चुदाई की प्यासी लड़की को कामसुख दिया
(Chudai Ki Pyasi Ladki Ko Kamsukh Diya)
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार। मेरा नाम राहुल है, मैं कानपुर का रहने वाला हूं लेकिन इस वक्त लखनऊ में रहता हूं। मैं एक 21 वर्षीय 5’11” फीट लंबा, स्मार्ट सा लड़का हूं। मैंने स्नातक लखनऊ से ही किया है।
ज्यादा बातें ना करते हुए सीधे घटना पर आता हूं जो मेरे साथ कुछ दिन पहले घटी।
परीक्षा के बाद कुछ महीने के लिए मैं घर चला गया था और उसके बाद की तैयारी के लिए मैं वापस लखनऊ आया। पुराना हॉस्टल छूट चुका था इसीलिए रहने के लिए किराए का मकान ढूंढना था। वहां मेरे एक दोस्त ने मेरे रहने के लिए एक मकान पहले से देख रखा था और जल्दी ही मैं उस मकान में रहने के लिए आ गया। मैंने अपनी कोचिंग भी ज्वाइन कर ली थी और अपनी दिनचर्या व्यवस्थित कर ली थी।
मेरे मकान मालिक अपनी मां, अपनी पत्नी, जिन्हें मैं भाभी कहता हूं, और एक 12 साल के बेटे के साथ रहते हैं। मेरा कमरा बाहर की तरफ ग्राउंड फ्लोर पर इस तरह से है कि उसका एक दरवाजा बाहर सड़क की तरफ और एक दरवाजा अंदर घर की तरफ गैलरी में खुलता है। कमरे से लगा हुआ एक छोटा सा किचन था जिसका उपयोग में सिर्फ चाय काफी बनाने के लिए ही करता हूं क्यूंकि मैंने टिफिन सर्विस लगा रखी है।
एक दिन मैं अपने कमरे में बैठा पढ़ रहा था कि तभी सामने के घर के बाहर एक मोटी सी तकरीबन 30-32 साल की एक औरत रिक्शे से उतरी और सामने वाले घर में चली गई। मैंने उस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया।
इस बात को दो दिन बीत गए। तीसरे दिन शाम के 4:45 बजे मैं अपनी कोचिंग के लिए निकला तब वही औरत मुझे दिखाई दी। मैंने उस पर ध्यान नहीं दिया और अपनी कोचिंग के लिए निकल गया।
शाम को वापस आया तो मेरा टिफिन आ चुका था, मैंने खाना खाया और पानी पीने के लिए अंदर घर की तरफ चला गया। वहां मकान मालिक का बेटा बैठा हुआ था। मैं पानी पीकर वापस आया तो वो भी मेरे साथ मेरे कमरे में गया।
मैंने कमरे में आकर उसे अपने बैग से निकाल कर चॉकलेट दी। वो वहीं बेड पर बैठ कर खाने लगा। चॉकलेट खाते हुए उसने बताया कि सामने वाली दीदी मुझे पूछ रही थी। उस वक्त मेरे मन में पहली बार गंदा ख्याल आया।
अगले दिन रविवार था और मेरी कोचिंग बंद थी, उस दिन सुबह धूप जल्दी ही निकल आयी थी तो मैं कमरे के बाहर देहरी तक निकल आया। वो भी बाहर खड़ी हुई थी. उसने मुझे देखा और एक कातिल सी मुस्कान दी, जवाब में मैं भी मुस्कुरा दिया।
तभी पीछे से भाभी गैलरी से निकल पड़ी उसके बाद भाभी और वो दोनों बातें करने लगीं। उनकी बातों में मुझे पता चला कि उसका नाम पूजा है।
मैं फिर अंदर चला आया और लैपटॉप खोल के बैठ गया. मैंने गैलरी वाला दरवाजा बंद कर लिया था लेकिन कमरे का बाहर वाला दरवाजा खुला हुआ था, थोड़ी देर भाभी से बात करने के बाद मेरे कमरे की देहरी पर आके खड़ी हो गई।
मैंने उससे कहा- आप वहां क्यों खड़ी हैं, अंदर आ जाइए।
तो वो अंदर आ गई और बेड पर मेरे बगल में बैठ गई।
मैंने एक पूरी नजर भर के उसको देखा। भरी पूरी जवानी से छलकती हुई एकदम गदराई हुई भरे हुए बदन की मालकिन। उसने मेरी इस नजर को देख लिया और बोली- क्या देख रहे हो?
