चुदक्कड़ चूतों ने किया मेरा गैंग बैंग- 2
(Garam Chut ki Kahani)
लड़कियाँ मुझे फार्म हाउस पर ले गयी थी. वहां पता चला कि और भी चूतें चुदने के लिए हैं. फिर उनके लिये लौड़ों के इंतजाम कैसे हुए? ग्रुप सेक्स की कामुक स्टोरी में पढ़ें.
दोस्तो, मैं अरमान अपनी ग्रुप सेक्स स्टोरी को आगे बढ़ा रहा हूं. मेरी जिगोलो सेक्स स्टोरी के पहले भाग
चुदक्कड़ चूतों ने किया मेरा गैंग बैंग- 1
में आपने पढ़ा था कि डॉली और अन्नू भी एकता के पास आ गयी थीं. फिर प्रमिला और उन तीनों ने मिलकर मेरे लंड की पियरसिंग करवाने का सोचा.
फिर वो प्रमिला के सुझाव पर मुझे अपनी सूरत वाली एक दोस्त हेतल के पास लेकर जाने लगीं. रास्ते में मैंने एकता और प्रमिला की चलती कार में चुदाई कर डाली.
अब आगे की कहानी:
प्रमिला और एकता की चुदाई होने के बाद हम तीनों शांत हो गये थे.
वापी आने वाला था तो डॉली ने कहा- कुछ देर यहीं रुकते हैं और कुछ हल्का चाय नाश्ता करते हैं.
सब इस बात पर राजी हुए. फिर जब तक वापी आया हमने अपने शॉर्ट्स पहन लिए थे.
हम हाइवे के एक अच्छे होटल पर रुके और सबने अपनी अपनी पसन्द का नाश्ता किया.
करीब आधे धन्टे के बाद हम वहां से निकले.
अब कार को डॉली चला रही थी. हम वहीं पिछली सीट पर ही थे.
फिर प्रमिला ने सिगरेट जलाई और पीने लगी.
एकता भी सिगरेट पीती थी तो उसने सिगरेट शेयर की. हम करीब चार घंटे की यात्रा करके सूरत शहर पहुंच गये.
एकता और प्रमिला को हेतल के फार्म हाउस के बारे में पहले से ही पता था.
हम फार्म हाउस पर पहुंचे और वहां के चौकीदार ने हमें फार्म हाउस की चाबी दे दी.
हम अन्दर गये तो देखा कि वहां पर कुछ मरम्मत और नवीकरण का काम चल रहा था. मगर वहां पर कोई नहीं था.
इतने में ही एकता के फोन की घंटी बजी. हेतल का ही फोन था. उसने एकता को सब कुछ समझाया और कहा कि वो रात को आयेगी.
फोन रखने के बाद एकता ने कहा- यहां पर रेनोवेशन चल रहा है, हम लोगों के रुकने का इंतजाम नीचे बेसमेंट में किया गया है.
हम सब अपना अपना सामान लेकर बेसमेन्ट में जाने लगे. वहां नीचे कुछ अंधेरा था.
चूंकि 7.30 बजे थे और गर्मियों के दिन थे इसलिए ज्यादा परेशानी नहीं हुई. हम नीचे पहुंचे तो वहां पर एक बड़ा सा गेट लगा था और उस पर ताला लगा था.
मगर हमारे पास तो एक ही चाबी थी. फिर एकता ने कहा कि यहां पर कोई छेद है जिसमें चाबी रखी होती है. मगर ये बात चौकीदार को नहीं बता सकते हैं, हेतल ने मना किया है.
फिर मैंने डॉली के मोबाइल की रोशनी में होल को ढूंढना शुरू किया. ऊपर की तरफ अन्नू को एक होल दिखा. अन्नू ने मुझे बताया तो मैंने ऊपर चढ़कर देखा. उसमें एक चाबी मुझे मिल गयी.
मैंने वो चाबी एकता को दी और उसने गेट खोला.
अन्दर का नजारा तो बिल्कुल अलग ही था. नीचे का तलघर बहुत ही आलीशान था.
