छिपी अन्तर्वासना की पूर्ति कनाडा में-1
(Chhipi Antarvasna Ki Poorti Canada me- part 1)
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अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार।
मेरा नाम मल्लिका राय (बदला हुआ) है, शादीशुदा हूँ, एक रईस घर से हूँ। कमसिन उम्र में ही मैं सेक्स के बारे बहुत कुछ जान चुकी थी, उसके बाद से ही मैं काफी बिगड़ी और अय्याश लड़की बन गई थी लेकिन मैं अपनी योनि की सील सिर्फ शादी के बाद ही तुड़वाना चाहती थी और ऐसा ही हुआ।
22 वर्ष की होने पर मेरी शादी हो गई, मेरे पति भी एक बड़ी कंपनी के मालिक हैं, तब उनकी उम्र 24 वर्ष थी।
मेरे पति का लण्ड भी बहुत तगड़ा है। शादी के एक वर्ष बाद ही मैंने दो जुड़वाँ खूबसूरत बच्चों को जन्म दिया।
मेरे पति भी बड़े ही अय्याश किस्म के आदमी हैं और मैं जानती थी कि मेरे गर्भवती रहने के दौरान उन्होंने किसी और लड़की के साथ सम्भोग किया है और शादी के पहले भी!
क्योंकि मैं भी बहुत बिगड़ी हुई लड़की थी तो मैंने भी सोच लिया था कि मैं भी अन्य मर्द के साथ सम्भोग का आनन्द लूँगी।
खैर इस तरह मेरी शादी को 4 वर्ष हो चुके थे और मैं भी पति के साथ उनका बिजनेस मैं साथ देने लगी थी। तब तक पतिदेव से ही मैं अपनी चूत की ठुकाई चुदाई करवाती रही और इसी बीच उन्होंने मेरी गांड के छेद को भी बेरहमी से चोद कर खोल दिया था।
तभी पति बिजनेस के सिलसिले में कनाडा जाना था, पर अचानक उनकी तबीयत खराब होने की वजह से मुझे कनाडा जाना पड़ा क्योंकि बहुत बड़ी डील थी।
मैंने तुरंत ही अपने सामान की पैकिंग की और एयरपोर्ट पहुँची, वहाँ से फ्लाइट पकड़कर मैं सीधे टोरेंटो पहुँची।
कुछ देर होटल में आराम किया, आराम करने के कुछ देर बाद मैं बाहर गई।
होटल के पीछे ही एक स्विमिंग पूल था, वहाँ पर मेरी नजर चूमा चाटी कर रहे एक कपल की ओर गई, वो लड़की पैंट के ऊपर से ही उस लड़के का लण्ड मसल रही थी, अंडरवियर में भी उसका लण्ड काफी भयानक लग रहा था।
ये सब वहाँ पर आम बात है।
जब वो किस करके अलग हुए तो देखा कि वह तो मेलकम है। मेलकम 30 साल का एक 6 फ़ीट लम्बा, गोरा और हट्टा कट्टा व्यक्ति था और मेरा दूसरा लण्ड भी, वो अक्सर इंडिया आता रहता था बिजनेस के सिलसिले में… बस तभी से उससे पहचान हो गई थी और उसी कंपनी का एम्प्लॉई था जिस कंपनी के साथ मेरी डील थी।
फिर मैं उसके साथ लुइस नाम के आदमी के ऑफिस पर गई जिसके साथ मेरी बिजनेस डील थी, वो उस कंपनी का पार्टनर था।
लुइस भी 30-31 वर्ष का ही बॉडी बिल्डर था।
कुछ देर बाद हम लुइस के ऑफिस पहुँचे, वहाँ पर देखा तो लुइस एक लड़की को गोद में बैठाकर किस रहा था और कपड़ों के ऊपर से ही उसके बूब्स मसल रहा था।
हमें देखकर वो थोड़ा सम्भला, उसने मुझसे हाथ मिलाया फर हम बातें करने लगे।
मीटिंग थोड़ी देर से थी।
मीटिंग में डील फाइनल हो गई इसके बाद मेलकम ने मुझे शहर घूमने के लिए बोला तो मैंने हाँ कर दी।
