वो मुझे चोदना सिखा रही थी
सभी को मेरे खड़े लंड के द्वारा नमस्कार।
मैं पहले अपने बारे में बताता हूँ मेरा नाम आदित्य है पर लोग मुझे रॉकी बुलाते हैं और मैं अभी सिर्फ़ 18 साल का हूँ।
मेरी लम्बाई 5’7” है और मेरे लंड का नाप 6.5 इंच है।
मैं कहानी पर आता हूँ, यह बात पिछले साल की है तब मैं 12वीं में पढ़ता था।
स्कूल में मेरी एक हिन्दी की टीचर हैं उसका नाम स्वीटी (बदला हुआ नाम) है, वो बहुत ही मदमस्त और कामुक दिखती हैं।
उनकी देहयष्टि का माप 32-28-34 है और उम्र 25 साल है।
मैं हिंदी में बहुत कमजोर था इस कारण मैम मुझ पर बहुत ध्यान देती थीं।
मैं बहुत ही कमजोर होने से मैम के घर ट्यूशन जाने लगा था। मैं वहाँ सिर्फ़ अकेला ही बंदा था जो हिंदी की ट्यूशन पढ़ने जाता था।
एक दिन मैम घर में अकेली थीं, मैं उनके घर जाकर पढ़ाई वाले कमरे में बैठ गया। वो एक बहुत ही सेक्सी सी दिखने वाली साड़ी पहन कर आईं उनको देखते ही मेरे लौड़े में आग लग गई और उसी वक्त मेरी पैन्ट में तम्बू बन गया था।
मैम आकर अभी बैठी ही थीं कि मैं बोला- मैम आप बहुत खूबसूरत लग रही हैं।
उन्होंने मुस्कुरा कर धन्यवाद बोला और खुद को संवारने लगीं।
मैं नीचे बैठा था तो मैं उनकी नाभि को देख रहा था।
मैम को अपनी तारीफ़ शायद भा गई थी सो थोड़ी देर बाद उन्होंने कहा- आज पढ़ाई मत करो प्लीज़.. आज थोड़ी गप-शप करते हैं।
तो यह सुनकर मैं बहुत खुश हो गया।
मैं एकदम से उनके पास बैठ गया और उनसे बातें करने लगा।
मैं बातों-बातों में उनके अंगों को भी छूता जा रहा था जब मैंने देखा कि उनको मेरे स्पर्श से कोई दिक्कत नहीं हो रही है तो मैं कभी-कभी उनके मम्मों को भी स्पर्श कर लेता था, तो कभी उनकी पीठ पर हाथ मारता, पर वो मेरी इन हरकतों से बिल्कुल भी बुरा नहीं मान रही थीं।
मैं सोच तो रहा था कि शायद मैम मुझसे कुछ और भी चाहती हैं।
तो मैंने थोड़ी हिम्मत करते हुए मैम से पूछा- मैम, सेक्स क्या होता है?
तो वो यह सुनकर एक मिनट के लिए तो स्तब्ध हो गईं और बोलीं- यह शब्द तुमने कहाँ सुना?
तो मैं बोला- आपको देख कर मेरे अन्दर कुछ होने लगता है और मेरे दोस्त ने कहा है जब भी ऐसा हो तो समझना कि तुम सेक्स करना चाहते हो। इसलिए मैं अभी सेक्स करना चाहता हूँ पर मुझे मालूम नहीं है कि सेक्स क्या होता है?
वो मुस्कुरा कर बोलीं- तुम सीखना चाहते हो क्या?
मैं- हाँ.. मैम।
यह तो मेरा हरामीपन था जो मैं मैम को भड़का कर चुदाई की तरफ ले जाना चाहता था.. मुझे चुदाई के बारे में सब मालूम था।
तो वो बोलीं- ठीक है तो सुनो.. सेक्स वो होता है जब एक पुरुष अपना लिंग स्त्री की योनि में डालता है।
तो मैं बोला- कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है कि ये लिंग और योनि क्या बला होती है। क्या आप मुझे कुछ करके समझा सकती हैं?
तो मेरे जिद करने पर वो मुझसे पूछने लगीं- तुमने कभी किसी को सेक्स करते हुए नहीं देखा है क्या?
