पड़ोसी को पटा कर चुत चुदवा ली-2

(Padosi Ko Pata Kar Chut Chudwa Li- Part 2)

इस कहानी के पहले भाग
पड़ोसी को पटा कर चुत चुदवा ली-1
में मीरा और रितेश की चुदाई की घटना पढ़ी. उसके बाद क्या हुआ, इस भाग में पढ़ें.

अगली सुबह रोज की तरह रितेश छत पर योगा करने पहुंचा, तो उसने देखा कि मीरा वहां पहले से ही आई हुई है. वो अपने प्लांट्स को पानी दे रही थी.

उन दोनों एक दूसरे को देखा और करीब आ गए और फिर से एक दूसरे में सामने आकर एक दूसरे को चूमने लगे.

आज मीरा ने अपनी नाइटी के अन्दर कुछ नहीं पहना था. वो जानती थी कि रितेश रोज़ सुबह योगा करने छत पे आता है. इसी लिए मीरा अपनी पूरी तैयारी के साथ आई थी. आज वो चिकनी चूत के साथ छत पर थी. उसने अपनी चुत के बाल भी रात को ही साफ़ कर दिए थे.

छत पर रितेश उसे चूमता हुआ एक हाथ उसके स्तनों को दबा रहा था, दूसरे हाथ से उसकी चुत को सहला रहा था.

लेकिन दिन का समय होने की वजह से वो छत की सीढ़ियों और मीरा की छत पर रखे प्लांट्स की ओर आ गए.

वहां पहले से रखी एक कुर्सी पे रितेश अपनी पैन्ट नीचे करके बैठ गया.
उसका तना हुआ छह इंच लंबा और दो इंच मोटा लंड खड़ा मीरा को ललचा रहा था.

लेकिन सुबह कम समय होने की वजह से उसने अपनी नाइटी उठाई और अपना मुँह रखने की जगह रितेश के लंड पर अपनी चुत रख कर तेज़ी से ऊपर नीचे होने लगी.

रितेश भी मौके की नज़ाकत देख कर तेज़ी से धक्के लगाने लगा और करीब 10-15 मिनट की चुदाई के बाद दोनों झड़ गए.
लेकिन दोनों में चुदाई की भूख इतनी बढ़ गयी थी कि वो अब ज़्यादा समय तक अकेले मिलना चाहते थे और सेक्स का मज़ा लेना चाहते थे.

रितेश ने मीरा से कोई तरकीब सोचने को बोला ताकि वे दोनों खुल कर चुदाई का मज़ा ले पायें … न कि ऐसे छुप कर.
मीरा भी सोचने लगी. उसने बोला कि मेरा भी तुम्हारे लंड के बिना अब मन नहीं लगता.

मीरा ने उसी शाम को रितेश को खाने पे बुलाया और कहा कि वो रीमा को भी साथ में लेते आए, तभी रात को हम अपने मिलने के बारे में भी सोचते हैं.
इसके बाद वो दोनों अलग हो गए और कुछ देर बाद तैयार होकर ऑफिस को निकल गए.

दोपहर को मीरा ने रितेश को मैसेज किया और कुछ नींद की गोलियां अपने साथ लाने को कहा.
रितेश को थोड़ा अजीब लगा, लेकिन फिर भी उसने अपने साथ कुछ नींद की गोलियां रख लीं.

मीरा ने आज एक सुन्दर सी नाइटी पहनी थी और वो पूरी तरह से चुदाई का मजा लेने के लिए तैयार थी.

मीरा ने निखिल और रीमा का आपस में परिचय कराया.
निखिल साइन्स में ग्रॅजुयेशन का स्टूडेंट था और रीमा फिज़िक्स में मास्टर्स कर रही थी. वे दोनों एक ही यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे थे.

रीमा भी दिखने खूबसूरत थी, निखिल भी 5 फुट 8 इंच का जवान लड़का था.
दोनों मिलते ही काफ़ी घुल मिल गए और अपने कॉलेज और पढ़ाई की बातें करने लगे.

फिर डिनर का समय हो गया, डिनर टेबल पे सब बैठ गए.
मीरा और रितेश आमने सामने वाली कुर्सी पे बैठे थे. खाने के दौरान भी टेबल पे कुछ बातें हो रही थीं.

इसी बीच रितेश टेबल के नीचे से अपने पैर बढ़ाकर कर मीरा की चुत को सहलाने लगा.
मीरा भी इस का भरपूर मज़ा लेने लगी और अपनी चुत फैला कर रितेश के पैर के अंगूठे से रगड़वाने लगी.

कुछ देर बाद डिनर खत्म हुआ और रितेश और मीरा मिल कर टेबल से बर्तन उठाकर किचन में रखने के बहाने अन्दर चले गए.

किचन में घुसते ही रितेश ने, चूतड़ पीछे करके खड़ी मीरा की नाइटी उठाई और पीछे से अपना मुँह मीरा की गीली चुत पे रख कर चुत चूसने लगा.
मीरा की चुत भी गीली होकर टपक रही थी. रितेश का मुँह लगते ही उसकी चूत और रसीली हो गयी.

