मॉम के बाद उनकी सहेली को भी चोदा- 4
(Garam Xxx Chod Kahani)
गरम Xxx चोद कहानी में मेरी मम्मी की सहेली को पता लगा कि मेरी मॅाम मुझसे चुदती है तो वह भी मेरे पीछे पड़ गयी. उसे भी मेरे लंड का मजा लेना था. वह मुझे मॉल के बाथरूम में ले गयी.
दोस्तो, मैं अमित आपको अपनी मॉम व उनकी सहेली अनीता की चुदाई की कहानी सुना रहा था.
कहानी के पिछले भाग
मॅाम की सहेली ने सुनाई चुदाई की बात
में अब तक आपने पढ़ा था कि मैं अपनी मॉम को चोदता हुआ अनीता आंटी की चुदाई की दास्तान सुन रहा था. उसी दरमियान एक ऐसा पल आया, जब मेरी मॉम के मुँह से मेरा नाम लेते हुए धीरे चोदने की बात निकल गई और उनका यह रहस्य अनीता आंटी के सामने खुल गया. फिर अनीता आंटी के पूछने पर मॉम ने अपनी सहेली के सामने हामी भर दी कि वे मुझसे यानि अपने बेटे से चुदवाती हैं.
अब आगे गरम Xxx चोद कहानी:
मॉम- हां यार, अमित ही मुझे चोद रहा है अभी … तू कल मेरे घर आ जाना, सब बता दूंगी.
अनीता- यार रियल में कर रही है या रोल प्ले कर रही है?
मॉम ने मुझे फोन दे दिया.
मैंने अनीता आंटी को फोन पर बताया- अनीता आंटी, मैं कब से तुम्हारी सेक्स कहानी सुन रहा हूं और अब मॉम मेरे नीचे अपनी चुत में लंड लेकर लेटी हुई हैं. मैं सच में मॉम को चोद रहा हूँ. अनीता, साली तू भी कल आ जाना … मुझे तुमको भी चोदना है. उस दिन तुझे देख कर ही मेरा लंड खड़ा हो गया था … तेरे चूचे तो मैं कई बार देख चुका हूं. उस दिन तू गेट पर खड़ी थी ना … तब मैं मॉम को घोड़ी बना कर चोद रहा था. समझ गई क्या, तू कल आ जाना घर पर!
अनीता- ओह माय गॉड, यार बिलीव नहीं हो रहा … ओह माय गॉड, तू सचमुच मॉम को चोद रहा है … ये मैं क्या सुन रही हूं यार … तुम दोनों बहुत बदमाश हो … साले तुम मुझे आज बता रहे हो, मैं तो कब से तेरे लौड़े से चुदने के लिए तैयार हूं. मैं कल पक्का आऊंगी यार, ओ अभी भी विश्वास नहीं हो रहा अमित … तुमने यह सब पहले क्यों नहीं बताया?
मैं- अनीता डार्लिंग, तूने भी तो आज ही बताया है कि तू भी गैर मर्द से चुत मरवाती थी … पर आज ही अपना मुँह खोला तो मेरे लंड को भी जोश आ गया.
अनीता- वह मैं डरती थी यार!
मॉम- मज़ा आ रहा है … चोद अमित … हां तू बता छिनाल फिर क्या हुआ!
अनीता थोड़ी सी कन्फ्यूज हो गई, उसका ध्यान हट गया था.
थोड़ी देर में उसने अपनी सेक्स कहानी फिर से शुरू कर दी:
उस दिन राजू मुझे मस्ती से पेले जा रहा था. वह झटके पर झटका मार रहा था.
मैं उसके नीचे दबी अपनी चुत चुदवा रही थी.
हर झटके में लंड चुत को चीर कर और अन्दर घुस जा रहा था और उसी स्पीड से बाहर आ जाता.
उसके लंड के अन्दर बाहर होने से मेरी चुत में मजा ही मजा आ रहा था.
हम दोनों को पसीना आ गया था, पर राजू रुकने का नाम नहीं ले रहा था.
मैं उसे रुकने के लिए कह रही थी, पर वह कुछ भी नहीं बोल रहा था.
उसने जोर जोर से झटके मारे तो मेरी चुत में पानी आ गया और मैं झड़ गई.
मैं- आआ हहह यार … मजा आ गया बहुत मस्त चोदता है तू … आह बस कर अब!
राजू- हिल मत कुतिया … अभी मुझे मजा नहीं आया … मजा आने के बाद ही छोड़ूँगा … हिल मत साली रंडी … चुपचाप चुत चुदवाती रह … ज्यादा नखरे किए तो ज्यादा समय लगेगा!
