थ्रीसम सेक्स कहानी: गर्लफ्रेंड की सहेली को चोदा

(Threesome Sex Story: Girlfriend Ki Saheli Ko Choda)

जय पटेल 2018-09-11 Comments

दोस्तो, मैं आपका दोस्त जय पटेल अपनी नई थ्रीसम सेक्स कहानी पेश कर रहा हूं। इससे पहले मेरी एक हिंदी सेक्स कहानी अन्तर्वासना पर प्रकाशित हो चुकी है तो आप मेरे बारे में तो जानते ही होंगे. फिर भी आपको बता दूँ कि मैं 22 साल का हूं और मेरी हाईट 5’7″ है और मेरे लंड की साइज 7″ थोड़ी ज्यादा है।

मेरी पिछली कहानी
गर्लफ्रेंड को उसकी सहेली के सामने चोदा
को आप सबने पढ़ा और उसकी सराहना की इसके लिए आप सबका धन्यवाद। आपके ईमेल ने मुझे आगे की कहानी लिखने के लिए प्रेरित किया है।

तो जैसे कि आप लोगों ने पढ़ा कि किस तरह मेरी गर्लफ्रेंड को मैंने अपने रूम पे लाकर चोदा और ये सब उसकी फ्रेंड ने कैसे देख लिया।
इस बार में आपको बताना चाहता हूं कि किस तरह हम तीनों का थ्रीसम हुआ. दोस्तो इस कहानी में और पिछली कहानी में जो पात्रों के जो नाम मैंने प्रयोग किए हैं, वे बदले हुए हैं बाकी जो घटनाएं बताई हैं, वे सब सच हैं।

गर्लफ्रेंड की चूत चुदाई का मजा लेने के बाद मैं उन दोनों को उनके कमरे पे छोड़ आया और आकर सो गया।
11 बजे के आस पास मेरे रूममेट ने आकर मुझे जगाया और रात के बारे में पूछने लगा तो मैंने उसे सिर्फ इतना कहा कि शीतल के साथ थोड़ा कुछ ही हो पाया है।
तो उसने मुझे कहा- अब तुम्हें मेरे लिए भी किसी माल को पटाना पड़ेगा।
मैंने भी हाँ कह दिया और उठकर तैयार होने लगा।

दोपहर को खाना खाने के बाद मैंने शीतल को कॉल किया. उसने कॉल उठाते हुए मुझे ढेर सारी चुम्मियाँ दे दी। तो मैंने उसे इसका कारण पूछा तो उसने मुझे कहा- कल रात को तुमने जो मजा दिया है, ये उसका गिफ्ट है।

फिर हमारी हर रोज हमारी यू हीं बातें होने लगी। ऐसे ही कई दिन बीत गए और मैं शीतल को रूम पर लाकर कई बार चोद चुका था।

एक दिन एक बार मुझे शीतल का कॉल आया और मुझे कहा कि उसे कल घर जाना है, उसके रिलेशन में किसी के यहाँ शादी है और आज रात वो मुझसे मिलना चाहती है। मैंने भी जल्दी से हाँ कह दी क्योंकि मेरा भी फिर से सेक्स करने का हो रहा था।

तो इस बार भी मैंने अपने दोस्त को किसी और के रूम पे जाने के लिए बोल दिया। रात को जब मैं उसे लेने रहा था तब उसका कॉल आया और मुझे बताया कि उसके साथ उसकी फ्रेंड काजल भी रूम पे आना चाहती है।
मैंने भी सही मौका देखकर हाँ कह दिया क्योंकि में सोच रहा था किसी तरह काजल को पटा कर दोनों को चोदूंगा।

मैं जब उन दोनों को रूम पे लेकर पहुंचा तब मुझे फुरसत मिली काजल को ठीक से देखने की… काजल भी किसी परी से कम नहीं थी। काजल ऊंचाई में शीतल से थोड़ी ऊंची थी और रंग में उसके जैसे ही गोरी थी। काजल के बारे में मुझे सबसे अच्छा लगा, वो है कि उसके चूचे और गांड दोनों शीतल से बड़े थे।

हम तीनों हर बार की तरह बातें कर रहे थे और मैं सोच रहा था कि एक बार शीतल को चोद लूं, उसके बाद काजल को चोदने के लिए पटाऊंगा।
इस बीच काजल ने कहा कि उसे नींद आ रही है और वो साइड जाकर सो गई। असल में वो हम दोनों को चुदाई का मौक़ा दे रही थी.
मैं और शीतल दोनों बात कर रहे थे क्योंकि शीतल मेरे ही कॉलेज में थी तो मुझे उसके बारे में सब कुछ पता था। काजल हमारे कॉलेज में नहीं थी, वह सिर्फ शीतल के साथ रूम शेयर करके रह रही थी और दूसरे कॉलेज में पढ़ाई कर रही थी।

