मेरी चूत को बड़े लंड का लालच
(Meri Chut Ko Bade Lund Ka Lalach)
दोस्तो, मुझे मेरी पिछली कहानी
कैब से बेडरूम तक
में आप सभी का इतना ज्यादा प्यार देने के लिए धन्यवाद. मुझे बहुत लोगों के मेल्स मिले और काफी मित्रों ने अगली कहानी लिखने के लिए बोला … तो सभी को शुक्रिया कहते हुए कहानी पेश कर रही हूँ, आनन्द लीजिएगा.
सबसे पहले मेरा परिचय, तो जो लोग मेरी पहले की कहानियां पढ़ चुके हैं, वो मुझे जानते ही होंगे … और जो मुझे नहीं जानते हैं, वो एक बार मेरी पहले की कहानियां जरूर पढ़ें.
कंप्यूटर क्लास खत्म होने के साथ मैंने RS-CIT एग्जाम के लिए भी फॉर्म भरा था, जिसका सेंटर मुझे जैसलमेर मिला. जैसलमेर यहां से 400 किलोमीटर दूर है.
एग्जाम सुबह 9 बजे था, तो मैं एक दिन पहले ही निकल गयी. मेरे पति ने वहां के एक होटल में मेरे लिए एक रूम बुक करवा दिया. चूँकि मैं अकेली ही जाने वाली थी … तो शाम की बस से मैं जैसलमेर के लिए निकल गयी.
काफी देर गाने सुनने के बाद जब मैं बोर होने लगी, तो मैं आस पास देखने लगी. मैंने देखा कि मेरी दूसरी सीट पर चार अफ्रीकन बैठे थे. मैंने सबसे पास वाले से हैलो बोला … तो उसने भी हैलो बोला. उसके साथ मेरी कुछ देर तक बातें हुईं.
उसने बताया कि वो अपने दोस्तों के साथ यहाँ घूमने आया है और इत्तेफाक से वो भी उसी होटल में रुका हुआ था, जिस होटल में मैं रुक रही थी. उसमें ही उसके दोस्त भी रूकेंगे.
उसके बाजू में ही उसके तीनों दोस्त बैठे थे. उसने अपने तीनों दोस्तों से मुझे परिचित करवाया. उनका नाम मारव, लेकलान, जैक, ओकले था
उन सभी ने कहा कि उन्हें इंडियन कल्चर बहुत पसंद आया. मेरी तारीफ़ करते हुए एक ने कहा कि मैं साड़ी में बहुत हॉट लग रही हूँ.
मैंने उन सभी को थैंक्स बोला.
चारों पहलवान किस्म के लम्बे तगड़े सांड जैसे जिस्म के मालिक थे. मैंने अफ्रीकन बड़े लंड से गोरी मेमों की चुदाई की ब्लू-फिल्म्स देखी थीं, जिसमें ये काले हब्शी, गोरी चूत वाली का भुर्ता बना देते हैं. इनके लंड पैदाइशी बड़े होते हैं, तो मैं भी उन पर चांस मार रही थी. मुझे भी अफ्रीकन लंड का स्वाद लेना था. अफ्रीकन वास्तव में बहुत काले दिखते हैं जैसे कि पोर्नफिल्म में दिखते हैं.
धीरे धीरे वो मेरी बातों से, मेरी भावनाओं को समझ रहे थे. इसलिए वो भी कभी कभी मुझे छेड़ रहे थे. जैक ने मजाक में बोल दिया कि वो सभी प्लेबॉय हैं. उसकी इस बात पर बाकी सब हंसने लगे.
मैं समझ गयी थी कि मेरी बातें उनको समझ में आ रही हैं कि मैं उनसे क्या चाहती हूँ.
कुछ देर में उन्होंने मेरी लाइफ के बारे में सवाल किये, मैं उनके सब सवालों के जवाब दे रही थी.