मैंने अब चुप रहने में ही अपनी भलाई समझी.
मुझे पता था कि वह मुझे चोदे बिना उतरने वाला नहीं था.
उसके पसीने की बूंदें मुझ पर गिर रही थीं.
मैंने तौलिये से उसके जिस्म को साफ किया.
वह जोर जोर से चोदे जा रहा था, मैं बस उसको चोदते हुए ही देख रही थी.
मैं झड़ गई थी तो मुझे वह सब अच्छा नहीं लग रहा था, पर उसको मजा नहीं आने के कारण वह रुक ही नहीं रहा था.
औरत तो बस नीचे लेट जाती है, पर आदमी कितनी मेहनत करता है.
बेचारा राजू अभी भी झड़ने का मजा नहीं ले पाया था … वह बहुत देर से मुझे चोद रहा था.
मैंने उससे कहा- राजू रुक जा, तू मुझे कुतिया बना कर चोद … उसमें तुझे भी ज्यादा जोर नहीं लगाना पड़ेगा और मजा भी आएगा … तुम मेरे ऊपर से हटो, मैं कुतिया बनती हूं.
राजू- ओह्ह्ह हां बनो यार जल्दी से आआह.
मैं अब डॉगी स्टाइल में हो गई, बिस्तर के एक कोने पर झुक गई- आ जा मेरे कुत्ते, अब चोद अपनी कुतिया को!
राजू- आह बहुत मजा आएगा ऐसे तो! पहले क्यों नहीं बताया, साली असली की कुतिया!
राजू ने मेरी चुत को किस किया और मेरी चुत पर लंड रख दिया.
मेरी चुत चिकनी हो गई थी तो मैंने उसे साफ कर लिया.
चुत पर लंड रख कर शॉट मारा, लंड चुत में चला गया.
राजू मेरी कमर पकड़ कर चोदने लगा था- ओ ऐसे तो बहुत मजा आता है यार … आआ मेरे लंड को बहुत मजा आ रहा है मैडम जी. यार तूने ये तो पहले ही बताना था आआह हह!
वह मुझे धकापेल चोद रहा था, मुझे फिर से मजा आने लगा था.
वह लंड को सारा बाहर निकालता और सारा अन्दर डाल देता.
चुत को चीर कर और अन्दर जाता तो मेरा मजा दुगना होने लगा था.
मैं- ओह मर गई रे, बहुत मजा आ रहा है … चोद मुझे जोर से आहह!
राजू- साली रंडी आआ बहुत मस्त चुत तेरी बहन की लौड़ी … भोसड़ी मार मार कर लाल कर दूंगा कुतिया बना कर, ऐसे ही मारूंगा तेरी चुत … आआ रोज दोपहर को तू देगी न … आआह आज से मैं तेरा खसम हूं और तू मेरी जोरू है … जोरू की चुत चोदेगा ये लंड … आह आह साली देख लंड लेने के लिए कैसी कुतिया बन गई … दुकान में तो बड़ी सज संवर कर बहुत स्टाइल मारती है न … ऐसी लगती है मानो कितनी ही पतिव्रता नारी है … बहन की लौड़ी चश्मा लगा कर आती है तो मुझे मुठ मारनी पड़ती थी … अब साली पराए मर्द के आगे कुतिया बन गई है … साला तेरा मर्द चोदता नहीं है क्या, साला बड़े लोगों का यही प्रॉब्लम है!
मैं- आह बता साले, क्या प्रॉब्लम है बोल ना!
राजू- बड़े लोग इतनी बढ़िया गोरी माल से शादी कर लेते हैं, फिर चोद ही नहीं पाते. फिर साली, हम जैसी से चुत मरवाती हैं, अखबार वाला, दूधवाला और नौकरों से चुदवाती हो! मुझको तो सब पता है, तुम्हारे मर्द नौकरनियों को चोदते हैं. जब तुम लोग घर पर नहीं होतीं, तो … और हम तुम्हारे यहां कम पैसे में भी रहते हैं … क्योंकि यहां तुम्हारी चिकनी चुत मिलती है … आह यार आह!
मैं- तुम जैसे लोग बहुत देर तक टिक कर चोदते हो न … हमारे मर्द तो 5 मिनट में ही झड़ जाते हैं … आआह तभी तो तेरे आगे बहुत देर से कुतिया बनी हुई हूं … तुम्हारे लंड मोटे और लम्बे होते हैं … तुम बहुत मस्त पेलते हो.
राजू- अरे मैडम आप भी मजा लेती हो!