जब हमें ऐसा लगा कि काजल सो गई है तो शीतल मेरे पास आयी और मुझे गले लिपट गई, मैंने भी उसको जौर से अपनी बांहों में भर लिया और उसके रसीले होंठों को चूसने लगा। कभी उसके होंठ चूस रहा था तो कभी उसके चूचों को दबा देता था जिस वजह से उसके मुंह से सिसकारी निकल जाती थी।

थोड़ी देर चुम्मा चाटी करने के बाद दोनों एक दूसरे के कपड़े निकालने लगे और साथ में एक दूसरे के होंठों को चूसते जा रहे थे। थोड़ी ही देर में देखते देखते दोनों पूरे नंगे हो गए थे। अब मैं धीरे धीरे उसकी चूचियों की तरफ बढ़ा और चूचियों को मसलने लगा तो कभी काटने लगा। वहाँ से आगे बढ़ते हुए मैं अपना मुंह उसकी चूत के पास ले गया और चूत चाटने लगा।
मैं जोर जोर से चूत चाट रहा था और शीतल मेरे बाल पकड़कर मेरे मुंह को चूत पर दबा रही थी।

मेरी पीठ पीछे काजल सो रही थी.

तभी मुझे ऐसा लगा कि कोई मेरे लंड को सहला रहा है। मैंने मुंह को चूत से हटाया तो देखा कि काजल मेरे लंड को सहला रही है। मैंने झूठमूठ का गुस्सा दिखाते हुए कहा- कि ये क्या कर रही हो? तब शीतल ने मुझे कहा कि उसका बॉयफ्रेंड उसको छोड़ के चला गया है और वो जब से मेरे साथ आई थी, तब से उसका भी चुदाने का मन कर रहा था. तुम उसे मेरे साथ चोदना ताकि वो भी संतुष्ट हो जाए।

मैं समझ गया कि मैं यहां शिकार करने की योजनाएं बना रहा था और यहां तो शिकार मेरे लिए पहले से तैयार था। मैंने थोड़ी आनाकानी की दिखाने के लिए और फिर हाँ कह दिया।
जैसे ही मैंने हाँ कहा, शीतल और काजल दोनों हाथ मेरे शरीर पर रेंगने लगे। मैं तो अब जन्नत में था.

दोस्तो, क्या बताऊं आपको… ऐसा मेरे साथ पहली बार था कि मैं एक साथ दो लड़कियों के साथ था और थ्रीसम सेक्स कर रहा थ। दोनों मेरे शरीर पर हाथ घुमा रही थी साथ में कभी मेरे होंठों पे तो कभी गर्दन पर या कान के पास चुम्मियाँ ले रही थी।
मैं भी अब काजल के हुस्न और जिस्म को देखने के लिए बेताब था तो मैंने भी उसके कपड़े उतार दिए।
मेरे तो नसीब खुल गए थे।

अब हम तीनों पूरी तरह नंगे थे। मैं कभी शीतल की तो कभी काजल की चूचियां चूसता और दबा देता, वो भी मेरे शरीर पर चुम्मियाँ ले रही थी। साथ ही दोनों एक दूसरी के होंठ भी चूस रही थी। थोड़ी देर बाद मैंने शीतल को फिर से लेटाया और उसकी चूत चूसने लगा और काजल ने मेरा लंड पकड़ लिया और सहलाने लगी।

मैं और भी जोश में शीतल की चूत चाटने लगा। तब शीतल ने काजल से मेरे लंड को मुंह में लेने को कहा तो काजल मेरे लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी. क्या बताऊं कि कैसा आनन्द आ रहा था मुझे।
थोड़ी देर शीतल की चूत चाटने के बाद वो अकड़ने लगी और पानी छोड़ने लगी, उसका पूरा नमकीन पानी पी गया और उसके बाद उसको किस किया।

तब शीतल ने बताया कि काजल भी अपने बॉयफ्रेंड के साथ सेक्स कर चुकी है पर उसका बॉयफ्रेंड कभी उसकी चूत नहीं चाटता और इसने भी कभी किसी लंड का स्वाद नहीं चखा था।
इस बात पे मैंने कहा कि आज उसकी सारी इच्छा पूरी कर दूंगा।

