बेवफाई की भी हद होती है- 5
(Biwi Ki Bewafai )
बीवी की बेवफाई का बदला लेने के लिए पति ने अपने दोस्त की बीवी को जब सारी कहानी बताई तो वह भी अपने पति की बेवफाई का बदला लेने के लिए मान गयी.
कहानी के पिछले भाग
पति के दोस्त के लंड से चुद गई
में अपने पढ़ा कि पति ने खुद पत्नी के मन गैर मर्द से चुदाई की चाह जगा दी. तब बीवी ने कैसे अपने पति की दोस्त से सेक्स का मजा लिया.
अब आगे बीवी की बेवफाई का बदला:
अगले दिन सुबह उठने पर रिंकी बहुत खुश थी.
पर दीपक पता नहीं क्यों अंदर से टूटा हुआ था.
जो हुआ वो सब उसी की चाहत पर हुआ … पर अब उसे रिंकी हाथ से बाहर जाती हुई लगी.
असल में प्रिंस ने भावावेश में घर जाते समय रिंकी को एक व्हात्सप्प मेसेज कर दिया- आज तो पहले से भी ज्यादा मजा आया. अब फिर कब मिलन होगा?
इसका रिंकी ने जवाब दिया था- जब तुम चाहो.
रिंकी इस चैट को डिलीट करना भूल गयी क्योंकि दीपक वाशरूम से आ गया था.
दीपक ने देख लिया कि कोई मेसेज आया है.
उसने रिंकी का फोन चेक करने की नीयत से रिंकी को चूमते हुए उसके हाथ से मोबाइल ले लिया और स्विच ऑफ कर दिया कि अब कोई डिस्टर्बेंस नहीं.
रिंकी ने सोचा कि मोबाइल स्विच ऑफ है, सुबह डिलीट कर दूँगी.
पर उसके गहरी नींद में सोते ही दीपक ने मोबाइल खोल कर मेसेज देखा.
फिर उसे और उत्सुकता हुई तो उसने गैलरी चेक की उसमें ढेरों सेक्सी फ़ोटोज़ रिंकी की थीं जो उसने निश्चित ही प्रिंस को भेजी होंगी.
एक फोटो प्रिंस की लंड हिलाते हुए भी देख ली.
दीपक ने उन सबकी कॉपी अपने मोबाइल में कर ली.
मन मारकर दीपक सो तो गया पर नींद नहीं आई.
फिर जी कड़ा करके उसने रिंकी को बाँहों में भरकर पूछा- रात कैसा लगा?
रिंकी मुस्कुरा गयी और बोली- अब बस. ज्यादा मस्ती नहीं!
दीपक बोला- हाँ, जो कुछ हुआ, उसका मुझे कोई अफ़सोस नहीं. पर अब इसे रोकना होगा. कल को रेखा को शक हो गया तो उनकी जिन्दगी तो बर्बाद होगी ही, बदनामी हमारी भी होगी.
रिंकी कुछ नहीं बोली, बस चिपटी रही दीपक से.
दिन में दीपक ने कई बार रिंकी को फोन किया तो उसका फोन काफी काफी देर के लिए बिजी था.
दीपक ने एक दो बार प्रिंस को भी किया तो उसका फोन भी उस समय बिजी आया.
पर तुरंत बाद ही पलटकर फोन आ गया.
दीपक ने उससे कहा- शाम को घर आना, कुछ बात करनी है.
निश्चित ही प्रिंस ने यह बात रिंकी को बतायी होगी क्योंकि जब दीपक शाम को घर पहुंचा तो रिंकी की हवाइयां उड़ी हुई थीं.
दीपक ने उससे कहा- प्रिंस आ रहा है.
रिंकी ने पूछा- क्यों?
दीपक बोला- तुम्हें विदा करूंगा उसके साथ!
रिंकी यह सुन कर गुस्से से लाल पीली होने लगी और कहने लगी- मैं तो चाह भी नहीं रही थी ये सब, पर तुमने करवाया. अब मुझ पर इल्ज़ाम क्यों?