मैं- हम कौन सी मैडम हैं, हम तो तेरी नौकरानियां हैं, देख कैसे चोद रहा है! तुमको चुत देकर बहुत अच्छा लगता है, आह साले झटके बहुत जोर से मारता है … चल अब मेरे दूध पकड़ ले, मैं आगे नहीं जा पाऊंगी और तुमको भी मज़ा आएगा.
राजू ने अब मेरे दूध पकड़ लिए, वह गोल गोल लटके हुए दूध को अपने हाथ से पकड़ कर चोद रहा था- आआह, ऐसे तो बहुत मजा आता है … तू हिल भी सकती है … आह कितनी अच्छी लग रही है तू … ऐसी चुदती हुई … आआह, तेरी चुदाई अब रोज होगी. साली कुतिया बस हिल मत, आआ 2-4 मिनट में तेरी चुत भर दूंगा आ आह रंडी!
अनीता- आआज चोद ले साले, मैं डबल मजा लेना चाहती हूं … जोर जोर से चोद आआह झड़ने वाली हूं … मजा आने वाला है बहन के लंड रंडी की चुत चोद ले साले आआहह मेरी चुत गई!
राजू बहुत जोर से चोद रहा था, उसके झटकों से मेरी चुत आवाज करने लगी.
मेरी गांड और चुत चुद कर सुन्न हो गई थी पर मुझे बहुत मजा आ रहा था.
मैं बस राजू को मजा देना चाहती थी.
मैं झड़ गई पर राजू अभी भी जोर जोर से मुझे चोद रहा था.
वह पसीने से भीग गया था.
फिर वह 2 मिनट बाद मेरी चुत में झड़ गया.
मेरी चुत लंड रस से भर गई.
वह मेरी चुत में लंड डाल कर मेरे ऊपर ही लेट गया.
मैं उसके नीचे दब गई.
मुझे बहुत मजा आया.
कुछ देर तक हम दोनों लेटे रहे. फिर वह खड़ा हो गया, तो मैं भी खड़ी हो गई.
उसने मेरी तरफ देखा और नजर नीचे कर दी.
उसे शर्म आ रही थी- मैडम जी, ये हमने क्या किया! किसी को बताना मत, गलती हो गई. मैं तो बहक गया था, माफ कर दो!
मैं- अरे यार ये क्या कह रहे हो, डरो मत. मैंने खुद मरवाई है. अब मैं जैसे कहूं, वैसे ही करना!
राजू- आप जैसा कहोगी, वैसे ही कर लेंगे, आप बताना मत … मैं गरीब आदमी कहां जाऊंगा!
मैं- किसी को नहीं बोलूंगी. तू अपना मोबाइल नंबर नोट करवा दे. मैं जब फोन करूं, तब तू मेरे पास आ जाया करना और जैसे आज चोदा, वैसे ही रोज चोदेगा न … दोपहर में यहां कोई नहीं होता. ओके, चल इधर आ एक किस देती हूं.
राजू मेरे पास आया तो मैंने उसे किस किया, वह बहुत खुश हो गया.
उसने फटाफट कपड़े पहने और चला गया.
मैंने कपड़े नहीं पहने, सीधी नहाने चली गई.
उसके बाद मैंने राजू से काई बार चुत मरवाई है. मुझे बहुत मज़ा आया.
पर हमने अब अपनी दुकान बदल दी है तो अब वह नहीं आता है.
मॉम- आह यार अनीता, बहुत मज़ा आया, तू कल मेरे घर आना. मैं तुझे अमित के हवाले कर दूंगी.
अनीता- आआह, सच्ची!
मैं- हां आंटी, तेरी तो मैं चुत फाड़ चुदाई करूंगा … आह अब मॉम को चोद लेने दो … आआ ये छूटने वाली हैं.
अनीता- चोद साली को … चलो बाय उम्माह!
मॉम की चुदाई शुरू हो गई.
मैं- ओह ऐसे तो सेक्स कहानी सुनते हुए चुदाई करने में बहुत मज़ा आता है यार आआ मेरा लंड … मेरे लंड को बहुत मज़ा आ रहा है यार.
मॉम- ओ अह मर गई रे, बहुत मज़ा आ रहा है … चोद मुझे जोर से अहह आ ओहह.
मैंने मॉम को कुछ ज्यादा ही रफ्तार से चोद दिया.
कुछ देर बाद मॉम और मैं दोनों एक साथ झड़ गए.
फिर वैसे ही एक दूसरे से चिपके पड़े रहे.