मैंने कहा- कुछ नहीं, बस ऐसे ही।
जवाब में वो कुछ नहीं बोली, बस हंस दी। उसके बाद वो मेरे बारे के पूछने लगीं, उसे अपना नाम बताया।
फिर मैंने उसे बैठने को कहा और मूवी लगा दी फिर मैं अपनी किचन में काफी बनाने चला गया। मैं दो कप कॉफी लेकर वापस आया तो वो बोली- अरे इसकी क्या जरूरत थी।
मैंने कहा- ये फ्री में नहीं है, टाइम आने पर मैं अपने तरीके से वसूल कर लूंगा।
वो बोली- और आपका तरीका क्या है?
मैंने कहा- वो तो समय आने पर ही पता चलेगा।
और हम दोनों हंस दिए।
मूवी हॉलीवुड की थी उसमें एक किसिंग सीन गया, मैंने जल्दी से एक फ्रेम आगे बढ़ा दिया तो वो बोल पड़ी- चलने देते ना, करने में शर्म नहीं आती तो देखने में शर्म क्यूं आ रही है आपको।
मैंने कहा- मैंने आज तक किसी के साथ नहीं किया।
तो वो बोली- क्यूं गर्लफ्रेंड करने नहीं देती क्या?
मैंने कहा- मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है।
वो बोली- इतने स्मार्ट हो पर गर्लफ्रेंड नहीं है? झूठ बोल रहे हो?
मैंने कहा- अरे नहीं, सच में मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है।
वो बोली- क्यूं?
मैं उसपे लाइन मारते हुए कहा- आपकी जैसी कोई लड़की अभी तक मिली नहीं वरना जरूर बना लेता, अब आप तो बन नहीं सकती।
तो वो बोली- क्यूं नहीं बन सकती?
मैंने कहा- तो आप ही बन जाइए।
तो वो बोली- ऐसे कैसे बन जाऊं? अच्छे से बनाओ तो जरूर बन जाऊंगी।
तब तक उसकी कॉफी खत्म हो चुकी थी, उसने कप रखा और मुड़ कर चल दी। देहरी पर पहुंच के मुड़ी और एक आंख मार दी। मुझे अपने आप पर और अपनी किस्मत पे यकीन नहीं आया। उसके बाद वो जब तब मुझे दिखती तब वही कातिल स्माइल देती रहती थी और मैं भी जवाब मैं मुस्कुरा देता था।
तीन चार दिन के बाद शाम को जब मैं कोचिंग जा रहा था तब वो मुझे बाहर दिखी और बोली- आज शाम को खाना मेरे घर पे खाना आके।
मैंने पूछा- कुछ खास है क्या आज?
