रैगिंग ने रंडी बना दिया-83

(Group Sex: Ragging Ne Randi Bana Diya- Part 83)

पिंकी सेन 2017-11-21 Comments

This story is part of a series:

अब तक आपने पढ़ा कि मोना ने नीतू से चुत चुदाई के बारे में काफी कुछ उगलवा लिया था और अब वो नीतू की कुंवारी चुत की सील खुलवाने के चक्कर हो गई थी.
अब आगे की कहानी में ग्रुप सेक्स का मजा लें..

मोना को सोच में पड़ी देख नीतू ने उससे पूछा- क्या हुआ दीदी?
मोना- कुछ नहीं हुआ.. कल तो तू लुल्ली बोल रही थी और अब बड़े आराम से लंड बोल रही है, इसका मतलब तुझे पहले से पता था इसको लंड कहते हैं क्यों?
नीतू ने शर्माते हुए कहा- हाँ दीदी, मगर सच्ची मैंने बस सुना था और एक-दो बार दूर से देखा भी था.
मोना- इसका मतलब आज पहली बार तूने लंड को पकड़ा है और उसका पानी निकाला है?
नीतू- हाँ दीदी.. इसी लिए तो जीजू के लंड को छूते ही मैं डर गई थी. जीजू का लंड बहुत गर्म था.
मोना- अच्छा ये बात है चल ये बता तुझे अपने जीजू का लंड पकड़ने में मज़ा आया कि नहीं?

नीतू- दीदी सही कहूँ.. शुरू में थोड़ा डर लगा था, मगर बाद में अच्छा लगा.
मोना- पकड़ने से ज़्यादा चूसने में मज़ा आता है.. बोल लंड चूसना चाहेगी क्या?
नीतू- नहीं दीदी मुझे सुनकर ही घिन आती है.. नहीं मुझे लंड नहीं चूसना.
मोना- अरे पागल इसमें घिन कैसी? सच में लंड चूसने में बड़ा मज़ा आता है. तू ये आईसक्रीम चूसती है ना.. इससे भी ज़्यादा मज़ा आता है और उसका रस बहुत स्वादिष्ट होता है.
नीतू- नहीं दीदी मुझे तो सुनकर ही अजीब लग रहा है.
मोना- अच्छा चल जाने दे.. अभी तुझे ये बात समझ नहीं आएगी. रात को आज तुझे एक ऐसा मज़ा दूँगी कि तू याद रखेगी. फिर तुझे इस अमृत रस की अहमियत का पता लगेगा. चल अब मेरे लिए कड़क सी चाय बना ला.

नीतू चाय बनाने चली गई और मोना मन ही मन खुश होने लगी कि उसको अब ज़्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी. ये नीतू बहुत जल्द उसके जाल में फँस जाएगी.

अब यहाँ क्या आपको भी चाय पीनी है. चलो यहाँ से अपना ध्यान हटाओ जी, अब जो होगा वो रात को ही होगा, तभी आकर देख लेना.

उफ़फ्फ़ ये क्या यहाँ भी रात को प्रोग्राम होगा और वहां सुमन के पापा भी रात को कुछ करेंगे. और हाँ वो वहां फ्लॉरा के घर पर ग्रुप सेक्स अब तीन जगह एक साथ आप कैसे देख पाओगे, यही सोच रहे हो ना..! तो दोस्तो मैं किस लिए हूँ सबका मज़ा मिलेगा बारी-बारी से मगर रात तो होने दो यार.

टीना ने संजय को फ़ोन कर दिया कि 2 और मेहमान आ गए हैं तो खाना ज़्यादा लाना और बियर भी ज़्यादा लाना. जब संजय ने पूछा तो टीना ने शॉर्ट में कहानी सुना दी और नई चुत की बधाई भी दे दी.

संजय और बाकी सब लौंडे रात होते-होते सब सामान के साथ फ्लॉरा के घर पहुँच गए.

जब ये लोग पहुँचे तब अतुल और बरखा फ्लॉरा के साथ कमरे में थे और टीना बाहर हॉल में अकेली थी.

टीना- आ गए मेरे चुत खोर दोस्त, सब ठीक सामान लाए हो ना?
अजय- टीना मेरी जान सामान को मार गोली.. वो नई चुत दिखा, कहाँ है. जबसे संजय ने बताया है ना.. मेरा तो लौड़ा बैठ ही नहीं रहा है.
टीना- अच्छा साले, आज तेरी मूँगफली में उफान आ गया है.. मगर सुन कुत्ते तुझे वो नहीं मिलेगी, उसके लिए तो ये चारों ही लंड तोड़ लड़ाई लड़ेंगे.
वीरू- क्यों यार.. ऐसा क्या बहुत मस्त आइटम है?
टीना- देखोगे ना भोसड़ी के.. तो तेरा लौड़ा टपकने लगेगा.

