जूही और आरोही की चूत की खुजली-27

पिंकी सेन 2014-06-23 Comments

पिंकी सेन
हाय दोस्तो, आपके मेल आए, बड़ा अच्छा लगा। आज की कहानी का आनन्द लीजिए।
अब तक आपने पढ़ा…
संजू और अंकित आरोही का राज का पर्दाफाश कर रहे थे कि कैसे पार्टी में सिमरन की खूबसूरती से वो जल गई थी और सिमरन का चेहरा बिगाड़ने के लिए उनकी मदद ले रही थी।
अंकित सब कुछ बता ही रहा था कि अचानक सीढ़ियों पर किसी को देख कर उसके होश उड़ जाते हैं।
अब आगे…
अंकित ने सीढ़ियों की तरफ इशारा किया, वहाँ कोई खड़ा आराम से इनकी बात सुन रहा था। सब की नज़र एक साथ सीढ़ी की ओर गई।
रेहान- जूही… तुम यहाँ क्या कर रही हो? कब आईं..?
जूही- ओह रेहान, तुम कहाँ चले गए, सभी जगह ढूँढ़ कर ही यहाँ आई हूँ और ये सब कौन है और संजू, अंकित तुम यहाँ क्या कर रहे हो?
रेहान धीरे से बोलता है, “इसने कुछ नहीं सुना शायद सब नॉर्मल रहना..!”
रेहान- आओ जूही यहाँ आओ, तुमको सब से मिलवाता हूँ।
जूही नीचे आ जाती है, ब्लैक टी-शर्ट और ब्लू स्कर्ट में बड़ी सेक्सी लग रही थी। उसको देख कर अंकित और संजू की तो लार टपकने लगी थी।
जूही सब को ‘हाय’ बोलती है।
रेहान- जूही ये साहिल है और ये सचिन आरोही की फ़िल्म का हीरो और साहिल अब तुम्हारा हीरो बनेगा, फिल्म में…. ‘हाय’ करो…!
जूही बड़ी नजाकत से साहिल के पास जाकर हाथ आगे बढ़ा कर उसको ‘हैलो’ कहती है। साहिल भी उसका हाथ पकड़ कर चूम लेता है।
जूही- इन दोनों को मैं जानती हूँ, ये यहाँ क्या कर रहे हैं?
रेहान- व वो दरअसल ये अन्ना के आदमी हैं फिल्म में इनका भी काम है, इसलिए यहाँ आए हैं।
जूही- ओह्ह वाउ.. सब एक साथ काम करेंगे तो मज़ा आएगा।
रेहान- अभी हम फिल्म की ही बात कर रहे थे तुमने सीन तो सुन हे लिया होगा..!
जूही- नहीं तो, मैं आई तब अंकित चुपचाप मेरी तरफ देख रहा था। आप ने इसको आगे बोलने को कहा और अंकित ने मेरे आने का इशारा कर दिया बस…!
रेहान- ओह्ह मैं समझा तुमने स्टोरी सुन ली है, कोई बात नहीं तुम चलो ऊपर, मैं सब समझाता हूँ।
जूही को कुछ समझ नहीं आता है, वो रेहान के साथ वापस ऊपर चली जाती है और जाते-जाते रेहान सचिन को इशारा करके जाता है कि इनका ख्याल रखना।
अंकित- ओह्ह मा.. ये क्या है, सचिन कौन सी फिल्म और कौन अन्ना यहाँ कौन सा गेम चल रहा है? यार पटाखा यहाँ क्या कर रही है?
संजू- माँ कसम.. क्या लग रही थी साली, मन तो किया अभी उसकी गाण्ड पकड़ लूँ। साली हमेशा तड़पाती है, पर हाथ नहीं आती है।
सचिन- आरोही भी यहीं है, अगर तुम दोनों रेहान की बात मानोगे, तो दोनों बहनें तुमको मिल सकती हैं.. बोलो क्या बोलते हो?
