बीवी के साथ उसकी सहेली की सीलतोड़ चुदाई
(Bivi Ke Sath Uski Saheli Ki seal-tod Chudai)
लेखक – राज पंजाबी
सम्पादक- जूजा जी
दोस्तो, मैं राज पंजाब से हूँ.. आज मैं आपके साथ अपनी निजी जिन्दगी का सच्चा अनुभव साझा कर रहा हूँ.. मुझे उम्मीद है कि आप सबको यह घटना बहुत ही रोमान्टिक लगेगी और आप सब उत्तेजना से भर जाएँगे।
मेरी बीवी की एक सहेली है.. जो उसके साथ कॉलेज में पढ़ती थी.. उसका नाम बेबो था.. वो एक दिन शाम को अपने ब्वॉय-फ्रेण्ड के साथ हमारे घर आ गई और मेरी बीवी से मिली कुछ देर बातें करने के बाद वो मेरी बीवी से बोली- मेरी बस छूट गई है और मुझे तुम्हारे घर पर रात को रुकना है।
दरअसल वो एक नजदीक के गाँव की थी और अपने गाँव से मेरे शहर रोज बस से आना-जाना करती थी।
वो देखने में बहुत ही मस्त माल की तरह एक पटाखा लड़की थी.. उसका कद 5 फुट 5 इन्च था.. और जिस्म के कटाव एकदम मस्त 34-32-36 का था।
उसका कसा हुआ जिस्म और गोरी रंगत और सुन्दर चेहरा.. देखकर मैं हतप्रभ ही रह गया। मेरा लवड़ा हाहाकार मचाने लगा कि आज तो इसकी चूत लेनी ही है..
जब उसने रात रुकने की बात कही तो मैंने अपने लण्ड पर हाथ फेरते हुए कहा- कोई बात नहीं.. आराम से रुको.. तुम्हारा ही घर है..
उसने मेरी हरकत देख ली और मुझे आँखें मटकाते हुए बताया- मेरा फ़्रेंड रात को ही घर चला जाएगा।
मैंने भी उसकी आँखों में देखते हुए कुछ समझते हुए कहा- ओके..
फिर मैंने अपनी बीवी से उन दोनों के लिए डिनर का इंतज़ाम करने को कहा.. तो बेबो बोली- आज मुझे कुछ और भी करना है..
मैं हैरत से बोला- क्या?
तो बेबो बोली- आज हम सब बीयर पिएँगे।
मैं हैरान सा हुआ.. वो अपनी ही धुन में बोली- हमने पहले भी पी है जीजू.. आप चिंता ना करो.. चन्ना को मैं समझा दूँगी.. वो मेरे साथ एक बार पी चुकी है।
मुझे पता था कि मेरी बीवी व्हिस्की भी पी लेती है.. क्योंकि हम एक-दो दिन में शाम को जरूर पैग लगा लेते थे।
कुछ देर बाद मैंने अपने लिए और अपनी बीवी के लिए भी व्हिस्की और उन दोनों के बियर के पैग बना लिए और स्नैक्स से साथ दारू पीने लगे।
मैंने पहला घूँट लिया और अपने लौड़े पर हाथ फेरते हुए बेबो की तरफ देखा.. तो मैंने पाया कि बेबो मुझे कुछ और ही तरह से देख रही थी।
बेबो ने मुझे खुद की तरफ देख कर लौड़ा सहलाते हुए देखा तो अपनी आँख मार दी।
मैंने भी हल्के से आँख दबा दी.. इसके बाद तो मैंने सभी को व्हिस्की के लार्ज पैग बना दिए और खुद कम पीने लगा।
मस्ती से दारू का मजा लेने के बाद हम सभी ने डिनर किया और उसका ब्वॉय-फ्रेण्ड खाना खा कर बोला- मैं लेट हो रहा हूँ.. अब मैं तो चलता हूँ।
वो झूमते हुए उठा.. उसने बेबो को हमारे सामने ही अपनी बाँहों में जकड़ा और उसके होंठों पर चुम्बन लेकर चला गया।
बेबो और मैं दोनों उसे गेट तक छोड़ने गए।
जैसे ही वो गया.. मैंने गेट बन्द किया और बाहर की बत्ती बुझा दी। मैंने अभी बत्ती बुझाई ही थी और उधर अँधेरा सा हुआ ही था कि बेबो एकदम से मेरे साथ चिपक गई।
मेरा लण्ड पैन्ट में टेंट बना दिया। मैंने उससे झूठ-मूठ में कहा- ये सही नहीं है।
तो बोली- जीजू कुछ फ़र्क नहीं पड़ता.. क्या आप मुझे आज रात को कुछ टाइम दोगे?
