मौसेरे भाई संग सुहागरात मनाने के चक्कर में चुद गयी- 1
(Garam Chut Sex Kahani)
गर्म चूत सेक्स कहानी में पढ़ें कि मैं लन्ड के बिना नहीं रह सकती हूँ। एक बार चार दिन हो गए, मुझे लंड नहीं मिला. मैं सोच रही थी कि किससे चुदाई करवाऊँ।
दोस्तो नमस्कार.
मैं आप लोगों की प्यारी, दुलारी, हॉट सेक्सी मधु एक बार फिर आप सभी पाठकों का अपनी आत्मकथा में तहदिल और नंगी गान्ड से स्वागत करती हूँ।
उम्मीद है कि आप लोग अच्छे होंगे, स्वस्थ होंगे और अपनी अपनी पत्नी प्रेमिका को अच्छे से ठोक रहे होंगे।
दोस्तो, आप लोगों ने मेरी पिछली कहानी
पड़ोसी के लंड से चुदकर मनाई सालगिरह
में पढ़ा कि किस तरह मैंने अपनी सालगिरह पर रॉकी से जबरदस्त ढंग से चुदकर अपनी सालगिरह मनाई; अपनी चूत की गर्मी शांत की।
अब उसके बाद की मेरी गर्म चूत सेक्स कहानी का मजा लें.
अभी 4 दिन हो गए थे। और आप लोगों को पता ही है कि मैं लन्ड के बिना एक दिन भी नहीं रह सकती हूँ।
2-4 दिन बिना लन्ड के रहना मानो किसी पक्षी को कैद कर लेना।
रॉकी के जाने के बाद मेरी चूत की गर्मी और बढ़ने लगी थी। फिर से मेरी चूत में आग लग रही थी। मेरी गर्म चूत सेक्स मांग रही थी.
मैं सोच ही रही थी कि अब किससे चुदाई करवाऊँ।
क्योंकि यहाँ मैं नई थी इसलिए किसी से भी चुदना सेफ नहीं था।
तभी मुझे मेरे सबसे अजीज की याद आयी।
और अपने आप पर गुस्सा भी हुई कि मैं उसे कैसे भूल गयी।
अब आप लोग सोच रहे होंगे कि ये अजीज है कौन!
तो मैं आप लोगों को बता दूँ कि उसे आप लोग बहुत अच्छे तरीके से जानते हो।
और आप में कुछ लोग तो उससे बात भी कर चुके हो।
विनय मेरे पहले पाठक हैं जो मेरे भाई के साथ दोस्ती करके मेरे साथ मजे कर चुके हैं.
अब तो आपको पता चल ही गया होगा कि वो और कोई नहीं … आप लोगों का अपना साला और मेरा सबसे प्यारा कजन भाई सन्नी है।
दोस्तो, जब से मैं अपने एक पाठक से चुदी हूँ। आप सारे लोग मुझे चोदना चाहते हो। लेकिन आप सब को पता है कि मैं इतने लोगों से नहीं चुद सकती.
लेकिन मैं कुछ पाठको के साथ एन्जॉय करने का सोच रही हूँ।
अब सीधे कहानी कहानी पर आती हूँ।
जैसे ही मेरे दिमाग में ये बात आई, मैंने सन्नी को कॉल की और सारी बात बताई और अपने चुदाई का न्योता दिया।
यह बात सुनकर वो काफी खुश हुआ कि उसके जीजाजी उसकी बहन को उसके लिए छोड़कर गए हैं।
तभी सन्नी बोला- मैं आ रहा हूँ जान तेरी चूत फाड़ने!
तो मैं बोली- आ जा मेरे राजा, तेरा लन्ड लिए बहुत दिन हो गयी है। आकर फाड़ दे अपनी इस शादीशुदा बहन को।
इतने में सन्नी बोला- मेरी एक रिक्वेस्ट है!
मैं बोली- बोलो मेरे भैया राजा … जो भी है दिल खोलकर बताओ.
