हरामी स्कूल मास्टर ने छात्रा को चोदा
(Desi Xx Teacher Sex Kahani)
देसी Xx टीचर सेक्स कहानी में एक मास्टर ने गांड के गर्ल स्कूल में तबादला करवाया ताकि वह जवान लड़कियों को चोद सके. पहले ही दिन क्लास में उसने क्या गुल खिलाये?
रमेश सिंह की नियुक्ति एक दूर दराज के सरकारी सीनियर सेकेंडरी गर्ल स्कूल में हो गई।
इतनी दूर के स्कूल में कोई टीचर आना ही नहीं चाहता था.
लेकिन उसने खुद यह तबादला करवाया था, उसकी तमन्ना थी कि मुझे रोज कमसिन लड़की की चुदाई करने का मौका मिले.
और इसके लिए गर्ल स्कूल से अच्छी कोई जगह नहीं हो सकती थी।
यह देसी Xx टीचर सेक्स कहानी काल्पनिक है और मनोरंजन के लिए लिखी गई है जिसे पढ़कर आपका लंड से पानी निकल जाएगा।
रमेश ने 12वीं की कक्षा में प्रवेश किया तो सभी लड़कियों ने खड़ी होकर प्रणाम किया- गुड मार्निग सर!
सब लड़कियां 20-21 साल की थी क्योंकि गाँव में देर से ही लड़कियों को स्कूल भेजना शुरू करते हैं.
तब रमेश सिंह भी बोले- सिट डाउन! मेरी प्यारी दुलारी लड़कियो!
सभी लडकियां बैठ गई तो सबको नाम लेकर हाजिरी ली गई।
सबी लड़कियों की संतरे आकार की चूचियां देखकर उसका लंड फनफनाकर फुफकार मारने लगा।
जब उससे बर्दाश्त नहीं हुआ तो उसने लंड को जिप खोलकर बाहर कर लिया।
उसका लंबा और मोटा लंड देखकर सभी लड़कियाँ दंग रह गई और उनके मुँह से निकला- वाह, कितना बड़ा और मोटा लंड है।
रमेश सिंह मुस्कुराकर बोला- पसंद आया मेरा लंड? अच्छा बताओ किस-किस को मेरा लंड पसंद आया है?
ज़ीना बोली- सर, आपने अपना लंड बाहर क्यों निकाल दिया? इसको अंदर कर लीजिए न, मुझे शर्म लग रही है।
रमेश सिंह- यह तुम लड़कियों को देखकर खड़ा हो गया है. और जब तक किसी की बुर की चुदाई नहीं कर लेगा, एकदम से खड़ा रहेगा।
सबाह बोली- मेरे पास एक उपाय है इसको शान्त करने के लिए! मैंने अपने जीजा जी का लंड भी शान्त किया है।
रमेश सिंह- नेकी और पूछ-पूछ … आकर शान्त करो। ज़ीना तुम भी आ जाओ।
सबाह जाकर लंड को मुँह में लेकर चूसने लगी।
रमेश सिंह ने ज़ीना को बगल में खड़ी किया और उसके होंठ चूमने लगे।
फिर उसकी गर्दन चूमते हुए उसकी चूची को चूमने लगे। अब वह सबाह को पास में बुलाकर उसके होंठ चूमने लगे।
तब ज़ीना उनका लंड चूसने लगी।
रमेश सिंह ने देखा कि सबाह एकदम से चुदासी हो रही है इसलिए वे उसके फ्राक को उतारकर उसकी चूची को चूसने लगे।
सबाह सिसकारी मारने लगी- आह सर! छोड़िये न! मैं आपकी छात्रा हूँ. कोई क्या कहेगा कि सर से चुदाई करवाती है।
रमेश सिंह- तुम कैसे समझ गई कि मैं चुदाई करने वाला हूँ।
सबाह- रात में अब्बू ने मेरी इसी तरह चुदाई की थी।
रमेश सिंह- तुम्हारे अब्बू का लंड इतना लंबा और मोटा है?
सबाह शरमा के बोली- नहीं, आपके लंड से छोटा और पतला है।
रमेश सिंह- अच्छा बताओ, तुमको अब्बा से चुदाई करते समय ऐसा महसूस हुआ था कि और लंबा मोटा लंड बुर में घुसता तो अच्छा लगता?
यह कहते हुए उसने सबाहं के पैंटी उतारकर उसे नंगी कर दिया और उसकी चूत को सहलाने लगा।
सबाह चुदासी होकर बोली- हाँ सर! मुझे ऐसा महसूस हुआ था कि अब्बू का लंड और लंबा तथा मोटा रहता तो मजा आता।
रमेश सिंह ने अपना लंड ज़ीना के मुँह से निकाल लिया जो और भी लंबा तथा मोटा लग रहा था।
वह अपने लंड से सबाह की चूत को रगड़ते हुए बोले- मेरा लंड पसंद आया या नहीं? मेरे लंड से चुदाई कराओगी?
सबाह धीमे स्वर में बोली- हाँ सर! चुद जाऊँगी आपसे!
