थाईलैंड के न्यूड बीच रिसोर्ट की मस्ती-2
(Thailand Ke Nude Beach Resort Ki Masti- Part 2)
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अभी तक आपने पढ़ा कि हम दो सहेलियां थाईलैंड के न्यूड बीच पर मस्ती करने आई हैं.
जैसे ही हमने रिसोर्ट में कदम रखा तो लगा कि हम जन्नत में आ गए. आलिशान रिसोर्ट, सफ़ेद रेती का बीच, खुला आकाश और सर से पाँव तक नंगे लोग!
रिया तो अच्छी खासी उतावली हो गयी.
जब हम रूम में पहुंची तो उसने तुरंत ही अपने कपड़े उतार दिए, बस पैंटी छोड़ दी; मेरे भी कपड़े जबरदस्ती उतार दिए उसने और प्यार से धमकाया- देख कमीनी, जब तक हम यहाँ हैं तब तक अगर तूने इसके सिवा कुछ पहना तो चार चार लड़के चढ़ाऊँगी तुझ पे, याद रखना!
मुझे उसकी इस धमकी पे खूब हंसी आई क्योंकि हम तो यहाँ आयी ही थी सेक्स के मजे लेने।
तब तक रिया ने इण्टरकॉम से टकीला आर्डर किया। तुरंत ही एक लेडी वेटर ड्रिंक लेकर हाजिर हुई. वो लड़की बेहद सेक्सी हॉट पैन्ट्स में थी. महज छोटी सी ब्रा से उसके सिर्फ निप्पल ढके थे. उसने ड्रिंक सर्व किया और तारीफ-ए-काबिल नजर से हमें देखकर अंग्रेजी में कहा- मैम, आप भी एशियन हैं ना?
“हाँ, हम भारत से हैं.” रिया ने जवाब दिया।
तुरंत वो लड़की बोली- ओ माय गॉड! मैडम, यकीन रखे, आप यहाँ बेहद मजे करेंगी। एशियन लड़कियों की यहाँ खासा डिमांड होता है. मर्द एशियाई लड़कियों के साथ हमबिस्तर होने के लिए कुछ भी कर सकते है. अगर आप न्यूड क्लब में जाती है और पांच से ज्यादा लोग आपके साथ सेक्स करते हैं तो आपका आधा बिल लौटाया जाता है. अगर आप प्राइवेट सेक्स पार्टी चुनती है तो रिसोर्ट के मर्द आपका साथ देते हैं जो सारे प्लेबॉय रहते हैं. मगर यहाँ सिर्फ आपकी आँखों पे पट्टी बांधी जाती है ताकि आप हर पल का लुत्फ़ उठायें और आपको किसी एक प्लेबॉय से लगाव ना हो जाए। ऐसे में आप एक सफल सेक्स सेशन के बाद यहां रानी बन के रह सकती हैं. आपको किसी और चीज की जरूरत है तो मुझे बताना। मेरा नाम मेरी है.
हम दोनों हैरत के साथ उसकी बातें सुनती रही. उसने हमें ड्रिंक सर्व किया और हम एक के बाद एक करके पीती रही. फिर कुछ देर बाद हम दोनों वैसे ही टॉपलेस बाहर निकली और बीच की तरफ निकली। जिंदगी में पहली बार हम कहीं खुले आसमान के नीचे दिन दहाड़े नंगी घूम रही थी. उस बात का अहसास मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकती।
बीच पे कई जगह बहुत से लोग नंगे ही घूमते मिले। कहीं जोड़े तो कहीं ग्रुप में सेक्स क्रीड़ा चल रही थी.
देखकर हम दोनों अच्छी खासी चुदासी हो उठी.
बीच पे जगह जगह जो बार डेक लगाए थे वहां से भरपूर ड्रिंक लेकर हम उस बीच का ही एक हिस्सा हो गयी. कुछ और आगे जाने के बाद कुछ लोग समुन्दर में नहा रहे थे. हमें देखकर उन्होंने हमें उनका साथ देनेके लिए पूछा- हाय सेक्सी गर्ल्स हमारे साथ आओगी?