दीपक बोला- हाँ गलती मेरी थी. पर एक बात बताओ कि क्या कल से पहले तुम अकेले में कभी प्रिंस से मिली हो?
रिंकी अभी गहराई समझी नहीं थी तो उफनते हुए बोली- मैं क्यों मिलूंगी अकेले और कहाँ मिलूंगी. तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है. अब आज के बाद कभी प्रिंस को बुलाना मत!
दीपक बोला- मैं तो चलो नहीं बुलाऊंगा. पर अगर तुमने पहले की तरह बुला लिया तो?
रिंकी अब भी तेवर दिखाती रही तो दीपक ने उससे उसका मोबाइल माँगा.
उसमें से वाट्सऐप चैट डिलीट की हुई थी रिंकी ने.
दीपक बोला- तुमने डिलीट तो कर दी. पर मेरे मोबाइल में है.
रिंकी ने पैंतरा बदला और कहा- इतना सब कुछ होने के बाद अगर उसने कुछ कहा और मैंने जवाब दे दिया तो इसका मतलब यह तो नहीं कि मैं पहले भी मिली हूँ उससे. मेरी तो उससे कोई चैट या बात भी नहीं होती.
अब दीपक को गुस्सा आ गया.
उसने वो साड़ी फ़ोटोज़ जो रिंकी के फोन में थीं, उसे दिखा दीं.
अब रिंकी चुप थी.
दीपक बोला- मैंने ऐसा करने को कब कहा था कि तुम दोनों एक दूसरे को अपनी नंगी फोटो भेजो. मैं अभी रेखा को भी बुलाता हूँ. मेरा जो होगा देखा जाएगा पर तुम दोनों को सबक मिलना चाहिए.
रिंकी अब टूट गयी.
उसने दीपक के पैर पकड़ लिए- अब की माफ़ कर दो, फिर जिंदगी में भूल नहीं होगी.
प्रिंस आ चुका था.
वह सारा माजरा समझ गया. वह भी दीपक के हाथ पैर जोड़ने लगा.
दीपक ने उसके मोबाइल निकलवा कर उसमें से रिंकी की सारी फ़ोटोज़ डिलीट करवायीं और दोनों को आगाह किया कि आगे से ऐसा कभी न हो. बात दोस्ती तक तो ठीक है, पर सीमाएं कभी न टूटें.
रिंकी ने रो रोकर वादा किया.
दीपक तो उसी रात हल्का हो गया क्योंकि वो अपनी गलती मान गया था.
उसे रिंकी ने रो रोकर अपनी बेवफाई को स्वीकार कर लिया कि कैसे प्रिंस उसकी गैरहाजिरी में जबरदस्ती आ गया था और उसका अंजाम उन दोनों के बीच सेक्स से हो गया.
दीपक ने रिंकी को माफ़ कर दिया.
उस रात उन दोनों के बीच बहुत अच्छा भावनात्मक सेक्स हुआ.
सब कुछ सामान्य चल रहा था. पर कुत्ते और आदमी की फितरत तो चुदाई के लिए सारे रिश्ते भुलाने की है.
प्रिंस लगातार कोशिश करते हुए आखिर रिंकी को झुकाने में कामयाब हो ही गया.
दोनों के बीच फिर बातें होने लगीं.
अब प्रिंस तो रिंकी को उलाहने देता कि उसका पति तो प्रिंस है, दीपक नहीं. तो उसे उसका बहुत ध्यान रखना चाहिए.
हद तो तब हुई जब करवाचौथ के दिन ऐन व्रत खोलने के समय रिंकी वाशरूम चली गयी और वहां से प्रिंस से वीडियो कॉल करके उसका चेहरा देख कर पहले से छिपा कर रखी बिसलरी की बोतल से पानी पीया.
बाहर आयी तो दीपक इंतज़ार कर रहा था.
दीपक बाहर छत पर जब उसे जल पिलाने लगा तो उसने देखा कि रिंकी के ब्लाउज पर पानी गिरा है.
हड़बड़ी में बाथरूम के अंदर बोतल से पानी गिर गया था शायद!
