जूही और आरोही की चूत की खुजली-31
पिंकी सेन
हाय दोस्तो, अब तो आपको कोई शिकायत नहीं है न… कहानी अपनी मंज़िल के करीब है और आप लोगों के मेल से पता चलता है कि आप सबको कहानी कितनी पसन्द आई। अब आपका ज़्यादा समय नहीं लूँगी। आप आनन्द लीजिए।
अब तक आपने पढ़ा…
साहिल सारी बात रेहान को बता देता है मगर रेहान को शक होता है तो वो जूही के पास जाता है सारी बात उससे जानने के लिए तब कहीं उसको पता चलता है कि जूही क्या है।
अब आगे…
जूही की बात सुनकर दोनों हक्के-बक्के रह जाते हैं।
साहिल- भाई, यह तो बहुत तेज़ निकली, हम तो सपने में भी नहीं सोच सकते थे कि यह सब जानती है। अगर यह ना बताती तो…!
रेहान- इतना जानने के बाद यहाँ रुकी क्यों हो और आरोही को क्यों नहीं बताया?
जूही- तुम लोगों के बारे में सब कुछ जान गई थी, मगर दीदी ने किया क्या?
यह अब भी समझ के बाहर था। यह तो पक्का हो गया था कि सिम्मी की मौत की ज़िमेदार वो थी, पर अंकित और संजू का क्या रोल था, वो मुझे आज पता चला।
अब मुझे आरोही से और ज़्यादा नफ़रत हो गई है।
रेहान- और ज़्यादा से क्या मतलब है?
जूही- मैं नफ़रत करती हूँ आरोही से.. आई हेट आरोही.. आपके प्लान के बारे में जानकर मुझे ख़ुशी हुई, कि अच्छा हो रहा है, शी इस बिच…!
रेहान- ये क्या बोल रही हो, वो तुम्हारी बहन है…!
जूही- बस नाम की बहन है कुत्ती कहीं की, हमेशा मुझे नीचा दिखाने की कोशिश करती है। पता है कोई उसके सामने मेरी तारीफ कर दे तो आगबबूला हो जाती है। मुझे अपने से अच्छी ड्रेस नहीं पहनने देती और तो और लेसबो भी उसका एक नाटक था, बस ताकि मेरे मम्मे दबा कर उनको बड़ा कर दे वो, ताकि मुझसे ज़्यादा टाइट मम्मे उसके रहें, अब मैं आपको क्या-क्या बताऊँ? उसको तो इतना जलील करो कि मुझे सुकून आ जाए।
साहिल- ओह माय गॉड.. ये साली आरोही है क्या? आख़िर सग़ी बहन से जलती है।
रेहान- हाँ जूही अब मुझे यकीन हो गया कि तुम सही बोल रही हो, चलो बाहर चलो तुमको उसका तमाशा दिखाता हूँ और हम उसको बड़ी भयंकर सज़ा देंगे।
जूही- एक बात कहूँ प्लीज़ बुरा मत मानना उसको जान से मत मारना, जैसे भी है, पर है तो मेरी बहन न… प्लीज़ बस मेरी ये बात मान लो…!
रेहान- नहीं ऐसा नहीं हो सकता, मौत का बदला मौत, मैं उसको तड़पा-तड़पा कर मारूँगा।
साहिल- नहीं रेहान ये सही कह रही है, उसका गुरूर उसकी खुबसूरती पर है, उसको इतना जलील करेंगे और चोद-चोद कर साली का हुलिया बिगाड़ देंगे, तब आपने आप उसको सज़ा मिल जाएगी।
जूही- हाँ रेहान जी उसकी कमज़ोरी यही है, उसके सामने किसी की तारीफ करो तो गुस्से में आगबबूला हो जाएगी। जब कुछ कर नहीं पाएगी तो रोएगी उसे इतना रुलाओ कि आँखों में गड्डे पड़ जाएं।
रेहान- हाँ ये सही रहेगा… अब चलो बाहर उसका तमाशा बनाते हैं। सब वहाँ पहुँच जाते हैं जहाँ सैट लगा था। अन्ना की नज़र जूही पर जाती
है तो उसकी आँखों में एक अजीब सी चमक आ जाती है और जूही भी अन्ना को देख कर शॉक्ड हो जाती है, उसका मुँह खुला का खुला रह जाता है।
रेहान- अन्ना अब शुरू करो यार ये जूही है आरोही की बहन।
अन्ना कुछ नहीं बोलता और बस मुस्कुरा कर ‘हैलो’ बोल देता है।
रेहान को थोड़ा अजीब लगता है कि अन्ना ने जूही को नज़र भर कर क्यों नहीं देखा और ना ही उसके चेहरे पर हवस आई, पर इस समय वो कुछ पूछ कर समय खराब नहीं करना चाहता था।
अन्ना एक आदमी को बोलता है कि बेबी को बुला लाओ। सचिन भी रेडी था। आरोही बाहर आ जाती है उस मैक्सी में वो बड़ी गजब की लग रही थी।
अन्ना- आओ बेबी यहाँ लेट जाओ, देखो सीन ऐसा होना कि तुम को बहुत ठंड लगना, हीरो आएगा… डायलोग तुमको पता है न…!