मैंने देखा वहां 4-5 लड़के और 2-3 लड़कियां थे तो हम भी उनमें शामिल हो गई.
लाऊड म्यूजिक के साथ पानी में हमने बहुत मजे उठाए; एक दूसरे के साथ बड़ी मस्ती की.
फिर मैंने देखा कि रिया एक लड़के में कुछ ज्यादा ही इंटरेस्ट ले रही थी. जैसे उस लड़के ने इशारा किया तो उसने मेरे होंठों पे चूम लिया और बोली- जानू, मैं आती हूँ अभी. तब तक तू भी एक बार किसी लड़के से टांका भिड़ा!
और वो चली भी गयी!
उस लड़के के पास जाकर रिया ने उसे गले लगाया, एक दूसरे का बदन अच्छी तरह से टटोलने के बाद दोनों के होंठ आपस में मिल गए. लड़का एक हाथ से रिया के मम्मे बेदर्दी से मसल रहा था. और रिया का हाथ में शायद उसका लंड था मगर वो कमर भर पानी में थे तो मुझे दिखा नहीं।
तभी किसी ने पीछे से पूछा- हाय सेक्सी बेब… मेरे लंड का मजा लेना चाहोगी?
मैंने पलट कर देखा; एक अच्छा खासा हैंडसम लड़का खड़ा था और अपना लंड हाथ में पकड़ कर उसने मुझे ये पूछा था. हालांकि वो उम्र में मुझसे छोटा था मगर उस वक्त शराब का सुरूर और माहौल ने मुझे सोचने की इजाजत नहीं दी और मैंने आगे बढ़कर उसे गले लगाया।
तब तक मैंने देखा की रिया के साथ वाले लड़का उसे लेकर बीच की तरफ बनी हुई झुग्गियों की तरफ जा रहा था.
इधर मेरे साथ वाले ने मेरे बदन पे चुम्बनों की झड़ी लगा दी; साथ ही साथ वो मेरे बदन का हर अंग टटोल रहा था. मैंने उसका लंड हाथ में लिया; उसका कड़ापन महसूस करके मेरे बदन में झुरझुरी फ़ैल गयी. थोड़ी देर चुम्मा चाटी करने के बाद उंसने मुझे अपने बाजुओं में उठाया और मुझे चूमते हुए वो भी उन झुग्गियों की तरफ बढ़ गया. मैं अपने हाथ से उसका लंड हिला रही थी, उसके टट्टे मसल रही थी, कभी उसके निप्पल चूस रही थी, काट रही थी.
जैसे ही हम एक झुग्गी में घुसे तो पाया कि रिया और उसका साथी भी वहीं मौजूद थे; रिया घुटनों के बल खड़ी होकर उसका लंड चूस रही थी. मेरे साथ वाले ने सॉरी कह कर जैसे ही मुड़ना चाहा तो रिया ने कहा- हाय हैण्डसम, आ जाओ तुम यहीं हम दोनों लड़कियां एक साथ ही हैं.
ऐसा सुनते ही वो मुझे लेकर फिर से अंदर आ गया. अंदर कोई बेड वगैरा नहीं था. बस एक बड़ी सी टेबल थी जिस पे कुशन थे और फर्श पे उम्दा कालीन था. उस लड़के ने मुझे टेबल के ऊपर लिटाया और बिना कुछ कहे अपना मुँह मेरी टांगों के बीच घुसा दिया। सुरूर ऐसा था कि मेरे मुँह से एक घुटी हुई चीख निकल गई. मेरा साथी मेरी चुत चूस कर मुझे मदहोश किये जा रहा था. उसके मजबूत हाथ मेरे मम्मों का कचुम्बर निकाल रहे थे. मीठे दर्द के मारे मेरी चीखें निकल रही थी.
