लिंग परिवर्तन से बनी लड़की की चुदाई

(Ling Parivartan Se Bani Ladki ki Chudai)

नमस्कार दोस्तो, मेरी यह कहानी पिछले 6 महीने पुरानी है जब मेरी मुलाकात एक ऐसे लड़के से हुई जिसने लिंग परिवर्तन का ऑपरेशन कराया हुआ था.
उससे मेरी मुलाकात सोशल साइट पर हुई थी. क्योंकि उसके फोटो आदि और प्रोफाइल बिल्कुल लड़की की तरह ही थे. इसलिए शुरुआत में मैंने उसे लड़की ही समझा था.

जब हमारी दोस्ती आगे बढ़ी तब मुझे उसने बताया कि वहां एक लड़का था और फिर बाद में उसने लिंग परिवर्तन का ऑपरेशन करवाया था. आज उसको देखकर कोई भी नहीं कह सकता कि वह एक लड़का है.

उसका नाम संजना कपूर था और वहां जयपुर की रहने वाली थी.

उसने मुझे बताया कि वह शुरू से ही लड़की बनना चाहती थी बचपन से ही उसे लड़कियों की बातें लड़कियों में लड़कियों जैसे रहना अच्छा लगता था जिससे उसने बाद में परिवार की इजाजत से लड़की बनने के लिए ऑपरेशन मुम्बई में करवाया.

मुझे उसने बताया कि उसको लड़के अच्छे लगते हैं, वो लड़कों का साथ पसंद करती है.
हमारी बातें होते होते कब हम प्यार करने लगे, हम दोनों को ही पता नहीं चला.

उसने मुझे व्हाट्सएप पर ढेर सारी पिक्स भेजी अपनी और मैंने भी उसे अपनी पिक्स भेजी. उसने बताया कि मेरा ऑपरेशन हुए 8 महीने हो गए हैं. अब डॉक्टर मुझे संभोग के लिए परमिशन दे रहा है और कह रहा है कि किसी लड़के से अगर बॉयफ्रेंड हो तुम्हारा कोई तो एक बार संभोग करके देख सकते हो कि तुम्हारी योनि सही तरह से विकसित हुई भी है या नहीं. अगर कोई प्रॉब्लम होती है तो डॉक्टर को बताने के लिए बोला था.

उसने यह बात मुझको बताई थी तो मुझे लगा कि ठीक है, इससे मेरा भी काम बन जाएगा और उसकी मदद हो जाएगी.
हम शुरू से ही खुल कर बात करते थे और फोटोज का आदान प्रदान करते थे. उसने अपने ऑपरेशन की पूरी पीड़ा मुझे बताई थी कि ऑपरेशन के वक्त उसे क्या-क्या सहना पड़ा था.

उसने आज मेरे सामने जो भी बात रखी तो मैं भी अवाक रह गया परंतु मेरे मन में उसको पाने की लालसा और उसकी मदद की इच्छा हुई थी इसलिए मैंने उसको संभोग के लिए हां कर दी.

फिर एक निश्चित तिथि को मैंने जयपुर में 5 दिन के लिए होटल का कमरा बुक कर दिया. मैं जयपुर पहुंचा और उसको होटल में बुला लिया.

वह एक मेकअप आर्टिस्ट थी इसलिए लोगों के यहां शादियों में जाकर उनका मेकअप करती थी. इस सिलसिले में उसे कई बार शहर से बाहर भी जाना पड़ता था इसलिए उसके घर पर बाहर जाने के लिए कोई रोक नहीं थी.

उसने ऐसा ही किया और घर पर शादी में जाने का बोलकर 5 दिन के लिए मेरे पास होटल में आ गई. उसको देख कर कोई भी नहीं कह सकता था कि वह एक लड़का थी. वह अक्सर साड़ी पहना करती थी.

उस दिन जब मैं वहां पहुंचा तो वहां मेरे पास एक लाल रंग की साड़ी में आई थी. और उसने सुनहरी रंग का ब्लाउज पहना हुआ था. माथे पर बिंदी, होंठों पर लिपस्टिक कान में बाली और नाक में सोने की नथ थी.
उसको देख कर मैं और भी ज्यादा उससे प्यार करने लगा.

शुरू में हम दोनों कुछ हिचकिचाहट महसूस कर रहे थे क्योंकि हमारी पहली मुलाकात थी. उसके बाद धीरे-धीरे मैंने उसे स्पर्श करना शुरू किया और उसे गले से लगा लिया.

उसकी आंखों में आंसू आ गए और फिर रोने लगी. मुझे भी बहुत रोना सा आ रहा था और मैंने उसे कस के अपने से चिपका लिया.