वो बोली- खास है तो नहीं लेकिन अगर तुम चाहो तो हम मिल के खास बना सकते हैं क्यूंकि आज घर पे सब लोग बाहर गए हुए हैं और दो दिन के बाद वापस आएंगे।
मेरे दिल में हलचल मच गई, मैंने सोचा कि आज तो धमाल होकर रहेगा चाहे कुछ भी हो जाए।
उसने मुझे अपना नंबर दिया और बोली- जब मैं कॉल करूं तब चुपचाप घर पे आ जाना, दरवाजा खुला रहेगा।
उस दिन पहली बार मेरा पढ़ाई में मन नहीं लगा। जैसे तैसे कोचिंग खत्म करके मैं घर आया। वापस आते टाइम में 2 पैकेट कंडोम, चॉकलेट और एक गुलाब के आया। वापस आकर मै नहा धोकर तैयार हो गया।
रात के 9 बजे एक नंबर से मुझे काल आयी। मैंने रिसीव की तो उधर से उसकी ही जानी पहचानी आवाज आई- जल्दी से जाओ, दरवाजा खुला हुआ है।
मैंने अपना कमरा बाहर की तरफ से लॉक किया और चुपचाप निकल आया और जल्दी से सामने वाले दरवाजे को खोल के अंदर घुस गया। मैंने दरवाजे को अंदर से बंद कर लिया, दो कदम ही बढ़ा था कि सामने पूजा लाल साड़ी पहने हुए खड़ी थी, उसका ब्लाउज बैकलेस था।
उसे देखते ही मेरे होश उड़ गए और मैं उसको देखते ही रह गया।
उसने कहा- क्या देख रहे हो?
मैंने पीछे से गुलाब निकाला और घुटनों पर बैठते हुए उसे ‘आई लव यू …’ बोल दिया।
उसने वो गुलाब पकड़ा तो मैंने उसका हाथ पकड़ लिया और खड़े होकर उसका माथा चूम लिया। वो तुरंत मुझसे चिपक गई और मेरा लन्ड जीन्स में खड़ा हो गया। उसके बाद वो मुझसे अलग हुई और हम अंदर आ गए।
वहां हम खाने कि टेबल पर बैठ गए और हमने जल्दी जल्दी खाना ख़त्म किया। उसके बाद वो उठी, पहले मैंने हाथ धोये और फिर उसने। वो हाथ धो रही थी कि मैंने उसे पीछे से पकड़ लिया, उसे अपनी तरफ घुमाया और उसके होठों पर अपने होंठ रख दिए और धीरे धीरे उसके मखमली होठों को चूसने लगा। जवाब में वो भी मेरा साथ देने लगी।
मेरा हाथ उसके ब्लाउज पे पहुंच गया जिसमें एक ही डोरी थी। मैंने जैसे ही उसे खींचा ब्लाउस ढीला हो गया और उसने उसे पकड़ लिया जवाब में मैंने उसे जबरदस्ती खींच के निकाल दिया अब वो मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा में थी।
वो बोली- इतना जल्दी क्यूं कर रहे हो, बेडरूम तक तो चलो, आज रात मैं सिर्फ तुम्हारी हूं।
मैंने उसे गोद में उठा लिया और बेडरूम की तरफ चल दिया। बेडरूम में पहुंच कर मैंने उसे बेड पे पटक दिया और उसके ऊपर चढ़ कर उसे किस करने लगा फिर मैंने उसकी साड़ी निकाल दी। उसके बाद वो बोली- सारे मेरे ही कपड़े निकालोगे क्या?
मैंने कहा- तुम निकालो मेरी जान!