विक्की- थैंक्स यार टीना.. हमने तो सोचा था आज तुम दोनों की ही चुत मिलेगी, मगर तुमने तो तीसरी चुत का बंदोबस्त करके पार्टी की रौनक बढ़ा दी.
टीना- अबे सालो, तुमको तो एक चुत एक्सट्रा मिल गई मगर हमें भी तो एक एक्सट्रा लौड़ा झेलना पड़ेगा ना.
साहिल- वैसे मज़ा आएगा यार.. 3 चुत और 6 लंड.. मतलब एक चुत पे दो लंड वाउ यार, क्या गणित है.
संजय- अबे साली, तू उसका नाम ले लेकर सबको तड़पाएगी या हमें उसका दीदार भी करवाएगी?
फ्लॉरा- टेंशन मत लो यारो, ये है हमारी नई दोस्त बरखा और इनके ब्वॉयफ्रेंड अतुल..!

बरखा ने उस वक़्त रेड कलर की बहुत ही सेक्सी नाईटी पहनी हुई थी, जिसमें उसका यौवन कहर ढा रहा था. उसे इस सेक्सी गाउन में देख कर सबके लंड की धार टपकने लगी. सबने एक से बढ़कर एक कमेंट्स दिए, जिसे सुनकर बरखा हवा में उड़ने लगी.

बरखा- थैंक्स फ्रेंड्स.. मेरी इतनी तारीफ करने के लिए, मगर मैं इतनी भी सुन्दर नहीं हूँ.
टीना- अरे ऐसे कैसे नहीं हो.. तुम सच में किसी अप्सरा से कम नहीं हो, ये तो अभी तुमने नाईटी पहनी हुई है.. अगर ये उतार दो ना तो इनके लंड अभी टपकने लग जाएं.

टीना तो ऐसे ही बिंदास थी, कभी भी कुछ भी बोल देती थी. मगर वो ये भूल गई कि सबके साथ बरखा की पहली मुलाकात है, इसको अड्जस्ट होने में थोड़ा तो टाइम लगेगा ही.
बरखा तो शर्म से पानी-पानी हो गई और बाकी सबका हाल भी ऐसा ही था.

संजय- टीना तू पूरी पागल है, अभी ठीक से हम मिले भी नहीं और तुम शुरू हो गई.
टीना- यार यहाँ कोई शादी नहीं हो रही और ये बरखा कोई दुल्हन नहीं है जो घूँघट में शर्माती हुई आएगी. यार सबको पता है कि थोड़ी देर बाद यहाँ ग्रुप सेक्स होने वाला है तो ये झूठ-मूट का नाटक किसलिए?
अतुल- बात तो सही यार, जब ये लड़की होकर नहीं शर्मा रही है, फिर हमें किस बात का डर है?

अतुल की बात सुनकर सबने ‘हाँ’ में ‘हाँ’ मिलाई और हंसने लगे.

फ्लॉरा- अच्छा जीजाजी, ये बात है आपको तो अपनी दो साली नज़र आ रही हैं तो आप क्यों शरमाओगे.. मगर अपनी बरखा की चुत की भी थोड़ी फिक्र कर लो.. ये पाँचों चुत खोर बड़े कमीने हैं. बरखा की चुत और गांड का भुर्ता बना देंगे.
बरखा- क्क्क..क्या ये सब.. नहीं नहीं मुझे मरना है क्या?
टीना- हा हा हा हा लो भाई, बरखा की गांड तो सुन कर ही फट गई हा हा हा.

विक्की- फ्लॉरा, तू क्यों उसको डरा रही है.
टीना- हा हा हा ये देखो एक कमीना बोला, इसको डर लग रहा है..कि कहीं ये बरखा चुत देने से मना ना कर दे हा हा हा.
फ्लॉरा- अरे यार टीना, बस भी करो और बरखा तुम क्यों डर रही हो यार.. हम दोनों भी तो तेरे साथ हैं, हम 3 लड़कियां इन 6 को आराम से संभाल लेंगी.

फ्लॉरा की बात सुनकर बरखा की जान में जान आई. उसके बाद वहां सब बातों में लग गए. टीना और बाकी दोनों लड़कियां खाने-पीने का जो सामान था, उसको सैट करने में लग गईं.

करीब 2 घंटे बाद सब गोल घेरा बना कर बैठे हुए थे. सबके हाथ में बियर थी कोई डाइरेक्ट बोतल से पी रहा था तो कोई गिलास में डालकर ड्रिंक कर रहे थे और उनके बीच अब कोई शर्म नहीं बची थी. सब खुलकर एक-दूसरे के बारे में अश्लील बातें कर रहे थे.

टीना- अब पार्टी का मज़ा आ रहा है, जब तक नशा ना चढ़े, कुछ मज़ा ही नहीं आता.
फ्लॉरा- हाँ यार सही है.. मगर अभी तक ये डिसाइड नहीं हुआ कि कौन किसकी चुदाई करेगा.
वीरू- इसमें सोचना क्या है.. हम सब तुम तीनों की ही चुत का मज़ा लेंगे.
फ्लॉरा- वो तो पता है.. मगर पहले कौन किसके साथ करेगा, ये भी तो पता लगे.