‘जैसे तेरी मर्ज़ी..’
मेरे दिल में हलचल सी होने लगी।
मैंने उसे एक चुम्बन किया.. तो वो भी मेरे होंठों से लग गई।
वो तो पूरी तरह हॉट हो चुकी थी.. मैंने उससे कहा- ठीक है.. मैं कोई चक्कर चलाता हूँ।
फिर मैंने अपनी बीवी चन्ना को रसोई में काम से फ्री किया और हम सब बेडरूम में आ गए।
तभी बेबो बोली- चन्ना मुझे आपके कमरे में ही सोना है.. और देखना है कि जीजू आपको कैसे प्यार करते हैं.. इससे मुझे भी कुछ तजुर्बा हो जाएगा।
मेरी बीवी ने कुछ ज्यादा ही पी ली थी सो वो टुन्न सी हो कर बोली- तुम चाहो तो अपने जीजू के साथ सो जाओ.. कोई बात नहीं..
मेरे तो जैसे होश ही उड़ गए।
मेरी बीवी ने कमरे में रखी व्हिस्की की बोतल उठाई और एक-एक पैग और बना लिया.. और उसे भी पीकर वो मुझे बोली- बस मुझे तो आज सोना है.. और डार्लिंग तुम इसके सामने मुझसे सेक्स कर लो.. इसकी इच्छा पूरी कर दो..
मैंने अपनी बीवी को बेबो के सामने चुम्बन करना शुरू कर दिया।
मेरी बीवी को ऐसा करते देख कर बेबो ने भी अपना हाथ अपनी चूचियों पर फेरना शुरू कर दिया।
मेरी बीवी भी बहुत सुन्दर है.. उसका फिगर साइज़ 38-32-36 का है।
मैंने अपनी बीवी चांदनी जिसे मैं प्यार से चन्ना कहता हूँ.. को धीरे-धीरे गरम करना शुरू किया और उसकी कमीज़ उतार दी।
अब उसकी जालीदार ब्रा में तने हुए उसके 38 साइज़ के मम्मे उफफफ्फ़.. देख कर मेरा लवड़ा आज कुछ ज्यादा ही अकड़ गया था क्योंकि आज साथ बेबो भी थी।
मैंने चन्ना के मम्मों पर अपनी जीभ फेरनी शुरू की.. वो दारू के सुरूर में सब कुछ भूल चुकी थी.. वो अपनी आँखें बंद करके चुदाई का मज़ा ले रही थी।
उसने अपना हाथ मेरी पैन्ट पर रखा और मेरी जिप खोल कर लण्ड को बाहर निकाल लिया और चूसने लगी।
मैंने चन्ना को बिस्तर पर चित्त लिटा कर उसकी टांगें फैला दीं और उसकी चूत चाटने लगा।
तभी बेबो ने भी अपनी सलवार उतार दी और मेरी दूसरी तरफ़ लेट गई।
उसे देखा कर चन्ना बोली- बेबो तू भी चाहे.. तो हमारे साथ मजा ले ले.. मुझे कोई ऐतराज नहीं क्योंकि तू मेरी सब से अच्छी सहेली भी तो है.. मुझे पता है कि तू भी राज को पसन्द करती है और मैंने लॉबी में तुम्हारी बात सुन ली थी। मुझे कोई दिक्कत नहीं है..
