मैडम को मेरा ‘हार्ड रॉक’ पसन्द आया
Madam Ko Mera Hard Rock Pasand Aaya
हैलो दोस्तो, मेरा नाम अमित है ओर मैं 20 साल का हूँ.. यह मेरी पहली कहानी है।
कहानी कुछ इस तरह है कि मेरे दोस्त ने मुझे ब्लू-फिल्म की डीवीडी के बारे में बताया था।
तो मैंने कुछ डीवीडी खरीदीं और उन्हें देखने लगा।
मैं 1-2 दिन तक देखता रहा और फिर मुझे भी सेक्स करने का मन करने लगा..
पर मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है.. इसलिए मुझे कोई चुदाई के लिए चूत नहीं मिली।
फिर मैंने सोचा क्यों ना बाहर कोचिंग जाकर किसी लड़की के साथ चुदाई करूँ।
इसी बात को ध्यान में रख कर मैंने प्लानिंग की और पापा से बात की कि मुझे कंप्यूटर क्लास ज्वाइन करना है.. क्योंकि मुझे कंप्यूटर बहुत पसन्द है।
मैंने शनिवार को अपना एडमिशन भी करा लिया और मुझे सोमवार से क्लास ज्वाइन करना था।
जब मैं क्लास में पहुँचा तो देखा कि वहाँ पर सिर्फ़ 7 स्टूडेंट थे जिसमें से 2 लड़के और 5 लड़कियाँ थीं।
फिर जब मैंने मैडम को देखा तो दो मिनट तक उन्हें अपलक देखता ही रह गया।
उनका फिगर 36-32-36 का रहा होगा।
जब वो बोर्ड की तरफ मुड़तीं तो उनकी गाण्ड देखकर ही मेरे लण्ड में कुछ-कुछ होने लगता।
कुछ दिन तक ऐसे ही चलता रहा..
तीसरे दिन को पता चला कि मेरी क्लास 2 बजे है और बाकी लोगों का सुबह टेस्ट है।
तो उस दिन क्लास में मैं अकेला स्टूडेंट था।
आज मैडम ने स्लीवलैस ब्लाउज और गुलाबी रंग की साड़ी पहनी हुई थी।
उस दिन मैडम मेरी तरफ बैठ कर मुझे पढ़ा रही थीं।
मेरा ध्यान बार-बार मैडम के मम्मों की तरफ जा रहा था और मैं सोच रहा था कि कैसे इन मम्मों को हाथ लगाऊँ।
मैडम ने यह बात नोटिस कर ली लेकिन उस दिन कुछ समय तक कुछ नहीं बोलीं।
जब मैं छुट्टी के बाद सीड़ियों से उतरने लगा.. तो मैडम ने पूछा- आज क्या हो गया था तुझे.. कुछ डिस्टर्ब सा लग रहा था?
जल्दी-जल्दी में मैंने भी ‘हाँ’ कह दिया।
मैडम ने पूछा- क्यों?
लेकिन मैं कुछ बोल नहीं पाया और फिर मैडम चली गईं.. 2-3 दिन बाद मेरी छुट्टी होने के बाद जब मैं घर जाने के लिए बस के लिए खड़ा था तो पता चला कि वहाँ का रोड बंद है।
फिर मैं स्टेशन की तरफ चल पड़ा।
रास्ते में ही मैडम का घर था लेकिन उसके बारे में मुझे भी नहीं पता था।
जब मैडम ने मुझे देखा तो मुझे बुलाया और कहा- कहाँ जा रहे हो.. तुम्हारा घर तो इस तरफ नहीं है?
मैंने बताया- मुझे स्टेशन जाना है क्योंकि वहाँ की रोड बंद है और ट्रेन दो घंटे बाद है।
तो मैडम ने कहा- जब दो घंटे हैं तो थोड़ी देर यहीं रुक जाओ.. फिर चले जाना..
फिर मैडम और मेरे बीच में कॉलेज के दोस्तों की तरह फ्रेंडशिप हो गई।
उस दिन हम दोनों हॉलीवुड पिक्चर देख रहे थे और चाय पी रहे थे।
मैडम ने गाउन पहना हुआ था और मैडम को देख कर मेरा लण्ड खड़ा होने लगा।
मैडम को पता ना चल जाए इसके लिए मैंने लौड़े के उठान पर अपना बैग रख लिया और फिर नर्वस होकर बोला- मैडम मैं चलता हूँ..
मैडम बोलीं- क्यों इतनी जल्दी?
मैंने कह दिया- नहीं मुझे जाना पड़ेगा क्योंकि टिकट भी लेना है..
मैं चला गया.. पर मैडम ने मेरे खड़े लण्ड को नोटिस कर लिया था।
फिर 10वें दिन मैडम ने मेरा फोन नम्बर लिया।
छुट्टी होने के बाद मैडम ने मुझे कॉल किया और अपने घर बुलाया।
मैं सोचने लगा मैडम ने घर क्यों बुलाया होगा और मेरे दिल धड़कने लगा।
वहाँ पहुँचा तो मैडम ने हल्के रंग का झीना सा गाउन पहना हुआ था।
इस गाउन में से उनकी ब्रा.. मम्मों के पॉइंट और गाण्ड इतनी मस्त दिख रही थी कि ऐसा लग रहा था कि अभी पकड़ कर चोद दूँ।
फिर मैडम मेरे लिए चाय लाईं और मुझसे चिपक कर बैठ गईं।
फिर से मेरे लण्ड में कुछ-कुछ होने लगा और वो खड़ा हो गया.. मैंने अपना बैग अपने लण्ड पर रख लिया।
मैडम ने पूछा- तेरी कोई गर्लफ्रेंड है?
