मेरी बेस्ट टीचर ने मुझे चोदना सिखाया -5
(Meri Best Teacher Ne Mujhe Chodna Sikhaya-5)
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मैडम के पति का लंड
अब तक आपने पढ़ा कि मैंने मैडम के घर से एक कामुक किताब उठा ली और उनके घर से चला आया।
अब आगे..
दोपहर में.. मैं मैडम के घर चला गया। आज मैडम का मूड कल के मुकाबले ठीक था।
मैडम- अवि क्या बात है.. आज थोड़ा उदास लग रहे हो।
अवि- नहीं मैडम.. वो क्या है न कि नींद ठीक से नहीं आई।
मैडम- रुको में तुम्हें गर्म-गर्म कॉफी पिलाती हूँ।
अवि- ठीक मैडम।
मैडम के किचन के अन्दर जाते ही मैंने मैडम की सेक्सी किताब बैग से निकाल कर वहीं बिस्तर के नीचे.. जहाँ मुझे मिली थी.. वहीं रख दी।
मैडम- ये लो कॉफी.. और बताओ क्या चल रहा है।
अवि- कुछ ख़ास नहीं।
मैडम- तुम्हारी उम्र के हिसाब से तुम स्कूल के विद्यार्थी नहीं लगते हो।
अवि- वो क्या है न कि.. मेरे माता-पिता की मृत्यु की वजह से मुझे एक ही क्लास में दुबारा बैठना पड़ा था.. नहीं तो आज मैं कॉलेज में होता।
कुछ देर की गपशप के बाद..
अवि- मैडम मैं चलता हूँ.. कल फिर आऊंगा।
मैडम- क्या कोई काम है.. आज इतनी जल्दी जा रहे हो।
अवि- वो बुआ के घर जाना है।
मैडम- ठीक हे.. कल फिर आना।
अवि- बाय मैडम।
मैं मन में सोचने लगा कि अच्छा हुआ आज किताब रख दी.. चलो अभी बुआ के घर चला जाता हूँ।
नाश्ता करने के बाद मैं सीधा ग्राउंड पर चला गया। थोड़ी देर खेलने के बाद घर चला गया। शायद मोना ने स्टोर हाउस आना बंद कर दिया, मेरा चुदाई देखना भी बंद हो गया।
रात को सोते वक्त मैं वो किताब वापस तो रख आया था.. पर शायद मुझे वो बिस्तर के नीचे नहीं रखनी थी। मैडम ने उस जगह पर किताब को ढूंढा होगा और आज उसी जगह पर किताब मिल जाने से मैडम को पता चल जाएगा कि मैंने ही किताब वापस रख ही है। कल मैडम के पूछने से पहले ही सब बता दूंगा।
दूसरे दिन..
स्कूल से घर आने पर चाची के साथ बात की, खाना खा कर सो गया फिर दोपहर मैं डरते-डरते मैडम के घर चला गया।
स्कूल में मैडम ने मुझसे अच्छे से बात की.. फिर भी मुझे डर लग रहा था। मैडम के घर जाकर मैं सोफे पर बैठ गया। मैडम ने आज भी नाइटी पहन रखी थी।
मैडम- अवि कॉफी पियोगे?
अवि- हाँ..
कुछ देर बाद मैडम और मैं चुपचाप कॉफ़ी पीने लगे।
अवि- मैडम आपसे एक बात कहनी थी।
मैडम- हाँ कहो क्या कहना है अवि।
अवि- वो वो.. क्या है कि मैडम..
मैडम- अरे बताओ.. क्या बात है?
अवि- वो आपकी किताब मैंने ही ली थी।
मैडम- क्या?
अवि- हाँ.. वो गलती से टेबल पर रखने की जगह मैंने बैग में रख ली थी।
मैडम ने मन में मुस्कुराते हुए कहा- पर तुमने तो कहा था कि तुमने नहीं ली।
अवि- वो.. मैं डर गया था.. पर कल मैंने वो वापस रख दी थी।
मैडम- तुम अब क्यों बता रहे हो? मुझे किताब मिल गई।
अवि- वो मुझे लगा कि वापस उसी जगह रखने से आप को पता चल गया होगा कि किताब मैंने ही ली थी। इसी लिए आपके पूछने से पहले मैंने ही बता दिया!
मैडम- कोई बात नहीं।
अवि- आप गुस्सा तो नहीं हैं न मुझ पर?
मैडम- नहीं.. मैं क्यों गुस्सा होऊँगी तुम पर.. तुमने किताब वापस कर तो दी है।
उनके चेहरे से लग रहा था कि जैसे वो सोचने लगी थीं कि अगर मैं तुम पर गुस्सा हो गई और तुमने किताब वाली बात सब को बता दी.. तो मेरी कितनी बदनामी होगी। मुझे ये थोड़े आराम से करना है।
अवि- तो आपने मुझे माफ़ कर दिया?
मैडम- हाँ मैंने तुम्हें माफ़ कर दिया.. पर ये किताब वाली बात किसी से भी मत करना।
अवि- मैं ये बात किसी से भी नहीं कहूँगा।
मैडम- अच्छा ठीक है अब तुम जाओ.. और कल सन्डे है.. तुम 12 बजे आ जाना ठीक..
अवि- हाँ मैं आ जाऊंगा समय पर मैडम..
अगले दिन.. फिर मैं घर से खाना खाने के बाद मैडम के घर की ओर निकल पड़ा।
मैडम का घर..
मैडम- अवि तुम्हें आज दिन भर कुछ काम तो नहीं है?