अंदर जाते ही एक बड़ा सा हॉल था. हॉल के बाद दो बड़े बड़े बेडरूम थे.
शराब पीने के लिए पीछे एक बार बना हुआ था. उसके पीछे सीढियां थीं और सबसे लास्ट में तीन कमरे थे.
उन दो कमरों में 2 लड़के थे. वो हमें बड़ी ही विचित्र दृष्टि से देख रहे थे.
हम भी उन्हें देखकर हैरान थे.
तभी एकता बोली कि ये हेतल और उसकी ननद के कुत्ते हैं. वो दोनों यहां आकर इन्हीं से चुदवाती हैं.
फिर हम सब के सब बेडरूम में आकर आराम करने लगे.
तलघर में ऐश और आराम की सब सुविधायें मौजूद थीं. शराब और शवाब की पूरी व्यवस्था थी.
7.30 बज गये थे. एकता ने हेतल को कॉल किया तो वो बोली कि रास्ते में है और पहुंचने ही वाली है.
अब तक हमने फ्रिज से हल्का फुल्का नाश्ता कर लिया था.
तभी कुछ देर के बाद हेतल आ पहुंची. उसके साथ 3 और लेडी भी थीं. साथ में दो लड़के भी थे. सबने एक दूसरे को वेलकम किया.
हेतल ने मुझे गले लगा लिया और मुझे किस करके बोली- ओह्ह … अरमान कितना अच्छा हुआ कि तुम यहां आ गये. मैं तुम्हारे ही बारे में सोच रही थी. जब से एकता ने तुम्हारे आने का कहा था तब से सोच रही थी कि जी भरकर चुदूंगी.
एकता ने अन्नू और डॉली से हेतल और उनकी महिला मित्रों का परिचय करवाया.
तो हेतल बोली- तुम दोनों सच में किस्मत वाली हो जो तुम दोनों के पास इतना अच्छा और बड़ा लंड हमेशा साथ में रहता है.
इस बात पर सभी खिलखिलाकर हंस दीं. हेतल और उनकी दोनों दोस्त बहुत ही मस्त फिगर वाली थीं. हेतल की उम्र 40-42 के आसपास थी. फिगर 36-32-36 के करीब था, मतलब कि एकता और डॉली के बराबर.
उसके साथ आयीं सहेलियों की फिगर भी अच्छी थी. वो दोनों 35-37 के करीब की थीं. उनमें से एक हेतल की ननद थी. उसकी बॉडी 32-30-34 की थी.
सभी ने वेस्टर्न ड्रेस पहना हुआ था. ड्रेस में से उनके बूब्स बाहर आने को हो रहे थे.
कुछ देर के बाद सबने डिनर किया जो हेतल अपने साथ ही लेकर आई थी. फिर खाने के बाद सबने पैग बनाये और म्यूजिक लगा कर बार में एन्जॉय करने लगीं.
फिर वो डॉली और अन्नू से मेरे बारे में पूछने लगीं कि मैं उनको कैसे और कहां मिला और कितने टाइम से इनके साथ हूं, वगैरह वगैरह.
जो लड़के हेतल के साथ आये थे वो कमरे में जाकर कपड़े निकाल कर आ गये.
उन दोनों ने स्पोर्ट्स चड्डी पहन ली थी. उनके गले में एक एक बेल्ट लटकी हुई थी.
हेतल पीछे वाले कमरों में से भी दोनों लड़कों को ले आई.
वो चारों एक डांस स्टैंड पर आकर खड़े हो गये.
फिर म्यूजिक पर डांस करने लगे.
हेतल बोली- ये लो अरमान, तुम्हारी चड्डी और बेल्ट. तुम भी कपड़े निकाल कर ऊपर चढ़ जाओ. हमारा मनोरंजन करो.
एकता ने भी हेतल की बात पर जोर दिया.
मैं रूम में गया और कपड़े बदल कर मैंने चड्डी पहन ली और गले में बेल्ट डाल ली.
मैं स्टेज पर आ चढ़ा और अश्लील डांस करने लगा जैसा कि वो बाकी लड़के भी कर रहे थे.