किचन की स्लैब पर मीरा ने हाथों को टिका कर अपनी पूरी चूत रितेश के लिए खोल दी.
वो गांड उठाकर चूत का रस चटवाने लगी. रितेश को भी मीरा की चुत की खुशबू पसन्द आ रही थी और वो मज़े से चूत चाट रहा था.

अचानक मीरा को ख्याल आया कि निखिल और रीमा तो बाहर ही हैं. तो मीरा ने पलट कर रितेश को उठाया और ज़ोर का चूमा लेकर उसके होंठों को काटते हुए कहा- अभी नहीं, आज रात का इन्तजार करो, आज पूरा मजा मिलेगा.

इसके बाद मीरा ने फ्रिज से आइसक्रीम निकाल कर चार कटोरियों में सजाई, जिसमें से उसने दो कटोरियों में नींद की दबा मिला दी, जो उसने रितेश से मंगवाई थी.

इसके बाद उसने वे दोनों कटोरियां रीमा और निखिल को दे दीं और रितेश को आंख मार दी.

अब रितेश को सारा प्लान समझ में आ गया और वो थोड़ा मुस्कुरा दिया. इधर आज की मदभरी मुलाक़ात में निखिल और मीरा भी सीनियर और जूनियर होने के बावजूद भी काफ़ी घुल मिल गए थे.

फिर करीब रात 10 बजे रितेश और रीमा अपने घर चले गए. जाते जाते मीरा ने आज रात अपने घर के छत का दरवाजा खुला रहने का इशारा रितेश को दे दिया. अब रितेश को भी बस नींद की गोली के असर होने का इंतज़ार था.

रात को करीब 11 बजे रितेश रीमा के कमरे में आ गया, उसने उसे काफ़ी आवाज़ दीं, पर वो नहीं उठी, तो रितेश समझ गया कि अब मीरा के पास जाने का समय हो गया है.

इतनी देर में उसके मोबाइल पर मीरा का संदेश आ गया कि आ जाओ निखिल सो गया है.

रितेश छत के रास्ते मीरा से मिलने निकल पड़ा, उसने इस वक्त सिर्फ़ लुंगी पहनी हुई थी और ऊपर टी-शर्ट को डाला था.
वो छत से सीधा मीरा के कमरे में घुस गया.

मीरा भी सिफ ब्रा पैन्टी में बैठी रितेश का इंतज़ार कर रही थी.

आज उन दोनों के पास पूरी रात थी, तो वो भी बहुत आराम से चुदाई का मजा लेने को तैयार थे.

मीरा ने पहले सामने रखी आइसक्रीम की कटोरी उठाई और अपने मुँह में थोड़ी सी आइसक्रीम भर ली और अपने होंठ रितेश के होंठों से लगा दिए.

रितेश भी उसके होंठों को चूसने लगा और अपने हाथों से मीरा की 36 इंच की चुचियों को मसलने लगा.

मीरा भी अपने सामने खड़े रितेश की लुंगी में हाथ डाल के उसके चूतड़ों को सहला रही थी. वो कभी रितेश को उत्तेजित करने के लिए उसकी गांड के छेद में अपनी छोटी वाली उंगली भी घुसा दे रही थी.

रितेश ने मीरा को छोड़ते हुए उसे बिस्तर पर लिटा दिया और अपनी टी-शर्ट व लुंगी को निकाल कर पूरा नंगा हो गया. खुद नंगे होने के बाद उसने मीरा को भी पूरा नंगी कर दिया.

रितेश मीरा की चूचियों को चूसने लगा और मीरा भी अपने हाथों से रितेश के लंड को मसलने लगी.

फिर थोड़ी देर बाद उसने रितेश को डॉगी पोज़िशन में बैठने को बोला. रितेश कुत्ता बन गया तो मीरा ने उसकी गांड को हवा में उठाने बोला. रितेश ने अपनी गांड हवा में उठा दी.

फिर मीरा ने आइसक्रीम का थोड़ा सा हिस्सा रितेश की गांड की छेद पे रखा और अपनी जीभ से उसे चाटने लगी.
अपनी गरम गांड पर ठंडी आइसक्रीम के साथ ही मीरा की मदभरी जीभ से गांड को चटने से रितेश को भी बहुत मज़ा आ रहा था. उसके मुँह से मादक सिसकारी फूट पड़ी.

मीरा भी बिना रुके उसके गांड के छेद को फैला के अपनी जीभ से कुरेद रही थी और अपने हाथों से रितेश का लंड सहला रही थी.

फिर उसने रितेश को सीधा लिटा फिर उसने थोड़ी आइसक्रीम रितेश की छाती के निप्पल पर गिरा कर चाटने लगी.
मीरा ने छाती को चाटते समय रितेश के निप्पलों को भी दाँत से काट लिया.

उसकी ये सारी हरकतें रितेश को मदहोश कर रही थीं.

