दोस्तों ने एक दूसरे की माँ चोदी
(Group Orgy Sex Kahani)
ग्रुप ऑर्गी सेक्स कहानी में मेरे बेटे ने मुझे और अपनी बहन को चोदने के बाद दोस्तों और उनकी मम्मियों के साथ एक चुदाई पार्टी का आयोजन किया जिसमें 4 लड़के, 4 मम्मियां और एक बहन थे.
यह कहानी सुनें.
आपने इस कहानी के पहले अंक
भाई बहन की चुदाई में माँ की एन्ट्री
में पढ़ा कि एक रात को मेरा बेटा अपनी बहन चोद रहा था और मैं उसी समय उनके कमरे में पहुँच गयी थी।
मुझे देख कर भी उन्होंने चुदाई बंद नहीं की।
फिर मैं भी बेटी के कहने पर उनकी चुदाई में शामिल हो गई।
मेरे बेटे ने अपनी बहन के साथ साथ मुझे भी खूब चोदा।
मैंने फिर अपने बेटे से कई बार चुदवाया और पूरा मज़ा लूटा।
उसके बाद मैंने बेटी के बॉयफ्रेंड और बेटे के दोस्त से एक साथ चुदवाया.
फिर सबने यह तय किया कि हमारे फार्महाउस में माँ चोदने की एक सेक्स पार्टी रख ली जाये।
अब आगे ग्रुप ऑर्गी सेक्स कहानी:
अगले दिन मैंने अपने फार्म हाउस में सारा इंतज़ाम कर लिया।
चुदाई का सारा सामान जैसे कैंची, ट्रिमर टॉवल, आयल, क्रीम, कंडोम, लुब्रिकेशन, वायग्रा टैब, ब्लेड, रेज़र आदि।
उधर ड्रिंक्स का भी पूरा सामान आ चुका था।
मैं अपने बेटे के साथ पहुँच गई।
बेटी हयात बोली- अम्मी, मैं बाद में आऊंगी तुम लोग चुदाई शुरू कर देना।
इतने में गोपी अपनी माँ सपना के साथ आ गया, उसके पीछे गुरजीत अपनी माँ परमजीत के साथ आया।
बाद में मेरे बेटे का नया दोस्त करन भी अपनी माँ बबली के साथ आ गया।
इस तरह 4 माँ और उनके 4 बेटे एक गोल बनाकर बैठ गए।
सबका सबसे परिचय हुआ और फिर ड्रिंक्स चालू हो गयी।
मैंने कहा- यार, तुम तीनों की माँ बड़ी खूबसूरत, सेक्सी और हॉट हैं। ये सब तुम्हारी माँ नहीं, बहन लगतीं हैं। क्या मैं तुम्हारी जवानी का कारण जान सकती हूँ?
इतने में गोपी की माँ सपना बोली- इसके तीन कारण हैं अमानी … लण्ड, लण्ड और लण्ड।
सब लोग उसकी बात सुनकर हंसने लगे।
मैंने कहा- एक बात तो साफ़ ज़ाहिर है कि लड़के सभी 21 से 24 के बीच के हैं। यानि मस्त जवान हैं और इस उम्र में लण्ड बहनचोद लोहे की तरह सख़्त होता है। उधर सबकी माँ भी 42 से 45 के बीच की हैं। मस्त जवान हैं और इस उम्र में सबकी चूत और चूचियाँ बड़ी टाइट रहतीं हैं, निप्पल भी तन कर लण्ड की तरह खड़े हो जाते हैं। लण्ड लेने की इच्छा और चुदवाने की लालसा अपने आप बढ़ जाती है। इसीलिए आज हमने सबकी माँ एक साथ चोदने का प्लान बनाया है।
इस बात पर सबने खूब तालियां बजाईं।
फिर मैंने कहा- देखो गोपी, गुरजीत और करन, मैंने तुम सबको अपनी माँ चोदते हुए कभी नहीं देखा। मैं चाहती हूँ कि तुम सब पहले अपनी अपनी माँ चोदो। इयाद भी सबके सामने अपनी माँ चोदेगा। हम सबको अपनी अपनी चुदाई के साथ साथ दूसरे की चुदाई देखने का मौका मिलेगा।
इसी बात से माहौल में गर्मी छा गई।
लड़कों के लण्ड उछलने लगे और उधर हम सबकी चूचियाँ तनने लगीं और चूत कुलबुलाने लगी।
बेटों से चुदवाने का मज़ा आज सबको खुल्लम खुल्ला मिलेगा।
तब तक दो दो पैग शराब हो चुकी थी।
नशा अपना काम करने लगा था।
रोमांटिक बातों से सब लोग उत्तेजित हो गए थे।
अब यह निश्चय हो गया कि पहले राउंड में चारों बेटे सबके सामने अपनी अपनी माँ चोदेंगे।
फिर क्या … गोपी अपनी माँ सपना से चिपक गया।
गुरजीत ने अपनी माँ की चूचियाँ दबाना शुरू कर दिया तो उसकी माँ ने उसका लण्ड।
करन ने अपना हाथ माँ के पेटीकोट में घुसेड़ दिया.