मैं- यार अनीता को अपनी चुदाई के बारे में क्यों बोल दिया, यदि वह बात आगे फैला देगी तो!
मॉम- अब नहीं करेगी, वह खुद तुमसे चुदवाएगी. हम सुरक्षा के लिए उसका वीडियो भी बना लेंगे. वैसे भी मेरी बेस्ट फ्रेंड है, उसे तो बस तुम्हारा लंड चाहिए. वह कुछ नहीं बोलेगी, वैसे भी उसने अपनी सेक्स कहानी भी आज मुझे बता ही दी है.
मैं- कहीं गड़बड़ न हो जाए!
मॉम- डर मत, मैं हूँ ना … वैसे उसके दूध तो तूने देखे ही हैं, कितने मस्त हैं! वैसे भी वह मुझसे छोटी है. मुझे पूरा पता है कि वह तुझको बहुत मज़ा देगी! यार उसका घरवाला उसकी इतनी देखभाल नहीं करता, तू बस उसको अपनी बना ले … तेरे लंड से वह भी खुश रहेगी और इसका नजारा तुझे तब मालूम पड़ेगा, जब शॉपिंग पर वह अपने पैसे से कितना अधिक सामान मुझे दिलाती है. हालांकि मैंने उसे ऐसा करने से बहुत बार रोका, फिर भी वह मानती ही नहीं. तू बस उसको खुश रख. वह हमारे घर आकर ही खुश रहती है.
मैं- ठीक है मॉम.
हम दोनों ने कपड़े पहन लिए थे.
मॉम की पिंक साड़ी मस्त लग रही थी.
फिर हम दोनों ने खाना खा लिया.
मॉम का कुछ काम बाकी था, वे उसे करने लगीं और मैं टीवी देख रहा था.
तभी मेरे फोन पर अनीता आंटी का फोन आ गया- कैसे हो अमित?
मैं- अच्छा हूं और आप?
अनीता- मैं तो बहुत अच्छी हूं, तुम से बात कर और भी अच्छी हो जाऊंगी … क्या कर रहे हो यार!
मैं- कुछ नहीं घर पर ही हूं.
अनीता- क्या घर पर … उधर क्या कर रहे हो? मेरे पास आ जाओ न यार!
मैं- आंटी आज तो बिजी हूँ.
अनीता- अरे यार आंटी मत बोल!
मैं- तो क्या बोलूं?
अनीता- अरे यार, अनीता बोल या डार्लिंग चाहे जानू … अरे यार तू मेरे घर पर आ जा … मैं तो तुझसे मिलने को मरी जा रही हूं.
मैं- अरे यार, फिलहाल तो मार्केट जा रहा हूं … मुझे कुछ सामान लाना है.
अनीता- मैं भी वहीं आ रही हूं, तू कब तक आ जाएगा?
मैं- अभी दोपहर के दो बज रहे हैं, करीब तीन बजे तक आऊंगा.
अनीता- ओके ऐसा करो कि तुम अभी मेरे घर पर आ जाओ ना यार … इधर से ही मार्केट चलते हैं. अमित डार्लिंग तुमको जब से तौलिये में देखा है न, मैं तो बस तेरी दीवानी हो गई हूँ. आ जा यार, मुझे पता है उस दिन तू मेरे दूध बड़ी गौर से देख रहा था. तुझे पसंद हैं ना, तू आ जा … मेरे घर पर आज कोई नहीं है. तू मेरे दोनों बूब्स से खेल सकता है.
मैं- लेकिन आज शाम को हमारी सुहागरात है यार … तेरे पास कल आऊंगा.
अनीता- अरे मॉम को आज ही तो चोदा था न … आज मेरा नंबर लगा दे यार! तेरी मॉम को मैं मना लूँगी. तू आज ही आ जा … मस्त दूंगी तुमको, अब चल मॉम से बात करवा ना!
मैं- वे तो अभी सो रही हैं, मॉम को जगाना ठीक नहीं है जान … वे काफी थक गई हैं यार. आज मैं बहुत देर तक उनके ऊपर चढ़ा रहा था … वे करीब एक घंटे तक चुदी थीं, इसलिए अभी सो गई हैं!
अनीता- एक घंटा तक पेला … वेरी गुड … अब आ जा. मैं उससे बात कर लूँगी, वह मेरी बात नहीं टालेगी.
मैं- ओके देखता हूं यार!
अनीता- अरे तू आ जा यार, तू मेरे घर में बिल्कुल अकेला होगा, जब से तुझे तौलिये में देखा तो तेरी दीवानी हो गई, मुझे पता है मेरे दूध देख कर तेरा टूल खड़ा हो गया था. तू बस आज आज और मेरे ऊपर चढ़ जा … मेरे अमित तुझे बहुत मजा दूंगी … प्लीज प्लीज प्लीज, आ जाओ ना!
