स्टूडेंट से प्यार और मस्त चुदाई-2
(Student Se Pyar Aur Mast Chudai- Part 2)
दोस्तो,
मैं गुरु, याद ही होगा आपको! इससे पहले आपने मेरी दो कहानियां
चंडीगढ़ में देसी अनचुदी फुद्दी
और
स्टूडेंट से प्यार और मस्त चुदाई
पढ़ीं।
आपने दोनों कहानियों को बहुत पसंद किया, काफी सारी मेल भी आईं, आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद।
मेरे बारे में आप लोग जानते ही हैं। और आज जिस लड़की के बारे में यह कहानी बताने जा रहा हूं उस लड़की को भी आप लोग जानते हैं। जी हां, मैं बात कर रहा हूं सोनी की। मेरी पिछली कहानी ‘स्टूडेंट से प्यार और मस्त चुदाई’ का यह दूसरा भाग है। यह कहानी भी मेरी पिछली दोनों कहानियों की तरह सच्ची है। पिछली कहानी में मैंने आपको बताया था कि जब मेरा सोनी से ब्रेकअप हुआ तब भी मैंने उसके साथ मस्त चुदाई का मज़ा लिया था।
ब्रेकअप से पहले भी कई बार सोनी की फुद्दी मारी थी। लेकिन तब तो सिर्फ माल निकालने के लिए। यह चुदाई मस्त चुदाई थी।
तो मैं अपनी कहानी पर आता हूं।
सोनी और मेरे रिलेशनशिप को तकरीबन एक साल से अधिक समय हो चुका था। मैं किसी बड़ी प्राब्लम में था। उस वक्त मैं घर वालों के संपर्क में भी नहीं था। मुझे सिर्फ सोनी का सहारा था। मैं जब कभी भी ज्यादा परेशान होता तो सोनी को काल कर लेता था। कभी कभी उसके साथ अपनी प्राब्लम पर रो भी लेता था।
लेकिन मुझे यह लगने लगा कि सोनी अब पहले जैसी नहीं रही थी। वो पहले जैसी मेरी बात को सीरियसली नहीं लेती थी। लेकिन मेरा नजरिया बदल गया था उसके प्रति। मैं अब सिर्फ उसके जिस्म से ही नहीं बल्कि उसे सच्चा प्यार करने लगा था। लेकिन वो किसी काम के बहाने से काल काट देती या फिर उसका फोन लंबे समय तक बिज़ी रहता।
एक दिन मैंने उसे इस बात का कारण पूछा तो उसने मेरे ज्यादा पूछने पर बताया कि अब वो किसी और से प्यार करती है। मेरा दिल तो जैसे धड़कना ही बंद हो गया।
लेकिन सोनी को सेक्स की जरूरत हमेशा रहती है तो वो अपने मतलब से बोली- कभी मौज मस्ती करनी हो तो मुझे फोन कर लेना। प्यार व्यार की बात मेरे से ना करना.
मैं अपने आप को संभाल नहीं पा रहा था। मुझे लगा जैसे मेरी दुनिया खत्म हो चुकी है।
मैंने सोनी को कहा- अगर उसे कोई और लड़का पसंद है तो कोई बात नहीं। लेकिन जब तक मेरी परेशानी हल नहीं हो जाती तब तक फोन पर बात कर लिया करे।
तो उसने कहा- ये तेरी प्राब्लम है; तू खुद संभाल।
मैं टूट चुका था, समझ में नहीं आ रहा था कि अब क्या करूं। जैसे तैसे करके मैंने खुद को संभाला।
लेकिन अब मेरे अंदर सोनी से बदला लेने की बात जोर पकड़ने लगी। मैंने अपने दोस्त से इसके बारे में बात की। उसने मुझे एक प्लान बताया।
फिर मैंने सोनी को काल की, मैंने कहा- मैं एक आखरी बार उसे मिलना चाहता हूं।
मिलने का मतलब सेक्स करना चाहता हूँ.