तो मैं अपने बेटे इयाद का लण्ड बाहर निकाल कर सबके सामने हिलाने लगी।
लण्ड को सबने बड़ी गौर से देखा और तब एक एक करके सबके कपड़े उतरने लगे।
सबसे पहले मैं नंगी हुई, फिर गोपी की माँ सपना, फिर गुरजीत की माँ परमजीत और करन की माँ बबली भी नंगी गई।
लड़कों ने सबकी माँ को नंगी देखा तो उनके लण्ड साले टनटना उठे और वे सब भी फटाफट नंगे हो गए।
सबकी माँ अपने अपने बेटे का लण्ड पकड़ कर चूसने लगी।
सपना बोली- यार अमानी, मुझे सबके सामने अपने बेटे का लण्ड चूसने में बड़ा मज़ा आ रहा है।
उधर से करन बोला- यार, मुझे माँ को लण्ड चुसाने में आज बड़ा अच्छा लग रहा है।
परमजीत ने कहा- देखो यार, मैं बहुत बेशर्म हूँ. मैं किसी के भी सामने अपने बेटे का लण्ड पेलवा सकती हूँ।
इन सब बातों से माहौल बहुत गर्म हो गया।
फिर क्या … गोपी ने लण्ड सीधे अपनी माँ की चूत में पेल दिया और चोदने लगा।
उसे देख कर गुरजीत भी अपनी माँ को घपाघप चोदना शुरू कर दिया।
करन अपनी माँ को पीछे से चोदने लगा और मेरे बेटे ने भी लण्ड गच्च से मेरी चूत में पेल दिया और चोदने लगा।
हम सब भोसड़ी वाली एक दूसरे को अपने अपने बेटों से चुदवाते हुए देखने लगीं।
सबकी सिसकारियां निकल रहीं थी- अहह ऊऊ ऊओ हाय चोद ले अपनी माँ की चूत … साले कुत्ते, वाओ क्या मस्त लौड़ा है तेरा! ऊऊऊ ह्ह्ह्ह मज़ा आ रहा है। वाओ, ऐसे ही चोदा करो मुझे … उफ्फ पूरा लौड़ा पेल दे भोसड़ी वाले! गांड में भी ठोक दे लण्ड। हाआ आआ कुत्ते तूने मुझे रंडी बना दिया ववववो हाय रे फाड़ दे मेरी फुद्दी … तेरे लण्ड में बड़ी ताकत है मादरचोद। तू साला मेरा यार है, मेरा बॉयफ्रेंड है। साले माँ चोद रहा है तू अपनी, हरामजादे तेरी बहन की बुर … ओहो होहोह हां … ऐसे ही चोदो … खुले आम चोदो … मैं किसी भोसड़ी वाले से डरती नहीं।
इस तरह की बातें सबको उत्तेजित कर रहीं थीं.
और तब चुदाई की आवाज़ों से पूरा फार्महाउस गूंजने लगा।
चुदाई की महक से पूरा घर महकने लगा और ये महक सबका मन मोह रही थी।
बेटों से सामूहिक रूप से चुदवाने का यह हम सबका पहला मौका था।
इतने में मेरी बेटी हयात आ गयी।
मैंने पूछा- बड़ी देर कर दी आने में हयात?