सन्नी बोला- मेरी जान, शादी के बाद मैं तुम्हें पहली बार चोदूँगा; तो कुछ स्पेशल होना चाहिए ना!
मैं बोली- स्पेशल क्या?
फिर सन्नी बोला- क्योंकि तेरी शादी के बाद हम दोनों पहली बार मिलेंगे तो कुछ तो खास होना चाहिए ना!
मैं बोली- बिल्कुल … लेकिन कैसे?
तो सन्नी बोला- हम लोग सुहागरात मनाएंगे।
यह सुनकर मैं ख़ुशी से ऐसे उछल गयी जैसे मानो सालों बाद मेरा यार आ रहा हो।
मैं बोली- क्यों नहीं मेरे राजा, मैं तैयार होकर तुम्हारा इन्तजार करूंगी, बस तुम आ जाओ।
और कॉल कट कर दी।
तभी सन्नी ने एमरजेंसी में बहुत महंगी प्लेन की टिकट करवाई जो शाम 4 बजे की थी।
उसने मुझे कॉल करके के बता दिया।
मैं तो अपने भाई सन्नी के आने की खुशी में मानो सातवें आसमान की सैर कर रही थी; और अपनी पुरानी चुदाई याद कर रही थी कि किस तरह वो मेरी चूत, गान्ड के परखचे उड़ा देता था।
आप लोगों को यह बात पता है कि मेरा भाई मुझे कैसे चोदता है।
मैं आज तक जितने भी लोगों से चुदी हूँ; उन सब में मेरा भाई बेस्ट है। शायद इसलिए अभी तक मैं अपने भाई की दीवानी हूँ।
अभी दिन के 11 बज रहे थे।
सन्नी रात 9 बजे तक मेरे घर पर आ जायेगा। यानि आज तो पूरी रात मेरी चूत और गान्ड की बैंड बजने वाली थी।
मैं बहुत खुश थी।
मैं हमेशा सन्नी से चुदने के लिए बेकरार रहती थी। अगर वो मेरा भाई ना होता तो मैं कब की उससे शादी कर लेती।
क्योंकि सन्नी मुझे कभी रोकता नहीं था चाहे मैं किसी से चुद भी लूं.
मैं उसे अपनी चुदाई की बात बताती तो वह दुखी नहीं होता।
वह बड़े इंटरेस्ट से सुनता और सुन सुनकर मुझे जोर जोर से चोदता।
वो कहता है एक लाइफ मिली है खुलकर जिओ।
इन सब बातों को छोड़कर कहानी पर आती हूं।
क्योंकि आज मेरी सन्नी के साथ सुहागरात थी। तो मुझे दुल्हन की तरह सजना होगा।
मैंने अपने हाथ से अपनी चूत सहलायी तो महसूस किया कि मेरी झांटें थोड़ी सी निकल रही हैं।
मैं एक बात आप लोगों को बता दूँ कि मैं अपने जिस्म पर बाल पसन्द नहीं करती।
और सन्नी को तो लड़की के जिस्म और चूत के बालों से नफरत है।
मैंने सोचा कि पार्लर चली जाती हूँ। वहीं बाल भी साफ करवा लूँगी और सुहागरात के लिए रेडी भी हो जाऊंगी।
तभी मैंने पार्लर में कॉल की और अपॉइंटमेंट फिक्स करने को कहा. लेकिन वहां सीट खाली नहीं थी।
लेकिन मेरे बार बार बोलने पर उन्होंने मेरी अपॉइंटमेंट किसी नीलम के साथ तीन बजे की फिक्स कर दी।
फिर मैंने जल्दी जल्दी सब काम किये और पार्लर जाने के लिए तैयार होने लगी।
मैंने सोचा कि क्या पहनूं? क्योंकि वहाँ तो सारे कपड़े उतारने ही पड़ेंगे।
फिर मैं बिना पेंटी के जीन्स और ब्रा और टॉप पहन ली।
मेरी चूचियाँ ऐसी हैं कि अगर मैं बिना ब्रा के निकली तो ट्रैफिक जाम हो जाएगी।
फिर मैंने गाड़ी की चाभी ली और मैं पार्लर के लिए निकल गयी।
दोपहर बाद 2:50 पर मैं पार्लर पहुँच गयी।
जैसे ही मैं पहुँची, मैंने तुरंत बॉडी मसाज, क्लीन, और टोनिंग की पेमेंट की.