तभी रिया के पार्टनर ने उसे उठा कर बिल्कुल मेरे साथ ही पटका और वो भी अपना मुँह लेकर रिया की जाँघों में घुस गया. हम दोनों लड़कियाँ आहें भरने लगी. खुद के हाथों से खुद के ही मम्मे दबाने लगी.
तबी रिया ने खुद को थोड़ा टेढ़ा किया और अपने होंठ मेरे होंठों पे रख दिये। क्या फीलिंग थी; हम दोनों की चुत लड़के चूस रहे थे और हम दोनों एक दूसरे के होंठ! हम दोनों का पानी निकल चुका था; अब दोनों को ही अपनी चुत में लंड चाहिए थे.
मैंने चिल्लाना शुरू किया- कम ऑन बेबी फक मी नाओ! मुझे अभी चुदाई चाहिए. आह… प्लीज!
उधर रिया ने भी अपने पार्टनर के बाल खींच कर उसे ऊपर आने का इशारा किया। दोनों लड़कों ने एक साथ ही पोजीशन ली और एक धक्के में अपने अपने लंड हमारी चुत की जड़ तक घुसेड़ दिए. हम दोनों लड़कियों के मुँह से जोरदार चीख निकली और उनके हर धक्के के साथ हमारी आहें निकलती गयी. लड़के पूरी ताकत लगाकर हमें चोद रहे थे और हम दोनों भी अपने अपने चूतड़ उठा कर उन का लंड अंदर तक ले रही थी.
तभी दोनों लड़कों ने आपस में कुछ इशारा किया और पलक झपकने से पहले ही अपने लंड हमारी चुत से निकाल दिए. जब तक हम कुछ समझें, लड़कों ने हम दोनों को आपस में बदल लिया। अब रिया का पार्टनर मुझे चोद रहा था और मेरा रिया को. हमारी उत्तेजना इतनी बढ़ गयी कि हम दोनों चिल्ला चिल्ला के उनका बदन नोचने लगी.
फिर से लड़कों में कुछ इशारे हुए और उन्होंने हमें टेबल पे ही उल्टा किया और कुतिया की तरह हमें चोदने लगे.
उत्तेजना के मारे रिया चिल्लाने लगी- निकी, साली कमीनी, देखा ना तूने कि कैसे यहाँ मजे है जिंदगी के. और तू पहले मना कर रही थी.
मैंने भी धकापेल चुदाई के बीच उससे कहा- कमीनी, खुद तो साली रंडी है मुझे भी रंडी बनाने पे तुली है. अब ठुकवा ले इस अनजान से. बनी रह सबकी रंडी।
हम दोनों एक दूसरी की तरफ देखकर हंस पड़ी. इधर लड़कों की स्पीड बढ़ गयी थी. उन्होंने पूरी ताकत से धक्के लगाना जारी रखा और तभी रिया के साथी ने लपक कर उसके मम्मे जकड़े और गहरे स्ट्रोक लगाकर चिल्लाते हुए उसने अपने पानी से रिया की चुत भर दी. वो रिया की पीठ पर सर रख कर हांफने लगा.
तभी मेरे साथी ने मेरे बाल पकड़ कर खींचा और कहराते हुए अपना पानी मेरी चुत में बरसा दिया। बाल खींच जाने की वजह से मैं जोर से चिल्ला उठी और धीरे धीरे पेट के बल लेट कर तेज साँसें लेती रही.
थोड़ी देर बाद दोनों लड़के उठे, हमें थैंक्स कह कर वो झुग्गी के बाहर निकल गए. हम दोनों भी कुछ देर बाद बाहर आयी. उन दो लड़कों का कहीं अता पता नहीं था.
रिया ने मेरा हाथ पकड़ा और बोली- चल निकी, कोई और तगड़ा लड़का ढूंढती हैं.
खिलखिला कर हंसती हुई हम वापिस रिसोर्ट की तरफ निकली। रास्ते में कई जगह खुलेआम चुदाई का माहौल था. उस सुनसान बीच पे लड़कियों की आहें और मर्दों की गुर्राहटें गूंज रही थी.