विक्की- भाई मैं तो बरखा को चोदूँगा.. बाकी का मुझे पता नहीं है.
अजय- क्यों साले तू अकेला चोदेगा क्या.. हम क्या यहाँ बैठ कर मुठ मारेंगे?
वीरू- यार मेरा भी मन पहले बरखा को चोदने का ही कर रहा है.

टीना- चुप करो सालों चुत के भूखे कुत्तों सब बरखा की ही चुत फाड़ दो, मैं और फ्लॉरा चुत में बैंगन डाल के बैठ जाते हैं.
साहिल- यार प्लीज़ ऐसे झगड़ो मत.. पार्टी का मज़ा खराब हो जाएगा. संजय तुम कुछ आइडिया लगाओ ना यार.

संजय- मैं सोच रहा हूँ अतुल और बरखा हमारे मेहमान हैं, ये फैसला अगर यही दोनों करें, तो अच्छा रहेगा. क्यों अतुल तुम इस बारे में क्या बोलते हो?
अतुल- यार मेरी बरखा के इतने दीवाने हैं.. ये देख कर मेरा मन तो बहुत खुश हो गया. अब मुझे तो बस इस बात का इंतजार है कि कब तुम लोग बरखा को चोदो और मैं उसको चुदता हुआ देखूँ.
बरखा- अच्छा ये बात है.. तुझे मेरी चुदाई देखने का बड़ा मन हो रहा है या ऐसा कहो ना फ्लॉरा की चुत का सोच कर तुम्हारा लंड झटके खा रहा है.

बरखा की बात सुनकर सब हंसने लगे. उसके बाद संजय ने दोनों को अपना पहला पार्ट्नर चुनने को कहा.

अतुल- भाई मैं तो सबसे पहले फ्लॉरा की चुत मारना चाहता हूँ. उसके बाद टीना की मारूँगा और लास्ट में मेरी जान की जमकर चुदाई करूँगा.
टीना- बस.. तुम चुत से ही संतुष्ट हो जाओगे क्या? गांड नहीं मारनी तुम्हें? क्योंकि ये जो भूखे कुत्ते देख रहे हो ना.. ये आगे और पीछे दोनों तरफ़ से बरखा को चोदने वाले हैं.
अतुल- मैंने कब मना किया, पहले चुत का मज़ा लूँगा और फिर बारी-बारी से तीनों की गांड भी मारूँगा.
बरखा- आज तो बहुत मजा आने वाला है. मैं तो पहले संजय से चुदवाना पसंद करूँगी, उसके बाद साहिल से गांड मरवाना है क्योंकि टीना ने बताया इसका लंड मोटा है.

टीना- अरे ये बाद क्या है.. एक साथ दोनों लंड का मज़ा ले लेना, एक चुत में घुसा रहेगा और दूसरा गांड में मजा देगा, तभी तो पार्टी में रोमांच आएगा.
बरखा- मैंने एक साथ दो लंड कभी नहीं लिए.. मेरी चुत और गांड अब तक सिर्फ़ अतुल ने ही चोदी है.
संजय- अरे अकेले तो सारी जिंदगी करना है.. एक साथ 2 लंड का मज़ा लो और मैं तो कहता हूँ हम सबके साथ प्यार का मज़ा लो, तुम सारी जिंदगी ये रात भूल नहीं पाओगी.
बरखा- वो बाद की बात है, पहले सब डिसाइड तो करो कि में बात से सब सहमत हैं?

टीना- संजय, हमारे मेहमानों ने तो अपनी पसंद बता दी.. अब बाकी का तुम बताओ.
संजय- ठीक है.. फिर ये तय हुआ कि मैं और साहिल बरखा के साथ होंगे और अतुल और वीरू फ्लॉरा की लेंगे, बाकी बचे विक्की और अजय.. ये तुम्हारी चुदाई करेंगे.
टीना- क्या यार संजय.. ये अजय का लंड छोटा सा है. मुझे इसके लंड से मज़ा ही नहीं आएगा.
अजय- साली रंडी पहले तो कहती थी तू गांड बहुत अच्छी मारता है, अब तुझे मज़ा नहीं आएगा.. साली किसी घोड़े के लंड से चुदवा ले.
टीना- अरे मजाक था साले.. तू जैसी गांड मारता है ना स्पीड से.. वैसे तो कोई नहीं मार सकता मेरे राजा.. आजा तेरा लंड मेरी गांड के लिए पक्का है.
बरखा- यार सिर्फ़ बातें ही करोगे क्या.. मेरी चुत तो टपकने लगी है. अब संजय प्लीज़ यार, तुम जल्दी से मेरी चुत में अपना लंड घुसा दो ना.

मेरे प्यारे साथियो, आप मुझे मेरी इस ग्रुप सेक्स स्टोरी पर कमेंट्स कर सकते हैं.. पर आपसे एक इल्तिजा है कि आप मर्यादित भाषा में ही कमेंट्स करें क्योंकि मैं एक सेक्स स्टोरी की लेखिका हूँ, बस इस बात का ख्याल करते हुए ही सेक्स स्टोरी का आनन्द लें और कमेंट्स करें.

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ग्रुप सेक्स की कहानी जारी है.

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