घूमने के बाद मैं उसके ही घर पर चल दी, अचानक हम उसके घर पर पहुँच कर वहाँ पर देखा तो लुइस और उसका कोई दोस्त दोनों एक साथ चूत और गांड की चुदाई कर रहे थे और वो लड़की भी उछल उछल कर मजे से चुदाई करवा रही थी।
उस लड़की की उम्र कोई 21-22 वर्ष होगी।
हमें देखकर वो सम्भले, पर मेरी नजर उन दोनों के लण्डों पर गई, उन्हें देखते ही मेरी साँसें तेज हो गई, पता नहीं कब मेरा हाथ मेरी चूत पर पहुँच गया और मैं उनके सामने ही मेरी चूत को साड़ी के ऊपर से मसलने लगी।
मेरी नजर उन दोनों के लण्डों से हट नहीं रही थी। अचानक मेरे मन में भी उन दोनों लण्डों से चुदने की इच्छा होने लगी।
कुछ देर कमरे में ऐसे ही सन्नाटा पसरा रहा। अब आगे मैं क्या कहूँ, जब चुदाई करवानी थी तो माहोल तैयार हो गया, पर मैंने उस लड़की के साथ चुदने से मना कर दिया, दोनों ने उस लड़की को समझा कर बाहर भेज दिया।
फिर मैंने भी सारी शर्म के साथ सारे कपड़े भी उतार दिए और पूरी नंगी हो गई और दोनों हाथों में दोनों का लण्ड पकड़ कर बारी बारी चूसने लगी।
तब फिर से मेलकम अंदर आया जो चुदाई देखकर बाहर चला गया था, मैंने उसे भी बोला ज्वाइन करने के लिए… पर उसने मना कर दिया।
मैंने उन दोनों से कहा- उसे मनाओ!
वो उसे मनाकर ले आये।
क्योंकि मेरे अंदर पूरी तरह से वासना हावी थी और मैं कमरे में आये एक भी लण्ड को मेरे अंदर लिये बिना नहीं जाने देना चाहती थी।
तब तक मेलकम ने भी कपड़े उतार दिए पर उसका लण्ड बिल्कुल लटक रहा था।
मैं उठकर उसके पास गई और सबसे पहले उसका लण्ड मुँह में लिया तो वो भी सिसकारियाँ लेने लगा।
लुइस मेरे दोनों मम्मे सहला रहा था, उसका भी लण्ड पकड़कर मैं चूसने लगी थी, और तीसरा लण्ड उसका नाम उसने पूछने पर टॉम बताया था, वो अब मेरी चूत चाटने लगा था।
लुइस और मेलकम अब लण्ड चुसवाना छोड़कर बारी बारी मेरा मुँह चोदने लगे थे मैं तो आनन्द के सागर में डूब गई थी।
इसी बीच में झड़ गई और टॉम सारा रस पी गया।
फिर मेलकम मेरी चूत चाटने आया पर उस कुत्ते को ठीक से चूत चाटना नहीं आती थी तो मैंने उसे खड़ा किया और लण्ड ही चूसने लगी।
अब लुइस चूत चाटने लगा था, और मेलकम और टॉम मेरा मुँह चोद रहे थे, मेरे मुँह से बस ‘गुम्मम्म म्मम्म गुम्म्म म्मम्म उम्म्म्म्म् म्म्म’ की आवाज आ रही थी।
इतने में ही मैं दूसरी बार झड़ गई और काफी गर्म भी हो गई थी, मेरे सब्र की सीमा भी टूट रही थी, मैंने उन्हें लण्ड डालने के लिए बोला तो उन्होंने भी देर नहीं की।
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सबसे पहला लण्ड टॉम ने डाला और मेरी हल्की सी चीख निकल गई ‘आह हअई हह…’
फिर धीरे धीरे उसने पूरा लण्ड मेरी चूत में डाल दिया और कुछ देर बाद धक्कों की गति तेज कर दी, मुझे भी मजा आने लगा था।
उधर मेलकम और लुइस बराबर मेरे मुंह को चोदने में व्यस्त थे।
फिर कुछ देर बाद मेलकम ने टॉम की जगह ली और वो बिस्तर पर सीधा लेट गया और मुझे उसके ऊपर बैठा लिया और नीचे से धक्के लगाने लगा मैं भी चूत के साथ साथ गांड में लण्ड लेना चाहती थी, पर मन में एक डर भी था कि मैं दो लण्ड एक साथ झेल भी पाऊँगी या नहीं!
