विज्ञान से चूत चुदाई ज्ञान तक-51

(Vigyan se Choot Chudai Gyan Tak-51)

पिंकी सेन 2015-02-17 Comments

This story is part of a series:

दीपाली- रूको.. ऐसे नहीं पहले तीनों अपने कपड़े निकालो.. मुझे सब के लौड़े देखने है.. उसके बाद तुम तीनों मिलकर मुझे नंगी करना असली मज़ा तब आएगा।

मैडी- हाँ मेरी जान आज तो तू जो कहेगी.. वो मानने को तैयार हैं हम.. साली बहुत तड़पाया है तूने.. आज तुझे चोद-चोद कर सारा बदला पूरा ले लेंगे हम…

दीपाली- हाँ कुत्तों ले लो बदला.. मैं भी तैयार हूँ देखती हूँ किस के लौड़े में कितना दम है.. ये भड़वा सोनू हमेशा गंदी नज़र से घूरता था.. आज देखती हूँ ये मर्द भी ये नामर्द है मादरचोद…

सोनू- तेरी माँ की गाण्ड मारूँ माँ की लौड़ी.. साली नामर्द बोलती है.. ले देख रंडी मेरा लौड़ा कैसे तन कर खड़ा है अभी तेरी चूत फाड़ दूँगा.. इस लौड़े से….

सोनू ने गुस्से में पैन्ट और चड्डी एक साथ निकाल दी..

उसका लौड़ा खड़ा हुआ.. दीपाली को सलामी दे रहा था। जो कोई करीब 7″ लंबा और काफ़ी मोटा था। दीपाली बस उसको देख कर मुस्कुरा दी…

दीपाली- अरे वाह.. लौड़ा तो बड़ा मस्त है तेरा.. मगर छोटा है अब इसमें पावर कितना है.. ये भी पता चल जाएगा।

मैडी- साली राण्ड.. तुझे वो छोटा लगता है.. तो ये मेरा देख.. इससे तो तेरी चूत की आग मिट जाएगी ना.. या घोड़े का लौड़ा लेगी.. साली छिनाल….

मैडी ने भी लौड़ा बाहर निकाल लिया था.. जो सोनू के लौड़े से थोड़ा सा बड़ा था यानि कुल मिलाकर दीपक का लौड़ा ही बड़ा और मोटा था.. जो करीब 7.5 इंच का होगा।

दीपक- मेरा लौड़ा तो तूने कल देख ही लिया ना.. तेरी चूत का मुहूरत तो मैंने ही किया था कल.. ले दोबारा देख ले साली…

ना ना दोस्तों भ्रमित मत हों.. दीपक बस इन दोनों को सुनाने के लिए कह रहा है.. सील तो विकास ने ही तोड़ी थी।

दीपाली- चलो जल्दी करो.. पूरे नंगे होकर खड़े हो जाओ.. उसके बाद तुम तीनों को एक जादू दिखाती हूँ।

बस उसके बोलने की देर थी तीनों उसके सामने एकदम नंगे खड़े हो गए।

दीपाली- हाँ ये हुई ना बात.. अब तीनों लग रहे हो एकदम चोदू किस्म के कुत्ते.. अब मेरे हुस्न का कमाल देखो.. लौड़े से तुम्हारा पानी टपकने लगेगा.. देखना है…?

सोनू- साली मत तड़पा.. अब दिखा भी दे.. तेरी तड़पती जवानी का नजारा उफ़ अब तो लौड़े में दर्द होने लगा है।

दीपाली ने बड़ी अदा के साथ धीरे-धीरे टॉप को ऊपर करना शुरू किया.. उसका गोरा पेट उनके सामने आ गया।

दीपाली धीरे-धीरे टॉप को सीने तक ले आई.. अब उसकी काली ब्रा में कैद उसके चूचे तीनों के सामने थे।