फिर एक स्टेशन पे बस रुकी, तो मैं पानी और कुछ खाने का सामान लेने के लिए नीचे उतर रही थी. तभी ओकले ने धीरे से मेरे हिप्स पे थप्पड़ लगा दिया … जिससे मेरी बॉडी में करंट लग गया.
मेरी तरफ से कोई विरोध होता न देख कर उन सभी को समझ आ गया कि मैं उनसे क्या चाहती हूँ. मेरे वापस आते ही उन्होंने मुझे अपना नम्बर दिया और अपने रूम में इनवाइट किया. मैं खुश हो गई कि मुझे आज रात ये अफ्रीकन सांड चोदने वाले हैं. ये सोचते ही मेरी चूत से पानी टपकना शुरू हो गया.
मैंने पोर्न मूवीज में देखा था, और जब से सेक्स के बारे में समझ आयी थी, तब से ही मैं एक अफ्रीकन लंड से चुदना चाहती थी.
ओकले ने मुझे उसकी गर्लफ्रैंड के साथ सेक्स के वीडियोज दिखाए. उस वीडियो में ये चारों उस लौंडिया की गांड चूत मुँह सब मार रहे थे. ये सब गैंगबैंग में बहुत जबरदस्त चोदते हैं. इससे मैं समझ गयी थी कि आज रात मैं बुरी तरह से चुदने वाली हूँ. मेरी चुत की तो आज माँ चुदने वाली है.
ये सब बिल्कुल एक पागल सांड की तरह चोदते हैं, ये जानते हुए भी मैं उन सभी से चुदने के लिए मरी जा रही थी.
जैसलमेर पहुंचने के बाद हम सब होटल पहुंचे. रूम पहुंच कर मैं फ्रेश हुई और फिर चुत को शेव किया. उस पर गुलाब जल लगाया और ट्रांसप्लांट ब्रा पेंटी पहनने के बाद साड़ी ब्लाउज पहना. अपने बैग से मैंने अपना व्हिस्की का हाफ निकाला और सीधे बोतल से नीट दारू खींच ली. मैं अपने बैग में हर समय कामोत्तेजना बढ़ाने वाली गोली रखे रहती हूँ, सो मैंने दो गोलियां खा लीं. मुझे मालूम था कि आज ये चारों को झेलना मुझे सामन्य अवस्था में सम्भव नहीं होगा.
फिर मैंने खुद को शीशे में देखा, वाकयी मैं बड़ी हॉट माल लग रही थी. मेरी नाभि साफ़ दिखाई दे रही थी. मुझे जानकारी थी कि किसी भी विदेशी को साड़ी वेस्टर्न ड्रेसेस से ज्यादा सेक्सी लगती है. इसमें भारतीय नारी की सेक्सी नाभि दिखने से उनके लंड खड़े हो जाते हैं.
कुछ देर बाद मैंने उनको कॉल किया. उन्होंने अपना रूम नम्बर कन्फर्म किया और मैं उनके कमरे में पहुँच गयी. मैं पहुंची, तब सब वो ड्रिंक कर रहे थे. उन्होंने मुझे ऑफर की, पर मैंने मना कर दिया. मुझसे दवा के कारण रुका ही नहीं जा रहा था. मेरी चुत में बहुत खुजली मची थी, जिसे वो अच्छी तरह समझ रहे थे. फिर भी वे मुझे तड़पाये जा रहे थे.
मैक ने बताया वो सब किसी इंडियन लड़की को पहली बार चोद रहे हैं.
मैंने भी बताया कि मैं शुरू से ही सांड जैसे लंड वाले अफ्रीकन से चुदना चाहती थी. नसीब से आज तो मुझे चार चार सांड मिल गए हैं.
उन्होंने पूछा कि वो बहुत बुरा चोदते हैं. मैं झेल पाऊँगी.
मैंने भी बताया कि मुझे लम्बे और मोटे लंड बहुत पसंद हैं.