अब तो बेबो जैसे किसी भूखी कुतिया की तरह मुझ पर टूट पड़ी।
मैं चन्ना की चूत चाट रहा था तो बेबो मेरा लण्ड मुँह में लेकर चूसने लगी।
उसे मेरा लवड़ा चूसते देख कर चन्ना को भी और जुनून सवार हो गया.. वो मुझसे बोली- बेबो और मैं दोनों ने आपस में लेस्बो वाला ओरल सेक्स बहुत किया है.. आज हम तीनों मिलकर करेंगे।
बेबो ने भी अपनी ब्रा उतार दी और मेरा लण्ड चूसते हुए वो अपनी चूत चन्ना की तरफ़ कर लेट गई।
मैंने अपने एक हाथ में चन्ना और दूसरे हाथ में बेबो का दूध पकड़ लिया।
इतने में चन्ना झड़ गई और बेबो मेरी तरफ़ हो गई।
मेरा लण्ड अब चन्ना के मुँह में था.. आज चन्ना भी जम कर मेरा लण्ड चूसने लगी। आज तो मैं पागल हुआ जा रहा था कि मेरे हाथ में दो अलग-अलग चुदासी माल किस्म की चूतों के मम्मे थे।
साली चन्ना ने मेरा लौड़ा गले तक लेकर जबरदस्त तरीके से चूस लिया था.. कि इतने में ही मैं झड़ गया।
अब हम सब कुछ देर के लिए यूं ही बैठ गए।
तभी बेबो बोली- मुझे पहले चुदवाना है जीजू.. आप चन्ना को तो रोज ही चोदते हो.. पर मैं तो सुबह चली जाऊँगी..
तभी चन्ना बोली- तूने अपने ब्वॉय-फ्रेण्ड के साथ कभी चुदाई नहीं की क्या?
तो बेबो ने कहा- वो चूतिया सिर्फ़ चुम्बन करता है.. मैं उसे यहाँ लेकर आई थी कि यहाँ वो मुझे आराम से चोदेगा.. पर वो साला डर कर भाग गया.. मुझे गर्म तो करता है.. पर चोदता नहीं है.. कहता है कि शादी के बाद यही सब कुछ तो करना है।
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फिर चन्ना ने कहा- राज डियर.. आज इसको चोद कर तसल्ली करवा देना.. वैसे भी ये अभी तक किसी लण्ड से चुदी नहीं है।
मैंने कहा- कोई बात नहीं.. अभी लो.. पर ये सील पैक चूत है तो यार तुम जरा मेरी मदद तो करो.. अभी इसे और गर्म होने दो..।
चन्ना बोली- अभी साली के अन्दर एकाध पैग और जाएगा तभी ये और चुदासी हो जाएगी।
फिर हमने एक-एक लवली पैग लगाया अबकी बार शराब में किंकी सुरूर और अधिक छाया हुआ था।
फिर बेबो ने अपनी चिकनी चूत मेरी तरफ़ कर दी। मैं बैठ गया और वो दोनों टाँगों को खोल कर मेरे सामने लेट गई। मैंने उसकी टांगें अपने कंधे पर रखीं और उसकी चूत को अपने मुँह के पास ले आया।
दोस्तो.. क्या मस्त पाव रोटी सी फूली हुई चूत थी उसकी.. एकदम कोरी.. फूल जैसी मुलायम.. आअह.. मुँह में पानी आ गया।
फिर उसकी चूत के दाने के ऊपर मैंने अपनी जीभ को टिकाया ही था कि बेबो सिहर उठी.. वो बोली- ओह्ह..कस्शह.. अहह.. आहह.. जीजू.. आज अपनी साली को भरपूर मज़ा दे दो..
मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू किया.. तभी किसी कुतिया की तरह चन्ना ने अपनी चूत बेबो के मुँह के पास कर दी और कहने लगी- राज.. आज देखती हूँ कि तेरे में कितना दम है?
