस जिम में आती हैं. उन्होंने ही मुझे इस जिम का पता दिया था.
मैंने कहा- ओके मैडम.

उसने कहा कि मेरा नाम मैडम नहीं … निशा है.
मैंने भी ‘ओके निशा …’ बोल दिया.
वो मुस्कुराने लगी.

मैंने बोला- निशा, आज हम नॉर्मल एक्सरसाइज करेंगे.
उसने हां में सर हिला दिया.

मैं आगे बोला- निशा, आपको जो एक्सरसाइज आती है, आप एक्सरसाइज करो.

निशा एक्सरसाइज करने लगी.
वह गलत एक्सरसाइज कर रही थी तो मैं उसे समझाने लगा.

उस समय मेरा हाथ उस सेक्सी माल के कोमल शरीर से टच हो गया.
मुझे एकदम से झटका सा महसूस हुआ क्योंकि निशा थी ही इतनी खूबसूरत और जिम का हर बन्दा उसे निहार रहा था.

मेरा उसके साथ जिम की ट्रेनिंग का सिलसिला शुरू हो गया.

मुझे निशा को ट्रेनिंग देते हुए लगभग दो महीने के आस-पास हो गए थे और वो मुझसे काफी घुल-मिल भी गई थी.

एक दिन की बात है, मैं जिम जाने में थोड़ा लेट हो गया था और बाइक तेजी से चला रहा था, मगर ट्रैफिक के कारण मुझे दिक्कत हो रही थी.

इसी दौरान मैंने देखा कि निशा भी अपने घर से निकल रही थी.

मैंने उसे देख लिया और रुक कर उससे पूछा- निशा, आप इस घर में रहती हो?
उसने बोला- हां … क्या आप रोज इसी रास्ते से आते जाते हो?

मैंने बोला- हां.
निशा- तो आप मुझे जाते हुए घर से बुला लिया करो, मैं भी आपके साथ चला करूंगी.

मैंने मन में सोचा कि नेकी और पूछ पूछ.

मैंने उसे ओके बोल दिया. वह मेरी बाइक पर गांड उचका कर बैठ गई.
मेरे पास R-15 है, जिसकी पिछली सीट ऊंची है.

मैं बाइक चला रहा था और निशा से बातें करता जा रहा था. मेरा ज्यादा ध्यान उससे बात करने में था.

इतने में मैंने रोड क्रॉस करते हुए बच्चे को देखा.
मुझे इमरजेंसी ब्रेक लगानी पड़ी.

जैसे ही ब्रेक लगी, निशा मेरे साथ ऐसी चिपक गई … जैसे शहद से मधुमक्खी.
उस पल भर की बात क्या बताऊं यार … मजा आ गया. उसके सख्त दूध मेरी पीठ पर गड़ से गए थे.

मैंने पूछा- आपको कुछ हुआ तो नहीं?
वो हंस कर बोली- नहीं, कुछ नहीं हुआ.

ये बात ऐसे ही रफा-दफा हो गई.

कुछ देर में हम दोनों जिम पहुंच गए.

मैंने निशा को एक्सरसाइज करवाई और जब घर जाने का टाइम हो गया तो मैंने निशा से चलने को कहा.
वो मेरे साथ चल दी और मैंने उसको उसके घर छोड़ दिया.

ऐसे करके कुछ दिन निकल गए.

अब मैं निशा को रोज घर से लेता और छोड़ता भी था.
कई बार मैं जानबूझ कर भी ब्रेक लगा दिया करता था लेकिन वो मुझसे कुछ बोलती नहीं थी.

इससे मेरी भी धीरे-धीरे हिम्मत बढ़ती गई.

अब तक मेरी निशा से बातचीत भी काफी बढ़ गई थी. हम दोनों रास्ते में रुक कर जूस वगैरह पी लिया करते थे. वो मुझे पैसे नहीं देने देती थी.

इधर मैं आपको उसके बारे में बता दूँ कि जिम करते करते निशा का शरीर और भी मस्त और सुडौल हो गया था.
उसकी चूचियों और गांड का उभार और भी बढ़ गया था.

जिम की ड्रेस में उसकी चुत का डिजाइन साफ दिखता था. जब भी वह लेट कर एक्सरसाइज करती थी, तो उसकी चुत का अक्श और भी साफ दिखता था.

मेरा मन करता था कि अभी के अभी उस पर चढ़ जाऊं और उसकी चुत का सारा रस पी जाऊं.
लेकिन क्या करें, मन की बात मन में ही रह जाती थी.