पहले तो उसने मना किया लेकिन फिर मान गई।
हमने मिलने का दिन फिक्स कर लिया। मैंने अपने दोस्त को बताया और उसने कहा कि बाकी सब इंतजाम वो कर देगा।
खैर वो दिन आ गया। मैं छुपते छुपाते बस से शहर पहुंचा क्योंकि उन दिनों मैं घर से दूर चंडीगढ़ में रहता था।
मेरे आने से पहले ही मेरा दोस्त गाड़ी लेकर वहां पहुंच चुका था। हम दोनों गाड़ी में बैठे और सोनी को काल किया। उसने अपनी लोकेशन बताई। हम दोनों वहां पहुंचे। सोनी के साथ उसकी सहेली प्रीत, जो हमेशा उसके साथ रहती थी, भी थी।
हमने उन्हें गाड़ी में बिठाया और चलने लगे। मेरे दोस्त ने पहले से ही सब इंतजाम कर के रखा था। कैमरा उसने मुझे पहले से ही दे दिया था क्योंकि मैं सोनी से बदला लेना चाहता था।
एक होटल के आगे उसने गाड़ी रोकी। हम सब अंदर चले गए। मेरे दोस्त ने हमारे लिए कोल्ड ड्रिंक मंगाई। कोल्ड ड्रिंक पीने के बाद उसने मुझे ऊपर जाने का इशारा किया।
मैंने सोनी से कहा- मैं तुमसे अकेले में बात करना चाहता हूं।
वो भी मेरे साथ चल दी।
ऊपर रूम में जाकर मैंने रूम अंदर से लाक कर दिया।
पहले तो मैंने सोनी को समझाने की कोशिश की कि मैं उसके बिना नहीं रह सकता।
लेकिन उसने कहा- अगर कोई और बात है तो करो। इन बातों का अब कोई फायदा नहीं।
मैंने सोनी को रिक्वेस्ट की कि आज के पलों को मैं कैमरा में रिकॉर्ड कर के यादगार बनाना चाहता हूं।
उसने हां बोल दिया।
मैंने कैमरा को आन करके बैड की तरफ कर के टेबल पर रख दिया। पूरा बेड कवर हो रहा था। मैंने सोनी को जफ्फी डाल दी। उसके मुम्मे मेरी चौड़ी छाती में धंस रहे थे।
फिर मैंने उसकी कमीज़ और अपनी टी-शर्ट उतार दी। अब आपको तो पता ही है कि मुझे नंगे मुम्मे अपनी नंगी छाती पर टच होने से कितना मज़ा आता है। मैंने ऐसे ही जफ्फी डाली हुई थी और उसके लिप्स गालों कान और गर्दन पर किस कर रहा था। मैं अपने दोनों हाथों से सोनी की बुंड को मसल रहा था। जैसे ही मैं उसकी बुंड को दबाता था तो सोनी के पेट से मेरा तना हुआ लंन दबने से बहुत मज़ा आ रहा था।
थोड़ी देर तक उसे चूमने चाटने के बाद मैंने उसे बैड पर लिटा दिया। उसकी लेग्स बैड से नीचे लटक रहीं थीं। मैंने उसकी सलवार का नाड़ा खोला। धीरे धीरे मैंने सलवार को सोनी के घुटनों तक ले गया। उसकी गोरी गोरी चिकनी जांघें और बिना बालों की साफ फुद्दी देख कर मेरा लन फर्राटे मारने लगा। पूरी सलवार उतारे बिना ही मैं उसकी फुद्दी पर टूट पड़ा। मैंने सोनी की फुद्दी को इस तरह शिद्दत से चाटा कि सोनी दबी आवाज में ऊऊऊ आआआ अअममम की आवाजें निकाल रही थी।
फिर मैंने उसकी सलवार को उतार दिया। मैंने अपनी पैंट भी उतार दी और अंडरवियर भी निकाल दिया। अब हम दोनों पूरी तरह नंगे थे। सोनी को थोड़ा और आगे किया तांकि हम कैमरा में अच्छे से आ सकें। सोनी मेरा विरोध भी नहीं कर रही थी और ना ही पूरी तरह साथ दे रही थी।
लेकिन मुझे क्या मुझे तो जम कर उसकी फुद्दी मारनी थी।
सोनी पहले से बहुत ज्यादा गोरी गोरी चिकनी जांघें और सैक्सी टांगों वाली लग रही थी। मैंने टांगों से चूमना शुरू किया। गोरी चिकनी जांघों पर आकर जैसे मैं आपा खो बैठा। एक बार तो मैंने उसे काट भी लिया। फिर जब मैं फुद्दी तक पहुंचा तो मेरा लन उसकी टांगों के बीच था।