दीपक तो नॉर्मल था मगर उन दोनों ने आज तक ऐसा नजारा नहीं देखा था। उनकी हालत खराब हो गई लौड़े में तनाव बढ़ने लगा.. कुछ तो गोली का असर और कुछ दीपाली के यौवन का असर बेचारे दो-धारी तलवार से हलाल हो रहे थे।

दीपाली ने टॉप उतार कर उनकी तरफ़ फेंक दिया.. जिसे मैडी ने लपक लिया और उसकी खुश्बू सूंघने लगा। दीपाली के जिस्म की महक उसको और पागल बना गई थी।

अब दीपाली ने स्कर्ट को नीचे करना शुरू किया। जैसे-जैसे स्कर्ट नीचे हो

रहा था.. उनकी साँसें बढ़ रही थीं। जब स्कर्ट पूरा नीचे हो गया.. तो दीपाली की काली पैन्टी में उसकी फूली हुई चूत दिखने लगी। दीपाली के होंठों पर क़ातिल मुस्कान थी।

अब बस ब्रा-पैन्टी में खड़ी वो.. किसी काम-वासना की मूरत ही लग रही थी।

एकदम सफेद बेदाग जिस्म पर काली ब्रा-पैन्टी किसी को भी हवस का पुजारी बनाने के लिए काफ़ी थी।

ये तीनों तो पहले से ही हवसी थे।

दीपक- अबे सालों मुँह फाड़े क्यों खड़े हो.. कुछ तो बोलो….

सोनू- चुप कर यार.. ये नजारा देख कर मेरी तो धड़कन ही रुक गई तू बोलने की बात कर रहा है।

मैडी- हाँ यार क्या मस्त जवानी है.. साली एकदम मक्खन जैसी चिकनी है।

दीपाली- मेरे नाकाम प्रेमियों.. अब असली जादू देखो.. ये ब्रा भी निकाल रही हूँ.. लौड़े को कस कर पकड़ लेना कहीं तनाव खा कर टूट ना जाए.. हा हा हा हा…

दीपक- दिखा दे साली.. अब नखरे मत दिखा.. जल्दी कर मेरा लौड़ा ज़्यादा बर्दास्त नहीं कर सकता.. इसको चूत चाहिए बस….

दीपाली ने कमर के पीछे हाथ ले जाकर ब्रा का हुक खोल दिया और घूम गई.. ब्रा निकल कर फेंक दी.. अब उसकी कमर उन लोगों को दिखाई दे रही थी और उसकी मदमस्त गाण्ड भी उनके सामने थी। सोनू ने तो लंड को पकड़ कर हिलाना शुरू कर दिया था।

अब दीपाली ने पैन्टी को नीचे सरकाया और होश उड़ा देने वाला नजारा सामने था। मैडी के लौड़े की टोपी पर कुछ बूंदें आ गई थीं।

सोनू के लौड़े ने तो पहले ही लार टपकाना शुरू कर दिया था और रहा दीपक.. भले ही वो दीपाली को चोद चुका हो.. मगर हालत तो उसकी भी खराब हो गई थी।

दीपाली एकदम नंगी हो गई थी और जब वो पलटी तो उसके तने हुए चूचे उसकी कसी हुई गुलाबी चूत की फाँकें देख कर तीनों मद-मस्त हो गए।

दीपाली- हा हा हा.. मैंने कहा था ना.. लौड़े पानी फेंक देंगे.. हा हा कैसी हालत हो गई तीनों की.. हा हा….

दीपक आगे बढ़ा और दीपाली को गोद में उठा लिया।

दीपक- चुप कर साली रंडी.. ऐसे जिस्म की नुमाइस करेगी तो लौड़ा तो फुंफकार ही मारेगा ना…

सोनू- ले आओ साली को बिस्तर पर बहुत हंस रही है.. अब लौड़े घुसेंगे ना तो रोएगी….