इसके बाद मैंने उसे पलंग पर बैठाया और एक गिलास पानी दिया. वह शांत हुई तो फिर मैंने उसके होंठों पर धीरे से एक चुम्बन किया. इसके प्रत्युत्तर में उसने भी मेरा साथ दिया.

मैं अब पीछे हटने के मूड में नहीं था इसलिए मैंने उसे वही पलंग पर लेटा लिया और उसकी साड़ी का पल्लू हटा दिया. उसका बदन एकदम चिकना और गोरा था जैसे कि अभी उसने वैक्सिंग करवाई हो.

इसके बाद मैं उसके ऊपर लेट गया मैंने उसे चूमते हुए आई लव यू बोला और उसने भी मुझे आई लव यू कहा.

मैं आज कुछ ऐसा करने जा रहा था जो कि मैंने जीवन में कभी सोचा भी नहीं था. मैंने उसे धीरे धीरे प्यार करते हुए उसके ब्लाउज के बटन भी खोल दिए उसने अंदर एक पिंक वाली नेट की ब्रा पहनी हुई थी. उसको देखकर कोई भी नहीं कह सकता था कि यह लड़की कभी लड़का रही होगी. उसके उभार अच्छे खासे बड़े थे जिनको देखकर मुझे मस्ती चढ़ने लगी और मैं उन्हें चूमने लगा.
यह जरूर है कि उसके उभार नॉरमल लड़कियों से टाइट थे.

मैंने उसे अपने प्यार में जकड़ लिया था और धीरे धीरे नीचे की तरफ बढ़ रहा था. मैंने धीरे से उसकी साड़ी का वह भाग हटाया जो कमर में पेटीकोट के अंदर घुसा हुआ था. और फिर उसकी साड़ी मैंने अलग कर दी और उसके पैरों पर हाथ फिराने लगा. मेरा हाथ धीरे-धीरे उसकी जांघों तक पहुंच गया था. उसकी टांगें कमाल की चिकनी थी और एकदम मुलायम!

मैं धीरे धीरे उसे सब जगह चूमने लगा और मैंने कब का पेटीकोट निकाल दिया … उसे पता भी नहीं चला. अब वह मेरे सामने सिर्फ ब्रा और पेंटी में ही थी. उसके चेहरे पर कुछ शर्म के भाव भी आने लगे थे हालांकि वह एक लड़का थी लेकिन अब वह एक लड़की है.

मुझे उसकी चूत देखने की बहुत जल्दी थी क्योंकि उसका ऑपरेशन हुए 7-8 महीने हो चुके थे और उसने बताया था कि वहां बाल भी आने लगे थे और वहां उन बालों को क्रीम से साफ करती थी. इसलिए मैंने प्रो की तरफ ध्यान ना देते हुए धीरे से उसकी पैंटी को सरकाने लगा और गुलाबी रंग की नेट वाली पैंटी थोड़ा सा नीचे सरका कर मैंने सबसे पहले उसकी चूत के दर्शन किए.

यह बात सही है कि उसकी चूत एक नॉर्मल लड़की की चूत की तरह ही थी. परंतु उसके ऊपर की तरफ कुछ टांके के निशान थे तथा और कुछ टांके के निशान अगल-बगल थे जो कि नीचे दब गए थे. मैंने उसकी चूत पर हाथ रख दिया तो वो एकदम से सिसिया गई. इसका मतलब था कि उसकी चूत ने काम करना शुरू कर दिया था.

मैंने उसकी चूत पर होठ रख दिए तो उसने मेरे सिर के बालों में हाथ डाल दिया और चूत पर दबाव बनाने लगी. उसकी चूत एकदम मखमली वाली थी.

फिर मैं वहां से हटा और उसको थोड़ा सा उठा के अपनी बांहों में ले लिया. मैंने बैठे-बैठे ही उसकी ब्रा का पीछे से हुक खोल दिया, फिर मैंने उसे आहिस्ता से लेटा दिया और उसके चेहरे पर चूमने लगा. मैं उसके मुंह में अपनी जीभ डालकर उसका स्वाद लेने लगा.

उसकी नोज रिंग लटकन वाली थी वह मुझे नाक पर चुभ रही थी. फिर मैंने उसकी नाक की नथ को उतार दिया और मैं उसके मुंह में अपनी जीभ डाल कर चूसने लगा. इसके प्रत्युत्तर में उसने भी मुझे जोर से चूमना शुरू कर दिया.

अब हम दोनों की सांसें तेज चलने लगी थी. फिर मैंने उसे चूमते चूमते ही एक हाथ से उसकी पेंटी को पूरा नीचे सरका दिया और फिर उसी हाथ से उसकी चूत पर हाथ फेरने लगा. मैं एक उंगली उसकी चूत में डालने की कोशिश करने लगा जिससे कि वो और ज्यादा उत्तेजित होने लगी थी.