पहले तो मैंने उसकी फुद्दी ऊपर से चाटी। फिर आगे बढ़ने लगा। नाभि और पेट को अच्छे से चाटने के बाद मैं उसके मुम्मे तक पहुंचा। दोनों हाथों से दोनों मुम्मे पकड़ कर बारी बारी से चूस रहा था। साथ ही मैं उसके मुम्मे को अच्छे से मसल भी रहा था। जब मैं उसके मम्मे चूस रहा था तो मेरा लन उसकी जांघों के बीच था। दिल कर रहा था कि उसकी गोरी चिकनी जांघों को चोद दूं। कमाल की लग रही थी सोनी।
फिर थोड़ी और ऊपर गया और उसके लिप्स गालों कानों गर्दन और शोल्डर को चूमने लगा। फिर कुछ टाइम मैंने सिर्फ लिप्स पर फोकस किया। बहुत ही तसल्ली से लिप्स को चूसने के बाद मैंने सोनी को अपनी टांगें फ़ैलाने को कहा।
उसने अपनी टांगें फैला दी।
मैं अब उसकी गोरी जांघों के बीच था। मैंने देखा उसकी फुद्दी गीली हो चुकी थी। पहले तो मैंने उसकी सलवार से उसकी फुद्दी साफ की। फिर मैंने फुद्दी को चूसने चाटना शुरू किया। सोनी के बदन में आग लग रही थी लेकिन उसने मुझसे छुपाने के लिए कोई रिएक्शन नहीं दिया।
तसल्ली से फुद्दी चाटने के बाद मैं उसके ऊपर आ गया। मैंने सोनी को कहा- मेरा लन पकड़ कर फुद्दी में डाल।
उसने वैसा ही किया।
थोड़ी सी कोशिश के बाद मेरा पूरा लन उसकी फुद्दी में घुस गया। इस से पहले कई बार मैं सोनी की फुद्दी ले चुका था। प्रीत ने मुझे बताया था कि सोनी का नया ब्वायफ़्रेंड हफ्ते में 2-3 बार उसकी फुद्दी लेता है। इसलिए लन का आसानी से घुस जाना बड़ी बात नहीं थी।
थोड़ी देर घस्से मारने के बाद मुझे कैमरा याद आया। फिर मैं कैमरा पास ले आया। क्लोज़ शाट अपने लन को सोनी की फुद्दी में डाला। ऐसे ही 3-4 क्लोज़ शाट लिए जैसे लिप्स चूसते हुए, मुम्मे चूसते हुए और फुद्दी को चाटते हुए। कैमरा को मैंने फिर से पहले की जगह रख दिया।
अब फिर से अपने लन को सोनी की फुद्दी में डाल दिया। पहले धीरे धीरे और फिर पूरी स्पीड से सोनी को चोद रहा था। सोनी की आंखें बाहर आ गई थी। क्योंकि इतनी जबरदस्त चुदाई इस से पहले तो मैंने उसकी कभी नहीं की थी।
7-8 मिनट तक जबरदस्त घस्से मारने के बाद मैंने सोनी को घोड़ी बनने को कहा। इस से पहले सोनी का एक बार निकल चुका था। घोड़ी बना कर मैं लन उसकी गोरी गोरी बुंड में डालने लगा। लेकिन बुंड बहुत ज्यादा टाईट थी।
लेकिन मुझे क्या … मैंने अपने लंन पर काफी सारा थूक लगा कर उसकी गोरी चिकनी बुंड के छेद पर रखा। एक जोर के धक्के से आधा लंन सोनी की बुंड में घुस गया।
सोनी की चीख निकल गई ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’ वो धीरे से बोली- थोड़ा आराम से करो।
मैंने घस्से मारते मारते पूरा लन उसकी गोरी चिकनी बुंड में घुसा दिया।
दोनों हाथों में उसके मम्मे लेकर मैं जोर जोर से घस्से मार रहा था। फिर मुझे लगा कि सोनी को शायद बुंड मरवाने में तकलीफ़ हो रही थी। इसलिए मुझे उस पर तरस आ गया और मैंने 6-7 मिनट बाद अपना लन उसकी बुंड से निकाल लिया। लन निकाल लेने के बाद भी उसकी बुंड का छेद खुला खुला लग रहा था।