नीचे खड़ी औरतें हम सबके जिस्मों पर शराब फेंक कर हमारा उत्साह बढ़ा रही थीं. वो अपनी ड्रेस के गले को हल्का सा खोलकर हमें अपने बूब्स के दर्शन करवा रही थीं.
कभी आपस में किस कर रही थीं तो कभी नीचे से हमारे लंड को छू रही थीं.
ऐसे ही आधा घंटा निकल गया और फिर सबने कुछ बात की.
वो सब आपस में कुछ चबर चबर कर रही थीं क्योंकि माहौल अब गर्म हो गया था और अब कुछ शुरू होने वाला था.
सभी औरतों ने अपने अपने कपड़े निकाल दिये थे.
एकता, अन्नू और हेतल की दोस्त रागिनी आपस में, हेतल की दोस्त अर्चना और प्रमिला और डॉली आपस में और हेतल की ननद रश्मि और हेतल आपस में किस कर रही थीं.
सभी एक दूसरे के बूब्स को जोर जोर से चूस रही थीं.
उनको ऐसे चूमा चाटी करते हुए देखकर हमें भी जोश आने लगा था. हमारे लंड भी तनाव में आने शुरू हो गये थे. जब पांचों लड़कों की चड्डियों में तंबू बन गया तो सबने अपनी चड्डियां उतार दीं.
हम अब नंगे हो गये थे. हम पांचों के पांचों को उनको अपने लंड दिखाकर हिला रहे थे. नीचे लेस्बियन सेक्स जोरों से चल रहा था. बीच बीच में हमें देखकर वो और ज्यादा उत्तेजित हो जाती थीं.
15 मिनट तक जोर शोर से चूमा चाटी चलती रही. फिर वो हमारे पास आईं और एक एक करके हमें किस करने लगीं. एक लड़के को डॉली ने नीचे उतार लिया. एक को एकता ने नीचे उतारा, जो लड़के अंदर थे उनमें से एक.
प्रमिला ने भी उन्हीं में से एक को नीचे उतार लिया. एक को अर्चना ने उतार लिया. मैं और एक और लड़का अभी ऊपर ही थे. हेतल, रश्मि, रागिनी और अन्नू मेरे पास आईं और मुझे किस करने लगीं. मैं सबके होंठों से होंठों को मिलाने लगा.
हेतल बोली- अन्नू, ये जब तक यहां है, इसको हमारे साथ ही चुदाई करने दे प्लीज!
अन्नू बोली- हां, क्यों नहीं, जरूर.
इतना बोलकर अन्नू डॉली के पास चली गयी.
हेतल और बाकी अब स्टेज पर चढ़ने लगीं. वो तीनों मेरे पास आईं और अपने बूब्स चुसवाने लगीं. दो मेरे आगे थीं और एक पीछे थी. मेरे जिस्म के साथ वो चूमा चाटी करने लगीं.
आगे हेतल और रागिनी दोनों मेरे लंड को अपने हाथों से आगे पीछे करने लगीं. पीछे रश्मि मुझे किस किये जा रही थी.
फिर उनके बूब्स चूसने के बाद मैंने दोनों झुकाकर उनके घुटनों पर बैठाया.
मैंने अपना लंड उनके सामने कर दिया.
हेतल तो पहले भी मेरा लंड ले चुकी थी. मगर रागिनी मेरे लंड को बड़ी हैरानी से देख रही थी.
वो हेतल से बोली- यार, तूने जो बताया था ये तो उससे भी बड़ा है. इसको तो देखकर ही मेरी चूत पानी छोड़ रही है.
अब मैंने हेतल के सामने लंड किया तो वो जुबान निकाल कर मेरे लंड के टोपे पर फिराने लगी.
मैं रागिनी का सिर पकड़ कर उसके मुंह को गोटियों में घुसाने लगा.
सारी की सारी एक से बढ़कर एक चुदक्कड़ थीं. किसी को भी कुछ समझाने की जरूरत नहीं थी.