आरोही- हाँ सर मैंने सब याद कर लिए हैं।
अन्ना- ओके शुरू करते हैं।
सब ने आरोही को बधाई दी और आरोही ने साहिल पर ध्यान नहीं दिया, पर सचिन को गौर से देख रही थी क्योंकि अन्ना उसको सीन समझा रहा था। आरोही अपने मन में सोचती है हीरो तो ठीक-ठाक सा है, काश रेहान हीरो होता मज़ा आ जाता। सीन शुरू हो जाता है सचिन आता है आरोही बेड पर सोई रहती है।
सचिन- जान क्या हुआ तुम्हें..! ऐसे कांप क्यों रही हो?
आरोही- मेरे साजन मुझे बहुत ठंड लग रही है मेरी जान निकल रही है… प्लीज़ कुछ करो…!
सचिन- हाँ जान अभी लो मैं अपने जिस्म की गर्मी से तुम्हें आराम देता हूँ।
सचिन ने उस समय लुँगी और टी-शर्ट पहना था जैसे नाइट-ड्रेस होता है। वो टी-शर्ट निकाल कर उसके पास लेट जाता है और उसको अपने से चिपका लेता
है।
अन्ना- वेरी गुड शॉट करते रहो, ये सीन हमको एक ही टेक में पूरा करना है ओके…!
सचिन आरोही के होंठों को चूसने लगता है। ये आरोही को अजीब लगता है पर वो उसका साथ देने लगती है। अब सचिन आरोही के मम्मे को सहलाने लगता है और अपनी लुँगी को थोड़ा ऊपर करके अपना लौड़ा निकाल लेता है। उसका लौड़ा भी साहिल के जितना ही 8″ का था। वो आरोही की मैक्सी ऊपर करके उसके ऊपर आ जाता है और लौड़ा चूत पर टिका देता है। आरोही को अब समझ आता है कि ये क्या हो रहा है। वो जल्दी से उसको धक्का देकर अलग कर देती है और अपने कपड़े ठीक करके बैठ जाती है। सचिन को कुछ समझ नहीं आता।
अन्ना- कट… क्या हुआ बेबी…?
आरोही- सर ये वो…वो…!
अन्ना- अरे क्या हुआ खुल कर बोलो जी…!
आरोही- सर ये सच में मेरे जिस्म को मसल रहा है और असली सेक्स कर रहा है।
अन्ना- बेबी हम तुमको पहले बोला था ना… तुमने कॉंट्रेक्ट साइन भी किया
था, अब क्या प्राब्लम जी..?
आरोही- मैं समझ सकती हूँ बोल्ड सीन देना और रियल में सेक्स करना… इसमें फ़र्क होता है ना… बस ऊपर-ऊपर से करने को कहो मैं मना नहीं करूँगी…!
अन्ना- बेबी ये हॉट मूवी होना… अगर इतनी शर्म आती तो कोई धार्मिक रोल करो ना… यहाँ क्यों आई हो हा हा हा…!
अन्ना के साथ सब हँसने लगते हैं, जूही भी हँसने लगती है, जिसको देख कर आरोही का चेहरा गुस्से से लाल हो जाता है।
आरोही- जूही क्या तमाशा हो रहा है यहाँ? क्यों हंस रही हो और रेहान जी आप कुछ बोलते क्यों नहीं हो…?
रेहान- मैं क्या बोलूँ, मैंने तुमको सारी बात पहले बता दी थी। अब तुमको ये रोल नहीं करना तो मना कर दो, जूही कर लेगी क्यों जूही क्या कहती हो…!
जूही- हाँ रेहान जी मैं तैयार हूँ।
आरोही- जूही की बच्ची शर्म कर… अपनी बहन का रोल छीनना चाहती है… और रेहान जी ये कैसी फिल्म है जिसमें रियल सेक्स होता है… हाँ.. जवाब दो मुझे…!
रेहान- जान तुम बात को समझो, एक मिनट मेरे साथ रूम में चलो, मैं सब समझा देता हूँ तुमको…!
आरोही गुस्से में रूम में चली जाती है।
रेहान- जान तुम बात को नहीं समझ रही हो, ये सेक्स सीन फिल्म में नहीं है। बस ऊपर-ऊपर से जो हीरो किया वही दिखाया जाएगा ये तो बात क्या है ना कि सचिन गर्म हो गया तो बस ऐसी हरकत कर बैठा तुम शायद जानती नहीं कई बड़ी हिरोइन के साथ हॉट सीन करते समय हीरो गर्म हो जाता है और उसको रियल में चोद देता है… इट्स नॉर्मल बेबी…!
आरोही- मैं नहीं मानती ये सब…. मुझे नहीं करना कोई फिल्म…!