अंकित- सचिन भाई गर्दन उड़ा देना, अगर मैं रेहान भाई की बात मानने से इन्कार करूँ तो… बस आरोही की दिला दो, उस रंडी को पटक-पटक कर चोदना चाहता हूँ। साली का सारा गुरूर उसकी चूत से पानी बना कर निकाल दूँगा और जूही की तो गाण्ड मारूँगा हर बार साली गाण्ड हिला कर लौड़ा खड़ा कर जाती है।
संजू- हाँ मैं भी रेडी हूँ बस जूही और आरोही को नंगी आपने आजू-बाजू सुलाना चाहता हूँ उनको बेदर्दी से चोदना चाहता हूँ।
साहिल की आँखों में गुस्सा था, पर पता नहीं, वो क्या सोच कर चुप था। रेहान और जूही वापस रूम में चले जाते हैं।
आरोही- कहाँ चले गए थे आप?
रेहान- मैंने रूम से बाहर आने को मना किया था न…! हम फिल्म के बारे में ही बात कर रहे हैं। अन्ना भी अभी तक नहीं आया।
आरोही- राहुल कहाँ है?
रेहान- वो अन्ना के पास गया है, उसके साथ वापस आएगा। अब तुम दोनों यहीं रहना ओके..! मैं आता हूँ।
इतना बोलकर रेहान बाहर निकल जाता है। आरोही को कुछ समझ नहीं आता है।
बाहर आकर रेहान किसी को फ़ोन करता है कि अन्दर आओ।
एक आदमी अन्दर आ जाता है। रेहान उसको कमरे के पास खड़ा कर देता है और उसको समझा देता है कि इनको बाहर मत आने देना और खुद अन्ना को फ़ोन करता है।
रेहान- कहाँ हो अन्ना? अब तक आए नहीं..!
अन्ना- हम थोड़ा समय बाद आता जी यहाँ थोड़ी गड़बड़ हो गई है, आकर बताता हूँ। अभी फ़ोन रखता हूँ।
रेहान सीधा नीचे जाता है।
रेहान- साहिल तुम ऊपर के रूम में जाओ। मुझे जूही पर शक है वीडियो में देखो, उसने यहाँ कुछ सुना तो नहीं न.. हम यहाँ संभालते हैं और प्लीज़ ऐसा-वैसा कुछ मत कर देना। कुछ भी बात हो, मुझे इन्फॉर्म करना ओके…!
साहिल ‘ओके’ बोल कर वहाँ से निकल जाता है।
सचिन- अच्छा किया उसको भेज दिया, ये दोनों जूही को देख कर पागल हो गए, सब
करने को तैयार हैं।
रेहान- पहले पूरी बात बताओ, तुम दोनों ने क्या किया? आरोही कैसे बच गई थी? और सिमरन ने तुम दो को ही देखा था क्या? राहुल ने भी तो किया था न? उसका नाम उसने क्यों नहीं लिया?
अंकित- भाई आप पूरी बात सुनो, आप खुद समझ जाओगे?
दोस्तों अंकित के मुँह से सुनने में मज़ा नहीं आ रहा चलो खुद देख लेते हैं कि वहाँ क्या हुआ था।
सुबह 9 बजे आरोही और सिमरन वहाँ पहुँच जाते हैं।
आरोही ने जींस और टी-शर्ट पहनी थी और सिमरन ने पिंक सलवार-कमीज़ पहनी थी। क्या क़यामत लग रही थी वो…!
सिमरन- आरोही ये कहाँ ले आई मुझे..! तुमने कहा था कि किसी फ्रेण्ड से मिलवाओगी, जो
बहुत बीमार है, पर ये किस का घर है? तुमने कहा था कि हॉस्पिटल जा रहे हैं?
