देसी हिंदी सेक्स स्टोरी: पड़ोसन लड़की को चोदा
(Desi Hindi Sex Story: Padosan Ladki Ko Choda)
दोस्तो, मैं ऋषि चौधरी, शेखावटी राजस्थान से हूँ. मैं आपको तहे दिल से और सभी कन्याओं और भाभियों को लंड खड़ा करके नमस्कार करता हूँ. मैं हिंदी जगत की सबसे लोकप्रिय सेक्स स्टोरी साईट अन्तर्वासना पर पहले भी आ चुका हूँ. आज एक बार फिर से मैं आप सभी को अपने बारे में बता दूँ. मैं 24 साल का हूँ और मेरा लंड देख कर अच्छी अच्छी लौंडियां चुदने को तैयार हो जाती हैं. मेरा लंड 6 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा है. मेरी हाइट 5 फ़ुट 9 इंच है. मैं एक कसरती जिस्म का शानदार व्यक्तित्व का मालिक हूँ.
यह कहानी मेरी और मेरी देसी पड़ोसन की है, जिसको मैंने सैट करके चोदा था. मेरी पड़ोसन का नाम सुनीला है. वो लगभग 20 साल की है. सुनीला देखने में एकदम पतली है, उसकी हाइट भी मेरे जितनी ही है. उसका कामुक फिगर बड़ा ही कमाल का है. नापा तो नहीं है पर टटोल कर देख कर अंदाज लगाया था कि उसका फिगर 34-28-32 का रहा होगा. उसके चुचे उसकी देह के हिसाब से कुछ ज्यादा ही बड़े दिखते थे.
अब सीधे सीधे सुनीला की चुदाई के मुद्दे पर आते हैं. क्या हुआ कि एक बार मैं उसके घर गया हुआ था, तो वो पढ़ाई कर रही थी. मुझे देख कर उसने मुझे बैठाया और हम दोनों बातें करने लगे.
मैंने उससे यूं ही पूछ लिया कि आजकल तुम मुझे व्हाट्सैप पर रिप्लाय नहीं देती हो.
तो उसने बताया- मेरे फोन में नेट नहीं चल रहा है.
मैंने बोला- दिखाओ क्या हुआ इसको. कोई सैटिंग में गड़बड़ी हो गई होगी.
उसने अपना मोबाइल मुझे दे दिया.
जब मैंने मोबाइल देखा तो उसमें नेट सैटिंग ही बंद थी, जिसे मैंने सही कर दिया और उसके मोबाइल में नेट चालू हो गया.
मैं उसका मोबाइल देख रहा था, तो वो अपनी पढ़ाई करने लगी थी. मैं उसका मोबाइल चैक करने लगा. मैंने देखा कि उसकी किसी लड़के के साथ कुछ सेक्सी व्हाट्सएप्प चैट की हुई थी. वो पढ़ कर मेरा लंड खड़ा हो गया और उसी वक्त मैंने उसको चोदने की सोच ली.
फिर मैंने उसके मोबाइल में गैलरी में जाकर उसकी पिक चैक करने लगा, तो वहाँ उन दोनों की कुछ न्यूड फोटो पड़े थे. मैंने उन फोटोज को अपने नम्बर पर सैंड कर लिया और जल्दी से उसके मोबाइल से सेंडिंग डिलीट कर दी. जिससे उसे कुछ पता नहीं चला.
उसके बाद मैं अपने घर आ गया. मैंने उसकी नंगी फोटो देख कर बहुत बार मुठ मारी.
समय यूं ही गुजरता गया और 2 महीने बीत गए. मुझे उसको चोदने की इच्छा दिनों दिन बढ़ने लगी थी. फिर वो तारीख़ मुझे आज भी याद है जब 18 नवम्बर 2017 को मैंने उसे एक नए नम्बर से व्हाट्सैप मैसेज किया.
मैं उसको वो फोटो भेज दीं. उन फोटोज को देख कर वो बहुत डर गई. उसने मुझसे मैसेज करके पूछा कि तुम कौन हो … मैं तुमको नहीं जानती, तुम मुझसे क्या चाहते हो?
मैंने लिखा- तुम मेरे लिए क्या कर सकती हो.