निशा किसी मॉडल से कम नहीं लगती थी जबकि वो एक हाउसवाईफ थी.
उसकी उम्र तीस साल थी लेकिन वो लगती नहीं थी.

उसे देख कर ऐसा लगता था कि जैसे वो 20- 22 साल की लड़की हो.

उसकी शादी को 5 साल हो ग़ए थे पर अभी तक बच्चा नहीं हुआ था.
निशा ने बताया था कि वो कभी माँ नहीं बन सकती, उसे गर्भाशय में कुछ दिक्कत है.

मैंने बातों बातों में यह भी महसूस किया था कि वह अपने पति से खुश नहीं है.

फिर ये उस दिन की बात है जिस दिन का मुझे बेसब्री से इंतजार था.
उस दिन मैं निशा को उसके घर छोड़ने जा रहा था.

निशा ने कहा- मेरे घर के पंखे में कुछ दिक्कत है. आप एक बार घर आकर देख सकते हैं क्या?

दरअसल पहले कभी मैंने उसे बताया था कि मैं एक इलेक्ट्रिक इंजीनियर हूँ. इसी वजह से उसने मुझसे ये कहा था.

मैंने पूछा- ओके … आपके घर में टूल बॉक्स है?
उसने कहा- हां है.

अब मैं उसके घर पहुंच कर घर के अन्दर आ गया.

निशा ने कहा- आप बैठो, मैं अभी आई.

थोड़ी देर बाद वह मेरे लिए केले का शेक बना कर ले आई क्योंकि निशा को पता था कि मैं जिन से जाने के बाद घर पर केले का शेक पीता हूं.

निशा बोली- आप केले का शेक पी लो, जब तक मैं फ्रेश होकर आती हूँ.

मैं धीरे-धीरे शेक पीने लगा.

मैं शेक पी ही रहा था कि इतने में निशा आ गई.

क्या बताऊं यारो, मैं उस सेक्सी माल को देखता ही रह गया.
मेरी उस पर से नजर ही नहीं हट रही थी.
उसने लाल रंग की नाइटी पहन रखी थी जिसमें वह इतनी ज्यादा सेक्सी लग रही थी कि लंड फुदकने लगा था.

उस नाइटी का कपड़ा उसके शरीर से चिपका हुआ था और उसके शरीर का हर उभार ख़ासकर उसके चुच्चे मुझे दबाने और चूसने को मानो बुला रहे थे कि आओ मसल कर हमारा कचूमर बना दो.

लेकिन मुझमें इतनी हिम्मत नहीं थी.
फिर मैंने ये भी सोचा कि कहीं निशा को बुरा न लग जाए.

मैंने बोला- निशा, कौन सा कौन सा पंखा खराब है?
वो बोली- मेरे बेडरूम का पंखा है.

वो मुझे अपने बेडरूम में ले गई और बोली- ये वाला है.

निशा ने फैन ऑन किया, तो फैन से कड़ कड़ की आवाज आ रही थी.

मैंने निशा से थोड़ा ऊंचा स्टूल मंगाया. वह स्टूल तो ले आई मगर वो स्टूल कुछ ज्यादा ही ऊंचा था.
मुझे उस पर चढ़ने में दिक्कत हो रही थी तो निशा ने स्टूल पकड़ लिया.
जिससे मैं आसानी से स्टूल पर चढ़ गया.

मैंने देखा कि एक पंखुड़ी के कुछ स्क्रू ढीले थे. जैसे ही मैंने स्क्रूड्राइवर मांगने के लिए नीचे देखा कि निशा के चुचे ऊपर से साफ साफ दिख रहे थे और मैं उन्हें कुछ देर तक देखता रहा.

निशा बोली- क्या देख रहे हो?
मैंने कहा- मुझे स्क्रूड्राइवर चाहिए.

निशा ने टूल किट में से स्क्रूड्राइवर निकाल कर दे दिया.

पंखे के कुछ स्क्रू ढीले थे, तो मैंने कस दिए.

अब मैंने बोला- निशा फैन ऑन करो.

उसने फैन ऑन किया, तो उसमें आवाज नहीं आ रही थी.

निशा बोली- क्या बात है अमित, आपने तो इसे एकदम ठीक कर दिया.
मैंने कहा- ये तो मेरे लिए बाएं हाथ का खेल था.

फिर निशा बोली- एक बात कहूँ, आप बुरा तो नहीं मानोगे?
मैंने कहा- आप बताओ तो सही.