उसने कहा- अरे अम्मी, हमारी पार्टी तो ख़त्म हो गयी थी मगर आते समय एक लड़के ने मुझे लण्ड पकड़ा दिया। अब लण्ड इतना बढ़िया था कि मैं उसे मना नहीं सकी और चूसने लगी। फिर मैंने ऐसा चूसा लण्ड कि वह मेरे मुंह में ही झड़ गया।
मैंने कहा- ठीक है, कोई बात नहीं. यहाँ देखो लड़के कितनी मस्ती से अपनी अपनी माँ चोद रहे हैं। माँ भी सभी बड़े मजे से अपने अपने बेटों से चुदवा रहीं हैं।
हयात बोली- हां अम्मी, मैं देख रही हूँ सबकी माँ का भोसड़ा चुद रहा है.
फिर उसने अपने सारे कपड़े उतार दिये और नंगी नंगी करन का लण्ड उसकी माँ बबली की चूत से निकाल कर चूसने लगी।
चूस कर लण्ड फिर उसी चूत में पेल दिया।
ऐसा उसने सबके साथ किया और सबके लण्ड का स्वाद लिया।
कुछ देर में ही रस टपकने लगा सबके भोसड़ा से और फिर एक एक करके लण्ड भी अपना पानी निकालने लगे।
सबने अपने अपने बेटे के झड़ते हुए लण्ड चाटे और हयात ने सबके साथ सबके लण्ड चाटे।
उसके बाद हम सब नंगी नंगी पूरे फार्महाउस में घूमने लगीं.
यहाँ तक की गेट तक भी चली गयीं।
बाहर के कुछ लोगों ने भी हमें नंगी देख लिया।
गेट कीपर ने तो मुझे पूरी तरह नंगी देखा तो अपना लण्ड खुजलाने लगा।
एक घंटे बाद सबके लण्ड दुबारा खड़े होने लगे।
सबके निप्पल तन गए और सबकी चूत कुलबुलाने लगी।
करन मुझे ललचाई नज़रों से देखने लगा।
मैं भी उसे नंगी घूरे जा रही थी।
फिर उसने मेरा हाथ पकड़ा, मेरी चुम्मी ली और बूब्स दबाया तो मैंने भी प्यार से उसका लण्ड पकड़ लिया।
वह मेरे कान में बोला- अब मैं तुम्हें चोदूंगा अमानी! तुम मुझे बड़ी हॉट लगती हो। तेरी चूचियाँ बड़ी मस्त हैं बहनचोद!
तब तक करन की माँ बबली मेरे बेटे का लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी।
मैं समझ गई कि अब करन और इयाद दोनों एक दूसरे की माँ चोदेंगे।
बाकी बचा गोपी और गुरजीत … उन दोनों ने एक दूसरे को देखा और अपने आप ही बात समझ गए।
गोपी साफ़ साफ़ बोला- यार गुरजीत, चलो हम लोग भी एक दूसरे की माँ चोदें और मज़ा लें।
उधर हयात नंगी नंगी गोपी के बदन से चिपक गयी.
करन का लण्ड मैं अपने बूब्स पर रगड़ने लगी।
वह मेरे नंगे जिस्म से खेलने लगा।
उधर करन की माँ बबली बुरचोदी मेरे बेटे इयाद का लण्ड मुंह में भर कर चूसने लगी।
तब मैंने मुड़ कर देखा कि गोपी गुरजीत की माँ की चूत में लण्ड पेले हुए है.
गुरजीत गोपी की माँ सपना को चोदने में जुटा हुआ है।
यानि हमारे बीच माँ की अदला बदली हो गई.
एक बात आपको बता दूँ कि एक दूसरे की माँ चोदने का आईडिया मेरा नहीं है बल्कि मेरी बेटी हयात का था।
वह भोसड़ी वाली पोर्न खूब देखती है और नए नए आईडिया निकालती रहती है।
एक दिन वह बोली- अम्मी, बेटे के लण्ड पर पहला हक़ माँ का होता है।
यह सुनकर मेरी चूत साली और ज्यादा गर्म हो गयी थी.
तब उस दिन हयात ने खुद इयाद का लण्ड अपने हाथ से मेरी चूत में पेल दिया था।
अब करन मुझे चोदने में जुट गया और मेरा बेटा उसकी माँ को चोदने में!