एक जगह पे देखा तो एक औरत दो लड़कों से सेक्स कर रही थी.
हम दोनों फिर से गर्म होने लगी. हम गीली चुत लेकर रूम पहुंची तो रिया ने तुरंत मेरी को बुलाया।
जैसे मेरी ने रूम में कदम रखा तो रिया ने कहा- मेरी, अभी मुझे एकदम जंगली चुदाई चाहिए. तुम किसी तगड़े मर्द को मेरी चुदाई के लिए भेज सकती हो?
गहरी हंसी के साथ मेरी ‘यस मैडम’ कह कर उलटे पैर लौट गयी.
मैंने अपने लिए एक पेग बनाया मगर रिया इतनी बैचेन थी कि वो उठ कर रूम में ही चहलकदमी करने लगी, खड़े खड़े ही अपने चुत सहलाने लगी, सिगरेट सुलगाकर रेलवे इंजन की तरह धुआँ निकालने लगी.
तभी मेरी ने दरवाजा खटखटाया। और जैसे रिया ने दरवाजा खोला, तो चार तगड़े मुस्टंडों को लेकर वह अंदर आई, आते ही उसने कहा- मैडम, आपको जो पसंद आए उसे चुन लो, बाकी को मैं भेज दूँगी।
तो रिया ने तमतमा कर कहा- कौन कैसा है, यह देखने के बाद मैं खुद ही बाकी लोगों को भेज दूँगी। तुम अभी जा सकती हो!
उसका अंदाज देखकर मेरी ने रूम से निकल जाने में ही भलाई समझी।
मेरी के जाते ही रिया उन लड़कों की तरफ मुड़ी। अब तक तो मैं भी सकते में आ गयी थी. वो चारों लड़के बेहद हट्टे कट्टे थे. सब के सब सिक्स पॅक थे. एक छोटी शार्ट में उनके लंड छुपे थे. उनके सामने हम दोनों बिलकुलल स्कूली बच्चियां लग रही थी.
रिया पहले के पास गयी और उसने सीधा शार्ट के ऊपर से उसका लंड टटोला, फिर दूसरे, हर एक के पास जाकर वैसा ही किया। शायद रिया के हस्त स्पर्श से हो या उसके अंदाज से हो, उन लड़कों के लंड खड़े होने लगे. रिया घुटनों के बल बैठ गयी और एक लड़के का शार्ट हटा कर उसने उसका लंड मुँह में लिया।
कुछ सेकण्ड चूसने के बाद रिया ने कहा- तुम लोग पागलपन की सीमा तक मुझे चोदोगे। मैं कितनी भी चीखूँ-चिल्लाऊं तो भी तुमने रुकना नहीं। अगर मेरी सहेली हमें शामिल होती है तो उसके साथ भी तुम जैसे बताया वैसे ही पेश आओगे। ओके?
इतना कह कर वो फिर से लंड चूसने में व्यस्त हो गयी.
अब सारे लड़कों ने उसे घेर लिया, उन्होंने अपनी शॉर्ट्स गिरा दी, मेरी तो सांस ऊपर नीचे हो गयी. क्या बेहद सेक्सी लंड थे सबके!
मेरा हाथ अपने आप मेरी चुत पे चला गया.
उधर जब रिया के मुँह में लंड था तब एक लड़के ने उसे चूतड़ पकड़ कर उठाया और पहले से ही गीली चुत में अपना मूसल ठोक दिया।
मुँह में लंड होने के बावजूद रिया जोरों से चीख पड़ी.