मैं- ओके अनीता, कल तुम मेरे घर आ जाना … आज तो मॉम की सुहागरात है यार!
अनीता- अरे यार, मॉम को तो रोज ही चोदते हो, आज मुझे भी मजा दे दो न, मेरे साथ जो करना चाहते हो प्यार से कर लो … प्लीज आ जाओ, मैं तेरी मॉम को मना लूँगी यार.
मैं- ओह, तुम समझती क्यों नहीं हो, यार!
अनीता- मैं सब समझती हूं, तुम मुझे पसंद नहीं करते हो. अपनी मॉम से कम सुंदर समझते हो मुझे!
मैं- वह बात नहीं यार, तुम तो मॉम से छोटी भी हो … और तुम तो मस्त माल भी हो. तेरी गांड और दूध बहुत अच्छे हैं, पर मॉम बुरा मान जाएगी यार!
अनीता- यार आज मैं बिल्कुल अकेली हूं, तभी तो बोल रही हूं. तुम बहुत देर तक मेरे साथ रह सकते हो. डरो मत, मॉम को मैं मना लूँगी, अब आ भी जाओ ना!
मैं- चलो ठीक है, तुम बाजार आ जाओ, मैं उधर ही थोड़ी देर में आता हूं.
हम दोनों की बात खत्म हो गई.
मैं उठा और खुद ही चाय बनाई, व चाय पीकर बाजार में चला गया.
थोड़ी ही देर में अनीता भी आ गई, वह हरे रंग की साड़ी में खूब मस्त लग रही थी.
जब अनीता और मैं शॉपिंग कर रहे थे तो उस शॉप के ऊपर भी एक शॉप थी.
अनीता वॉशरूम के बहाने मुझे लेकर ऊपर चली गई.
उसने सीढ़ी के गेट को लॉक कर दिया और मुझे पकड़ लिया.
मैं- अरे यार क्या कर रही हो, कोई देख लेगा!
अनीता- आह … कब से खुद को कंट्रोल कर रही थी. तुमको देख कर मेरा तो मूड ही बन गया, चलो अब एक किस दे दो यार!
मैं कुछ बोलता, उससे पहले ही उसने मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए और चूमने लगी.
उसके दूध मेरे सीने पर लग रहे थे.
उसने कोई मस्त सा डीओ लगाया था, उसकी भी खुश्बू ने मुझे पागल कर दिया था.
मेरा हाथ उसकी पीठ पर था, मैंने उसको बांहों में भर लिया.
अनीता- आह अमित, चूस लो मुझे … आम्म … उउम्म उहह.
वह मुझे चूस रही थी, उसके दूध मुझे टच कर रहे थे, जिस वजह से मेरा लंड खड़ा हो गया था.
अनीता के मेरी बांहों में आते ही मुझे मजा आने लगा.
उसके बड़े बड़े दूध मेरे सीने से रगड़ कर मुझे मजा दे रहे थे.
मैं भी अब उसके होंठों को चूसने लगा.
मुझे उसके होंठ चूसने में बेहद मज़ा आ रहा था तो मैं उसके दूध पर हाथ फेरने लगा.
वह गरम Xxx चोद माल गनगना उठी और उसने मेरे लंड को पकड़ लिया.
थोड़ी ही देर मैं उसके दूध जोर जोर से दबाने लगा.
अनीता आह भरने लगी.
वह चुदाई की कह रही थी.
पर अगर मैं उसे इधर ही चोदने लगता तो बहुत समय लगता.
इसलिए मैंने उसे छोड़ दिया.
अनीता- क्या हुआ अमित?
मैं- घर चलते हैं तेरे … वैसे भी यहां ऊपर आए हुए 10-12 मिनट हो गए हैं. अब चलो ना!
अनीता- यार, मजा आ रहा था!
मैं- तू मरवाएगी यार!
अनीता- हां मरवाने को ही मचल रही हूँ … और आज तुम से ही मरवाउंगी.
मैं- यार मजाक मत करो … चलो, बस शॉपिंग हो गई है. अब घर चलते हैं.
दोस्तो, मुझे उम्मीद है कि आपको मेरी सेक्स कहानी में मजा आ रहा होगा.
इसे मैं अगले भाग में जारी रखूँगा.
आप गरम Xxx चोद कहानी पर मुझे अपने विचार जरूर भेजें.
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