मुझे अपने बेटे को उसकी माँ चोदते हुए देख बड़ा मज़ा आ रहा था।
इयाद बोला- यार करन, मुझे तेरी माँ की चूत बड़ा मज़ा दे रही है। इसे मैं चोद चोद कर फाड़ डालूंगा।
करन बोला- मुझे भी तेरी माँ चोदने में बड़ा आनंद आ रहा है। बड़ी टाइट है तेरी माँ की चूत। लण्ड साला चिपक कर घुस रहा है।
उधर गुरजीत की आवाज़ आयी- वाह, क्या मस्त चूत है यार गोपी तेरी माँ की! जितनी जवान तेरी माँ है उतनी ही जवान इसकी चूत भी है. मैं आज तेरी माँ की चूत का फुद्दा बना दूंगा।
गोपी गुरजीत की माँ चोदते हुए बोला- हां यार, मुझे तो तेरी माँ चोदने में बड़ा गर्व हो रहा है। अपनी माँ के सामने किसी और माँ चोदना बड़ा मजेदार होता है।
इतने में परमजीत बोली- अरे भोसड़ी वालो, अपने बेटे के सामने किसी और के बेटे से चुदने का सुख बड़ी मुश्किल से मिलता है जो आज मुझे मिल रहा है।
सपना ने कहा- मुझे तो यह देख कर बड़ा मज़ा आ रहा है कि मेरा बेटा गुरजीत की माँ चोद रहा है। एक दूसरे के बेटे से चुदवाने का सुख बड़े नसीब से मिलता है।
इतने में पूरे फार्महाउस में ग्रुप ऑर्गी सेक्स की सिसकारियां गूंजने लगीं.
आप भी सुनिये:
हाय रे बड़ा मोटा लौड़ा है तेरा बहन चोद मेरी तो फटी जा रही है आआआ ऊऊऊ हहहहह उफ्फ्फ अंदर तक घुस गया तेरा लौड़ा!
हहह तू तो बिल्कुल मेरे बेटे की तरह चोदता है यार साले कुत्ते पूरा लौड़ा घुसेड़ दे हां हां हां यार , तेरा लण्ड बड़ा मज़ा दे रहा है भोसड़ी के करन!
उउउउ … ले ले मादर चोद मेरी बुर, बना दे इसे भोसड़ा!
हहा होऊ बड़ा मज़ा आ रहा है. हहह सपना, तेरा बेटा मेरी चूत के चीथड़े उड़ा रहा है. साला बड़ा बेरहम है. इसकी माँ का भोसड़ा …
ऊऊऊ हां बेटा … मुझे अपनी माँ की तरह चोदो, आआआ तू भोसड़ी के लण्ड मेरी गांड में भी पेल दे … ऊऊओ।
मेरी बेटी हयात की बुर ले लो मादरचोद!
हांहहहह … इन सालों को माँ चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा हैं।
मुझे तो गोपी की माँ चोदने में अच्छा लग रहा है यार … क्या मस्त भोसड़ा है इसका।
हहहआ ऊऊआ … तेरा तो भोसड़ा फाड़ डालूंगा.
यार मुझे तेरी माँ चोदने में ज्यादा मज़ा आ रहा है. हहहह पूरा लौड़ा पेलवा रही है तेरी माँ!
हहा … मुझे भी तेरी माँ की चूत बड़ा मज़ा दे रही है। लौड़ा बड़ी मस्ती से पीती है तेरी माँ यार … होहोहोह!
लो मैंने तो लण्ड इसकी गांड में ठोक दिया।
मैं तेरी माँ की चूँचियाँ चोद रहा हूँ। मस्त चूचियाँ हैं तेरी माँ की बहनचोद!
इन सब बातों से सबकी उत्तेजना बढ़ती जा रही थी।
सब साले उछल उछल के चोद रहे थे एक दूसरे की माँ!
माँ भी सबकी सब रंडी की तरह पेलवा रहीं थी पराये बेटों के लण्ड।
उधर हयात इन चारों के लण्ड बीच बीच में अपनी चूत में पेलवा रही थी … कभी किसी की चूत से लण्ड निकाल कर चाट रही थी।
वह बुरचोदी अपनी ही मस्ती में डूबी हुई थी।
फिर क्या … जोश इतना बढ़ा लोगों का कि चुदाई चरम सीमा तक पहुँच गयी और एक एक करके सबकी चूत ढीली हो गई और लण्ड भी ढीले पड़ गए।
एक घंटे के बाद अगली बारी आ गयी माँ चोदने की।
इस बार गोपी करन की माँ के ऊपर चढ़ बैठा और गुरजीत मेरे ऊपर!
