स्कूल टीचर को क्लास में चोदा
(Class Sex With Teacher)
क्लास सेक्स विद टीचर का मजा मैंने लिया अपनी एक टीचर को चोद कर. मैं उसे घूरा करता था क्लास में! एक दिन उसने मुझे क्लास में रोक कर अपनी चूत दी.
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम सुल्तान है और ये बदला हुआ नाम है.
मैं महाराष्ट्र के सांगली जिले का रहने वाला हूं.
मेरी उम्र 30 साल है.
यह मेरी पहली सेक्स कहानी है.
यह क्लास सेक्स विद टीचर का मजा कहानी तब की है, जब मैं स्कूल में बारहवीं कक्षा में पढ़ता था.
मेरे स्कूल में एक मैडम हुआ करती थी
उसका नाम था रुबीना था.
यह नाम भी बदला हुआ है.
रुबीना मैडम लगभग 35 साल की थी और वह मैडम बहुत ही सेक्सी थी.
मैं उसे घूरा करता था क्लास में! उसको भी मेरी निगाहों की जानकारी थी, वह्मेरे मन की बात जानती थी शायद.
उसका गोरा बदन, बड़े-बड़े बूब्स, बड़ी सी मोटी गांड आह … साला लंड आह रुबीना मैडम इतनी ज्यादा हॉट थी कि देखते ही लंड खड़ा हो जाता था.
उसके हिलते हुए चूतड़ देख कर कलेजा मुँह को आने लगता था. जब भी उसे कभी ब्लैकबोर्ड पर कुछ लिखते देखता था, तो उसकी चूचियां गजब थिरकती थीं.
कई बार तो मैंने क्लास में ही उसे देख कर मुठ मारी थी.
चूंकि मैं कक्षा में सबसे आखिरी वाली बेंच पर बैठता था.
एक बार की बात है एक दूसरी मैडम का पीरियड था.
उस दिन उस टीचर के स्थान पर रुबीना मैडम वापस कक्षा में आ गई.
कक्षा में आकर उसने कहा- आज तुम्हारी क्लास टीचर नहीं आई हैं, उनकी जगह पर मैं आई हूं. तुम सब अपनी अपनी पढ़ाई करो और शांति से बैठ कर अपना पाठ याद करो.
इतना कह कर रुबीना मैडम मेरे बाजू में बेंच पर आकर बैठ गई.
मैं भी अपनी किताब निकाल कर पढ़ाई करने लगा था.
लेकिन मुझे उसकी वासना का थोड़ा सा आभास होने लगा था क्योंकि वह मेरे साथ आकर बैठी थी.
उस दिन रुबीना मैडम ने नीले कलर की साड़ी पहनी थी और उससे मैचिंग का ब्लाउज पहना था.
अचानक एक साइड से मेरी नजर रुबीना मैडम के ब्लाउज पर गई.
उसके ब्लाउज में उसके बूब्स बहुत ही कसे हुए दिखाई दे रहे थे.
बगलों में पसीने के कारण गीले धब्बे बने हुए थे और उसके कपड़ों से गजब की महक आ रही थी.
यह नजारा देखते ही मेरा लंड एकदम से खड़ा हो गया.
मेरे अन्दर की वासना भड़क उठी.
उसी वक्त मेरे दिमाग में रुबीना मैडम को चोदने का ख्याल आने लगा.
मैं धीरे-धीरे मैडम से चिपक कर बैठ गया और धीरे से अपना एक हाथ रुबीना मैडम के बूब्स से टच करने लगा.
रुबीना मैडम ने कुछ नहीं कहा.
इससे मेरी हिम्मत बढ़ गई.
मैंने हिम्मत करके रुबीना मैडम का एक दूध दबा दिया.
रुबीना मैडम सिसक गई.
उसने गुस्से से मेरी तरफ देखा लेकिन कुछ कहा नहीं.
मेरी हिम्मत और बढ़ गई.
मैंने उसे मुस्कुरा कर देखा तो उसने कुछ खास तवज्जो नहीं दी और ना ही कुछ रिएक्ट किया.
चूंकि उस हम दोनों कक्षा की सबसे आखिरी वाली बेंच पर बैठे थे तो किसी की भी नजरें हमारी तरफ नहीं थीं.
मेरे आजू बाजू भी कोई बेंच नहीं थी.
मैंने मौके का फायदा उठाते हुए अपना काम आगे बढ़ाया और धीरे-धीरे रुबीना मैडम के बूब्स मसलने लगा.