कुछ देर बाद जिसका लंड उसके मुँह में था उसने उसे ऊपर खींचा, पीछे वाले ने भी अपना लंड निकाल लिया, सामने वाले ने रिया को हवा में उठाकर अपने लंड पे बिठाया तो रिया ने अपने हाथ से उसका लंड अपनी चुत में सरका लिया और उसकी गर्दन पकड़कर ऊपर नीचे होने लगी. तभी पीछे वाले ने रिया के गांड के छेद पे कुछ जेल लगाई और बिना कुछ कहे रिया की गांड में अपना लंड घुसा दिया।
रिया कसमसाकर चिल्लाई- अह्ह ह्हह जानू आह्हह्ह! चोद मुझे मेरी जान! उम्म्ह… अहह… हय… याह… बहनचोद मज़ा आ रहा है, आज से मैं तेरी रंडी बन गई। मेरी जान और जोर से चोद अहाहा! ए रंडी निकी, देख रही है? इसे कहते है असली चुदाई! अभी तो ये दो बचे हुए है. आज तो इस निगोड़ी चुत का बाजा बजवाकर ही रहूंगी रे!
इधर चुत में उंगली करते करते मैं ये भी ना जान पाई कि मेरा कब पानी निकल गया. कुछ देर बाद उन्होंने रिया को सोफे पे रखा और एक बंदा उसकी गांड मारता जा रहा था तो दूसरे ने अपना लंड रिया के मुँह में दिया।
रिया ने इशारे से बाकी दोनों को पास बुलाया और उनके लंड पकड़कर वो उन्हें ऊपर नीचे करने लगी.
मेरी सहन करने की क्षमता अब खत्म हुई, मैं तपाक से उठी और एक लड़के को पीछे से जा लिपटी। मुझे वैसे लिपटे देखकर रिया के होंठों पे एक बेहद कमीनी मुस्कान आई. मैं जिससे लिपटी थी वो पीछे मुड़ा और उसने मुझे वहीं बेड पे पटक दिया और तुरंत ही उसने अपना लंड मेरी चुत में घुसाना चालू किया। दो धक्कों मे ही उसका लंड मेरी चुत की गहराइयों में उतर गया और फिर शुरू हुए भयानक धक्के।
उसके धक्के इतने तूफानी थे कि मैं चाह कर भी उसको रोक नहीं पा रही थी. थोड़ी देर चोदने के बाद मुझे भी मज़ा आने लगा अब मैं भी ‘आह्ह उफ्फ जानू आराम से… आआहह मेरी जान चोद मुझे आअह्ह्ह चोद मेरे चोदू…’ कह कर अपनी गांड उछाल उछाल कर उसके हर धक्के का जवाब दे रही थी।
तभी वो जिसका लंड रिया के हाथ में था, उसने मेरे पास आकर अपना लंड मेरे होंठों से सटा दिया। मैंने वह लंड अपने मुँह में लिया और पूरी लगन के साथ चूसने लगी. इधर मेरा दूसरा साथी मुझे मशीन की तरह चोद रहा था. उधर रिया की चीखें बढ़ती जा रही थी और उनकी साथ मेरी चुदास भी बढ़ती जा रही थी.
तभी जो रिया की गांड मार रहा था, उसने भरभरा कर पानी छोड़ा और शायद उसका पानी महसूस करके रिया ने भी पानी छोड़ दिया।
दो पल के रिया चुप सी हो गयी. फिर उसने, जो उसकी चुत में लंड डाले हुए था उसे कहा- मेरा हो गया, अब तुम जाकर मेरी सहेली को चोदो!
रिया की ये बात सुनते ही मैंने उत्तेजना के मारे किलकारी भरी. फिर जिसने मेरे मुँह में लंड दिया था, वो बेड पे लेट गया और उसने मुझे अपने ऊपर खींच कर मुझे ऊपर बिठाया, बिना देरी किए मैंने अपने हाथ से उसका लंड अपनी चुत के अंदर कर दिया। दूसरे ने आकर मेरे गांड के छेद पे जेली लगाई और वो धीरे धीरे उसका लंड मेरी गांड में डालने लगा.
मेरी सिसकारियां छूटने लगी.
तभी रिया ने तीसरे को कहा- देख क्या रहे हो? उसके मुँह में घुसेड़ दे अपना हथियार!