मैंने कहा- तू अपनी माँ को भी बुला ले.. मैं तुम तीनों की चूत बजा कर तसल्ली करवा दूँगा।
चन्ना बोली- मुझे पता है कि तू मेरी माँ को चोदना चाहता है।
उसे क्या पता कि मैं उसकी माँ को चोद भी चुका हूँ।
मेरी पहली सच्ची चुदाई.. मेरी सौतेली सास के साथ हुई थी.. जिसका विवरण आपको नहीं दे पाया था.. उसके लिए ‘सॉरी’ लेकिन पहला मौका मिलते ही आपको अपनी सास की चुदाई का किस्सा भी सुनाऊँगा।
खैर.. मैंने अपना काम चालू रखा.. बेबो की चूत को चूस कर पूरा फुला दिया। जब वो झड़ने लगी.. तो बड़े ज़ोर से चीखी- हाआऐयय ईईईई.. जीजू क्या नज़ारा दिखा दिया है.. आह..याहह.. मैं झड़ रही हूँ..उऊुउउ.. हाय.. मेरी चूत उछल रही हाईईइ.. जीज़्ज़ू.. जियो मेरे सरताज.. अब अपना लण्ड पेलो इसमें.. हाईयईई… जीजाजी.. आज मैं लड़की से औरत बनूँगी.. जीजू.. अहाआअ… हाय.. जीजू थैंकयू चन्ना… तेरी वजह से मैं ये सुख महसूस कर सकी हूँ.. जीजू डाल दो अपना लण्ड मेरी चूत में.. आह..।
अब मैंने अपना लण्ड बेबो की चूत पर रख दिया.. उसकी चूत काफ़ी कसी हुई थी.. मैंने कोशिश की.. पर उसकी चूत में मेरा लण्ड नहीं गया।
फिर मैंने अपने लण्ड पर थोड़ा सा थूक लगाया.. और थोड़ा सा उसकी चूत की दोनों फांकें खोल कर मल दिया फिर चिकनाई पाकर मैंने लण्ड को ज़रा सा अन्दर किया.. तो बेबो चीख उठी- आआअ.. उउऊईईई माँ.. मेरी चूत अहआआअ..
मैंने जोश में आकर एकदम से धक्का लगा दिया और मेरा लण्ड उसकी चूत में लगभग आधा चला गया था।
अब उसकी आँखों में से आँसू निकल आए और वो एकदम खामोश सी हो गई। मैंने उसको हिलाया तो वो रोने लगी- जीजू अब या तो अपना लण्ड बाहर करो या बाकी भी पेल दो।
मैंने जितना लवड़ा चूत में घुसा था.. उतने को ही धीरे-धीरे अन्दर-बाहर करना शुरू किया। मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि इसकी चूत की सील मैं तोड़ूँगा।
फिर बेबो को मज़ा आने लगा और कहने लगी- जीजू अपनी रफ़्तार तेज करो मुझे मज़ा आ रहा है।
मैंने पूरा लवड़ा चूत की जड़ तक पेल दिया.. फिर थोड़ी सी रफ़्तार तेज की.. पर मैं इतनी जल्दी झड़ना नहीं चाहता था।
मैंने बेबो के मम्मे चूसने शुरू किए.. पागल कुत्ते की तरह.. उसके बदन को खूब काटा भी..
फिर कोई 15 मिनट के बाद मैं और बेबो दोनों ही खल्लास हो गए।
फिर मेरी चन्ना मेरे पास आई बोली- क्यों मेरे शेर तैयार हो..
मैंने कहा- तू भी आ जा चन्ना रानी..
तभी बेबो ने कहा- जीजू एक मिनट रुको.. इस बार मैं आपको गर्म करती हूँ।
उसने अपने होंठों को मेरे सुपारे पर फेरना शुरू कर दिया और धीरे से अपना हाथ मेरे टट्टों पर फेरने लगी। तो मेरे लण्ड ने फुंफकार मारी और खड़ा हो गया।
अब मैंने कहा- चन्ना रानी, तुम आज अपनी गान्ड मुझे मारने दो..
तो चन्ना बोली- पहले मैं अपनी चूत की प्यास बुझवाऊँगी.. फिर दूँगी गान्ड..
पता नहीं.. जब भी बीवी या किसी और को गान्ड देने की कहो तो भड़क क्यों जाती हैं..
मैंने अपनी बीवी से कहा- चल घोड़ी बन जा…
मैंने पहले उसकी चूत मारी.. फिर उधर से गान्ड का रास्ता भी था.. मैंने लण्ड को चूत से निकाल कर उसकी गांड भी मार ली..
उस रात को मैंने उन दोनों के साथ 6 बार चुदाई की।
बेबो भी अपनी पहली चुदाई और सील टूटने से काफ़ी खुश थी और मेरी बीवी भी मुझसे खुश थी।
मेरी बीवी ने कहा- बेबो तो शादी के वक्त से तुमसे चुदने के लिए बेकरार थी.. पर मैंने इसे उस दिन प्रॉमिस किया था कि एक दिन तुझे ज़रूर मौका दूँगी..
इसके बाद तो बेबो के चुदाई का जो खेल चला.. वो चलता ही चला गया।
अब बेबो की शादी उसके ब्वॉय-फ्रेण्ड से हो चुकी है। लेकिन उसको अब भी मेरे साथ दारु पीकर चुदवाने में ही आता है।
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