यह सुनकर रमेश ने वासन से पागल होकर अपना लंड सबह की चूत के छेद पर रखकर एक जोरदार धक्का मारा।
‘फचाक’ की आवाज के साथ सुपारा जो फूल कर आलू जैसा लगता था. अंदर घुस गया।
देसी Xx टीचर के लंड घसने से हुए दर्द से सबाह चिल्लाकर बोली- ऊऊईईई माँ! हाय मैं मर गई ईई ईईई! जल्दी से निकाल सर! बहुत दर्द हो रहा है।
रमेश सिंह ने सबाह की बात अनसुनी करते हुए एक जोरदार धक्का दिया जिससे आधा लंड अंदर चूत चीरते हुए अंदर घुस गया।
“मर गई रे ऐऐऐऐ ओ सर जी! आपने तो लंड को मेरी चूत के और अंदर घुसा दिया. निकालो बाहर … आआह ह हहह … बहुत दर्द हो रहा है।”
रमेश सबाह की चूची को चूसते हुए बोला- सबाह! जब टू अब्बू से पहली बार चुदाई करवा रही थी तो दर्द हो रहा था न? तो तेरे अब्बू जी ने लंड को बाहर निकाल दिया था क्या?
सबाह- हाँ सर! बहुत दर्द हो रहा था. लेकिन अब्बा मेरी कहाँ सुनने वाले थे. धक्का देकर दनादन अंदर लंड डाल दिया था।
यह सुनकर रमेश ने भी कुटिल मुस्कान देते हुए एक जोरदार धक्का मारा और ‘फचाक’ के साथ पूरा लंड अंदर घुसा दिया।
“हाय सर … मर गई ईईईई … आप भी पापा से कम निर्दयी नहीं हैं। मना करने के बाद भी पूरा हब्सी वाला लंड ठोक दिया।”
रमेश सिंह सबाह को चूमते हुए और पीठ, कमर, चूची और माथा को चूमते हुए बोला- अब्बा से चुदाते हुए अच्छा लगा था कि नहीं? बोलो मेरी सबाह रानी!
सबाह- पहले तो अच्छा नहीं लगा था. फिर बाद में बहुत अच्छा लगने लगा था। अब तो रोज रात को अब्बू मेरी चुदाई करते हैं।
रमेश सिंह ने देखा कि सबाह अब नहीं चिल्ला रही है और अपना कमर हिलाकर आनंद ले रही है.
तो उसने पूछा- मैं उतना निर्दयी नहीं हूँ सबाह! अगर कहो तो अपना लंड बाहर निकाल लूं?
सबाह कमर उचकाती हुई बोली- वाह सर! जब दर्द हो रहा था तो बाहर नहीं निकाला और अब आनंद आ रहा है तो कहते हैं लंड बाहर निकाल लें। अरे सर! दनादन दनादन दनादन पेलकर चुदाई करिये न! अभी मजा आने लगा है।
यह सुनकर रमेश खुशी से सबाह के होंठ चूमते हुए दनादन दनादन चुदाई करने लगा।
फचाक-फचाक फचाक-फचाक की आवाज के साथ क्लासरूम गूंज लगा।
वहाँ सभी कमसिन लड़कियां अपनी अपनी बुर को सहलाने लगी।
ज़ीना का तो बहुत बुरा हाल था इसलिए रमेश ने उसकी भी फ्राक और पेंटी निकाल कर उसे नंगी कर दिया और उसकी चूची को चूसते हुए बुर को भी सहलाने लगा।
ज़ीना भी मेज पर लेटकर अपनी चुदाई का इंतजार करने लगी।
यह देखकर रमेश ने अपना विशाल लंड को सबाह की फटी चूत में से से निकाल कर ज़ीना की बुर पर रगड़ने लगा।
ज़ीना भी चुदासी होकर बोली- सर! मुझ पर भी कृपा करे और अपना लंड मेरी बुर में घुसाकर आनंद दीजिए न!
यह सुनकर रमेश ने एक जोरदार धक्का दिया और सुपारा ज़ीना के बुर में घुस गया।
दर्द से ज़ीना चिल्लाने लगी तो उसका मुख हाथ से बंद करके फिर एक धक्का लगा दिया।
अब आधा लंड बुर के अंदर चला गया.
रमेश बहुत प्यार से ज़ीना को चूमने लगा- मेरी ज़ीना रानी! तुम बहादुर लड़की हो. थोड़ा दर्द सह लो, फिर मजा ही मजा है।
यह कहकर एक जोरदार धक्का लंड का देकर पूरा लंड उसकी बुर के जड़ तक ठोक दिया।
देसी Xx टीचर सेक्स में ज़ीना दर्द से चिल्लाकर रोने लगी।
रमेश उसके आंसुओं को जीभ से चाटते हुए होंठ, मुँह, सिर, गर्दन और चूची को चूमने लगा।
कुछ देर के बाद ज़ीना भी कमर हिलाकर अपनी खुशी जाहिर करने लगी।
यह देखकर रमेश दनादन दनादन कमसिन छात्रा की चुदाई करने लगा।
ज़ीना भी कमर और चूतड़ हिलाकर साथ देने लगी।
आधा घंटा दनादन चुदाई करने के बाद रमेश ने अपना पानी ज़ीना की चूत के अंदर गिरा दिया।
ज़ीना की चूत और अपने लंड पर लगे खून और वीर्य को एक गमछे से पौंछ दिया।
यह गमछा रमेश सिंह ने इसी काम के लिए खरीदा था।
अब रमेश सिंह बोला- आज की क्लास खत्म होती है. और कल के लिए तुम लोग आपस में फैसला करके आना कि कौन सी दो लड़कियां भाग्यशाली हैं जो मेरे लंड से चुदवायेंगी।
आपको यह देसी Xx टीचर सेक्स कहानी कैसी लगी, जरूर अच्छी लगी होगी।
आपका लंडराज
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