मेरा गुप्त जीवन- 118
(Mera Gupt Jeewan- part 118 Filmi Group Ke Funde)
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लेकिन मैं वाकयी में उन तीनों से बहुत ही ज़्यादा प्रभावित हुआ जब वो तीनों ने मिल कर मेरी पैंट के अंदर मेरा लौड़ा डाल कर पैंट के खुले बटन भी बंद कर दिए और फिर वो तीनों वहाँ से हटी।
डांस रिहर्सल के बाद वो तीनों डांसर मेरे पास आई, मुझको चारो तरफ से घेर लिया और खूब प्यार से मेरा थैंक्स करने लगी।
मैं कुछ हैरान था कि यह थैंक्स किस बात का कर रही हैं।
फिर उनमें से एक तेज़ तरार लड़की ने कहा- सोमू यार, तुम्हारा कॉक तो बहुत ही रॉकी है यार! कहाँ से खरीदा है इसको?
मैं उनके मज़ाक के लहजे को समझ गया और उसी टोन में बोला- गाँव में हर शनिवार बाजार लगता है, वहीं से खरीदा है। तुमको यह पसंद है तो तुम ले लो, मैं दूसरा ले लूँगा!
यह सुन कर बाकी खड़ी लड़कियाँ बड़े ज़ोर से हंस दी और सवाल पूछने वाली लड़की एकदम से झेंप गई।
फिर वही लड़की बोली- मेरा नाम आबिदा है, इन दोनों का नाम श्वेता और शिल्पी है। हम सब बाम्बे में एक ही मोहल्ले में रहती हैं और फिल्मों में डांस का काम करती हैं।
मैं बोला- मेरा नाम सोमू है, मैं लखनऊ में कॉलेज में पढ़ता हूँ और दशहरे की छुट्टियों में गाँव में आया हूँ और आपके बॉस ने मुझको यहाँ का सारा इंतज़ाम करने, देखने के लिए कहा है, यह कॉटेज मेरे पिता जी की है जो यहाँ के ज़मींदार भी हैं, आपको कोई प्रॉब्लम हो तो बताना ज़रूर।
आबिदा बोली- अच्छा हुआ आपने बता दिया, मेरे कमरे में एक बहुत ही अजीब सी प्रॉब्लम है, आप प्लीज उसको ठीक करवा दीजिये।
मैं बोला- ठीक है, मैं अपने मिस्त्री को बुला लाऊँगा तो वो देख लेगा और ठीक कर देगा।
आबिदा बोली- नहीं ना, आप अभी चल कर प्रॉब्लम तो देख लीजिये, फिर मिस्त्री को बुला कर ठीक करवा देना।
मैं बोला- अभी तो आपका डांस रिहर्सल चल रहा है, बाद में दिखा देना जब आप को काम से फुर्सत हो तो।
आबिदा बोली- नहीं, अभी काम नहीं चल रहा, यह टाइम चाय ब्रेक का है, आप चलिए प्लीज!
मैं बड़ी विवशता से उन तीनों के पीछे चल पड़ा और जब हम उनके काफी पीछे वाले कमरे में पहुँचे तो कमरे में घुसते ही उन्होंने दरवाज़ा बंद कर दिया।
आबिदा ने सबसे पहले आगे बढ़ कर मुझसे आलिंगन कर लिया और फिर एक ज़ोरदार चुंबन मेरे होटों पर जड़ दिया और उसके हाथ मेरे लौड़े पर जाकर टिक से गए।
मैंने भी उसको चुम्बन दिया और बोला- देखो लड़कियो, इस तरह से मेरे साथ आप को कुछ भी मज़ा नहीं आएगा और आप में किसी को भी कोई सेक्स का पूरा आनन्द नहीं आएगा। मैं तुमसे वायदा करता हूँ कि मैं तुम सब को एक एक कर के पूरी तसल्ली दूंगा लेकिन आराम से! इस लिए मैं तुम को सलाह दूंगा कि सब कम्मो दीदी से मिलो और वो प्लान करेगी कि कैसे किस को कब कहाँ फक करना है।
आबिदा ने बाकी लड़कियों की तरफ देखा और उन दोनों ने मेरे साथ सहमति जताई।
अब मैं बोला- लेकिन थोड़ी सी किसिंग और छेड़ा छाड़ी तो अभी भी आप कर सकती हैं!