रिसेप्शन वाली लड़की ने मुझे थोड़ी इंतज़ार करने को बोला।
3:10 हो गये लेकिन कोई रेस्पॉन्स नहीं मिला।
फिर मैं थोड़ी गुस्से में उस लड़की से पूछा- क्या हुआ? इतना टाइम क्यों लग रहा है?
उसने किसी को कॉल की; फिर मुझे बोली- सॉरी मेम, नीलम जिस दुल्हन को तैयार करने गयी थी। वो अभी उसे नहीं छोड़ रही है।
मैं बोली- कोई बात नहीं. कोई और लड़की तो होगी ना?
इतने में वो बोली- सॉरी मेम, अभी कोई फ्री नहीं है। आप कल आओ!
इस पर मुझे बहुत तेज गुस्सा आया। और आये भी क्यों ना … आज मेरे भाई के साथ मेरी सुहागरात थी।
और ये नखरे दिखा रही थी।
मैं उसे गुस्से में डांटने लगी। वो बार-बार रिक्वेस्ट किये जा रही थी और मैं सुनने को तैयार नहीं थी।
इतने में वहाँ का ओनर आ गया।
फिर वो रिसेप्सन्नीस्ट बोली- सन्नी सर आ गए. आप इनसे बात करो।
मैं तो अपने भाई का नाम सुनकर ही खुश हो गयी।
और जैसे ही पीछे मुड़ी तो 24-25 साल का गोरा चिट्टा गठीले बदन का हैंडसम लड़का खड़ा था।
मैं कुछ बोलती … इतने में उसने अपना हाथ मेरी ओर बढ़ाया, बोला- हाय … आई एम सन्नी!
मैंने उससे हाथ मिलाया और बोली- आई एम मधु!
मेरे मुँह से अपने आप निकल गया- आपका भी नाम सन्नी है।
वो बोला- आपका भी मतलब? और किसका नाम सन्नी है?
मैं बोली- किसी का भी नहीं!
लेकिन वो बार बार पूछ रहा था।
तो मैंने थोड़ा झूठ बोल दिया- मेरे पति का नाम सन्नी है।
यह सुनकर वो बड़ा खुश हुआ और धीरे से बोला- काश, मैं ही आपका पति होता!
मैं बोली- आप कुछ बोले क्या?
तो वो बोला- मेरी ऐसी किस्मत कहाँ जो आप जैसी अप्सरा मेरी बीवी हो।
मैंने थोड़ी सी स्माइल पास कर दी।
उसे देखकर मुझे पुराने दिन याद आने लगे.
इतने में सन्नी बोला- क्या हुआ मधु जी? कोई परेशानी?
फिर वो सारी बातों को समझा और मेरे से माफी मांगने लगा।
लेकिन मैं मानने को तैयार नहीं थी।
वो बार बार माफी मांग रहा था और कल आने के लिए बोल रहा था।
फिर मैं बोली- देखो सन्नी, आप मेरी मजबूरी समझो. मुझे आज शादी में जाना है।
इतने में वो बोला- ठीक है मेम, आप फेस एंड हैंड पे आज करवा लो. बाकी कल हो जाएगी।
उसे क्या पता कि आज मेरी भाई के साथ सुहागरात है।
मैं फिर गुस्सा हो गयी।
फिर उसने मुझे शांत किया और अपने केबिन में ले गया; मेरे कंधे पर हाथ रखकर सोफे पर बिठाया।
वो बोला- मधु जी, आप जैसी अप्सरा पर गुस्सा शोभा नहीं देता। आप बैठो मैं कुछ करता हूं।
उसका इस तरह से बोलना मुझे बड़ा अजीब सा लगा।
मैं बोली- ये क्या किया आपने? आपका नाम सिर्फ मेरे पति का है। आप मेरे पति नहीं हो. समझे मिस्टर?