अवि- नहीं मैडम आज मैं फ्री हूँ।
मैडम ने अपनी चूचियाँ खुजाते हुए पूछा- तुमने वो किताब पढ़ी है?
अवि- हाँ बस एक बार।
मैडम- वो किताब देख कर तुम्हें कैसा लगा।
अवि- कुछ अजीब लग रहा था।
मैडम- क्या तुमने ऐसी किताब पहले भी देखी है।
अवि- हाँ मेरे कुछ दोस्तों ने दिखाई थी।
मैडम- तुम्हें पसंद हैं ऐसी किताबें?
अवि- पसंद तो नहीं हैं.. पर बार-बार देखने की इच्छा होती है।
मैडम- क्या तुम्हारे पास भी ऐसी किताब है?
अवि- नहीं मैडम मेरे पास तो नहीं है।
मैडम- क्या तुम्हें वो किताब चाहिए?
अवि- नहीं मुझे नहीं चाहिए। अगर मेरी चाची ने देख ली तो मुझे मार पड़ेगी।
मैडम- इसको ऐसे छुपा कर रखो अपने कमरे में.. किसी को पता नहीं चले कि तुम्हारे पास ऐसी किताब है।
अवि- मैडम आपने भी तो छुपा कर रखी होगी। फिर भी मुझे मिल गई न.. वैसे ही अगर मेरी चाची को मिल गई तो..??
मैडम- अरे ये मेरी गलती की वजह से तुम्हें मिल गई।
अवि- नहीं मैडम मुझे नहीं चाहिए।
मैडम- ठीक है.. मत लो मुझे क्या।
अवि- मैडम आप गुस्सा मत हो। मैं डरता हूँ कि अगर मेरी चाची को किताब मिल गई तो क्या होगा.. और चाची ने अगर चाचा को बता दिया तो मुझे घर से निकाल देंगे।
मैडम- ठीक है जाने दो.. मैं तुम्हारे लिए कॉफी बनाती हूँ।
अवि- ह्म्म्म्म…
मैडम- ये लो कॉफी अवि।
अवि- थैंक यू मैडम.. मैडम एक बात पूछूँ?
मैडम- हाँ हाँ पूछो।
अवि- आप गुस्सा तो नहीं करोगी?
मैडम- नहीं करूँगी.. पूछो क्या पूछना है?
अवि- वो किताब में लिखा था कि..
मैडम- हाँ बोलो ना.. रुक क्यों गए हो?
अवि- वो किताब में लिखा था कि आप।के पति का लण्ड 6 इन्च का है।
मुझे लगा कि जैसे मैडम ने मन में सोचा कि अच्छा हुआ इसने पूछ लिया.. नहीं तो मैं सोच रही थी बात कैसे शुरू करूँ।
‘हाँ है तो.. और ये तुम्हें लण्ड जैसे शब्द क्यों बोल रहे हो.. तुम्हें शर्म नहीं आती.. मैडम के सामने ऐसे शब्द बोल रहे हो?’
अवि- सॉरी मैडम.. गलती हो गई.. फिर नहीं बोलूंगा।
मैडम- अरे तुम तो नाराज हो गए। मैं तो मजाक कर रही थी, मुझे पता है गांव में ऐसे शब्द बोले जाते हैं। पूछो और क्या पूछना है।
अवि- सभी लोगों के लण्ड 6 इन्च के ही होते हैं?
मैडम- नहीं ऐसा नहीं है.. कुछ लोगों के उससे भी बड़े होते हैं.. लेकिन तुम क्यों पूछ रहे हो?
अवि- वो क्या है कि मेरे दोस्त..
मैं सोचने लगा कि.. पूजा बुआ की सहेली का भाई राकेश.. मोना का भाई और मोना का ब्वॉयफ्रेंड उन सबके भी इतने ही हैं।
मैडम- मुझे लगता है तुम्हें कुछ और पूछना है लेकिन तुम डर रहे हो। डरो मत.. खुल कर पूछो.. तुम्हें क्या पूछना है?
अवि- वो मेरा एक दोस्त (मेरे मन में कोई दोस्त नहीं था.. मैं खुद को रख कर पूछ रहा था) है.. वो बोल रहा था कि उसका लण्ड 6 इन्च से भी बड़ा है। लेकिन मुझे उसकी बात पर यकीन नहीं है।
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मैडम- वो बोल रहा है.. तो होगा उसका बड़ा.. इसमें यकीन ना करने की क्या बात है।
अवि- नहीं मुझे लगता है कि उसे कोई बीमारी होगी.. इसी लिए उसका लण्ड बड़ा होगा।
मैडम- अरे कोई बीमारी से थोड़े ही लण्ड लंबा होता है.. वो तो हार्मोन की वजह से होता है। किसी का 6 इन्च से लंबा.. तो किसी का 6 इन्च से छोटा.. पर ज्यादातर लोगों का 6 इन्च के आस-पास ही होता है.. समझे…
अवि- हाँ समझ गया मैडम.. एक गिलास पानी मिलेगा।
मैडम- हाँ लाती हूँ।
अवि- शुक्र है भगवान का.. मैं समझ रहा था कि कहीं मुझे कोई बीमारी तो नहीं है। अच्छा हुआ मैडम से पूछ लिया नहीं तो मैं हमेशा बेचैन रहता।
बाय मित्रो, मिलते हैं अगले भाग में..
आप सभी मुझे ईमेल जरूर करें, आपके साथ दोस्ती करने में ख़ुशी होगी और आपको भी बहुत मजा आएगा..
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