रेहान- तो ठीक है जूही कर लेगी।
आरोही- रेहान जी जूही नहीं करेगी…. रियल सेक्स सब के सामने करना कोई मामूली बात नहीं है।
रेहान- देखो तुम जल्दी फैसला करो, जूही सच में कर लेगी। अब तुम सोच लो क्या करना है?
आरोही- ओके जूही से ही करवा लो, मुझे नहीं करना..!
रेहान कुछ नहीं बोलता और बाहर आकर अन्ना को सब बता देता है पर जूही का नाम सुनते ही अन्ना का गला सूख जाता है।
अन्ना- यार ये कैसे करेगी जी नहीं ये गलत है। आरोही ने पेपर साइन किया है।
रेहान- तुमको क्या हो गया है अन्ना? क्या बकवास किए जा रहे हो? वो आ जाएगी बाहर।
जूही- रेहान जी आप रूको मुझे सर से एक मिनट बात करने दो।
जूही अन्ना के पास जाकर खड़ी हो जाती है और धीरे से उसके कान में बोलती है।
जूही- सर डरो मत, मैं किसी को कुछ नहीं कहूँगी.. ऐसे घबराओगे तो सब को शक हो जाएगा। जैसा रेहान जी कह रहे हैं करो ओके…!
साहिल- ये क्या काना-फूसी हो रही है?
अन्ना- कुछ नहीं जी हम सब समझ गया हिरोइन चेंज होना जी.. जाओ उस बेबी का मैक्सी जूही को पहना दो, अब न्यू हिरोइन ये होना जी…!
अन्ना के बोलने से कुछ सेकण्ड पहले आरोही बाहर आ गई थी। वो अब भी गुस्से में थी।
आरोही- नहीं अन्ना सर हिरोइन तो मैं ही रहूंगी, ये जूही को क्या आता है? ना शकल ना अकल…. ये करेगी मेरा मुकाबला? आप शॉट रेडी करो मैं तैयार हूँ।
आरोही की बात सुनकर सब के चेहरे पर एक स्माइल सी आ गई क्योंकि वो सब यही चाह रहे थे।
अन्ना- ओके बेबी गुड वेरी गुड जाओ वहाँ लेट जाओ।
आरोही उसी पोज़ में वहाँ लेट जाती है और सचिन उसके शरीर से खेलने लग जाता है। उसके मम्मे दबाने लगता है, आरोही भी उसकी पीठ पर हाथ घुमा रही थी।
सचिन- आ..हह.. जानेमन क्या मस्त मम्मे हैं तेरे… मज़ा आ गया…!
आरोही कुछ नहीं बोल रही थी मगर सचिन का बराबर साथ दे रही थी। अब सचिन का कंट्रोल आउट हो गया था। उसने आरोही की मैक्सी निकाल दी और खुद
भी नंगा हो गया।
अन्ना- वाउ पर्फेक्ट बस लगे रहो… कैमरा करीब लो… पोज़ अच्छा आना चाहिए…!
सचिन ने लौड़ा आरोही के मुँह में देना चाहा मगर उसने नहीं लिया। सचिन अपना मज़ा खराब नहीं करना चाहता था इसलिए उसने आपने लौड़े पर थूक लगाया
और डाल दिया आरोही की चूत में।
आरोही- आ..हह.. उई फक बास्टर्ड फक मी।
सचिन- चुप साली हरामी तू है, ले अब देख मेरा कमाल आ..हह.. ओह…!
सचिन ताबड़-तोड़ लौड़ा पेलता रहा और आरोही तड़पती रही। बीस मिनट की चुदाई के बाद दोनों झड़ गए।
अन्ना- कट… मस्त एकदम हॉट… मज़ा आ गया… इसे कहते है पर्फेक्ट शॉट…!
आरोही ने सचिन को धक्का दिया, “हटो भी अब..!” उसने जल्दी से मैक्सी पहन ली और बैठ गई। वहाँ खड़े सब की नज़रें आरोही को घूर रही थीं, जैसे उसे
अभी खा जाएँगे। सब की पैन्ट में तंबू बना हुआ था।
आरोही- रेहान मैं जानती हूँ ये कोई फिल्म नहीं है। तुम सब मेरा इस्तेमाल कर रहे हो। अब बताओ ये सब क्या है मैं पहले ही समझ गई थी, पर इस कुत्ती जूही के कारण इस हरामी से चुदी हूँ। अब बताओ बात क्या है?
बस दोस्तों आज यहीं तक अब आप सब को पता चल ही गया न.. कि बुराई का अंजाम बुरा ही होता है, पर रेहान जो कर रहा है वो भी सही नहीं है।
अब आप सब समझ सकते हो कि मेरे कहने का मतलब क्या है? आप जल्दी से मेरी आईडी [email protected] पर मेल करके अपनी राय दें अब जल्दी ही कहानी का अंत आपके सामने पेश करूँगी, ओके बाय।
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