तो उसने मेरे बाल पकड़ कर अपना लंड मेरे गले तक उतर दिया। मेरे पीछे वाला अभी भी धीरे धीरे उसका लंड मेरी गांड में घुसा रहा था. रिया ने उसकी पीठ पे धौल जमाई और कहा- क्या कर रहे हो? चीखें निकाल उसकी!
रिया के इतना कहते ही उसने धपाक से अपना लंड जड़ तक मेरी गांड में घुसा दिया। मुँह में लंड होने की वजह से मैं चिल्ला नहीं पाई मगर मैं बुरी तरह छटपटाई। यहाँ तक कि दर्द के मारे जो लंड मेरे मुँह को चुत समझ के चोद रहा था, उस पे मैंने अपने दांत गड़ा दिए. उसने फट से अपना लंड बाहर खींचा तो मेरे मुँह से आहें निकलती गयी. साथ ही में मेरे मुँह से ना जाने क्या क्या उगलता गया- आआईईई मेरी माँ आआह्ह ह्ह बचा लो आआह्ह्ह आराम से… अह्ह्ह्ह्ह…
मगर वो दोनों तो पता नहीं क्या खाये हुए थे, दोनों मुझे मशीन की तरह चोद रहे थे। मुझे दर्द तो खासा हो रहा था मगर वो कहावत तो सुनी है ना कि जितनी ज्यादा चुदाई होती है, चूत में उतनी ज्यादा आग भड़क जाती है।
ऐसा ही अब मेरी चूत के साथ हो रहा था।
तीसरे ने अब झुककर मेरे मम्मों के बीच अपना लंड डाला और दोनों हाथों से मेरे मम्मे निचोड़ कर अपना लंड ऊपर नीचे करने लगा; मैं हवस में पागल सी होती गयी, मुझे कुछ होश ना रहा ‘आआह हहहःहः उम्म्ह… अहह… हय… याह… ऊउफ्फ फ्फ्फ मार डाला भोसड़ी वाले ने… निकाल इस लंड को मेरी चूत से हरामी!’ कहने लगी।
उसका लंड मेरी बच्चेदानी से टकरा रहा था।
कुछ देर बाद जो मेरे मम्मों को चोद रहा था, वो उठ कर पीछे आ गया और जो मेरी गांड बजा रहा था, उसे बाजु हटाकर उसने अपना लंड मेरी गांड में ठोक दिया। ये लंड काफी मोटा था, मेरे मुँह से किलकारी निकल गयी- मम्म्म्म्ममिह.. आआह.. निकाल लो प्लीज.. तुम्हें मेरी कसम.. प्लीज.. बहुत दर्द हो रहा है.. आह.. ह्शश.. मम्म्ममि.. आह..
मैं बोल बोल कर चीखने लगी मगर उन पर कोई असर नहीं था; मैं लगभग बेहोश हो ही गई थी मगर उन्होंने मेरी चुदाई जारी रखी।
थोड़ी देर बाद रिया ने मेरे मुंह पर पानी मारा, तब मैं जगी तो अभी भी नीचे वाला मेरी चूत फाड़ रहा था और पीछे वाला मेरी गांड की मां चोद रहा था. तब तक तीसरे ने मेरे मुँह को चोदना जारी रखा था.
अब मुझे थोड़ा सा मज़ा आने लगा था. हालांकि चूत और गांड में दर्द अभी भी था मगर अब मैं दर्द सह पा रही थी। उन तीनों ने बहुत लम्बे समय तक मेरे तीनों छेदों का भुर्ता बनाया। इस बीच पता नहीं मैं कितनी बार झड़ी।
आखिर तीनों एक साथ चिल्ला चिल्ला कर मेरे हर छेद में झड़ गए.
कुछ देर मुझ से लिपटकर रहने के बाद तीनों उठे, हम दोनों को झुक कर सलाम ठोका और कहा- मैडम, आशा करते है कि आपको मजा आया. फिर हमारी जरूरत पड़े तो याद करना!
कह कर वो चले गए.
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