निशा ने कहा- मेरे बाथरूम के शॉवर में से पानी टपकता रहता है, आप किसी प्लंबर को बुलाकर दिखवा सकते हो?
मैंने कहा- पहले मुझे दिखाओ.

उसी के बेडरूम में ही अटैच बाथरूम था.
शॉवर का हैंडल मैंने घुमाया तो वो कुछ ढीला सा लग रहा था.

मैंने थोड़ा टाइट करके घुमाया तो हैंडल टूट गया और जब तक हम कुछ समझ पाते, तब तक हम दोनों गीले हो गए.

उससे बचने की हड़बड़ी में निशा का पैर फिसल गया.
इस कारण निशा के पैर में मोच आ गई और कमर में भी थोड़ी सी लग गई.

वो रोने लगी और बोलने लगी- मैं कल जिम कैसे जा पाऊंगी, मेरी कल के एक्सरसाइज कैसे हो पाएगी अमित, कुछ करो … मुझे जल्दी से ठीक करो, मुझे कल जिम जाना है.

ऐसा कहती हुई वो रोने लगी.

मैंने कहा- उठो, मैं आपको अभी ठीक कर देता हूं.
लेकिन निशा से खड़ा नहीं हुआ जा रहा था क्योंकि उसके पैर में मोच आ गई थी.

मैंने कहा- थोड़ी कोशिश करो और उठो.
निशा कराहती हुई बोली- नहीं, मुझसे नहीं उठा जा रहा है.

मैंने कहा- फिर तो मुझे आपको गोद में उठाना पड़ेगा.
निशा बोली- हां उठाओ ना, मुझे बहुत तेज दर्द हो रहा है.

मैंने निशा को गोद में उठाया तो मेरा एक हाथ उसके चुचे के बगल से टच हो रहा था और दूसरा चूचा मेरी छाती से टच हो रहा था.
जो चुचा मेरे हाथ से टच हो रहा था, मैंने उसे थोड़ा और दबा दिया.

क्या बताऊं यारो … बहुत ही ज्यादा सॉफ्ट चुचा था, मजा आ गया.

उसकी आंखें बंद थीं और उसके गुलाबी होंठ देख कर मेरे मुँह में पानी आ गया था.
मेरा मन कर रहा था कि अभी इन गुलाबी होंठों को चूम लूं … लेकिन हिम्मत नहीं हो रही थी.

फिर मैंने निशा को बाहर लाकर बेड पर बिठा दिया.

निशा बोली- सामने अल्मारी में से टॉवल निकाल कर एक टॉवल मुझे दे दो और एक टॉवल आप भी ले लो. उसमें से एक टी-शर्ट लोअर भी ले लो क्योंकि आप भी गीले हो गए हो, तो आप भी चेंज कर लो.
मैंने बोला- निशा, मैं कहां पर चेंज करूं?

निशा बोली- यहीं पर चेंज करो, बाथरूम तो गीला पड़ा है.

मैं मुँह घुमा कर वहीं पर चेंज करने लगा. मैंने अपने सारे कपड़े उतार दीजिए, अब मैं सिर्फ अंडरवियर में था, वह भी थोड़ा सा गीला हो चुका था.

इतने में निशा पीछे से बोली- वाह अमित … आपने तो इतनी अच्छी बॉडी बना रखी है. मुझे पता ही नहीं था. जरा घूमना … मुझे आपको सामने से भी देखना है.
मैंने बोला- दो मिनट रुको, अभी लोवर पहन लूं.

मगर निशा जिद करने लगी, वो बोली- नहीं मुझे आपको सामने से पूरा देखना है.

मैं घूमना नहीं चाहता था क्योंकि मेरा लंड खड़ा हुआ था.

लेकिन वह जिद करने लगी तो मैं घूम गया.

उसने बोला- वाओ अमित आपने अपनी बॉडी इतनी अच्छी बनाई है. आपके एप्स भी अच्छे लग रहे हैं. मुझे नहीं पता था कि आपने इतनी अच्छी बॉडी बनाई है. मैंने आपकी बॉडी पहली बार देखी है. इस बनाने में बहुत मेहनत करी होगी ना?
मैंने बोला- हां.

उसने मेरा खड़ा लंड भी देख लिया था.
वो मेरे लंड को एकटक देख रही थी और मैं निशा को देख रहा था.

मैंने बोला- निशा आपने कब चेंज कर लिया?
उसने बोला- जब आप घूम कर चेंज कर रहे थे.

निशा ने अपने सारे कपड़े निकाल दिए थे, वह पूरी नंगी थी. उसने बस टॉवल ही लपेट रखी थी, जो चूचों से लेकर घुटने तक आ रही थी. क्या माल लग रही थी … मन तो कर रहा था कि अभी उठाकर चोद दूं.