उसने कहा- तुम इन फोटोज को डिलीट कर दो प्लीज़, ये मेरे ब्वॉयफ्रेंड के साथ की फोटोज हैं.
मैंने कहा- उसके साथ ऐसी फोटोज निकलवा कर तुम तो खुश हो, मगर मेरा क्या होगा. मैं कैसे खुश हो सकता हूँ.
वो मेरी बात समझ गई और बोली- कहो तो मैं तुमको भी खुश कर सकती हूं, पर प्लीज़ ये फोटो तुम किसी और को मत देना … नहीं तो मेरे घर वालों की बहुत बेइज्जती होगी.
अब आप आप जानते ही हो कि यह सब मामला चूत चुदाई को लेकर ही तो था. वो चुदने को राजी हो गई थी, मेरे को और क्या चाहिए था.
मैंने उससे कहा- अभी मैं कुछ नहीं कह रहा हूँ. तुम मुझसे बातचीत चालू रखो, मैं समय आने पर तुमसे बात करूंगा.
वो राजी हो गई. मेरी उससे गर्म चैट होने लगी. वो कुछ ही दिनों में मुझसे खुल गई थी.
फिर एक दिन मैंने उससे कहा- कल यानि हैप्पी न्यू ईयर को मुझे तुमसे ख़ुशी चाहिए.
वो बोली- बताओ किधर और कैसी ख़ुशी चाहिए?
मैंने लिखा- मुझको तुमसे मिलना है.
सुनीला तुरंत राजी हो गई और बोली- बोलो, कल कहां आना है?
मैंने लिखा- शेखावटी होटल में 11 बजे आ जाना.
सुनीला- ओके, मैं 11 बजे आकर तुम्हें कॉल कर लूँगी, तुमको मैं होटल के बाहर मिल जाऊंगी.
मैंने लिखा- ओके कल तैयार होकर आ जाना.
दोस्तो, रात को मैं मुठ मार कर सो गया. मैं लंड हिलाते वक्त सोचता रहा कि कल सुनीला मेरे को देखेगी तो क्या सोचेगी. सब कुछ कैसे होगा. यही सब सोचते सोचते मुझे कब नींद आ गई, पता ही नहीं चला.
दूसरे दिन मैं होटल जल्द ही पहुंच गया. मैंने एक रूम बुक किया और कमरे में जाकर चैक किया कि कहीं कोई कैमरा आदि तो नहीं लगा रखा है.
तभी सुनीला का कॉल आया, तो मैंने रूम नम्बर बताया, जिसमें वो चली आई. वो पंजाबी सूट में थी. इतनी कंटीली छमिया लग रही थी, जैसे कोई परी हो.
रूम में आते ही वो मेरे को देख कर चौंक गई और बोली- तुम यहाँ?
मैंने उसे अन्दर बुलाया और रूम बंद कर दिया.
उसने मुझसे सवालों की झड़ी लगा दी. तब मैंने उसे सब बताया.
वो बोली- तुमको जितने पैसे चाहिये, बोलो … मैं दे दूँगी, पर मैं तेरे साथ कुछ नहीं कर सकती. तुम मेरे भाई जैसे हो मैंने हमेशा तुमको अपना भाई माना है.
मैंने उसे जबाब देते हुए कहा- मैं भी तेरे को बहन मानता था, पर क्या करूँ यह लंड है कि मानता ही नहीं. इसे तेरे प्यार की जरूरत है.
यह कहते हुए मैं सुनीला को किस करने लगा. उसने मेरे को दूर कर दिया और बोली- यह गलत होगा.
मैंने फिर से उसे बांहों में भर लिया और एक हाथ से उसके चुचे पकड़ लिए. कुछ देर बाद वह भी साथ देने लगी. आखिर साली खेली खाई रांड थी वो भी.
किस करते हुए मैं उसको बेड पर ले गया. अब वो मुझको अपनी बांहों में भर रही थी. हमने 5 मिनट तक किस किया.
फिर मैंने उसको बिठाया और उसकी कुर्ती को निकाल दिया. मैं उसकी ब्रा के ऊपर से ही उसके चुचों को चूमने लगा … जिससे वो भी मस्त हो गई और उसने आहहह निकाल कर अपनी चुदास जाहिर कर दी.