रुबीना मैडम ने मेरी इस हरकत का कोई विरोध नहीं किया बल्कि उसने अपने हाथ कुछ खुले कर दिए जिससे मुझे उसके दूध मसलने में आसानी होने लगी.
उसके इस कदम से मुझे एक तरह से हरी झंडी मिल चुकी थी.
मैं अब जोर-जोर से रुबीना मैडम का अपनी तरफ वाला एक दूध मसलने लगा था.
रुबीना मैडम धीमी आवाज में सिसकारियां ले रही थी … और उसने अपनी टांगें भी फैला दी थीं जिससे मुझे समझ में आ गया था कि मैडम की चुत फड़क रही है.
शायद उसे अब भरपूर मजा आ रहा था.
उसकी कसमसाती टांगों को देख कर मैंने धीरे से अपना एक हाथ मैडम की पीठ की तरफ से अन्दर डालना शुरू किया तो उसने मेरे हाथ को अन्दर आने दिया.
मैंने झट से अपना हाथ बाहर निकाला और आगे से पेट की तरफ से साड़ी के अन्दर हाथ डाल कर सीधा उसकी चूत पर हथेली को ले गया.
आह … उसकी गीली पैंटी का अहसास होते ही मैं समझ गया कि चुत बह रही है.
मैंने उसकी गीली पैंटी के ऊपर से चूत को हथेली से भरा और बेरहमी से मसलने लगा.
उसकी आंखों में चुदास देख कर मेरे लौड़े की सख्ती बेहद बढ़ गई थी.
मैं चुत को रगड़ता ही रहा.
इससे हुआ यह कि थोड़ी ही देर में रुबीना मैडम की चूत और ज्यादा गीली हो गई.
तभी उसने झटके से मेरे हाथ को बाहर निकाल दिया.
मैंने हाथ बाहर निकाला और उसे अपने मुँह में लेकर चूसने लगा.
मैडम मेरी इस हरकत को देख कर मुस्कुरा दी.
थोड़ी देर बाद कक्षा छूटने की बेल बज गई.
कक्षा से सभी विद्यार्थी बाहर जाने लगे.
मैं रुबीना मैडम की तरफ देख रहा था.
तो उसने मुझे आंख के इशारे से कक्षा में ही रुकने का कह दिया.
मैं समझ गया कि आज मैडम की चुत का कुछ काम लगने वाला है.
मेरी बांछें खिल गई थीं.
जल्दी ही कक्षा से सभी छात्र एक-एक करके बाहर चले गए.
उसके बाद रुबीना मैडम ने कक्षा का दरवाजा बंद कर दिया और झट से आकर मुझसे चिपक गई.
उसने मुझसे कहा- साले आज तूने मेरे अन्दर बहुत आग लगा दी है, अब जल्दी से इस आग को बुझा दे!
मैंने अपने होंठ रुबीना मैडम के होंठों पर रखकर उसके होंठों को चूसना चालू कर दिया.
रुबीना मैडम भी मेरे साथ लग गई और वह मेरा पूरा साथ दे रही थी.
वह मुझे किसी जंगली बिल्ली की तरह नोंच रही थी और चूमती हुई अपने दोनों हाथों से मुझे अपनी तरफ खींच रही थी.
मैंने अपने दोनों हाथ उसके मम्मों पर जमाए और आटे की तरह गूँथते हुए मसलने व दबाने लगा.
जब जब उसका मुँह मेरे मुँह से अलग होता तो उसकी कामुक आहें निकलने लगतीं और वह मुझे वासना भरी नजरों से देखती हुई पुनः खाने में लग जाती.
थोड़ी देर में मैंने उसका ब्लाउज खोल दिया और ब्रा का हुक खोल कर उसे यूं ही लटका रख कर उसके मम्मों को आजाद कर दिया.
मस्त खरबूज थे यार उसके … तकरीबन 36 इंच के दूध हवा में फुदकने लगे थे.
खुली हवा में आजाद होकर उसके दूध बेहद ही मादक लग रहे थे.
उसके दूध के ऊपर कड़क निप्पल मुझे कामोन्मादित कर रहे थे.
मैंने उसके मुँह से मुँह हटाया और उसके एक निप्पल को अपने होंठों में भर कर खींचने लगा.
जैसे ही उसका दूध मैंने अपने होंठों से पकड़ कर खींचा तो उसकी मीठी आह निकल गई.
वह गाली देती हुई बोली- मादरचोद, तुझे तो सब आता है … कितनी चुत छेद चुका है भड़वे!