मैडी- साली हम तो जवान हैं लौड़े पानी ही छोड़ेंगे.. ये नजारा तो कोई बूढ़ा भी देख ले ना.. तो उसका लौड़ा भी खड़ा होकर तेरी चूत को सलामी देने लगे।

दीपक ने बिस्तर के करीब आकर दीपाली को बिस्तर पर लिटा दिया।
सोनू और मैडी भूखे कुत्ते की तरह लार टपकाते हुए बिस्तर पर चढ़ गए और दीपाली के मम्मों को दबाने लगे।
वो दोनों दीपाली के आजू-बाजू लेट गए.. जैसे वो बस उन दोनों की ही हो।
दीपक अब भी नीचे खड़ा था।

दीपाली- आह्ह.. आई कमीनों.. आराम से दबाओ.. आह्ह.. दुख़ता है…

मैडी- आह्ह.. साली.. तेरे इन रसीले आँमों का मज़ा लेने के लिए कब से तड़फ रहे थे.. आज मौका मिला है तो पूरा मज़ा लेंगे ना…

सोनू तो एक कदम आगे निकला.. मैडी तो बस बोल रहा था उसने तो एक निप्पल मुँह में लेकर चूसना भी शुरू कर दिया था।

दीपक- अबे सालों आराम से मज़ा लो.. ये कौन सा भाग कर जा रही है।

सोनू- भाग कर जाना भी चाहे तो जाने नहीं दूँगा.. आज तो साली छिनाल को चोद कर ही दम लूँगा.. आह्ह.. क्या रस है.. तेरे चूचों में.. मज़ा आ गया….

दीपक ने लौड़ा दीपाली के होंठों पर टिका दिया.. दीपाली ने झट से लौड़े को मुँह में ले लिया और चूसने लगी।जब सोनू की नज़र इस नजारे पर गई वो चौंक गया और मम्मों को चूसना भूल गया।

सोनू- अरे तेरी माँ की लौड़ी… साली लौड़ा भी चूस रही है.. वाह.. आज तो मेरी सारी तमन्ना पूरी हो जाएगी.. यार दीपक मेरा लौड़ा चुसवाने दे ना.. बड़ा मन था मेरा कि कोई लड़की मेरा लौड़ा चूसे…

मैडी- आह्ह.. मज़ा आ रहा है साले.. कभी तू बोलता था इसके होंठ बड़े रसीले हैं.. एक बार इनको चूसने का मौका मिल जाए तो मज़ा आ जाए.. वो तो तूने चूसे नहीं.. अब लौड़ा चुसवाना चाहता है।

दीपक- आजा साले कैसे कुत्ते की तरह लार टपका रहा है.. चुसवा दे तेरा लौड़ा.. अरे चोदू.. ये तो लौड़े की प्यासी है साली.. ख़ुशी-ख़ुशी तेरा लौड़ा चूसेगी…

दीपक एक तरफ हट गया.. सोनू जल्दी से बिस्तर के नीचे आ गया और लौड़ा दीपाली के होंठों के पास ले आया।
मगर दीपाली ने होंठ सख्ती से भींच लिए।

सोनू- अरे क्या हुआ.. चूस ना यार प्लीज़.. प्लीज़.. चूस ना….

दीपक की हँसी निकल गई.. सोनू किसी बच्चे की तरह गिड़गिड़ा रहा था।

दीपाली- तेरा लौड़ा भी चूसूंगी पहले तू मेरे होंठों का रस पी.. आज तेरी सारी इच्छा पूरी करना चाहती हूँ मैं.. आ जा चूस मेरे रसीले होंठ…

बस दोस्तों आज के लिए इतना काफ़ी है। अब आप जल्दी से मेल करके बताओ कि मज़ा आ रहा है या नहीं.! क्या आप जानना नहीं चाहते कि आगे क्या हुआ?

तो पढ़ते रहिए और आनन्द लेते रहिए…
मुझे आप अपने विचार मेल करें।
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