फिर मैं काजल की ओर बढ़ा और उसके होंठों को चूसने लगा. थोड़ी देर बाद उसको लेटाया और उसकी चूत पर अपना मुंह ले गया। क्या बताऊं दोस्तो… उसकी चूत एकदम फूली हुई और क्लीन शेव्ड थी, एक भी बाल नहीं था।
तो मैंने देर ना करते हुए उसकी चूत पे जीभ घुमाई और चूत चाटने लगा जिससे वो पूरे जोश में आ गई और मेरा सिर पकड़ कर चूत पर दबाने लगी।

मैं भी उसकी चूत को चाटता तो कभी जीभ को चूत में घुसा देता था। थोड़ी देर बाद जब शीतल भी फिर से गरम हो गई तो उसने अपनी चूत को काजल के मुंह पे रख दिया. वो मना कर रही थी पर शीतल ने जबरदस्ती उसको अपनी चूत चटवाना चालू कर दिया।
इसलिए मैंने कुछ सोच कर ऐसी पोजिशन ली कि अब मैं काजल की चूत चाट रहा था, काजल शीतल की चूत और शीतल मेरे लंड को चूस रही थी।

थोड़ी देर बाद हम तीनों पूरी तरह से गर्म हो गए और एक दूसरे को जोर जोर से चाटने लगे और मजा लेने लगे। थोड़ी देर बाद काजल का पानी निकलने लगा जिसको मैं पूरा पी गया। अब वो शीतल की चूत चाट रही थी और शीतल मेरा लंड।
कुछ देर हम दोनों का शरीर अकड़ने लगा और दोनों ने एक साथ पानी छोड़ दिया। शीतल ने काजल के मुंह पर चूत दबा दी जिस वजह उसे पानी पीना पड़ा और शीतल ने भी मेरा सारा पानी पिया। थोड़ा कुछ लंड पे बचा था उसे मैंने काजल के पास ले जाकर उससे चटवाया और लंड को पूरी तरह से साफ करवाया।

थोड़ी देर बाद जब तीनों फिर से गर्म होने लगे तो तीनों एक साथ एक दूसरे के होंठ चाटने लगे।

मैंने अब देर न करते हुए शीतल को लेटने को कहा और उसकी दोनों टांगों को चौड़ा करके अपने लंड को उसकी चूत पर घुमाया जिससे उसने कहा- अब डाल भी दो।
शीतल मेरा लंड लेने के लिए आदि हो चुकी थी तो मैंने एक ही झटके में पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया जिसकी वजह से उसके मुंह से ऊऊईई मा… निकल गया। अब मैं शीतल की चूत में धक्के मार रहा था और काजल कभी उसके चूचे चूसती थी तो कभी उसके होंठ चूस रही थी।

धीरे धीरे मैंने अपनी गति बढ़ाई और जोर जोर से उसको चोदने लगा। पूरे रूम में मेरी और उसकी जांघें टकराने और उसके मुंह से निकलती सिसकारियों की आवाज से गूंज रहा था। करीब 15 मिनट की चुदाई के बाद उसका शरीर अकड़ने लगा और वो पानी छोड़ने लगी पर मेरा पानी निकालना बाकी था।

तो मैं उसको एक तरफ छोड़ कर अब काजल की तरफ बढ़ा और उसकी टांगों को फैला कर उसकी चूत पर लंड रखा और धक्का मारा, पर कई दिनों से उसकी चुदाई नहीं होने की वजह उसकी चूत टाईट हो गई थी, काजल के मुख से निकला- उम्म्ह… अहह… हय… याह… मर गयी!
तो मैंने शीतल को इशारा किया और फिर से लंड सेट करके जोर से झटका मारा इसी के साथ शीतल ने उसके होंठ पे अपने होंठ रख दिए और उसकी चीख जो निकलने वाली थी उसे दबा दिया।

मैं थोड़ी देर ऐसे ही रुका रहा क्योंकि अभी आधा ही लंड उसकी चूत में जा पाया था। थोड़ी देर बाद वो नॉर्मल हुई तो मैंने धीरे धीरे अपने लंड को धकेलना चालू किया. जब पूरा लंड अंदर घुस गया तो मैंने धक्के देना चालू किया जिसकी वजह से उसके मुंह पर दर्द और मजा आने की भावनाएं दिख रही थी।