उसने लण्ड एक ही बार में पूरा घुसेड़ दिया।
हम सबका यहतीसरा लण्ड था.
मेरी तो मस्ती और बढ़ने लगी।
तब तक करन गोपी की माँ चोदने लगा और इयाद गुरजीत की माँ।
इस बार इन लड़कों ने आपस में एक प्लान बना लिया था।
सबने चूत में लण्ड पेलने के बाद सीधे सबकी गांड में ठोक दिया लण्ड!
गोपी ने बबली की गांड में पेला, गुरजीत ने मेरी गांड में पेल दिया।
करन बड़ी मस्ती से सपना की गांड मारने लगा और इयाद परमजीत की गांड चोदने लगा।
हम चारों माँ की गांड एक साथ चुदने लगी।
करन और इयाद दोनों पीछे से गांड मारने लगे।
गुरजीत ने बेड के नीचे खड़े होकर मेरी जाँघें घसीट कर मेरी गांड में लण्ड पेला और इसी तरह गोपी ने भी बबली की गांड में लण्ड पेला।
गांड में मोटे मोटे लण्ड घुसते ही हम सबकी चीखें निकल पड़ीं लेकिन मज़ा भी खूब आया।
एक दूसरे की माँ की गांड मारने का ये आईडिया सबको पसंद आया।
चारों माँ ने गांड चुदवाने का मज़ा लिया।
उसके बाद सबको नींद आने लगी और सब नंगे नंगे ही सो गए।
सवेरे 6 बजे जब मैं उठी तो गोपी का गोरा गोरा लण्ड बड़ी मस्ती से लेटा हुआ था, उसका टोपा बाहर निकला हुआ था।
लण्ड देख कर मेरी लार टपकने लगी; चूत भी ससुरी चुचुहाने लगी।
बस मैं झुकी और लण्ड को आहिस्ते से जबान से उठा लिया फिर उसे धीरे से मुंह में भर लिया और अंदर ही अंदर उसे चाटने चूसने लगी.
तब तक एकदम से गोपी ने आँखे खोल दी, बोला- अमानी आंटी आप?
मैंने कहा- हां गोपी, तेरा लण्ड बड़ा प्यारा लग रहा है।
फिर मैं उससे लिपट गयी।
उसके बाद गोपी ने मुझे सबके सामने खूब चोदा क्योंकि सभी लोग तब तक उठ चुके थे।
मुझे देख कर गुरजीत करन की माँ चोदने लगा, करन गुरजीत की माँ चोदने लगा और इयाद गोपी का माँ चोदने में जुट गया।
चुदाई हो ही रही थी.
तभी एक मैंने देखा कि वही गेट कीपर जिसने मुझे नंगी देखा था, वह हमारी ग्रुप ऑर्गी सेक्स गेम को बड़ी ललचाई नज़रों से देख रहा है।
उसका नाम राजू था।
मुझे उस पर तरस आ गया तो मैंने उसे इशारे से अंदर बुला लिया।
वह आया तो मैंने कहा- तू बाहर से क्या देख रहा था मादरचोद?
तब तक हयात बोल पड़ी- अरे अम्मी, ये तो माँ की चुदाई ही देख रहा था जो यहाँ हो रहा है। अब इसे भी शामिल कर लो इस खेल में! बिचारा चूत के लिए तरस रहा है।
मैंने कहा- अच्छा तुझे बड़ा तरस आ रहा है तो इसका लण्ड खोल कर दिखा!
हयात नंगी नंगी उसके पास गयी और उसके कपड़े खोल डाले, उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी।
लण्ड जब पूरा खड़ा हुआ तो मेरी आँखें चौंधियाँ गयी।
बड़ा मोटा और लम्बा था उसका लण्ड!
मेरी चूत साली फिर से गरमा उठी।
हयात लण्ड पकड़े पकड़े आई और उसे मेरी चूत में पेल दिया।
मैंने उससे मजे से चुदवाया फिर मैंने लण्ड हयात की चूत में घुसा दिया तो उसने भी चुदवाया।
हम दोनों माँ बेटी उसका लण्ड पाकर मस्त हो गईं।
हयात बोली- अब मैं अगली बार एक नया आईडिया दूंगी माँ चोदने का!
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