मारव ने मुझे नीचे बैठाया और अपने लंड पर पेंट के ऊपर से ही हाथ फेरने लगा. मैंने बारी बारी से सबके लंड बाहर निकाले. मैं हैरान रह गयी कि सबके लंड सांड के लंड जितने लम्बे और मोटे तगड़े थे.
मैं अब अच्छी तरह समझ गयी थी कि आज अफ्रीकन लंड के लालच में मेरी चूत और गांड का क्या हाल होने वाला है. एक होता तब भी झेल लेती, लेकिन ये साले चार चार सांड हैं. मेरी माँ चुदनी पक्की है. मेरी गांड बुरी तरह से फट रही थी. लेकिन तब भी बड़े लंड की चाहत ने मुझे रुकने पर मजबूर कर दिया था.
उनके लंड देख कर मेरी चुत और मुँह दोनों से पानी टपक रहा था. मैंने आज तक इतना बड़े लंड सिर्फ पोर्न मूवीज में ही देखे थे. मैं डर के साथ खुशी से सबके लंड एक एक करके मुँह में लेने लगी. मैं दो के लंड हाथ में लेकर मसलने लगी. उनके साइज देख कर ही मेरी चुत तैयार बैठी थी. मेरी चुत से लगातार पानी टपक रहा था. मैं पूरे मज़े से लंड चूस रही थी. मैक का लंड बहुत मज़े दे रहा था.
फिर ओकले ने मुझे खड़ा किया और मेरी गांड चुत से उन सभी ने एक साथ अपने अपने लंड भिड़ा दिए. वो मेरे जिस्म के हर अंग को चूमने लगे. मैं अपने होश खो बैठी.
उन सबने मेरी साड़ी को खींचना शुरू किया. मुझे ऐसा महसूस हो रहा था कि जंगल में शेरों का झुण्ड एक बकरी का शिकार कर रहे हों. उन्होंने एक दो पल में ही मेरी साड़ी को उतार फेंका. कब मेरा पेटीकोट ब्लाउज निकल गया और कब मेरे तन से मेरी ब्रा पेंटी के चिथड़े उड़ गए, पता ही नहीं चला. मैं पलक झपकते ही पूरी नंगी थी.
उन्होंने मुझे बेड पे खींच लिया. लेकलान मेरे नीचे लेट गया और उसने थूक लगाते हुए मेरी गांड में अपना लौड़ा घुसा दिया. एकदम से हुए इस हमले से मैं चिल्ला उठी ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’
वो बोले- बेब्स ईट्स बिगनिंग, वी हेव नॉट स्टार्टेड येट. (मेरी जान अभी तो ये शुरुआत है … हमने अभी असली खेल तो शुरू ही नहीं किया है.)
मैं सोचने लगी कि मूसल सा लंड मेरी गांड में घुसेड़ने के बाद मादरचोद कह रहे हैं कि खेल अभी शुरू नहीं किया है … तो क्या मेरी गांड के आर पार लंड निकल जाएगा, तब गेम शुरू हुआ कहलाएगा.
मैं चुप हो गयी.
फिर मारव मेरे ऊपर चढ़ गया और उसने भी थूक लगा कर अपना लंड मेरी चुत में घुसा दिया. मैं चिल्लाने वाली ही थी कि जैक ने मेरे मुँह में अपना लंड पेल दिया. ओकले ने हाथ में लंड थमा दिया. मैं बारी बारी ओकले ओर जैक का लंड मुँह में ले रही थी. उधर वो दोनों लेकलान और मारव पूरे दम से मुझे दोनों छेदों से चोद रहे थे. मुझे बहुत दर्द हो रहा था. मेरी आंखों से पानी आ गया. वो बिल्कुल गैंडों की तरह मुझे चोदे जा रहे थे.
तभी जैक ने भी नीचे आकर मेरी चुत में हल्की सी जगह बना कर अन्दर डाल दिया. मेरी चुत में एक साथ दो लंड थे. मेरा दर्द हद से भी ज्यादा हो गया था. मैं बहुत रो रही थी.