मैंने सोनी को फिर से सीधा लेटने को बोला। वो चुपचाप लेट गई। अब फिर मेरे सामने दूध जैसी सोनी के गोरे गोरे गोल गोल मम्मे और उसकी गोरी चिकनी फुद्दी थी।
मैं फिर से उसके नंगे जिस्म पे टूट पड़ा, कभी उसके मम्मे चूस रहा था कभी उसके लिप्स कभी उसके गाल कभी उसकी गोरी चिकनी फुद्दी को चूस और चाट रहा था।
करीब 10 मिनट तक चूसने चाटने के बाद फिर से सोनी की फुद्दी को निशाना बनाया। मैंने सोनी को अपने ऊपर लिटा लिया। उसे घुटनों के बल थोड़ा ऊपर उठा दिया। नीचे से अपना लन उसकी फुद्दी में डाल दिया।
अब मैं नीचे से उसे घस्से पे घस्से मार रहा था। मेरा लन इतना तेज स्पीड से सोनी की फुद्दी में अंदर बाहर हो रहा था जैसे कोई मशीन। सोनी के मुम्मे मेरे मुंह में आ रहे थे। मैं साथ साथ उनको भी चूस रहा था।
सोनी मुझसे छुपाने की कोशिश कर रही थी मगर उसकी सिसकारियों को मैं साफ सुन सकता था।
10 मिनट तक ऐसे ही धक्का-पेल फुद्दी मारने के साथ ही सोनी एक बार फिर से झड़ गई। वो मेरे ऊपर निढाल हो गई। मैंने उसके नंगे बदन को अपने साथ जकड़ लिया। उसके गोरे गोरे गोल मुम्मे मेरी छाती में गड़े हुए थे।
मैंने थोड़ी देर बाद उसे सीधा लिटाया और खुद सोनी के ऊपर आ गया। अब मैंने भी जल्दी से काम खत्म करने का सोचा। ऊपर आकर मैंने अपना लन उसकी गोरी चिकनी फुद्दी पर रख दिया। एक ही झटके में मेरा पूरा लन सोनी की फुद्दी में समा गया।
अब मैं सोनी की फुद्दी में लन अंदर बाहर करने लगा। अब सोनी अपनी कामुक आवाज़ें रोक नहीं पा रही थी। मैं पूरा लन अंदर बाहर कर रहा था और घस्से पे घस्से मार रहा था और साथ ही मैं उसके गोरे गोरे गोल मटोल मम्मे चूस रहा था।
सोनी की फुद्दी उसके माल से भरी हुई थी और हर घस्से से फच्च फच्च की आवाज आ रही थी। सोनी भी आआह आआ ऊऊऊहहह अम्म शसस की आवाजें निकाल रही थी। मेरा जोश और बढ़ रहा था।
करीब 10 मिनट की लन की मेहनत के बाद हम दोनों एक साथ झड़ गए।
थकावट की वजह से हम दोनों थक चुके थे। मैं सोनी के ऊपर ही लेट गया, अपना लन भी सोनी की फुद्दी से बाहर नहीं निकाला।
थोड़ी देर बाद हम दोनों अलग हुए, मैंने कैमरा आफ किया।
हम दोनों ने अपने आप को साफ किया और कपड़े पहन कर नीचे आ गए।
सोनी बड़ी मुश्किल से चल रही थी।
जैसे मैंने उसकी बुंड और फुद्दी को चोदा था इतना तो होना ही था।
फिर हम चारों गाड़ी से वापस आ गए। सोनी और प्रीत को हमने उनके रूम के पास छोड़ा क्योंकि सोनी ठीक से चल भी नहीं पा रही थी।
वापसी पर मैंने सोनी के बारे में सोचा। उसके साथ बिताए समय को याद किया। मैं उसे प्यार करने लगा था. मैंने सोचा कि वो किसी और से प्यार करती है, फिर भी मेरे कहने पर मुझसे चुदने आ गयी. सब कुछ सोच कर मैंने वो वीडियो वहीं डिलीट कर दी।
दोस्तो, कैसी लगी मेरी कहानी? लिखिएगा ज़रूर। आपके कमेंट्स का इंतजार रहेगा।
और जल्दी ही एक नई कहानी जिसमें मैंने दोबारा सरनी को अपने घर बुलाकर कैसे उसकी फुद्दी ली उसके बारे में बताऊंगा।
धन्यवाद दोस्तो।
[email protected]
What did you think of this story??
Comments