कुछ देर के बाद रितेश ने भी मीरा को बिस्तर पर पलटा और आइसक्रीम उसकी चुत की फांकों में भर के चूत को चूसने लगा. मीरा भी मस्ती भरी सिसकारियां लेने लगी.

अब दोनों 69 की पोज़िशन में एक दूसरे को चूस रहे थे और लंड चूत की चुसाई का मजा लेने लगे. कुछ देर के बाद वे दोनों एक दूसरे के मुँह में ही झड़ गए.
झड़ने के कारण दोनों निढाल हो गए थे, इसलिए वे दोनों थोड़ा सुस्ताने लगे.

आज वो भरपूर मज़ा लेना चाहते थे क्योंकि पूरी रात उनकी थी.

फिर मीरा ने रितेश से कहा कि जब से तुमने मुझे अपनी गोद में उठाया था, तब से ही मैंने ठान लिया था कि मैं तुमसे चुद कर ही रहूँगी.
रितेश ने भी कहा- जब से मैंने तुम्हारे नंगे चूतड़ देखे थे, तभी से मैं बेकाबू हो गया था. मैंने भी तुम्हारी चूत में लंड पेलने का मन बना लिया था.

इसी तरह की सेक्सी बातों के बीच वो एक दूसरे के अंगों से खेल रहे थे. मीरा रितेश के लंड को सहला रही थी, वो कभी लंड के सुपारे को चूम रही थी. रितेश भी कभी उसके एक स्तन दबाता, तो कभी निप्पल को काट लेता.

दोनों कुछ ही देर में फिर से गर्म हो गए.

मीरा घोड़ी की पोजीशन में आ गई और बोली- आज दिखा दो अपना दम डॉक्टर … मेरी चुत को आज तुम अपने लंड का गुलाम बना दो.

यह बात सुन कर रितेश ने भी जोश में आकर मीरा के चूतड़ों पर दो थप्पड़ लगाए और पीछे से मीरा की रस छोड़ती चुत में अपना लंड ठांस दिया.

मीरा भी मादक सिसकारियां लेने लगी और उसका साथ देने लगी.

करीब 5 मिनट इसी आसन में चोदने के बाद मीरा ने रितेश से अपने लिविंग रूम में अपने सोफे पर आने को कहा और उधर आकर उसने अपने टांगें चौड़ी करके लेट गई. चूंकि नींद की गोली के असर से निखिल सुबह से पहले जागने वाला नहीं था.

रितेश ने भी मीरा के नजदीक आकर लंड को सैट करके एक जोरदार धक्का दिया और सोफे पर चुदाई के इस आसन का दौर शुरू हो गया.

रितेश मीरा को चोदते हुए उसकी चुचियों को मसल रहा था और कह रहा था- आज तो अपने लंड से तेरी चुत की दीवारों पे अपना नाम लिख दूँगा ताकि तू हमेशा मुझसे ही चुदे.

मीरा भी अब मदहोश हो कर बोलने लगी- हां जो करना है, कर लो.. बस आधे रास्ते में मत छोड़ना. तुम जैसे कहोगे, मैं वैसे चुदवा लूंगी. तुमसे अपनी गांड भी मरवा लूँगी, लेकिन बस कभी मुझे छोड़ना मत.. आज इतने सालों बाद चुद रही हूँ.

रितेश भी जमकर पूरे जोश में मीरा को चोद रहा था. करीब 7-8 मिनट की धमाकेदार चुदाई के बाद वो अपने कमरे वापस आ गए.

मीरा अब तक दो बार झड़ चुकी थी और वो काफी थक गई थी.

इसलिए अब वो नीचे लेट गयी. रितेश ने उसकी कमर के नीचे तकिया लगा दिया और उसकी जोरदार चुदाई करने लगा. करीब 5 मिनट बाद वो दोनों झड़ गए.

इस बार रितेश मीरा के पेट पे अपना सारा माल निकाल दिया. झड़ने के बाद वो मीरा के बाजू में बेड पे लेट गया और अपनी सांसें काबू में करने लगा.

फिर आधे घंटे बाद उसने देखा 4 बजने वाले हैं, तो वो उठा और मीरा को चूम कर कपड़े पहनने लगा. उसने मीरा से कहा- काश हम हर रोज ऐसे ही जम के चुदाई कर पाते तो कितना मज़ा आता.

मीरा ने भी कहा कि वो भी यही चाहती है, लेकिन रोज रोज नींद की गोली वो निखिल और रीमा को नहीं दे सकती.
रितेश ने भी हामी भरी.
मीरा ने कहा कि कोई और तरकीब लगानी पड़ेगी, जिससे हम खुल के चुदाई का मज़ा ले सकें.

इस तरकीब को लेकर क्या गुल खिला इसका मजा अगली बार आपको दूँगा. जब निखिल ने रीमा को चोदा और इसके बाद रितेश मीरा निखिल और रीमा इन चारों ने ग्रुप सेक्स का मजा लिया.

मेरी सेक्स कहानी पर आप बिंदास मुझे ईमेल कर सकते हैं.
[email protected]

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