बीवी को गैरों से चुदने का मौका देना पड़ता है-2
लेखक : राहुल शर्मा
एक मिनट मैं उस पर गिर हांफने लगा।
“बस? मेरी प्यास अभी कहाँ बुझी है?”
“कल रात बुझा दूँगा !”
“मुँह से कर दो तो मुझे भी मंजिल मिय जायेगी राजा !”
मैंने उसकी बात मानी।
खैर अगली रात भी वैसे निकली, थोड़ा समय ज्यादा निकला, वो मुझसे खुश नहीं थी लेकिन कुछ नहीं बोली, इतने बड़े घर में जो आ गई थी। कहाँ एक मध्यमवर्गीय परिवार से एक बड़े घर की बड़ी बहू जो बनी थी।
मैं दिन में अपने आशिकों से मिला और अपनी गाण्ड की प्यास बुझवाई। मेरे आशिक मुझसे कहते- तेरी घरवाली पटाका है, उसकी दिलवा दे !
लेकिन कितनो को दिलवाता।
माँ मुझे कहती रहती- पहले बच्चे में प्लानिंग मत करना !
घर वालों ने कहा- तुम दोनों कहीं घूम फिर आओ।
तभी मेरी बात नेट पर मीलासा नाम के बंदे से हुई, गोवा का रहने वाला था, मुझे रोज़ कहता था कि मुझे तेरी गाण्ड पसंद है।
जब मैंने उसको बताया कि मेरी शादी हुई है और घर वाले कहीं घूमने जाने को कह रहे हैं तो बोला- तू अपनी नई नवेली को लेकर यहाँ गोआ आ जा !
उसने मुझे वेबकैम पर अपना बड़ा सा मोटा लंड दिखाया, कहा- दोनों की प्यास बुझा दूंगा !
आगे बोला- मेरे साथ एक दोस्त भी है, हम दोनों मिलकर तुम दोनों को खुश कर देंगे।
मेरे कहने से पापा ने हमारे लिए गोवा घूमने के लिए ट्रिप प्लान किया, हमारी टिकट वगैरा करवा दी।
गीता बोली- क्या मैं अपने सेक्सी कपड़े साथ लेजा सकती हूँ, हनीमून है, वहाँ सब पहनते हैं।
मैंने कहा- हाँ ले लो !
गीता बहुत खुश थी कि हम गोवा घूमने जा रहे हैं, मैंने अपने दोस्त को अपनी फलाईट की डेट, समय बता दिया, वो हमें लेने पहुँच गया।
गीता ने मुझसे पूछा- यह कौन है?
मैंने कहा- पापा के साथ बिज़नेस लिंक होंगे, उन्होंने ट्रिप प्लान करवाया है।
कार के शीशे से मीलासा हमें देख रहा था, उसकी नजर मेरी बीवी से हट ही नहीं रही थी।
हम उसके फ्लैट में पहुँच गए, उसने हमें रूम दिखाया ! क्या शानदार फ्लैट था, रूम से पूरे बीच का नजारा दिखता था !
मैंने गीता से कहा- तुम नहा धोकर फ्रेश हो लो ! मैं तब तक मीलासा से जानकारी लेता हूँ कि घूमने वाली जगह कौन कौन सी हैं।
मीलासा नीचे अपने कमरे में बैठा बियर पी रहा था- आ गया राहुल, तुझे कितना चाहता हूँ !
उसने झट से दरवाज़े को हाथ मार कर बंद किया, मुझे बाँहों में उठाया बैड पर लिटाया- तेरी बीवी भी हसीना है !
मेरी गालों को चूमता हुआ मेरी टीशर्ट उठा निप्पल को चूसने लगा। मुझे भी यकीन नहीं हो रहा था कि सच में मैं उसकी बाँहों में उसके साथ हूँ।
उसने अपना लंड निकाला, बोला- पकड़ इसको, जिसे वेबकैम पर देखता था ! वाह क्या लंड था ! मैंने नीचे जाकर मुँह में भर लिया, चूसने लगा।
उसने कहा- जल्दी से अपनी जींस खिसका कर गाण्ड दिखा दे मेरी जान !
मैंने कहा- वो मुझे देखती हुई नीचे आ जायेगी, उसको बाथरूम में छोड़ कर आया हूँ।
बोला- उसको चोदने का मौका तुझे ही देना पड़ेगा !
हम दोनों को किसी टाइम अकेले छोड़ देना, बाकी मैं संभाल लूँगा। चल चूस दे लंड !
मैंने जैसे जींस खिसकाई, मीलासा ने घुमा लिया, गाण्ड को दबाते हुए बोला- क्या गाण्ड है तेरी !
उसने छेद को चूमा, थूका और अपना लंड रख कर दबाया।
“हाय धीरे से करो राजा !” उसने धीरे धीरे अपना पूरा लंड मेरी गाण्ड में उतार दिया।
“कैसा है?”
“बहुत बड़ा है ! मजा आ गया !”
तभी धीरे से दरवाजा खुला, मीलासा ने मुड़ कर देखा तो गीता थी। वो एकदम से मेरी चुदाई छोड़ खड़ा हो गया। उसका लण्ड गीता की आँखों के सामने तना खड़ा था।
मैं भी अपराधी सा बना खड़ा हो गया, मेरी छोटी सी लुल्ली भी सख्त होकर खड़ी थी।
“यह क्या हो रहा है? तो यह शौक भी रखते हैं हमारे जनाब?”
मीलासा ने गीता का हाथ पकड़ कर अपने लण्ड पर रखते हुए कहा- राहुल ने तेरे लिए ही इस लण्ड का इन्तजाम किया है। कैसा है? “बहुत बढ़िया है ! राहुल का तो बहुत छोटा है, लुल्ली कह लो !”
“तो तुझे चलेगा ना यह?” एक बार चूस दे, फिर घूमने चलेंगे !” गीता को अपने लण्ड पर झुकाते हुए मीलासा बोला।
मेरी पत्नी गीता मुँह खोला लेकिन होंठ बारीक लंड मोटा था, वैसे ही चाटने लगी।
फ़िर बोली- अभी चलती हूँ, तुम अपना काम पूरा कर लो, मैंने आकर रंग में भंग डाल दिया।
कहानी जारी रहेगी।
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