सुनीला ने मेरी पैंट के ऊपर से मेरा लंड पकड़ लिया और पैंट का हुक खोलने लगी. मैंने भी जल्दी से पैन्ट उतार कर अलग कर दिया. मैं एकदम से न्यूड हो गया. वो मेरे खड़े लंड को देख रही थी.
मैंने उसको भी सलवार निकालने को कहा, तो उसने झट से निकाल दी. बड़े लंड से उसकी चुदास बहुत भड़क गई थी.
अब वो मेरे सामने जालीदार ब्रा पैंटी में थी. साली एकदम आयशा जुल्का लग रही थी. बड़ी कयामत माल लग रही थी.
मैंने सुनीला को बेड पर गिराते हुए उसकी नाभि को चूमा और उसके चुचों को ब्रा से आजाद कर दिया. मैं 15 मिनट तक उसके जिस्म को चूमता रहा. वो मेरे लंड को सहला रही थी. मेरा लंड फुल तना हुआ था.
मैंने अब उसकी पैंटी को निकाल दिया. क्या चूत थी यारो … एकदम साफ … मक्खन जैसी चिकनी चूत थी. उसकी चूत बाहर से कुछ भूरी सी थी और अन्दर पिंक दिख रही थी. बड़ी लाजबाब चूत थी. आज तक मैंने ऐसी चूत नहीं देखी थी.
मैं उसके पैरों के बीच में आ गया. लंड को उसकी चूत की फांकों से लगा दिया और चूत को अपने लंड से सहलाने लगा. वो आंखें मूंद करके कामवासना में मस्त हो चुकी थी. वो गांड उठाते हुए अपनी चूत को मेरे लंड पर धकेल रही थी.
मैंने लंड को चूत के छेद पर सुपारा सैट किया और एक शानदार झटका दे दिया, जिससे मेरा लंड 4 इंच अन्दर चला गया. लंड घुसते ही उसकी एक चीख निकल गई उम्म्ह… अहह… हय… याह… उस चीख के साथ ही मैंने बचा हुआ लंड भी अन्दर कर दिया. अब मेरा लंड मस्ती से चूत में अन्दर बाहर हो रहा था.
तभी उसने सिसकारियों के साथ कहा- आह … और तेज और तेज करो.
तब मैं भी फुल स्पीड में उसको चोदने लगा. बीस मिनट बाद हम एक साथ झड़ गए और मैं उसके ऊपर ही लेट गया.
वो चुपचाप पड़ी थी.
कुछ देर बाद मैं फिर से उसके चुचों से खेलने लगा. इस बार मैंने उसको घोड़ी बना कर चोदा. हमारी चुदाई पूरे 3 घण्टे चली. इस चुदाई के खेल में मैंने उसको तीन बार चोदा था. वो मुझसे खुश हो गई थी.
फिर हम दोनों ने कपड़े पहन लिये.
मैंने कहा- फोटोज नहीं चाहिए?
वो मुस्कुरा कर बोली कि आई लव यू … मुझे अब उन फ़ोटोज का कोई डर नहीं है.
मैंने कहा- क्यों?
उसने कहा कि तुम्हारे जैसा बड़े लंड वाला मुझे अब तक कोई नहीं मिला. मुझे अब कहीं और जाने की जरूरत ही नहीं है. मेरी यह चूत अब इस लंड की ही है.
मैंने उसको प्यार से अपनी बांहों में भर लिया. उसके बाद हम दोनों ने बहुत बार चुदाई की.
एक बार मैंने उसको खेत में फसल के बीच खुले आसामान में भी चोदा था.
उसने मुझसे वादा लिया- शादी के बाद भी तुम मुझको प्यार करोगे ना … चाहे शादी मेरी हो … या तुम्हारी.
मैंने उसको हां कह दिया.
इसके बाद उसने मेरे कहने पर अपनी सील पैक छोटी बहन को भी मेरे लंड से चुदवाया. उसकी कहानी भी मैं आप सभी के लिए लिखूंगा. अभी के लिए पड़ोसन की चूत की चुदाई की कहानी पढ़ने के लिए आप सभी का बहुत धन्यवाद.
मेरी यह देसी हिंदी सेक्स स्टोरी आपको कैसी लगी, आप मुझे ईमेल करके अवश्य बताएं. मेरा ईमेल है.
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