और एक उत्तेजना भी थी कि दो लण्ड से चुदकर एक नया अनुभव भी मिलेगा, क्योंकि 21 वर्ष की लड़की मजे से उसके दोनों छेद चुदवा सकती है तो मैं क्यों नहीं।
इसी बीच मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया, फिर लुइस ने मेलकम जगह ले ली और वो मेरी चूत में धक्के लगाने लगा, चूत गीली होने से फच फच की आवाज आ रही थी।
कुछ देर बाद ही जो मैं सोच रही थी अब वो भी पूरा होने जा रहा था, टॉम उसका लण्ड मेरे मुँह से निकाल कर मेरी गांड में लगाने लगा, धीरे धीरे उसका पूरा लण्ड जो मेरे थूक से गीला हो रहा था, आसानी से मेरी गांड में समा गया दोनों बराबर धक्के लगा रहे थे।
कुछ देर तो मुझे बहुत मजा आया, पर जब धक्कों को गति तेज हो गई तो मेरे दोनों छेदों में भी मजे के साथ दर्द बढ़ता गया और मैं दर्द से छटपटा भी रही थी लेकिन टॉम ने मेरी कमर, मेलकम ने मेरे दोनों हाथ पीछे की तरफ करके पकड़ रखे थे, और लुइस मेरे बाल पकड़कर मेरा मुँह चोद रहा था इसलिए मैं ना तो हिल सकती थी और ना ही चीख सकती थी।
पर जितना दर्द हो रहा था उससे अधिक मजा आ रहा था।
10 मिनट की और चुदाई के बाद मैं एक बार फ़िर झड़ गई और उनके कसकर पकड़े रहने की वजह से मेरा बदन अकड़ भी गया था।
अचानक ही दोनों ने धक्के लगाना रोका तो मुझे भी थोड़ी राहत मिली।
फिर दोनों ने पोज़ बदले और मुझे गोदी में उठा लिया लेकिन इस बार मेरी चूत में टॉम का लण्ड था और गांड में लुइस का, मेलकम बेड पर बैठकर लण्ड सहला रहा था।
इधर लुइस और टॉम ने धक्के लगाने शुरू कर दिए थे। यह पोज़ मुझे भी बहुत पसन्द है और मेरे पतिदेव को भी।
इस पोज़ में मैंने दोनों के कन्धे पर हाथ रखे थे और दोनों मेरे कूल्हे पकड़कर मुझे कभी ऊपर नीचे करते तो कभी मुझे गोदी में स्थिर रखकर धक्के लगाते!
इतने में मेलकम आया और टॉम की जगह पर चूत में लण्ड डालकर चोदने लगा।
जैसे ही मैं तीसरी बार झड़ी उनका भी झड़ने का नम्बर आया और मुझे फर्श पर तीनों बैठाकर लण्ड को तेजी से हिलाने लगे, पर मैंने वीर्य मुँह पर गिराने से मना कर दिया, तो उन्होंने मेरे मम्मों पर उनका सारा वीर्य गिरा दिया।
मैंने मेरे मम्मों पर ही सारा वीर्य पौंछ लिया।
फिर लुइस और टॉम ने कपड़े पहने और जाने लगे तो उन्होंने मुझे अगले दिन बीच (beach) पर चलने के लिए बोला।
मैंने हाँ में जवाब दिया और वो मुझे किस करके चले गए।
मेलकम बाथरूम से फ्रेश होकर आया तो मैं भी फ्रेश होने बाथरूम चली गई।
फ्रेश होकर मैंने मेलकम से कुछ बात करने लगी और एक बार हम दोनों ने भी चुदाई की।
रात को जब मुझे नींद आ रही थी तो मैं मेलकम के घर उसके साथ ही नंगी सो गई।
कहानी जारी रहेगी।
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