जब उसका दर्द पूरी तरह गायब हो गया तो मैंने जोर जोर से धक्के देना चालू किया जिसके साथ ही वो जोर जोर से कहने लगी- आह जय फॅक मी… ओह याहह…
यह देख कर शीतल भी हंसने लगी और बोली- ऐसा तो क्या जादू कर दिया कि मेरे मुंह से कभी कभार निकलने वाले शब्द तेरे मुख से पहली ही बार में निकलने लगे।

मैं कुछ भी उत्तर न देते सिर्फ मुस्कुरा दिया। ये सब बातें अब मुझे बहुत उत्तेजित कर रही थी जिस वजह से मेरा धक्के मारना लगातार रफ्तार पकड़ रहा था. थोड़ी देर बाद मैं थक गया तो काजल मुझे नीचे लिटाकर मेरे ऊपर आ गई, मेरे लंड को अपनी चूत पे सेट करके एक ही बार में पूरा अन्दर ले लिया।
अब वो उछल उछल कर मेरा लंड चूत में ले रही थी, मैं उसके चूचों को ऊपर नीचे होता देख रहा था और उसे दबा रहा था।

तभी शीतल जो फिर से गर्म हो चुकी थी, मेरे पास आकर मेरे मुंह पर अपनी चूत रगड़ने लगी, मैं भी उसकी चूत को चाटने लगा।
थोड़ी देर बाद काजल का पानी निकलने लगा जो मेरे लंड और जांघों से होता हुआ नीचे बहने लगा।

काजल ने कहा- तुम क्या खाते हो कि अब भी तुम्हारा नहीं निकला?
मैंने कहा- अब निकलने ही वाला है… इसे थोड़ी देर चूसो और इसका स्वाद अच्छे से लो।
काजल मेरे कहे मुताबिक लंड को चूसने लगी और मैं काजल की चूत चूसने लगा।

थोड़ी देर बाद मेरा निकलने वाला था तो मैंने नीचे से गांड को ऊपर करके लंड को उसके गले तक जाने दिया और पानी की तेज धार निकल गई। उसकी सांस रुकने की वजह से काजल खांसने लगी. जब नॉर्मल हुई, तब पता नहीं क्या हुआ, वो मेरे लंड को जानवर की तरह चूसने लगी और जांघ और लंड पर जो पानी था उसे चाटने लगी।

मैं अब शीतल की चूत चाट रहा था. थोड़ी देर बाद जब उसका भी पानी निकल आया तो वो भी निढाल हो कर मुझ पर ही लेटी रही। थोड़ी देर बाद उसको एक साइड किया तो दूसरी साइड काजल आ गई और दोनों मुझसे लिपटकर बातें करने लगी।
तब शीतल ने काजल से पूछा- कैसा लगा अपने नए यार का लंड?
और मुझे बताया कि काजल को मुझसे चुदाना था इसलिए उसको अपने साथ लेकर आई थी, दोनों प्लान बनाकर ही आई थी।

मैं उनकी बातें सुनकर सोचने लगा कि जब ऊपर वाला देता है तो छप्पर फाड़ के ही देता है।

मैंने काजल को भी पूछा- मेरे साथ सेक्स का मजा आया या नहीं?
तब काजल ने बताया- मेरे बॉयफ्रेंड का लंड बहुत छोटा था और वो चूत भी नहीं चाटता था। आज तुमने अपने मोटा लंड से और मेरी चूत चाटकर मुझे बहुत खुशी दी है।
ऐसे ही बातें करते हुए तीनों कब सो गए पता ही नहीं चला।

जब मेरी आंख खुली तो मुझे लगा कि मेरे लंड को कोई चूस रहा है. देखा तो काजल बड़े प्यार से मेरा लंड चूस रही थी.

मैंने घड़ी में देखा तो अभी 4 ही बज रहे थे तो मेरे पास टाइम था। मैंने फिर से काजल को गर्म किया और शीतल को भी जगा कर गर्म किया और एक बार फिर दोनों की चुदाई की और 5 बजे उनको उनके रूम पे छोड़ आया।

उसके बाद कई बार हम तीनों ने साथ मिलकर थ्रीसम चुदाई की, कभी शीतल अकेली की तो शीतल के न हो पर काजल की अकेली की चुदाई करता था। काजल की अकेली की चुदाई भी में शीतल की अनुमति लेकर ही करता था।
अब हम साथ नहीं है पर अब भी उनके मैसेज आते हैं, बातें होती रहती है।

आपने मेरी पिछली कहानी के बारे में अपनी राय मुझे बताई, इस तरह मेरी इस थ्रीसम सेक्स कहानी के बारे में भी बतायें कि आपको यह कहानी कैसी लगी।
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