मैंने चूचे को चूसते हुए उसे देखा और एक पल को दूध मुँह से हटा कर कहा- साली रंडी, पहले मेरे लौड़े का मजा ले ले बहन की लौड़ी. फिर सब बताऊंगा कि कितने छेद छेदे हैं!
वह हंस दी और मुझे अपने हाथ से अपना दूध चुसवाने लगी.
उसके रसीले मम्मों को देखकर मेरा लंड पूरी तरीके से खड़ा हो गया था.
मैं पागलों की तरह रुबीना मैडम के मम्मों को चूसने में लगा हुआ था.
रुबीना मैडम भी अपने दूध चुसवाती हुई बड़बड़ा रही थी- आह चूस ले मादरचोद आह … पूरी तरीके से चूस ले इन्हें … आह!
मैं कुछ और कहता कि तभी उसने मेरा लंड पकड़ लिया और कहने लगी- कितना सख्त लंड हो गया है तेरा … अब पेलने की तैयारी कर न!
मैंने यह सुना तो उसके कपड़े हटाने शुरू कर दिए और वह मेरे कपड़ों पर झपट पड़ी.
देखते देखते हम दोनों पूरी तरह से नंगे हो गए.
रुबीना मैडम नंगी होने पर बहुत ही सेक्सी लग रही थी.
उसकी चुत पर रेशमी झांटें बड़ी ही सुंदर लग रही थीं.
मैंने उसका एक पैर उठाकर उसकी चूत पर अपना मुँह लगा दिया और चुत चूसने लगा.
थोड़ी ही देर में उसकी चूत चुदने के लिए रेडी हो गई थी.
रुबीना मैडम ने अब मेरे लंड को अपने हाथों में ले लिया और उसे मसलती हुई बोली- साले सुल्तान … तेरा लंड तो बहुत ही मोटा है! आज तो इसे मैं पूरा खा जाऊंगी.
इतना कह कर वह किसी रंडी की तरह मेरा लंड चूसने लगी.
उसके लंड चूसने की अदा बता रही थी कि साली पुरानी चुसक्कड़ है.
सच में वह बहुत ही अच्छे तरीके से मेरे लंड की चुसाई कर रही थी.
मुझे बहुत मजा आ रहा था.
अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था.
मैंने रुबीना मैडम को बेंच पर लिटा दिया … और उसके दोनों पैरों को फैलाकर अपना लंड उसकी चूत में सैट कर दिया.
वह अभी लंड के सुपारे की गर्मी और सख्ती का मजा ले ही रही थी कि मैंने एक बहुत जोर का झटका लगा दिया.
इस झटके के साथ मेरा लंड पूरा का पूरा उसकी चुत को चीरता हुआ अन्दर चला गया.
रुबीना मैडम एकदम से पूरा लंड घुस जाने से चिल्लाने लगी- आह मर गई … धीरे से पेल कमीने आह मेरी चूत फाड़ देगा क्या मादरचोद … आह फाड़ दी बहन के लौड़े ने!
मैंने उसकी चिल्लपौं को नजरअंदाज किया और जोर जोर से चुत में धक्के लगाने लगा.
कुछ देर बाद वह भी अपनी गांड उठा उठा कर मेरा साथ दे रही थी.
मैं उसे चोदता हुआ, उसके मम्मों को गालों को गर्दन को चूमने लगा.
मस्त चुदाई चलने लगी थी.
क्लास सेक्स विद टीचर में न वह थक रही थी और ना ही मैं हार मानने को राजी था.
काफी देर तक हमारी चुदाई चलती रही.
बाद में जब वह झड़ गई, तब मैंने भी अपने लंड का पूरा पानी रुबीना मैडम की चूत में डाल दिया.
झड़ कर हम दोनों शांत हो गए और थोड़ी देर तक उसी हालत में एक दूसरे के बांहों में पड़े रहे.
थोड़ी देर बाद हम दोनों ने उठ कर अपने अपने कपड़े पहने और बाहर निकल गए.
मैंने मैडम से कहा- फिर कब दोगी?
वह हंस दी और बोली- अब तो तुम मुझे पसंद आ गए हो, जब चाहे मेरी चूत का मजा ले लेना.
मैंने उसे थंब दिखाया और हम दोनों अपने-अपने घर चले गए.
दोस्तो, उसके बाद मैंने रुबीना मैडम को न जाने कितनी बार रगड़ा होगा मुझे खुद भी याद नहीं है.
आपको मेरी यह क्लास सेक्स विद टीचर कहानी कैसी लगी, प्लीज मुझे जरूर बताएं.
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