चूँकि उसका मुंह मेरे मुंह से लॉक था तो वो आवाज नहीं कर पा रही थी.
अचानक से उसने अपना मुंह छुड़ाया और बोली- तुम्हारे उंगली डालने से मुझे दर्द महसूस हो रहा है.
मैंने कहा- अब तुम एक लड़की हो और लड़की को पहली बार संभोग में दर्द होता ही है.

वह मेरी बात मान गई.

मैंने फिर से उसकी चूत पर मुंह रखा उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया. इससे वो बहुत ही ज्यादा उत्तेजित हो गई जैसे कि उसका पूरा शरीर बहुत तेजी से कांपने लगा और वो उत्तेजना के मारे रोने से लगी.
मुझे उसको संभालना मुश्किल हो रहा था. मैं जानता था कि वह एक ऑपरेशन से लड़के से लड़की बनी है.

मुझे यह भी डर था कि मैं उसे चोद भी पाऊंगा या नहीं!

परंतु मैंने हिम्मत करके उस को कंट्रोल में किया फिर मैंने उसकी चूत को चाटना बंद करके सीधे उसके ऊपर आ गया. एक हाथ से अपना लंड पकड़ कर उसकी चूत के ऊपर सेट किया और धीरे से हल्का धक्का आगे को लगाया. जिससे मेरे लंड का टोपा थोड़ा सा उसके अंदर सेट हो गया.
वह पैर पटकने लगी थी और दर्द को बर्दाश्त करने की कोशिश कर रही थी.

तभी मैंने अपने होठों को उसके होठों से चिपका दिया जिससे कि वो चिल्ला नहीं पाए. इसके बाद मैंने फिर हल्के से अपने लंड को आगे की ओर ठेला और मेरा लिंग थोड़ा और उसकी चूत में फिट हो गया.
वह बहुत बुरी तरह से तड़प रही थी और बिलबिला रही थी परंतु मैं उसे अब मझधार में छोड़ नहीं सकता था इसलिए मैंने अपने हाथ पैरों से उसे कस के जकड़ा हुआ था.

तभी मुझे लगा कि जैसे उसकी झिल्ली पर मेरा मेरा लिंग टकरा रहा है. मैं समझ गया कि झिल्ली को फाड़ना पड़ेगा. फिर मैंने थोड़ा सा पीछे हट के एक जोर का तेज झटका उसकी चूत में लगाया जिससे कि मेरा लिंग आधा से ज्यादा अंदर चला गया और उसकी झिल्ली फट गई.
उसकी चूत से कुछ खून भी निकल आया था. मैंने बिना रुके उसकी चूत में लंड को आगे सरकाना जारी रखा और धीरे धीरे लिंग को आगे पीछे करता हुआ उसकी चूत में पूरा फिट कर दिया.

उसके बाद मैं कुछ देर रुका रहा और उसके कुछ नॉर्मल होने का इंतजार करता रहा और जब मुझे लगा कि वह कुछ ठीक महसूस कर रही है तो अपना मुंह उसके मुंह से अलग किया और उससे पूछा- तुम्हें इतना दर्द हुआ है तो इसका मतलब तुम्हारा ऑपरेशन सफल रहा है और अब तुम पूरी धरा से लड़की बन गई हो!
वह हल्के से मुस्कुरा दी और मुझे किस किया.

इसके बाद मैंने उसको चोदना शुरू कर दिया और करीब आधा घंटे की जुदाई के बाद मैंने पूछा- अपना वीर्य कहां निकालूं?
तो उसने बताया- मैं लड़की जरूर बनी हूं लेकिन मैं बच्चे पैदा नहीं कर सकती क्योंकि मेरे अंदर बच्चेदानी नहीं है. इसलिए तुम मेरे अंदर ही अपना वीर्य निकाल दो.
और फिर मैंने अपना वीर्य उसके अंदर ही डाल दिया.

इसके बाद मैंने उसको उस दिन दो बार चोदा.

और फिर हम दोनों होटल में 5 दिन साथ रहे. मैंने उसके संग जी भर कर चुदाई की. और फिर मैंने उसकी दो बार गांड भी मारी. गांड मरवाने में उसने बहुत नाटक किया था परंतु मैंने किसी तरह से मना कर उसकी गांड का बाजा बजा दिया.

अब हम दोनों एक पति पत्नी के रूप में अपने रिलेशन को आगे बढ़ा रहे हैं और अलग अलग शहरों में जाकर साथ में रहते हैं. परंतु मैंने उससे शादी के लिए मना किया हुआ है क्योंकि उसके बच्चे नहीं हो सकते.

दोस्तो, मेरी कहानी आपको नये स्टाइल की लगी होगी. आपको पसंद आई या नहीं … मेरी ईमेल आईडी पर संपर्क कर सकते हैं [email protected]

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