फिर वो शरारती मुस्कान देते हुए बोला- मेरी ऐसी किस्मत कहाँ मधु जी कि आप जैसी परी का पति बनूं।
मैं बोली- फ्लर्ट करना बंद करो और जल्दी से कम करो।
फिर वो हंसते हुए मेरी गालों को खींचते हुए बोला- कौन सा काम मधु जी? आप बोलो तो आपके गुलाम बन जायें?
अब मुझे ये सब अब अच्छा लगने लगा था।
लेकिन मुझे आज तक ये बात समझ में नहीं आई कि लड़के मेरे साथ इतनी जल्दी फ्रेंक क्यों हो जाते हैं।
इतने में उसने 2-3 जगह कॉल किया, उसके बाद मुझे बोला- मधु जी, अभी तो कोई गर्ल फ्री नहीं है।
मैं कुछ बोलती इससे पहले वो बोला- आपके पास अब दो ही ऑपशन हैं।
मैं बोली- क्या ऑप्शन है?
वो बोला- या तो आप कल आ जायें … नहीं तो …
मैं बोली- नहीं तो क्या?
तो वो बोला- अगर आप बोलो तो मैं किसी लड़के का इंतज़ाम कर सकता हूँ।
यह सुनते ही मैं चौंकती हुई बोली- आप पागल हो क्या? लड़के से मैं ये सब करवाऊँ?
इतने में वो बेशर्मी के साथ बोला- तो इसमें परेशानी क्या है? बहुत सी लड़िकयां तो सिर्फ लड़कों से ही करवाती हैं।
मैं बोली- तो इसमें मैं क्या करूँ?
मैं तो भारी विपदा में फस गयी थी।
करूं तो करूं क्या!
अगर ये सब किसी लड़के से करवाया और लड़के ने मेरी चूत साफ़ की तो कंट्रोल कैसे करूँगी। और अगर नहीं करवाती हूँ तो आज भाई के साथ सुहागरात कैसे मनाऊँगी।
मैं सब सोचने लगी.
थोड़ी देर सोचने के बाद मैं बोली- ठीक है। बुलाओ कौन लड़का है? देखती हूँ … फिर बताऊँगी।
फिर वो हँसते हुए बोला- क्या देखोगी लड़के में?
मैं बोली- वो मैं देख लूँगी। तुम बुलाओ तो सही!
सन्नी हँसते हुए बोला- आप बुरा ना मानो तो वो लड़का मैं ही हूँ। देख लो जो देखना है।
मैं चौंकती हुई बोली- क्या … तुम ये सब करना जानते हो?
तो वो हँसते हुए बोला- बिल्कुल मैडम जी, एक बार मेरे से मसाज करवा कर देखो. सबको भूल जाओगी।
फिर मैं थोड़ी इठलाते हुए बोली- अच्छा जी? तब तो ट्राय करनी पड़ेगी।
वो बोला- क्यों नहीं!
मैं थोड़ी स्माइल करते हुए बोली- ठीक है। चलो!
तो वो बोला- कहाँ?
मैं बोली- ये सब कहाँ करोगे?
तो वो बोला- यहीं पर!
प्रिय पाठको, उम्मीद करती हूँ आप लोगों यह गर्म चूत सेक्स कहानी पसन्द आ रही होगी। आप लोग अपनी राय कमेन्ट में दे सकते हैं।
गर्म चूत सेक्स कहानी का अगला भाग: मौसेरे भाई संग सुहागरात मनाने के चक्कर में चुद गयी- 2
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