मैंने कहा- नहीं.. पर ‘मर्डर’ फिल्म में कुछ देखा था तो मेरे एक मित्र ने मुझे बताया था कि सेक्स के पहले ऐसा किया जाता है।
उसकी आँखें नशीली सी हो गईं और वो बोलीं- ठीक है… मैं तुमको सब समझाती हूँ, तुम एक काम करो जैसा तुमने उस फिल्म में देखा था तुम वैसा ही मेरे साथ करो।
यह सुनकर मैं बहुत खुश हो गया और मैम को अपनी बाँहों में लेने के लिए अपने हाथ फैलाए और मैम मेरी बाँहों में आ गईं और उन्होंने अपनी आँखें बन्द कर लीं अब वे लंबी साँसें लेने लगीं, तो मैं उनके होंठों पर दीर्घ चुम्बन लेने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगीं।
चूमा-चाटी करते हुए मैंने उनका पल्लू गिरा दिया, तो वो गर्म होने लगीं।
फिर मैंने कहा- मैम फिल्म में तो मैं सिर्फ इतना ही देखा था।
तो वो मदमाती हुई और अपने मम्मों की तरफ इशारा करते हुए बोलीं- अब मेरे ‘इनको’ को दबाओ और सहलाओ।
तो मैं ब्लाउज के ऊपर से उनके मम्मों को दबाने लगा।
वो बोली- मेरा ब्लाउज खोल दो और अब मुझे नंगा करो।
मैंने पहले ब्लाउज और ब्रा उतारी और बाद में उनकी साड़ी और पेटीकोट को भी उतार दिया अब वो सिर्फ पैन्टी में थी।
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मुझे इशारा मिला कि ‘पैन्टी भी उतार दो’ मैंने उनकी छोटी पैन्टी में अपनी ऊँगली फंसाई और एक झटके में ही पैन्टी फर्श पर पड़ी थी।
अब वो ‘मर्लिन मुनरो’ की फोटोस्टेट लग रही थी.. वो पूरी नग्न हो गई थी।
वो बहुत गर्म हो चुकी थी और खुले शब्दों का इस्तेमाल करने लगी थी।
‘अब मेरे मम्मों को और मेरी चूत को अपने मुँह में लेकर चूसो।’
मैं तो पहले ही उनके गोरे-गोरे और भरे हुए मम्मों को तना हुआ देख कर पागल हो चुका था।
मैंने उनका एक बोबा अपने होंठों से चूम लिया और फिर गुलाबी कड़क निप्पल को अपने होंठों के बीच दबा लिया।
उनकी ‘आह्ह..’ निकल गई।
अब मैंने दूसरा दूद्दू चूसा वो तो जैसे नशे में थी।
फिर थोड़ी देर तक मम्मे चूसने के बाद मैंने अपना हाथ उनकी कुँवारी चूत पर रखा, वो बहुत ही गुलाबी थी और हल्के से रेशमी बाल थे।
मैं उनकी चूत सहलाने लगा तो अचानक से उठ गई और बोली- तुम अभी भी कपड़ों में क्यों हो?
तो मैं बोला- क्या करूँ?
तो वो बोली- तुम अब सीधे खड़े रहो।
तो मैं सीधा खड़ा हो गया। वो मेरे पास आई और मेरा टी-शर्ट उतार दिया और बाद मैं मेरी पैन्ट भी उतार दी।
मेरा लंड अंडरवियर से बाहर आने तड़प रहा था तो वो बोली- यह लंड है इसकी वजह से ही सेक्स यानि चुदाई होती है।
इतना बोलने के बाद उन्होंने मेरा अंडरवियर खींच कर मेरा लौड़ा बाहर निकाल लिया।
उनको मेरा तना हुआ लंड बहुत पसंद आया और ‘वाओ’ बोल कर लंड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी।
तो मुझे बहुत मस्त महसूस होने लगा और मैं सिस्याने लगा- मैम, बहुत अच्छा लग रहा है।
तो वो बोली- तुम्हारा लंड बहुत ही बड़ा है शायद यह 8 इंच का होगा।
तो मैं बोला- अच्छा.. मुझे इसके बारे में कुछ नहीं पता।
तो वो बोली- कोई बात नहीं.. मैं सब सिखा दूँगी।
तो उसके बाद थोड़ी देर चूसने के बाद बोला- अब तुम मेरी चूत चूसो।
तो मैंने बिना देरी किए मैम की चूत को अपने मुँह में ले लिया और चाटने लगा।
उसके शरीर में एक झुरझुरी सी हुई और वो हल्के-हल्के सिसकारने लगी। फिर बोली- अब मेरे छेद में ऊँगली डालो।
तो मैंने थोड़ा थूक लगा कर अपनी बीच वाली ऊँगली उसकी चूत में घुसेड़ दी।
तो वो एकदम से चीख पड़ी- उईइई..!