फिर मैंने उन तीनों को बारी बारी से किस किया और उनके चूतड़ों, उनके मुम्मों को थोड़ा मसला और उन्होंने मेरे खड़े लौड़े को पैंट से निकाल कर थोड़ा सा चूमा और मेरे अंडकोष को सहला दिया।
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फ़िर हम सब बैठक में आ गए जहाँ अभी भी रिहर्सल चल रहा था।
मौका देख कर मैंने कम्मो को इशारा किया, वो मेरे पीछे लॉन में आ गई। लॉन में घूमते हुए मैंने उसको सब प्रॉब्लम बताई कि कैसे लड़कियाँ मुझको बार बार चुदाई के लिए घेर रही हैं।
कम्मो बोली- मुझको यह मालूम था कि ऐसा होने वाला है, लेकिन मैं नहीं जानती थी कि ये सब इतनी बेशर्म और निडर हैं। छोटे मालिक, आप बेफिक्र रहो, मैं इन लड़कियों का कुछ हल सोचती हूँ।
फिर हम दोनों अंदर बैठक मैं आ गए।
मुझको देख कर रूबी मैडम मेरे पास आई और बोली- सोमू क्या तुम डांस में दिलचस्पी लेते हो?
मैं बोला- नहीं मैडम, मैंने आज तक कभी डांस नहीं किया अपने जीवन में!
रूबी मैडम बोली- अच्छा, अगर तुमको हम डांस करने का मौका दें तो क्या तुम डांस करना चाहोगे?
मैं बोला- अगर आप डांस करना सिखा दें तो अवश्य ही मैं डांस करने की कोशिश करूंगा।
रूबी मैडम बोली- तो आओ किसी खाली कमरे में चलते हैं, मैं तुमको डांस करना सिखाने की कोशिश करती हूँ।
मैं रूबी मैडम को अपने छत वाले कमरे में ले गया, वहाँ एकान्त देख कर रूबी मैडम का चुदवाने का मूड बन गया लेकिन मैंने उनको याद दिलाया कि हम यहाँ डांस सीखने के लिए आये हैं।
रूबी एकदम से संभल गई और मेरा हाथ पकड़ के उसने मुझको डांस स्टेप्स सिखाने शुरू कर दिए।
और कुदरत का खेल देखिये कि मैं बहुत जल्द ही सारे बेसिक स्टेप्स सीख गया।
अब मैडम नीचे गई और एक डांसर को बुला लाई और मुझको उसके साथ डांस करने के लिए कहा।
डांस फिर शुरू हुआ और मैडम ने ताली बजा कर मुझको उस लड़की डांसर के स्टेप्स का अनुसरण करने के लिए कहा जो मैंने बिना किसी गलती के पूरा कर लिया।
रूबी मैडम इतनी खुश हुई कि उसने जोश में मुझे गले लगा लिया और मेरे लबों पर एक गर्म चुम्मी जड़ दी।
मैंने उस डांसर लड़की की तरफ देखा और उसकी आँखें रूबी मैडम के इस व्यवाहर से विस्फारित हो रही थी लेकिन रूबी मैडम ने उस लड़की को भी घेर कर फिर हम दोनों को एक टाइट जफ्फी मारी।
मैंने मौका देख कर उस डांसर लड़की के नितम्बों पर हाथ फेर दिया और उसको अपने आगोश में ले लिया और साथ में रूबी मैडम के लबों पर एक कामुक चुम्मी कर दी।
रूबी मैडम हम दोनों को लेकर नीचे बैठक में आई और मधु मैडम से फ़ख्र से बोली- लो मैडम, आपके लिए एक लड़का डांसर भी पेश है। ज़रा इसके स्टेप्स तो देखिये?