मैंने बोला- निशा, आपका दर्द अब कैसा है?
उसने कहा- पैरों से लेकर कमर तक हो रहा है.

मैंने हम्म की आवाज निकाली.

निशा बोली- अमित आपने बोला था ना कि आप मुझे ठीक कर दोगे, तो अब ठीक करो … मुझे कल जिम जाना है.
मैंने कहा- ओके. मैं अभी ठीक कर देता हूं.

वो स्माइल करने लगी.

मैंने पूछा- सरसों का तेल कहां रखा है?
उसने बोला- किचन में सामने से ही रखा है.

मैंने तौलिया लपेटा और किचन में आ गया.
उधर से एक कटोरी में सरसों का तेल लिया और उसे थोड़ा भी गर्म कर लिया.
फिर मैं तेल ले आया.

मैंने निशा से कहा- आप पेट के बल लेट जाओ, मैं आपके पैरों की मालिश कर देता हूं.
वो लेट गई.

मैंने हाथों में थोड़ा सा तेल लिया और निशा के पैरों पर लगाने लगा.
मैं उसके दोनों पैरों पर घुटने से लेकर अंगूठे तक मालिश करने लगा और वो आंख बंद करके लेटी हुई थी.

कुछ ही देर में मैंने उसके दोनों पैरों की मालिश कर दी थी.
फिर मैंने निशा से बोला- निशा, अब बताओ कहां दर्द हो रहा है?
उसने कहा कि घुटनों से लेकर कमर तक मालिश कर दीजिए, मैं ठीक हो जाऊंगी.

मुझे पहले थोड़ा सा सोचना पड़ा, फिर मैंने अपने मन में सोचा कि देखा जाएगा.

मैंने कहा- निशा अपना तौलिया थोड़ा ऊपर करना.

उसने तौलिया पकड़ा और कमर तक कर लिया.
मेरी एकदम से आंखें खुली की खुली रह गईं.

मेरे सामने निशा के बड़े-बड़े चूतड़ और थोड़ी-थोड़ी चुत भी दिखाई दे रही थी.

जैसे ही मैंने निशा के चूतड़ और चूत को देखा तो मेरा लंड बुरी तरह से टाइट हो गया और मुझे ऐसा लगने लगा कि लंड अभी फट जाएगा.
निशा की चुत पूरी क्लीन थी. चुत पर एक भी बाल नहीं था.

वह मादक भाव से बोली- रुक क्यों गए ट्रेनर जी … मेरी मालिश करो ना.

मैंने मालिश करना शुरू किया और तेल को हाथ में लेकर उसकी दोनों जांघों पर रगड़ने लगा.
धीरे-धीरे पिछवाड़े पर भी हाथ रगड़ने लगा और फिर जानबूझकर हाथ उसकी चुत पर टच किया तो उसने एकदम से लंबी सांस भरके आह कर दी.

मैंने पूछा- कैसा लग रहा है?
वो मादक भाव से बोली- एकदम हॉट.

मैंने कहा- मैं आपके ऊपर चढ़ रहा हूँ … मेरा मतलब मुझे आपकी मसाज के लिए आपके ऊपर चढ़ना पड़ेगा.
वो बोली- बिंदास चढ़ जाओ यार … नो प्रॉब्लम.

मैं समझ गया कि अब लाइन साफ है.

फिर जैसे ही मैं निशा की गांड पर बैठा, निशा बोली- अमित तुमने बहुत देर लगा दी. इतने में तो कोई दूसरा आदमी होता, तो अब तक मेरी चुत चोद चुका होता. चलो कोई बात नहीं, देर आए दुरुस्त आए.

मैंने उसकी भाषा बदली हुई देखी तो कटोरी का सारा तेल निशा की पीठ पर पलट दिया और दोनों हाथों से रगड़ने लगा; बगलों से उसके चुचे भी मसलने लगा.

निशा अब लंबी लंबी सांस ले रही थी, उसे भी मेरी मालिश से मजा आ रहा था.

फिर मैंने निशा को पलट दिया. उसकी चूचियां मेरे सामने खुली पड़ी थीं. निशा ने अपनी आंखें बंद कर रखी थीं.

मैंने उसके ऊपर लेट कर उसके होंठों पर होंठ रख दिए और उन्हें धीरे-धीरे चूमने लगा.
निशा मेरा पूरा साथ दे रही थी.