दीपक को शक हो गया; उसका मूड खराब हो गया.
उस रात रिंकी के बहुत कहने पर भी दीपक का मन सेक्स को नहीं हुआ.
वह सो गया.
देर रात उसकी आँख खुली तो रिंकी दूसरे रूम से आ रही थी.
उसके हाथ में उसका मोबाइल था जिसकी लाइट खुली हुई थी. जैसे वो किसी से बात करती हुई आई हो.
दीपक कुछ नहीं बोला.
अगले दिन सुबह ऑफिस जाते समय रिंकी उससे बोली- क्या मैं आज दिन में दीपक की मम्मी के पास हो आऊँ.
दीपक उसे छोड़ता हुआ वापिस घर आ गया.
उसने रिंकी की अलमारी की तलाशी ली तो उसे छिपाकर रखे गए कई कार्ड और एक छोटा सा मोबाइल मिला.
मोबाइल ऑन किया तो उसमें फिर वही सब चैट थीं रिंकी और प्रिंस की.
दोनों के साथ जीने मरने के वायदे थे.
उसमें आखिरी चैट कल की थी जिसमें दोपहर बाद किसी होटल में मिलने का प्रोग्राम था.
प्रिंस ने साफ़ लिखा था कि इस बार भी बिना कंडोम के ही सेक्स करेंगे और वो दवाई अपने साथ ले आयेगा.
रिंकी ने भी उससे कहा था- नीचे की सफाई करके आना.
दीपक का दिमाग भन्ना गया.
उसने प्रिंस को फोन किया तो वो अपने ऑफिस था.
दीपक थोड़ी देर अपने ऑफिस में बैठा, मन नहीं लग रहा था.
उसने दोपहर दो बजे करीब प्रिंस को फोन किया तो उसने कहा कि उसे कुछ जरूरी काम है. अभी वो 3-4 घंटे बिजी है.
दीपक ने अपनी मम्मी को फोन किया तो उन्होंने बताया कि रिंकी के पास कोई फोन आ गया था तो वह ‘जरूरी काम है’ कहकर चली गयी है.
अब दीपक समझ गया कि रिंकी किसी होटल में प्रिंस के साथ बिस्तर गर्म कर रही है.
दोपहर बाद सीधे प्रिंस के घर गया.
दीपक को मालूम था कि आजकल प्रिंस के माता पिता नहीं हैं, घर पर रेखा अकेली है.
उसे अचानक देख कर रेखा सकुचाई.
वह शॉर्ट्स और टी शर्ट में थी.
उसे देख दीपक सोचने लगा कि इतनी सुंदर बीबी के होते हुए प्रिंस क्यों रिंकी के पीछे दीवाना है.
पर आदमी की फितरत ही कुछ ऐसी है.
रेखा ने उसे बिठाया और कहा- मैं चेंज करके आती हूँ.
दीपक ने उसे पास बिठाया और बिना रुके सारी कहानी रेखा को बता दी.
उसने कह दिया कि उकसाया उसने खुद था पर उसका अंजाम यहाँ तक आ जाएगा, उसने कभी सोचा नहीं था.
रेखा सुबुक सुबुक कर रो रही थी.
वह बहुत गुस्से में थी, बोली- आज घर आने पर देखती हूँ प्रिंस को.
दीपक बोला- अब दोनों बेशर्म हो चुके हैं. क्या होगा, जब तुम ज्यादा कुछ कहोगी तब प्रिंस माफ़ी मांग लेगा और बात फिलहाल खत्म हो जायेगी. तुम्हें अपना घर संभालना है, तुम बर्दाश्त कर लोगी.
रेखा बोली- आप बिल्कुल ठीक कर रहे हैं, पर मैं क्या करूँ?
दीपक बोला- जो मैं कहने जा रहा हूँ, शांत होकर सुनना और फिर निर्णय लेना.
दीपक ने रेखा को अपने पास बिठाया और बहुत प्यार से उसका हाथ अपने हाथ में लेकर उसकी आँखों मे आँखें डालकर कहा- हमें उन दोनों को वही दर्द देना होगा जो उन्होंने हमें दिया है.