रूबी के इशारे पर और ताली की थाप पर हम दोनों डांस करने लगे जिसको देख कर मधु मैडम हैरान हो गई और ज़ोर से बोली- म्यूजिक चलाओ जल्दी से।
तब ग्रामोफ़ोन पर गाना बजने लगा और मैं और वो डांसर लड़की रूबी मैडम के सिखाये स्टेप्स पर डांस करने लगे।
हम दोनों डांस में इतने लीन हो गए थे कि अपनी सुध बुध भूल कर डांस करते ही रहे जबकि बाजा बंद हो चुका था।
मधु मैडम ने ज़ोर से तालियाँ बजाई और उनके साथ बाकी सब लड़कियों ने भी वाह वाह की।
सन 1954 में फ़िल्मी डांस के स्टेप्स बड़े ही आसान और सीधे और लयदार हुआ करते थे आजकल के बहुत तेज़ और उछल कूद वाले स्टेप्स के बिल्कुल विपरीत।
मधु मैडम भाग कर मेरे पास आई, मुझको गले लगा लिया और कहा- सोमू यार, तुमने हमारी एक बड़ी भूल को सुधार दिया वरना वो पंचोली साहिब तो हम सब को खा जाते। क्यों रूबी, थोड़ी और प्रैक्टिस करवाएँ इसको आज रात तो कल यह डांस के लिए तैयार हो जाएगा ना?
रूबी और बाकी सब लड़कियों ने भी शोर मचा कर अपनी ख़ुशी जताई।
यह सब तमाशा कम्मो भी देख रही थी, उसने और गाँव की सब काम वालियों ने भी बड़ी ज़ोरदार तालियाँ बजाई।
आबिदा और उसके साथी डांसर्स ने भी मुझको घेर लिया और कहा- सोमू जी, कमाल का डांस करते हैं आप तो।
मैं सर झुकाये सबकी तारीफ कबूल करता रहा।
मधु मैडम ने कहा- सोमू, तुम आज रात को यहीं रुको और थोड़ी रिहर्सल करो ताकि कल हम शूटिंग शुरू कर सकें।
मैं बोला- यस मैडम, जैसा आप कहें।
यह सुन कर डांस वाली लड़कियों में ख़ुशी की लहर दौड़ गई।
तभी कम्मो उन लड़कियों में से आबिदा और जूली वगैरह को साथ लेकर लॉन में चली गई और थोड़ी देर बाद वो वापस आई और मुझ को इशारे से अपने पास बुलाया।
मैं और कम्मो भी लॉन में आ गए और वहाँ उसने मुझ को बताया कि सब लड़कियों को बता दिया है कि किस क्रम से उनकी चुदाई का नंबर लगाया जाएगा।
कम्मो बोली- यहाँ 12 लड़कियाँ हैं, उनमें से कितनी चुदवाने वाली हैं इसका पता आबिदा बेगम लगाएगी और फिर हर रात आप एक कमरे में रहने वाली दो लड़कियों को चोदा करोगे, यह काम तकरीबन एक घंटे में खत्म करके हम अपने हवेली चले जाया करेंगे। हर चुदाई के मौके पर मैं खुद रहा करूँगी आपके साथ।
मैं बोला- शाबाश कम्मो डार्लिंग, फिर आज किसकी बारी है? लेकिन कम्मो डियर वो जो हवेली में बैठी हुई हैं मधु और रूबी भी तो चुदना मांगेंगी। उनका क्या करेंगे?
कम्मो बोली- हर रात आप दोनों में से एक को चोद दिया करना, बस हो गया काम! आज रात आप डांस के लिए तो रुक ही रहे हैं तो खाना खाकर आपको मैं खुद आबिदा और उसकी रूम पार्टनर के पास ले जाऊँगी।
मैं बोला- ठीक है, रात का खाना बन गया क्या?
कम्मो बोली- हाँ छोटे मालिक, ये सब तो मीट खोर हैं, सब काम वालियाँ इनको शाम 7 बजे खाना परोस कर और बर्तन इत्यादि मांज कर अपने घरों में चली जाएंगी। मैंने इन के लिए कार का बन्दोबस्त कर रखा है तो इनको कोई कष्ट नहीं होने देंगे।
खाना खाने के बाद तो डांस रिहर्सल होगी जिसमें मुझ को भी आना था तो चुदाई का कार्यक्रम तो उसके बाद ही हो पायेगा।
कहानी जारी रहेगी।
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