तो मैंने मना कर दिया.. तब मैडम ने कहा- क्यों.. इतना दर्द सह रहे हो.. उसको फ्री करो..
मैंने कहा- मैं कुछ समझा नहीं मैडम?
तब मैडम मेरे पास आई और मेरे हाथ से मेरा बैग छीन लिया और कहा- मैं इस ‘हार्ड रॉक’ की बात कर रही हूँ।
मैं एकदम डर गया..
मैडम बोली- डरो मत.. इससे पहले कभी किया है?
मैंने अंजान बनकर पूछा- क्या मैडम?
मैडम बोली- सेक्स..
मैं बोला- नहीं..
मैडम ने कहा- चलो आज एक्सपीरियेन्स कर लो..
मैंने कहा- कोई आ जाएगा तो?
मैडम ने कहा- मेरे पति रात को 9 बजे आते हैं और मेरी पड़ोसन अपने घर गई हुई है.. हमें डिस्टर्ब करने वाला कोई नहीं है।
मैडम ने अपना हाथ मेरे लण्ड के ऊपर रख दिया और मुझे चुम्बन करने लगी।
फिर मैं भी मैडम का साथ देने लगा, मैंने उनके मम्मों को दबाने चालू किया।
करीब 5-6 मिनट तक दबाता ही रहा और हम दोनों ने अपने होंठों को एक-दूसरे के होंठों से मिला दिए थे और गहरे चुम्बन में मदहोश हो गए थे।
फिर मैडम ने मेरी पैन्ट की ज़िप खोली और मैंने उनके गाउन की तनी ढीली कर दी।
मैडम ने मेरे लण्ड को देखा और बोली- लगभग 6.5 इंच का तो होगा.. बहुत मजा आएगा..
मैडम ने मेरा लण्ड पकड़ लिया और मुझसे चिपक गईं.. वो पागलों की तरह मुझे चुम्बन करने लगी।
मैं उसकी कभी गाण्ड को दबाता तो कभी मम्मों को..
फिर मैंने 2-3 मिनट तक उनके निप्पल को चूसा और वो ‘अहहहहहाहा’ करने लगी।
फिर मैडम खड़ी हुईं और अपनी गाउन निकाल दी।
यह देख कर मैंने भी अपनी पैन्ट उतार दी..
मैडम ने सिर्फ़ ब्रा पहनी थी.. मैंने उसे भी निकाल दिया था।
फिर मैडम ने मेरे लण्ड को मुँह में डाल लिया और चूसने लगी।
चूसने के बाद मैडम ने कहा- चलो बिस्तर पर चलते हैं।
मैडम बिस्तर पर जाकर लेट गईं और अपनी टांगों को फैलाकर रण्डियों के जैसे बोली- चल आजा.. अब चुदाई करते हैं।
मैं उनके ऊपर चढ़ गया और मेरा लण्ड उसकी चूत में घुस गया.. फिर मैं अपने लण्ड को आगे-पीछे करने लगा और मैडम आवाजें निकालने लगी- ओहयआ.. ओहयआ.. आह..आ.. आआहहाहा…
केवल पाँच मिनट में ही मैं झड़ गया..
मैडम बोली- अभी तो और बाकी है..
फिर मेरा लण्ड खड़ा हो गया.. मैडम बोली- इस बार मेरे पीछे से डालो..
मैडम घोड़ी के जैसे बन गई और फिर मैंने उनकी गांड मारी।
फिर हम दोनों ने कपड़े पहने ओर कुछ देर बाद मैं घर चला गया।
अगले दिन मैं घर से जल्दी निकला और क्लास की जगह मैडम के घर पहुँच गया।
मैंने मैडम से कहा- आज की छुट्टी ले लो… मेरा चोदने का बहुत मन कर रहा है।
तो मैडम ने छुट्टी ले ली और मेरे पास आकर बैठ गई।
मैंने मैडम को पकड़ लिया और चुम्बन करने लगा, उनके गाउन के अन्दर हाथ डालकर उनके मम्मों को दबाने लगा।
मैडम मेरे लण्ड के साथ खेल रही थी और मैं उसके दूध, गाण्ड और चूत में ऊँगली कर रहा था। फिर हम दोनों बिस्तर पर नंगे होकर लेट गए।
मैंने उसको चोदना चालू कर दिया। मैडम आवाजें निकालने लगी- ओह यीह.. ओह याह..
फिर मैंने मैडम को घोड़ी बना कर चोदना चालू कर दिया।
उस दिन मैडम ने मेरा पूरा पानी पी लिया और बोली- बहुत हॉट ओर टेस्टी है..
फिर हम दोनों लगभग 15 मिनट तक एक-दूसरे से चिपक कर लेटे रहे और फिर से चुदाई होने लगी।
इस तरह मैंने अपने पहले चोदन का मजा लिया।
आज भी जब मन करता है तो कभी-कभी उनके घर चला जाता हूँ क्योंकि मेरा कॉलेज आरम्भ हो गया है…
आज मेरे अन्दर इतना पॉवर आ गया है कि मैं लगभग 30 मिनट तक चुदाई एक ही रफ़्तार में कर सकता हूँ।
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