उन्होंने कहा कि हमने तो पहले भी वार्निंग दी थी, पर आपको तो मोटे लंड पसन्द हैं ना.
मैं बोली- डू नॉट माइंड. … फ़क मी मोर हार्डर. ( भेजा मत लगाओ … मुझे और जोर से चोदो.)
वो अब और खूंखार हो उठे थे और अपनी पूरी दम से मेरी गांड चूत मार रहे थे. मैं ओकले का लंड चूसे जा रही थी. मैं सिसक भी रही थी. इतनी बुरी तरह से मैं आज तक नहीं चुदी थी. वो तो दवा के कारण मुझे इन मूसल लंड लेने की ताकत मिल रही थी.
फिर मारव ने चुत से निकाल कर मेरी गांड में लंड डाल दिया. ये दर्द असहनीय था. अब मेरी गांड में दो लंड थे. मैं उसे निकालने को बोल रही थी, पर वो पूरे ज़ोर से मेरी गांड मारे जा रहा था.
मैं बहुत चिल्ला रही थी, तो उसने लंड निकाल दिया. मुझे इतना दर्द तो सील टूटने पर भी नहीं हुआ था. साली दारू भी ज्यादा नहीं पी थी, जिससे थोड़ा दर्द कम हो जाता.
मैंने मैक से कहा, तो वो बोतल ही उठा लाया और मेरे मुँह से लगा दी. मैंने एक ही सांस में पचास साठ एमएल व्हिस्की गटक ली. एक आग सी मेरे कंठ को चीरती हुई अन्दर चली गई. कुछ ही मिनट में मुझे मस्ती चढ़ने लगी.
अब वो सब खड़े हो गए और मुझे हवा में उठा लिया. लेकलान ने चुत और ओकले ने गांड में लंड डाल दिया. इसके बाद वे मुझे ऊपर नीचे झुलाते हुए चोदने लगे. मैं अभी भी रोये जा रही थी, इतने बड़े लंड को एक साथ दोनों छेदों में लेना बहुत दर्द देता है, पर अब दारू का नशा मुझे मज़ा दे रहा था.
मैं मज़े से लंड ले रही थी. फिर उन दोनों ने मुझे लिटा दिया और जैक और मारव ने चुत … और ओकले ने गांड में लंड डाल दिया. चौथे बचे जैक का मैं लंड चूसने लगी. मेरी चुत में 2 लंड एक साथ चल रहे थे. ये अनुभव बहुत खास था. नशा बढ़ गया था और मैं अब मज़े लेने लगी थी.
उन सभी का दम बहुत ज्यादा था. पूरे 15 मिनट से वो मुझे चोदे जा रहे थे. मैं न जाने कितनी बार झड़ चुकी थी.
करीब बीस मिनट बाद सभी ने लंड निकाले और मेरे मुँह पर ले आए. फिर एक एक करके सभी ने अपना सारा माल मेरे मुँह में खाली कर दिया. मेरा मुँह वीर्य से पूरा भर गया था और बाहर गिर रहा था. पर मैं उसे बर्बाद नहीं होने देना चाहती थी, तो मैंने हाथ बीच में लगा लिया और धीरे धीरे पूरा माल गटक गयी. एक बार फिर से मैंने सभी के लंड चूस कर साफ कर दिए.
चुदाई के बाद मैंने एक पैग और खींचा और कुछ नमकीन साथ में खाया. तभी मैक ने मेरे हाथ में सिगरेट थमा दी. मुझे चुदाई के बाद ये सब बहुत मजा दे रहा था. मेरी परपराती हुई गांड मुझे सीधा नहीं बैठने दे रही थी. तो ओकले ने मुझे अपनी गोद में बिठा लिया. वो मेरी चूचियों से खेलने लगा.
एक घण्टे बाद जैक ने मुझे पेटीकोट पहनने को बोला. मैंने वैसा ही किया फिर उसने मुझे गोद में उठा कर अपनी कमर से लटका लिया. मैंने भी दोनों टांगों से मैंने उसे जकड़ लिया. फिर उसने अपना लंड मेरी चुत पर सैट किया और मैं लंड ले कर ऊपर नीचे होकर मज़े लेने लगी.