आरोही- अरे यार, आओ तो… सब पता चल जाएगा।
आरोही डोर नॉक करती है। संजू डोर खोल देता है।
आरोही- हाय संजू कैसे हो, निमा कहाँ है? अब उसकी तबीयत कैसी है?
आरोही आँख से संजू को इशारा कर देती है।
सिमरन को देख कर संजू की तो आँखों में चमक आ जाती है।
वो उस ड्रेस में वो बहुत मस्त लग रही थी।
संजू- आओ ना… अन्दर आओ, वो रूम में है।
दोनों अन्दर आ जाती हैं। तभी संजू के फ़ोन पर रिंग आती है। वो साइड में होकर फोन सुनता है।
संजू- हैलो कौन?
राहुल- राहुल बोल रहा हूँ, आरोही वहाँ आई है न.. सिमरन को लेके.. मैं जानता हूँ आरोही ने तुम दोनों के साथ मिल कर कोई प्लान बनाया है, पर तुम दोनों ध्यान रखना, मेरी नज़र तुम दोनों पर ही है। आरोही के साथ डबल-गेम खेलने की कोशिश मत करना। मैं तुम दोनों को अच्छे से जानता हूँ..!
संजू-. ओके बाबा, विश्वास करो, हम बस उसकी हेल्प कर रहे हैं।
राहुल- ओके मैं यहीं तुम्हारे घर के बाहर खड़ा हूँ कोई गड़बड़ हुई ना, तो देख लेना…!
संजू- ओके बाबा, अब बाय।
आरोही और सिमरन हॉल में सोफे पर बैठ जाती हैं। संजू बात करके आता है।
संजू- सॉरी, वो एक दोस्त का फ़ोन था निमा के बारे में पूछ रहा था, मैं अभी आया।
संजू अन्दर जाकर अंकित को राहुल की बात बता देता है।
अंकित- साली रंडी अपने बॉडीगार्ड को साथ लाई है, नहीं तो आज उसकी जवानी का मज़ा ले ही लेते।
संजू- जाने दे ना यार, एक गिलास में गोली डाल दे, उसको फिर कभी चोद लेंगे। आज सिमरन का मज़ा लेते है न..!
अंकित- ओके, तू बाहर जा.. मैं आता हूँ।
संजू बाहर आ जाता है और आकर बैठ जाता है।
सिमरन को कुछ अजीब सा महसूस होता है।
सिमरन- यार, मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा हम किससे मिलने आए हैं और ऐसे बाहर क्यों बैठे हैं? चलो ना अन्दर, तुम्हारी फ्रेण्ड को मिल कर वापस चलते हैं।
आरोही- हाँ सही कहा तुमने।
आरोही आगे कुछ बोलती अंकित ट्रे में जूस लेकर आ गया।
अंकित- लो भाई ठंडा-ठंडा जूस पियो।
सिमरन- अरे अंकित, तुम भी यहीं हो और ये जूस तुम क्यों लाए हो? ये क्या चल रहा है, समझ नहीं आ रहा है।
आरोही- अरे यार निमा अंकित की बहन है और संजू इसका चचेरा भाई है। इसमें अजीब क्या है यार? संजू निमा को बुलाओ ना..!
अंकित- मैंने उसको बोल दिया है, वो बाथरूम में है, बस आती होगी। लो तब तक ये जूस पियो।
सिमरन को अजीब तो लग रहा था, पर वो उनकी साजिश को समझ ना पाई और उसने वो जूस पी लिया। दोस्तों आप शायद जानते नहीं, अंकित ने उसमें फुल डोज डाली थी, जिससे एक मिनट में ही उसका सर घूमने लगा और साथ में अंकित ने उसमें सेक्स उत्तेज़ित करने की गोली भी डाली थी, जिससे सिमरन के बदन में अजीब सी हलचल होने लगी थी।
सिमरन- उफ्फ आरोही… मेरा सर घूम रहा है। ये क्या हो रहा है मुझे?