उसने मेरी जैकेट, शर्ट और जींस निकाल दी। वो खड़ी थी और मैंने उसके पेटीकोट का नाड़ा पकड़ के खींच लिया और उसका पेटीकोट नीचे आ गिरा। अब वो सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी और मै सिर्फ अंडरवियर में।
मैंने उसे लिटाया और पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को सहलाने लगा। फिर उसकी पीठ के पीछे हाथ ले जाकर मैंने उसकी ब्रा खोलने की कोशिश की पर वो खुली नहीं तो वो बोली- रुको, मैं खोलती हूं।
उसने ब्रा खोली और उसके दो गोरे गोरे मम्मे बाहर आ गए, मैं बारी बारी से दोनों को मुंह में लेकर चूसने लगा।
उसने अंडरवियर के अंदर से मेरे लन्ड को पकड़ लिया और वो पूरे शवाब में आकर खड़ा हो गया। मैं नीचे उसकी चूत तक आया और उसकी पैंटी निकाल दी। उसकी चूत गीली हो चुकी थी और उससे अजीब सी खुशबू आ रही थी। जैसे ही मैंने अपनी जीभ उसकी चूत पर रखी वो उम्म्ह… अहह… हय… याह… करती हुई अचानक से झड़ गई, मैं उसका सारा माल पी गया।
उसने बताया कि उसका पति उससे सेक्स नहीं करता है और उसने आखिरी बार 3 महीने पहले सेक्स किया था।
फिर हम 69 की पोजिशन में आ गए, मैं उसकी चूत चाटने लगा और वो मेरा लंड चूसने लगी। उसके मुंह से अजीब आवाजें आने लगी ‘आहहह उफ आहह हहह ओहह हहह …’
4-5 मिनट की चुसाई के बाद वो फिर से मेरे मुंह पे झड़ गई।
फिर मैं खड़ा हो गया और वो बैठ कर मेरा लंड चूसने लगी, 5 मिनट बाद मैं झड़ने वाला हुआ तो वो बोली- मेरे मुंह में ही झड़ जाओ।
एक मिनट के अंदर ही मैंने अपना सारा माल उसके मुंह में छोड़ दिया और वो सारा माल गटक गई।
थोड़ी देर बाद हम फिर से तैयार हो गए, मैंने जेब से कंडोम निकाला और लंड पे चढ़ा लिया। वो अपनी टांगें खोल के लेट गई। मैंने उसकी कमर के नीचे एक तकिया लगाया और मैं उसके पैरों के बीच आया, उसकी चूत पहले से ही गीली थी, मैंने अपना लंड उसके चूत के छेद पर रखा और उसके दाने पर रगड़ने लगा, वो बोली- अब मुझे और मत तड़पाओ, जल्दी से डाल दो और मुझे कस के चोद दो।
मैंने हल्का सा धक्का लगाया और मेरे लंड का टोपा उसकी चूत में घुस गया। उसके मुंह से हल्की सी सिसकारी निकली- आह्ह्ह ह्ह … थोड़ा धीरे डालो।
मैंने हल्का सा धक्का लगाया और थोड़ा सा और लंड अंदर घुस गया, उसने अपनी कमर थोड़ी सी ऊपर उठाई और उसी पल मैंने एक कस झटका मारा और पूरा लंड उसकी चूत में घुस गया। उसके मुंह से हल्की सी चीख निकल गई।
फिर मैंने झुक के उसके होठों को किस किया और नीचे से धीरे धीरे झटके देने लगा। थोड़ी देर में वो भी नीचे से कमर उठा के मेरा साथ देने लगी। दस मिनट तक चुदाई के बाद वो तेज आवाज के साथ ‘आहह हइई मररर गई …’ बोलते हुए झड़ गई।
मैंने अपनी चुदाई जारी रखी, करीब 5 मिनट बाद मैं भी झड़ने वाला हुआ तब वो बोली- मेरी शादी को 10 साल हो गए हैं पर मैं अभी तक मां नहीं बन पाई हूं पर मैं तुम्हारे बच्चे की मां बनना चाहती हूं।
यह सुनकर मैंने कंडोम हटा दिया और 2-3 मिनट कस के चोदते चोदते उसकी चूत में ही झड़ गया और उसी समय वो भी दूसरी बार झड़ गई। हम दोनों एक ही टाइम पर आह्ह इई अहह इअहह करते हुए झड़ गए।
उसके बाद मैं उसकी चूत में ही लंड डाले डाले सो गया।
रात में 2 बजे उठ के हमने एक बार फिर चुदाई की और सुबह 7 बजे बाथरूम में मॉर्निंग बाथरूम सेक्स भी मज़ा लिया। फिर मैं 9 बजे अपने रूम पे आ गया।
दो दिन बाद वो अपनी ससुराल चली गई। अभी 3 दिन पहले वो फिर वापस आयी है और उसने बताया कि वो प्रेगनेंट है।
दोस्तो, यह मेरे साथ घटी सत्य घटना है। ईमेल करके मुझे बताइए आपको ये घटना कैसी लगी। मेरा ईमेल एड्रेस है- [email protected]
What did you think of this story??
Comments