रेखा समझ नहीं पायी पर उसने अपना हाथ नहीं छुड़ाया.
वह बोली- मतलब?
दीपक बोला- हमें उन्हें झटका देना होगा कि हम दोनों भी आपस में वही रिश्ता रख रहे हैं जो वो दोनों रख रहे हैं.
रेखा बोली- ऐसा कैसे हो सकता है. आप मुझे शुरू से ही बहुत अच्छे लगते हैं, पर मैंने आपको कभी ऐसे देखा ही नहीं.
दीपक बोला- मैंने भी तुम्हारी हमेशा तारीफ़ की है. पर मैंने भी तुम्हें इस निगाह से कभी नहीं देखा. पर मैं आज इस बात के लिए तैयार हूँ कि अगर रिंकी प्रिंस के साथ रहना चाहे तो मैं तुम्हें अपनाने को तैयार हूँ.
रेखा सुनकर दीपक के कंधे पर सर रखकर रोने लगी.
दीपक ने उसका चेहरा अपने हाथों से ऊपर उठाया और बोला- इसके अलावा कोई और रास्ता नहीं.
रेखा बहुत गुस्से में थी, वह संभल कर बोली- मैं तैयार हूँ, बताइए क्या करना होगा?
दीपक बोला- सोच लो अच्छी तरह, हमें दो जिस्म एक जान होना होगा और ये नजारा उन दोनों को दिखाना होगा. इसके बाद अगर प्रिंस और रिंकी नहीं मानते तो मैं तुम्हें अपना लूँगा. घर वालों को बाद में समझा लेंगे.
रेखा लिपट गयी दीपक से … वह रो रही थी कि मैं प्रिन्स को कभी माफ़ नहीं करुँगी.
दीपक ने रेखा को सम्भाला.
वह सामान्य हुई.
दीपक ने प्यार से उसका चुम्बन लिया.
पर बात आगे बढ़ गयी, दोनों के होंठ मिल गए.
दीपक ने कस के भींच लिया रेखा को!
आज उसे महसूस हुआ कि रिंकी के मुकाबले रेखा का जिस्म ज्यादा सेक्सी है.
उसकी बॉडी लैंग्वेज दीपक को मतवाला कर रही थी.
दीपक ने रेखा से कहा- यहाँ नहीं, तुम मेरे साथ मेरे फ्लैट पर चलो. वहां हम रिंकी और प्रिन्स को बेहतर तरीके से टैकल कर लेंगे.
रेखा तो मानसिक रूप से समर्पण कर चुकी थी दीपक के आगे.
वह फटाफट कपड़े पहन कर हल्का सा मेकअप करके तैयार हुई.
दीपक ने कहा- एक नाईट ड्रेस और गाउन रख लेना.
दीपक ने रास्ते से बर्गर और कोल्ड कॉफ़ी पैक कराई और दोनों फ्लैट पर आ गए.
अंदर पहुँचते ही रेखा दीपक से लिपट गयी.
वो रुंआसी हो रही थी कि प्रिन्स को मैंने इतना प्यार दिया, आखिर क्या कमी रह गयी थी जो उसे रिंकी के दामन में जाना पड़ा.
दीपक बोला- अगर तुम बुरा न मानो तो सच कहूँ तो तुम रिंकी के मुकाबले बहुत सेक्सी हो. पर दूसरे की बीवी मुफ्त में मिल रही हो तो प्रिन्स क्यों ऐतराज करेगा. आज हम दोनों को उन्हें ये अहसास कराना पड़ेगा कि इस बेवफाई की कितनी बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है उन्हें … और आगे का रास्ता बंद करना होगा.
रेखा लिपट गयी दीपक से और चुम्बनों की झड़ी लगा दी.
दीपक उसे बेड पर ले गया.
पाठको, कैसी लग रही है आपको मेरी बीवी की बेवफाई का बदला स्टोरी?
मेरी मेल आई डी पर और कमेंट्स में लिखें.
[email protected]
बीवी की बेवफाई का बदला स्टोरी का अगला भाग:
What did you think of this story??
Comments