आरोही- ओह्ह माय गॉड… क्या हुआ तुमको, संजू इसे रूम में ले चलो, इसको क्या हो गया है?
संजू फट से खड़ा हुआ और सिमरन को सहारा देते हुए बेडरूम तक ले गया और बेड पर लेटा दिया।
सिमरन- उहह न न… नहीं, मुझे नहीं सोना य य यहाँ मु..मु..झे घर ज..ज..जाना है।
आरोही- अरे यार ऐसी हालत में कैसे जाओगी? थोड़ी देर आराम कर लो, बाद में हम घर चलेंगे।
सिमरन- उफ्फ कितनी आ..हह.. गर्मी है यहाँ। मुझे ब बहउत ग..ग..गर्मी लग रही है…आ..हह.. मेरे बदन में आ..हह.. कुछ हो रहा है..आ..हह.. अजीब सा दर्द हो रहा है।
आरोही- ओहह ये क्या हो गया तुमको.. अरे तुम दोनों खड़े क्या देख रहे हो, थोड़ा बदन दबाओ, इसके कपड़े निकालो.. सिमरन को इन कपड़ों में गर्मी लग रही है।
सिमरन का सर घूम रहा था, पर वो होश में थी, ये सुनते ही रोने लगी।
उसके हाथ-पांव में बिल्कुल ताक़त नहीं थी कि उनका विरोध कर सके।
दोनों बेड पर बैठ गए, अंकित सिमरन के मम्मों को सहलाने लगा और संजू उसकी कमीज़ को निकालने में लग गया।
सिमरन- न न नहीं प्लीज़ उउउ उउउ ऐसा आ म मत करो आ आ आरोही आ इनको रोको ना…!
आरोही- चुप छिनाल, अब दवा का पूरा असर हो गया है, अब सुन यहाँ कोई निमा नहीं है यहाँ आज तेरा एमएमएस बनेगा। मेरी बेइज़्ज़ती करवाई थी न तूने, उन के बीच.. अब देख मैं क्या करती हूँ..!
संजू उसका कमीज़ निकाल देता है। गोरे बदन पर ब्लैक ब्रा क्या मस्त लग रही थी। उसके 32″ के नुकीले मम्मे बाहर निकालने को बेताब थे और सेक्स की गोली ने भी अपना काम चालू कर दिया था। सिमरन के निप्पल एकदम खड़े ब्रा में से भी साफ दिख रहे थे।
सिमरन- प्लीज़ उउउ भगवान के लिए मु..म मु..मुझे छोड़ दो आ..आ..उउ आ..हह.. आ आरोही मैंने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है…!
आरोही- चुप रंडी… रोना बन्द कर तू, जब आई उसी दिन मैंने कसम खाई थी कि तुझ से बदला लूँगी। सब मेरे हुस्न के दीवाने थे, पर तूने अपनी अदाओं से सब को अपना बना लिया। तू किसी रंडी की औलाद है, जो तेरे पास सब अदायें हैं। इसी लिए मैंने तुझसे दोस्ती की, तेरा भरोसा जीता, पर तू जानबूझ कर तैयार होकर आती थी। ताकि मेरा क्रेज कम हो, पार्टी में तूने ही लड़कों को इशारा किया था कि मेरी बेइज़्ज़ती करें। अब तू देख मैं तेरा क्या हाल करती हूँ..!
अंकित- क्या मस्त आइटम है यार…!
आरोही- अब मेरा मुँह क्या देख रहे हो, जल्दी से इसको नंगा करो। मुझे वीडियो बनानी है।
सॉरी दोस्तों मैं इसके आगे नहीं लिख पाऊँगी। अब आपको कहानी की सारी डोरियाँ खुलती हुए दिखने लगी हैं। अगला भाग जल्द ही आपकी सेवा में आएगा। आपके ईमेल के इन्तजार में आपकी प्यारी पिंकी।
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