मुझे इस वक्त पूरे मज़े आ रहे थे. मैं आहहउह उइ करते हुए लंड के मज़े लेने लगी.
थोड़ी देर में ओकले ने पीछे से मेरी गांड में लंड सैट कर दिया. अब वे दोनों फिर पूरे जोश से मुझे दोनों तरफ से चोदने लगे. इतने में मारव आया और उसने भी मेरी गांड में लंड लगाने की कोशिश की, पर मैंने मना कर दिया. इससे बहुत दर्द होता है.
वो मान गया. फिर उसने ओकले को हटाया और खुद मेरी गांड में लंड सैट करके शुरू हो गया. मैं पूरी मस्ती से मदहोश होकर चुदने लगी. मुझे कोई परवाह नहीं थी. पूरे कमरे में फट फक की आवाज़ गूंज रही थी और मैं भी मदहोशी में चिल्ला रही थी.
‘ओह फ़क मी बेबी हार्ड … मोर डीप..’
वह दूसरी बार मेरी गांड में ही झड़ गया और मैंने जैक को मना किया, तो उसने मेरे बाल खींच कर अपना लंड मेरे मुँह में भर दिया और झड़ गया.
फिर ओकले ओर लेकलान आए. उन दोनों मुझे लिटाया और मेरी टांगें फैला दीं. ओकले मेरे नीचे लेटा और लेकलान ने चुत से चोदना शुरू किया.
वो दोनों फिर बुरी तरह से मेरी चूत गांड को चोदने लगे. मेरी चुत अब दया की भीख मांग कर रही थी. पर मैं चूत की कहां सुनने वाली थी. क्योंकि फिर ये लंड कभी मिले न मिले. इसलिए मैं पूरे जोश में लंड ले रही थी.
उन्होंने मेरे मम्मों को मानो आटे की तरह से गूँथ दिया था. मेरे पूरी चूचियों का मलीदा बन गया था. उन सभी ने मेरे मम्मे खूब दबाए और खूब चूसे थे.
मैं उनको जकड़ कर और ज़ोर से चुदना चाहती थी. मेरे कहने पर उन्होंने मुझे जानवरों की तरह चोदना शुरू कर दिया. मेरी चुत बुरी तरह फट रही थी, गांड भी गड्डा बन चुकी थी.
मैं अब नहीं झेल पा रही थी, पर वो रुक नहीं रहे थे. मैं लाल हो गयी थी, इतना बुरा मैं जिंदगी में कभी नहीं चुदी थी.
फिर वो रुके ओर उन्होंने पूरा माल मेरी पेंटी ओर पेटीकोट पर झाड़ दिया. इसके बाद हम सभी नंगे ही सो गए. रात में भी उन्होंने मेरी चुत और गांड में लंड पेले.
सुबह जब मैं उठी, तब मैंने लेकलान का लंड चूसा तो कुछ ही देर में वो उठ गया. मैंने उसे शांत रहने का इशारा किया. उसने वैसा ही किया.
उसने एक बार फिर मेरी चुत बजाई. मैं दर्द के कारण चल नहीं पा रही थी. मैंने एक दर्द की गोली खाई और मैं तैयार होकर एग्जाम देने चली गई. वापस आकर मैं उन्हें बिना बताए ही अपने शहर निकल गयी. क्योंकि अब उन सांडों को झेल पाने जितना दम मुझमे नहीं बचा था और मेरी चुत भी उनके मोटे लंड लेने से मुझे मना कर रही थी.
सफ़र के दौरान बस में उनके कई फोन आए. मैंने बोला- अगली बार इंडिया आओ, तब मिलना.
आपको ये मेरी गैंगबैंग चुदाई की कहानी कैसी लगी, मुझे मेल करके जरूर बताएं.
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