रागिनी मेरी गोटियों पर जुबान फेरने लगी. फिर मैंने रश्मि को आगे की ओर करते हुए उसके होंठ चूसते हुए उसकी चूत में उंगली से चोदने लगा.
इतने में मेरे टोपे पर जुबान फिराते हुए हेतल ने मेरे लंड को गप्प से मुंह में ले लिया. वो गूं … गूं … की आवाज के साथ मेरे लंड को चूसने लगी. वो मेरे लंड को अंदर जड़ तक ले जाकर चूस रही थी.
जब मुझे उसके मुंह के अंदर की गर्मी का अहसास हुआ तो मेरे मुंह से आह्ह निकल गयी. रागिनी भी अपने काम में बिजी हो चुकी थी. कुछ देर चूसने के बाद हेतल ने मेरे लंड को रागिनी की ओर कर दिया.
रागिनी भी पूरे जोश के साथ लंड को चूसने लगी. अब ऊपर रश्मि मेरे मुंह को अपनी चूचियों में दबा कर आह्ह … आह्ह … की आवाजें करने लगी.
स्टेज से नीचे का नजारा भी काफी गर्म था. अन्नू और डॉली साथ में एक लड़के को लिये हुए थी. वो लड़का अन्नू को साथ में लेकर 69 की पोजीशन में था और डॉली भी अन्नू की चूत चाट रही थी.
प्रमिला के साथ जो लड़का था प्रमीला उसका लंड चूस रही थी.
एकता भी सोफे पर बिठा कर उसके साथ वाले लड़के का लंड चूस रही थी. अर्चना अपनी चूत चुसवा रही थी. इधर मैं भी तीनों को मजा दे रहा था.
हेतल ने मुझे लेटने के लिए कहा तो मैंने वैसा ही किया. फिर हेतल मेरे मुंह की ओर आयी और उसने मेरे मुंह पर अपनी चूत टिका दी.
रागिनी और रश्मि मेरे लंड को चूसने लगीं.
रश्मि ने हेतल से कहा- भाभी, ये किसी इन्सान का लंड है या घोड़े का?
फिर वो उम्म … म्म … की आवाज करती हुई मेरे लंड को चूसने लगी.
मैं हेतल की चूत चाटने लगा. हेतल की चूत बहुत मस्त थी और काफी पनिया भी गयी थी.
रागिनी और रश्मि बारी बारी से मेरे लंड को चूसने में लगी हुई थीं. लंड मोटा होने की वजह से वो रश्मि के मुंह में नहीं जा रहा था. रश्मि मेरे लंड के टोपे को ही ज्यादा चूस रही थी.
मैंने अपनी जुबान से हेतल की चूत में अंदर तक जीभ घुसाना चालू किया.
वो जोर से सिसकारने लगी- आह्ह … ओह्ह … याह्ह … ईई … ऊईई … करते हुए वो पागल सी हो गयी.
उसकी चूत को मैं 10 मिनट तक ऐसे ही जीभ से चोदता रहा और अचानक उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया. मैं उसकी चूत से निकल रहा सारा पानी पी गया.
फिर हमने पोजीशन चेंज कर ली. नीचे देखा तो चुदाई का मेला सा लग गया था.
प्रमिला लंड के ऊपर बैठ कर सवारी कर रही थी.
अन्नू डॉगी स्टाइल में चुद रही थी.
डॉली की चूत को अन्नू 69 की पोजीशन में चूस रही थी.
डॉली अन्नू की चूत और लंड को चूस रही थी. एकता भी टांगें उठाकर चुदाई करवा रही थी.
अर्चना अपने साथ वाले लड़के से चुदाई करवाने में बिजी थी.
किसी को किसी की परवाह नहीं थी. सब अपनी अपनी चुदाई के मजे में खो गये थे.
आपको स्टोरी कैसी लग रही है इस बारे में अपनी राय और सुझाव जरूर लिखें. आप नीचे दी गयी ईमेल पर मैसेज करें या कमेंट्स में लिखें.
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कहानी का अगला भाग: चुदक्कड़ चूतों ने किया मेरा गैंग बैंग- 3
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