फिर मैंने उसका एक चुचा मुँह में ले लिया और चूसने लगा. वो मादक सिसकारियां लेने लगी- उम्म … उम्म … उम्म!

मैं एक हाथ से उसकी एक चूची दबाता तो दूसरी चूसने लगता.
कभी मैं उसकी चुत को सहला देता.

निशा- आंह अमित अह … अअअहहह … देर न करो … पहले एक बार मुझे चोद दो प्लीज़!
लेकिन अभी तो शुरुआत हुई थी.

मैंने अपना टॉवल और कच्छा उतारा और मैं भी पूरा नंगा हो गया.

मेरा कड़क लंड देखकर वो हैरान हो गई और बोली- वाह अमित कितना बड़ा लंड है … आज तो मुझे मजा आ जाएगा.
वह मेरे लंड को हाथ में लेकर हिलाने लगी.

मैंने बोला- रुको. एक साथ करते हैं.

फिर हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए.
निशा मेरे ऊपर थी, मैं उसके नीचे. वो मेरा लंड ऐसे चूस रही थी, जैसे कोई बच्चा लॉलीपॉप चूसता है.

थोड़ी देर में मेरा माल निशा के मुँह में निकल गया और वह भी बड़े प्यार से मेरा सारा रस पी गई.

मैं उसकी चुत अभी भी चाट रहा था.

हमारी मादक सिसकारियों से पूरा कमरा गूंज रहा था. अंहा ऊऊ … हम्म … उउ … की आवाज हम दोनों को और भी मस्त कर रही थी.

मैंने उसकी चुत चाटते चाटते उसकी चुत में जीभ को घुसेड़ दिया.
निशा की कामुक सिस्कारियां और तेज हो गईं.

कुछ देर में निशा भी मेरे मुँह में झड़ गई और मैं भी उसकी कामवासना का सारा रस पी गया.

फिर हम दोनों थोड़ी देर ऐसे ही लेटे रहे.

अब मैं निशा के ऊपर आ गया और उसकी चूची को दबा दबा कर पीने लगा. कभी एक को … तो कभी दूसरी को.

ऐसे करते-करते निशा फिर से तैयार हो गई और मेरा लंड भी तैयार हो गया.

मैंने निशा को चुदाई की पोजीशन में लेटाया और उसकी चुत में फिर से जीभ घुसा दी. मैं जीभ से ही उसकी चुत को चोदने लगा.

निशा- आंह अमित … और तेज अमित और तेजी से करो ना … आह्ह्ह … अअहह!

इतने में उसने फिर से मेरे मुँह में ही धार छोड़ दी और मैं पी गया.

मैंने उसकी चुत में लंड डाला और उसके ऊपर चढ़ गया. मुझे लंड पेल कर ऐसा लग रहा था कि जैसे मैंने भट्टी में लंड डाल दिया हो. उसकी चुत इतनी ज्यादा गर्म थी.

वो आंह आह कर रही थी.

मैं उसकी चुत में लंड धीरे-धीरे अन्दर-बाहर करने लगा. ऐसा करते करते मुझे दो मिनट लगे. इतने में वो फिर से तैयार हो गई.

इस बार मैं नीचे लेट गया और निशा से बोला- तुम मेरे ऊपर आ जाओ.
वो मेरे लंड पर चूत सैट करके बैठ गई.

मैंने उसकी चुत में लंड घुसाया और निशा अपने आप ही गांड हिला हिला कर मेरे लंड को चोदने लगी.

मैंने अपनी टांगें इस तरह से सैट कर रखी थीं कि मेरा लंड उसकी चुत में अन्दर तक जा रहा था.
वह और तेजी से गांड हिला हिला कर मुझे चोद रही थी.

पूरा कमरा चुदाई की फच फच और सिस्कारियों की आवाज से गूंज रहा था.

‘अह … उहहहह … उम्म.’

दोस्तो, उस पल को बस महसूस ही किया जा सकता था मैं लिख ही नहीं सकता.

थोड़ी देर बाद हम दोनों एक साथ ही झड़ गए.

मैंने निशा को रात 9:00 बजे तक तीन बार चोदा. उस दिन बहुत मजा आया.
अब जब भी हम दोनों का मन होता है, हम दोनों चुदाई का खेल खेल लेते हैं.

दोस्तो, इस कहानी का रिस्पांस अच्छा मिला, तो मैं निशा की सहेलियों की चुदाई के बारे में भी लिखूंगा.

आपको मेरी सेक्सी माल की चुदाई कहानी कैसी लगी, मुझे मेल से जरूर बताएं.
[email protected]

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