तो मैं डर गया और मैंने पूछा- क्या हुआ?
तो वो बोली- कुछ नहीं ऐसा ही होता है.. क्योंकि यह पहली बार है न.. इसलिए मेरी चूत के अन्दर दर्द हुआ है।
वाकयी उसकी चूत बहुत तंग थी, पर मैं उसकी रसीली चूत में अपनी ऊँगली तेजी से अन्दर-बाहर करने लगा।
मेरे इस ऊँगल चोदन से वो पागल हो रही थी।
फिर वो एकदम से अकड़ गई और उसकी चूत से पानी निकल गया। तो वो बोली- इस अमृत को पी लो।
तो मैंने सारा पानी पी लिया..
फिर थोड़ी देर बाद वो बोली- अब तुम लेट जाओ।
तो मैं लेट गया, वो मेरे पास आकर मेरे लंड को चूसने लगी और फिर लंड पर तेल लगा कर लेट गई और मुझसे बोली- अब ये लंड मेरी चूत में पेल दो।
तो मैं उनको चोदने की तैयारी में उकडूँ बैठ गया और लौड़े का सुपारा उनकी चूत की लकीर पर फेरा और उनके इशारे का इन्तजार करने लगा।
वो बोली- मैं चाहे जितना भी चिल्लाऊँ.. तुम रुकना नहीं ओके..?
तो मैंने सर हिलाया- ओके..
उन्होंने कहा- अब धक्का मारो!
और मैंने एक हल्का सा धक्का दिया तो सुपारा अन्दर घुस गया.. उनकी मुठ्ठियां भिंच गई थीं, मैंने लौड़े से एक जोरदार ठाप लगाई तो आधा लंड अन्दर चला गया और मैम बहुत चिल्लाने लगी और रोने लगीं।
मैंने बिना कुछ सोचे फिर 3-4 ज़ोरदार झटके दिए तो मेरा पूरा लंड अन्दर चल गया और उनकी चूत से खून बहने लगा।
मैं बिना रुके ज़ोर-ज़ोर से चोदने लगा।
थोड़ी देर चिल्लाने के बाद वो कुछ संयत हो गई और मज़े लेने लगी।
कुछ और धक्कों के बाद बोलने लगी- अहह आह्ह..और जोर से आह्ह.. प्लीज़ रूकना मत.. और जोर से..
इतना कहते-कहते वो झड़ गई और काँपने लगी तो मैं बोला- क्या हुआ?
तो वो बोली- कुछ नहीं तुम बस लगे रहो।
इतने में मैम का फोन आया तो मैं थोड़ा रुक गया।
फोन पर उनकी माँ थीं वो कह रही थीं कि वो 15 मिनट में घर आ रही हैं।
तो इस जल्दी में मैम ने कहा- अब जल्दी-जल्दी करो।
तो मैंने तेज़-तेज़ झटके मारे तो मेरा छूटने वाला था, मैंने मैम को बताया तो वो बोली- बाहर निकालो मैं इसे पीना चाहती हूँ।
तो मैंने मैम के मुँह में लंड पेल दिया और 5 मिनट तक मैम का मुँह चोदा और मुँह में ही अपनी मलाई छोड़ दी।
फिर हमने कपड़े पहने और थोड़ी देर बाद उनकी माँ आ गईं और मैं अपने घर चला गया।
कुछ देर बाद उनका फ़ोन आया कि उनका ट्रान्सफर हो गया है वे इस शहर से जा रही हैं और अब शायद कभी नहीं मिलेगीं।
बस यह मेरा पहला और अब तक का इकलौता अनुभव था। आप अपने विचारों को मेरी ईमेल आईडी पर जरूर भेजें।
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